भारत में 57% Corporate Male Employees में Vitamin B12 की कमी: कारण, लक्षण और बचाव के तरीके

Vitamin B12 Deficiency in Corporate Employees:

KKN गुरुग्राम डेस्क | हाल ही में हुए एक सर्वेक्षण ने भारत में Vitamin B12 की कमी को लेकर गंभीर स्थिति का खुलासा किया है। इस सर्वे के मुताबिक भारत के 57% कॉर्पोरेट मेल एम्प्लॉयीज़ में Vitamin B12 की कमी पाई जा रही है। यह एक साइलेंट हेल्थ क्राइसिस है, जो तेजी से बढ़ रहा है। Vitamin B12 (जिसे Cobalamin भी कहा जाता है) एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है, जो हमारे दिमाग, शरीर के अंगों और तंत्रिका तंत्र की सही functioning के लिए आवश्यक है। इसके कमी के कारण शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा असर पड़ सकता है।

इस आर्टिकल में हम Vitamin B12 की कमी के कारण, लक्षण और इससे बचाव के उपायों के बारे में चर्चा करेंगे।

Vitamin B12 क्या है और यह क्यों जरूरी है?

Vitamin B12 एक पानी में घुलने वाला विटामिन है, जो मुख्य रूप से हमारे शरीर में रेड ब्लड सेल्स के निर्माण, DNA सिंथेसिस, तंत्रिका तंत्र के सही कार्य, और दिमाग के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह विशेष रूप से पशु उत्पादों जैसे मांस, मछली, अंडे और डेयरी प्रोडक्ट्स में पाया जाता है। शरीर में Vitamin B12 की कमी से गंभीर शारीरिक समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, जैसे एनीमिया, तंत्रिका क्षति, थकान, मानसिक समस्याएं और अन्य।

Vitamin B12 की कमी के कारण

Vitamin B12 की कमी के कई कारण हो सकते हैं, जो नीचे दिए गए हैं:

  1. डाइट की कमी
    Vitamin B12 मुख्य रूप से मांस, मछली, अंडे, दूध और अन्य डेयरी उत्पादों में पाया जाता है। इसलिए, जो लोग शाकाहारी या Vegan डाइट अपनाते हैं, उनमें Vitamin B12 की कमी का खतरा ज्यादा होता है।

  2. एब्जॉर्प्शन की समस्या
    कुछ लोग आंतों से संबंधित रोगों जैसे क्रोन्स डिजीज या सीलियक डिजीज के कारण Vitamin B12 का सही तरीके से अवशोषण नहीं कर पाते हैं। इसके अलावा, पेट की सर्जरी या गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी से भी B12 के अवशोषण में समस्या हो सकती है।

  3. प्रोटीन की कमी
    Vitamin B12 को आंतों में एक विशेष प्रोटीन के माध्यम से अवशोषित किया जाता है। यदि इस प्रोटीन की कमी हो तो Vitamin B12 का अवशोषण ठीक से नहीं हो पाता है।

  4. उम्र बढ़ने के साथ कमी
    जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, शरीर में हाइड्रोक्लोरिक एसिड का उत्पादन कम हो जाता है, जो Vitamin B12 के अवशोषण के लिए आवश्यक होता है। इस कारण बुजुर्गों में Vitamin B12 की कमी का खतरा अधिक होता है।

  5. दवाइयों का प्रभाव
    कुछ दवाइयाँ, जैसे कि मेटफॉर्मिन (डायबिटीज की दवा) और एंटासिड, Vitamin B12 के अवशोषण को प्रभावित कर सकती हैं। ऐसे में दवाओं का सही इस्तेमाल और Vitamin B12 सप्लीमेंट्स की आवश्यकता हो सकती है।

Vitamin B12 की कमी के लक्षण

Vitamin B12 की कमी के कई स्पष्ट लक्षण हो सकते हैं, जो शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर असर डालते हैं। कुछ सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:

  1. थकान और कमजोरी
    Vitamin B12 की कमी से रेड ब्लड सेल्स का निर्माण कम हो जाता है, जिससे एनीमिया हो सकता है। इसके परिणामस्वरूप शरीर में थकान, कमजोरी, और सांस लेने में कठिनाई हो सकती है।

  2. झंझनाहट और सुन्नपन
    Vitamin B12 की कमी से नर्वस सिस्टम पर असर पड़ता है, जिसके कारण हाथ-पैरों में झुनझुनी या सुन्नपन की समस्या हो सकती है। यह एक आम लक्षण है जो B12 की कमी से संबंधित होता है।

