लेखक: नि‍खि‍ल

  • बिहार बोर्ड मैट्रिक के नतीजे जल्द हो सकते है जारी

    बिहार बोर्ड मैट्रिक के नतीजे जल्द हो सकते है जारी

    बिहार में मैट्रिक की परीक्षा के रिज़ल्ट बस कुछ ही दिनों में जारी हो सकते हैं। दरअसल, बिहार बोर्ड के मैट्रिक के टॉपर्स का वेरिफिकेशन किया जा रहा है। वेरिफिकेशन पूरा होने के बाद परीक्षा के रिज़ल्ट किसी भी दिन जारी हो सकते हैं। बिहार बोर्ड जल्द से जल्द प्रक्रिया पूरी करने में जुटा है। इसलिए यह उम्मीद जताई जा रही है कि, बिहार बोर्ड मैट्रिक के रिज़ल्ट इस सप्ताह के अंत से पहले किसी भी दिन जारी किए जा सकते हैं।

    विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से होगा वेरिफिकेशन

    बिहार बोर्ड मैट्रिक के टॉपर्स का वेरिफिकेशन वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से किया जाएगा। दरअसल, बिहार बोर्ड टॉपर्स की कॉपियां दोबारा चेक करने के बाद अलग से टॉपर्स का वेरिफिकेशन भी करता है। इसलिए, इस प्रक्रिया के पूरी होने के बाद रिज़ल्ट किसी भी दिन जारी किए जा सकते हैं। बताया जा रहा है कि, इस बार बिहार बोर्ड में कुल 15 लाख 29 हजार 393 परीक्षार्थियों ने मैट्रिक की परीक्षा दी थी।

    मूल्यांकन में किसी भी तरह की लापरवाही न हो, इसके लिए तीन स्तर पर कॉपियों की जांच की गई है। परीक्षक द्वारा कॉपी जांचने तथा उसके अंक को OMR पर चढ़ाने के बाद कंप्यूटर पर अंकों की इंट्री की जा रही है। इस प्रक्रिया द्वारा तीन स्तर पर परीक्षार्थियों के अंक देखे जा रहे हैं और साथ ही प्रत्येक दिन अंकों की सूची, बोर्ड को भेजी जा रही है।

    बिहार बोर्ड मैट्रिक के परिणाम BSEB की आधिकारिक वेबसाइट www.biharboardonline.bihar.gov.in पर चेक कर सकेंगे।

  • सोमवार से फ़्रांस मे खत्म हो जाएगा लॉकडाउन

    सोमवार से फ़्रांस मे खत्म हो जाएगा लॉकडाउन

    फ़्रांस में आज यानि रविवार को कोरोना वायरस संक्रमण के चलते हुई अन्य 483 मौतों के साथ ही देश में अब तक महामारी के कारण मरने वालों का आंकड़ा 28 हजार के पार पहुंच चुका है। फ्रांस के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, कोविड-19 संक्रमण के चलते देश में रविवार को 483 लोगों की मौत हुयी, जिसके बाद से मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर 28 हजार 108 हो चुकी है।

    समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने स्वास्थ्य मंत्रालय की नवीनतम रिपोर्ट के हवाले से कहा, अस्पतालों में अभी तक कुल 54 मौतें हो चुकी है, जबकि देश के मृत्यु दर का कुल एक तिहाई का प्रतिनिधित्व करने वाले रिटायरमेंट होम्स में यह संख्या 429 हैं।

    अस्पतालों में भर्ती कोविड-19 संक्रमण से ग्रस्त मरीजों की संख्या में कमी भी देखने को मिली है। यहां शनिवार को यह आंकड़ा 19 हजार 432 था, जबकि एक दिन बाद रविवार को यह संख्या 19 हजार 361 है। सातवें सप्ताह इसमें निरंतर गिरावट दर्ज की गई। वहीं, आईसीयू (इंटेंसिव केयर यूनिट) में भर्ती मरीजों की संख्या में भी 45 की गिरावट के साथ यह आंकड़ा 2 हजार 87 हो गया।

