एक बार फिर चर्चा में है खाप का निर्णय

राजकिशोर प्रसाद

राजस्थान। जहां एक ओर केंद्र और राज्य सरकारें महिला सुरक्षा और इसके अस्मिता की सुरक्षा की बात करती है। वही, दूसरी ओर समाज में बैठे कुछ  खुरपति सोच के लोग महिलाओ पर अत्यचार की सीमाये लांघ रहें हैं। लाख कड़ी नियम और कानून के बावजूद आखिर रोज महिलाओ पर ये अत्याचार बन्द होने का नाम क्यों नही ले रहा? बीते रविवार को राजस्थान के बांसवाड़ा जिला अंतर्गत खाप पंचायत में युवा दम्पति के साथ जो हुआ, वह अति निंदनीय और मानवता को शर्मसार कर देनेवाली है।
20 वर्षीय कचरू और 18 वर्षीय कजिन ने समाज और परिवार के खिलाफ जाकर शादी कर ली। फिर समाजिक भय से गुजरात भाग गए। परिजनों ने तलाश कर दोनो को पकड़कर अपने घर ले आया। फिर खाप पंचायत हुई। दोनों को बुरी तरह बड़ी बेरहमी से पीटा गया। उसके बाद  नग्न और निर्वस्त्र कर पुरे गांव में घुमाया गया। इस घिनौने हरकत को पूरा गांव द्रौपति की चीर हरण की तरह देखता रह गया। किन्तु, कोई कृष बनकर किजन की आबरू बचाने को सामने नही आया। जब इस घिनौनी हरकत की वीडियो वायरल हो हुई, तब पुलिस हरकत में आयी और तुरन्त कार्रवाई करते हुये कजिन के बयान पर चार लोगो को हिरासत में ले लिया।
आखिर प्यार मुहब्बत और शादी पर बन्दीस पर पहरा और इसके लिये ऐसी अमानवीय घिनौनी हरकत क्यों? इस पर महिला सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बेबाक टिप्पणी करते हुये इसकी कड़ी निंदा की है और दोषियों को कड़ी सजा देने की वकालत की है। इधर केंद्र और वहाँ की राज्य सरकार ने इस पर कठोर कदम उठाये है। आखिर ये सब कब तक होता रहेगा? प्यार करने वालो पर ये जुल्म कब तक ढहते रहेगे?