  3. तंत्रिका और मानसिक समस्याएं
    Vitamin B12 की कमी से नर्वस सिस्टम प्रभावित होता है, जिसके कारण तंत्रिका तंत्र से जुड़ी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इन समस्याओं में संतुलन बनाए रखने में कठिनाई, याददाश्त में कमी और गहरी सोचने में मुश्किलें आ सकती हैं।

  4. त्वचा का पीला पड़ना
    एनीमिया के कारण त्वचा पीली पड़ सकती है, जो Vitamin B12 की कमी के एक प्रमुख लक्षण के रूप में सामने आता है।

  5. मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं
    Vitamin B12 की कमी से डिप्रेशन, चिड़चिड़ापन, और कभी-कभी हैल्युशिनेशन जैसे मानसिक समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

  6. मुंह के छाले
    Vitamin B12 की कमी से कुछ लोगों को जीभ में सूजन या मुंह में छाले भी हो सकते हैं।

Vitamin B12 की कमी से बचाव के उपाय

Vitamin B12 की कमी को रोकने के लिए कुछ आसान तरीके अपनाए जा सकते हैं। इन उपायों को अपनाकर आप Vitamin B12 की कमी से बच सकते हैं:

  1. सही डाइट का पालन करें
    Vitamin B12 की कमी से बचने के लिए सही डाइट का सेवन करना बेहद महत्वपूर्ण है। मांस, मछली, अंडे, दूध, दही जैसे पशु उत्पादों को अपनी डाइट में शामिल करें। शाकाहारी लोग B12 सप्लीमेंट्स का सेवन कर सकते हैं, या डॉक्टर से सलाह लेकर फोर्टिफाइड प्लांट-बेस्ड उत्पादों को चुन सकते हैं।

  2. Vitamin B12 सप्लीमेंट्स
    यदि आपको Vitamin B12 का अवशोषण करने में कोई समस्या है या आप शाकाहारी हैं, तो Vitamin B12 सप्लीमेंट्स का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है। यह खासकर उन लोगों के लिए जरूरी है जो अब्जॉर्प्शन समस्या का सामना कर रहे हैं।

  3. नियमित हेल्थ चेकअप
    यदि आप Vitamin B12 की कमी के लक्षण महसूस करते हैं, तो समय-समय पर रक्त परीक्षण करवाना जरूरी है। इससे कमी का पता जल्दी चल सकता है और इलाज शुरू किया जा सकता है।

  4. दवाइयों का सही उपयोग
    यदि आप ऐसी दवाइयाँ ले रहे हैं जो Vitamin B12 के अवशोषण को प्रभावित कर सकती हैं, तो डॉक्टर से परामर्श लें। इसके अलावा, आवश्यक होने पर डॉक्टर से Vitamin B12 सप्लीमेंट्स लेने के बारे में बात करें।

  5. बुजुर्गों का ध्यान रखें
    बुजुर्गों के लिए Vitamin B12 की कमी से बचने के लिए उनकी डाइट और स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना चाहिए। उम्र के साथ शरीर में B12 अवशोषण की क्षमता कम हो जाती है, इसलिए बुजुर्गों के लिए Vitamin B12 सप्लीमेंट्स जरूरी हो सकते हैं।

Corporate Employees में Vitamin B12 Deficiency

भारत में कॉर्पोरेट सेक्टर के कर्मचारी, खासकर पुरुष, Vitamin B12 की कमी से प्रभावित हैं। लंबी कार्य घण्टों, तनावपूर्ण कार्य वातावरण और खराब खानपान के कारण यह समस्या और बढ़ रही है। जो लोग पैक्ड और प्रोसेस्ड फूड पर निर्भर रहते हैं, उन्हें अक्सर Vitamin B12 की कमी हो सकती है।

कॉर्पोरेट कर्मचारियों को चाहिए कि वे अपनी डाइट में Vitamin B12 से भरपूर खाद्य पदार्थ शामिल करें और यदि आवश्यक हो तो सप्लीमेंट्स का सेवन करें।

Vitamin B12 की कमी एक गंभीर समस्या बनती जा रही है, खासकर भारतीय कॉर्पोरेट कर्मचारियों के बीच। यह स्थिति शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों पर असर डाल सकती है। सही डाइट, Vitamin B12 सप्लीमेंट्स, और नियमित मेडिकल चेकअप से इस कमी से बचाव किया जा सकता है।

स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता बढ़ाकर और स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर हम Vitamin B12 की कमी को आसानी से रोका जा सकता है।

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