    फ्रांस में महामारी के प्रसार के बाद अब तक यहां कुल 14 लाख 2 हजार 411 लोग कोरोना संक्रमण की चपेट में आए हैं, जबकि उपचार के बाद पूर्ण रूप से ठीक होने पर 61 हजार 213 लोगों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। फ्रांस में कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम को देखते हुये लागू किये गये राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के कारण पस्त हुई अर्थव्यवस्था को फिर से रफ्तार देने के लिए सोमवार को दो महीने बाद इसे सावधानी पूर्वक हटा रहा है।

  • डोनाल्‍ड ट्रंप ने कहा, कोरोना की वैक्सीन तैयार हो न हो, अमेरिका फिर से खुलेगा

    डोनाल्‍ड ट्रंप ने कहा, कोरोना की वैक्सीन तैयार हो न हो, अमेरिका फिर से खुलेगा

    अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि, “कोरोना की वैक्सीन तैयार हो या न हो, अमेरिका फिर से खुलेगा।” इसके साथ ही उन्होंने ऐलान किया कि, साल के अंत तक कोरोना की वैक्सीन तैयार करना उनका उद्देश्य है। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि, वैक्सीन के बिना भी अमेरिकियों को अपने जीवन में सामान्य रूप से वापस लौटना शुरू करना चाहिए। कई विशेषज्ञों को इस बात पर आशंका है, कि कोरोना की वैक्सीन को एक साल की अवधि के भीतर तैयार किया जा सकता है। राष्ट्रपति ट्रंप ने शुक्रवार को व्हाइट हाउस के रोज गार्डन में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि, “परियोजना 14 वैक्सीन कैंडिडेट पर रिसर्च और अप्रूवल के साथ शुरू होगी।

    वैक्सीन खोजने तथा वितरण में हो साझेदारी 

    राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक वैक्सीन को खोजने तथा इसे वितरित करने के लिए सरकारी तथा निजी क्षेत्रों के बीच साझेदारी की बात कही। साथ ही, ऑपरेशन का नेतृत्व करने के लिए सेना के एक जनरल तथा एक पूर्व हेल्थकेयर एग्जीक्यूटिव का नाम बताया। इस मिशन की अगुवाई मोनसैफ सलोई करेंगे, जबकि अमेरिकी सेना के लिए वितरण की देखरेख करने वाले जनरल गुस्ताव पर्ना चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर के रूप में काम करेंगे।

    राष्ट्रपति ट्रंप के बाद मोनसैफ सलोई ने कहा कि, उन्हें विश्वास है कि, 2020 तक कुछ हजार मिलियन वैक्सीन का वितरण कर दिया जाएगा। बता दें कि, पूरी दुनिया में कोरोना वायरस अभी तक करीब 46 लाख 60 हजार से ज्यादा लोगों को अपनी चपेट में ले चुका हैं। इनमें से करीब 3 लाख 10 हजार लोगों की मृत्यु हो चुकी है। बता दे कि, इस वायरस से सबसे ज्यादा अमेरिका प्रभावित हुआ है।

  • डोडा में आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान जवान शहीद, एक आतंकवादी भी ढेर

    डोडा में आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान जवान शहीद, एक आतंकवादी भी ढेर

    जम्मू-कश्मीर के डोडा में सुरक्षाबलों तथा आतंकियों के बीच चल रहे एनकाउंटर में एक जवान शहीद हो गया। इस मुठभेड़ के दौरान एक आतंकवादी भी ढेर हो गया। अभी वहां एनकाउंटर जारी है तथा मुठभेड़ स्थल पर 2-3 आतंकियों के घिरने की खबर है।

    अधिकारियों ने बताया कि, सुरक्षाबलों ने आतंकियों की मौजूदगी की खबर मिलने के बाद डोडा शहर से 26 किलोमीटर दूर गुंडाना इलाके के पोस्ता-पोत्रा गांव में एक संयुक्त अभियान चलाया। इसके बाद दोनों तरफ से मुठभेड़ शुरू हो गई, जो अभी तक जारी है। छिपे हुए आतंकियों ने गोलियां चलानी शुरू कर दीं, जिसमें सेना का एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गया और अस्पताल ले जाते समय उसकी मृत्यु हो गई।

    सेना की राष्ट्रीय राइफल्स, पुलिस और सीआरपीएफ के संयुक्त दलों ने एक मकान में दो संदिग्ध आतंकियों के होने की सूचना मिलने के बाद शनिवार की रात को अभियान चलाया। संयुक्त दल जब आतंकियों के ठिकाने की ओर बढ़ रहा था, उस दौरान उन पर भारी गोलीबारी की गई, जिसका उन्होंने जवाब दिया। मुठभेड़ वाले इलाके में अतिरिक्त बलों को भेजा गया है।

    हिज्बुल के आतंकियों की हुई थी गिरफ्तारी

    बता दे कि, डोडा जिले में इस साल सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच यह दूसरी मुठभेड़ है। इससे पूर्व 15 जनवरी को हिज्बुल मुजाहिद्दीन कमांडर हारून अब्बास सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ के दौरान मारा गया था। इस महीने की शुरुआत में डोडा जिले में हिज्बुल मुजाहिद्दीन के दो आतंकियों को गिरफ्तार किया गया था। उनके पास से कुछ हथियार तथा गोला बारूद भी बरामद किए गए थे।

    सुरक्षाबलों के टारगेट है ये आतंकी

    बता दें कि, हिजबुल मुजाहिद्दीन के कश्मीर कमांडर रियाज नायकू के मारे जाने के बाद हिजबुल ने कश्मीर में अपना नया कमांडर बनाया है। हिजबुल के इस नए कमांडर के साथ ही उसके तीन और आतंकी सुरक्षाबलों के निशाने पर हैं। जिन 10 आतंकियों के सफाए का टारगेट है, उसमें 4 हिजबुल के साथ ही 3 जैश के आतंकी भी शामिल हैं। सुरक्षा एजेंसी सूत्रों के मुताबिक, अब जो आतंकी निशाने पर हैं, उसमे  हिजबुल का नया कमांडर सेफुल्ला भी शामिल है।

    आतंकी संगठन में इसका कोड नेम गाजी हैदर है। सेफुल्ला 8 अक्टूबर 2014 को हिजबुल मुजाहिद्दीन में शामिल हुआ था। हिजबुल का दूसरा आतंकी जो हिट लिस्ट में है, उसका नाम मोहम्मद अशरफ खान उर्फ अशरफ मौलवी हैं, जो 9 सितंबर 2016 को हिजबुल मुजाहिद्दीन में शामिल हुआ था। इसके अलावा हिजबुल को दो और आतंकी इस लिस्ट में है- जुनैद सहराई और अब्बास शेख।

  • कोरोना संकट के बीच अमेरिका देगा भारत को वेंटिलेटर की सहायता

    कोरोना संकट के बीच अमेरिका देगा भारत को वेंटिलेटर की सहायता

    कोरोना महामारी के इस संकट के बीच अमेरिका और भारत की बीच दोस्ती की झलक देखने को मिल रही है। भारत ने जहां कोरोना संकट से जूझ रहे अमेरिका को हाईड्रोक्सीक्लोरोक्वीन की दवा देकर मदद की, वहीं कोरोना से लड़ने के लिए अमेरिका ने भारत को करीब 200 वेंटिलेटर देने का ऐलान किया है। माना जा रहा है, कि 3 सप्ताह के भीतर अमेरिका से 200 वेंटिलेटर भारत आ जाएंगे।

    सरकारी अधिकारी का कहना है कि, ऐसे संकेत दिए गए हैं कि, वेंटिलेटर इस महीने के अंत या फिर जून पहले सप्ताह तक भारत में आ जाएगी। 1 वेंटिलेटर की कीमत लगभग 10 लाख रुपये आंकी गई है। इसमें ट्रांसपोर्टेशन का खर्च शामिल नहीं है। कुल मिलाकर 200 वेंटिलेटर पर 2.6 मिलियन अमेरिकी डॉलर यानी करीब 20 करोड़ की लागत आएगी। हालांकि, ट्रांसपोर्टेशन का खर्च अलग से लगेगा।

    अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दोनों देशों के बीच नजदीकी साझेदारी की बात कही और साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी को अपना ‘अच्छा मित्र’ भी बताया। डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को यह ट्वीट किया कि, ‘मुझे यह घोषणा करते हुए गर्व हो रहा है कि, अमेरिका भारत में वेंटिलेटर्स दान करेगा। हालांकि, व्हाइट हाउस ने अभी इस बात की जानकारी नहीं दी है कि, कितने वेंटिलेटर दान किए जाएंगे।’ साथ ही उन्होंने कहा कि, हम इस कोरोना संकट के दौरान भारत और पीएम नरेंद्र मोदी के साथ खड़े हैं। हम वैक्सीन तैयार करने पर भी सहयोग कर रहे हैं और हम मिलकर अदृश्य दुश्मन को हरा देंगे।

    डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, ‘हम भारत में काफी सारे वेंटिलेटर्स भेज रहे हैं। मैंने पीएम मोदी से बात की है। हमारे पास वेंटिलेटरों की अच्छी आपूर्ति है।’ बता दे कि, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के अनुरोध पर पिछले महीने भारत ने अमेरिका में कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन की करीब पांच करोड़ गोलियां भेजी थीं। इससे पहले भी ट्रंप ने भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की। उन्होंने फरवरी में अपनी नई दिल्ली, अहमदाबाद तथा आगरा की यात्रा का जिक्र करते हुए कहा, ‘भारत एक महान देश है और आप जानते हैं कि, प्रधानमंत्री मोदी मेरे बहुत अच्छे मित्र हैं। ‘

  • चीन से आयात पर निर्भरता को कम करने में जुटी उत्तर प्रदेश सरकार

    चीन से आयात पर निर्भरता को कम करने में जुटी उत्तर प्रदेश सरकार

    कोरोना महामारी के खिलाफ जंग के साथ अब आत्मनिर्भर बनने का अभियान भी तेज हो गया है। साथ ही, चीन से आयात पर निर्भरता को कम करने के लिए उत्तर प्रदेश अपनी विशेष मुहिम में जुट गया है। स्वयं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस बात का संकेत दिया है। अब चीन द्वारा बनाए गए झालर, चाइनीज दियें आदि की जगह अब स्वदेशी सामानों का उपयोग किया जाएगा। इतना ही नहीं, इलेक्ट्रॉनिक्स गुड्स, इलेक्ट्रिकल सामान, रसायन, हैंडलूम, आदि सामानों के उत्पादन को इतना बढ़ाया जाएगा, ताकि इन सामानों को चीन से मंगाने की आवश्यकता न पड़े।

    भारत, दुनिया से सामान व सेवाओं के आयात पर 514.07 बिलियन अमेरिकी डालर खर्च करता है। इसमें 13.67 प्रतिशत की हिस्सेदारी चीन से आए सामान की है। देश मुख्यत: इलेक्ट्रानिक्स गुड्स, न्यूक्लियर रिएक्टर, आर्गेनिक केमिकल, प्लास्टिक, फर्टीलाइजर, संचार उपकरण, कम्प्यूटर हार्डवेयर जैसे 50 तरह की वस्तुएं देश के बाहर से आयात करता है। इनमें से, लगभग 1 दर्जन सामान तो उत्तरप्रदेश में बनते हैं। अब, इनसे संबंधित अधिक से अधिक यूनिट खोलने के लिए सरकार व्यापक स्तर पर तैयारी कर रही है। बता दे कि, उत्तर प्रदेश मोबाइल कंपनियों का बड़ा हब है।

    दक्षिण कोरिया तथा चीन की कई कंपनियां यहां पर मोबाइल निर्माण कर रही हैं। लेकिन, मोबाइल के बहुत से पुर्जें अभी भी चीन तथा अन्य देशों से मंगाए जाते हैं। उत्तर प्रदेश में इलेक्ट्रॉनिक्स, गुड्स केमिकल प्रॉडक्ट, चर्म उत्पाद, दवा निर्माण, एपीआई उत्पादन, धातु, कांच व टेक्सटाइल, सिल्क, कार्टन, साबुन, पॉलिस, क्रीम, लकड़ी का सामान आदि का उत्पादन पहले से ही हो रहा है। लेकिन, अब इसके उत्पादन को और बढ़ाया जाएगा, ताकि आयात निर्भरता को कम किया जा सके।

  • कोरोना महामारी के इस दौर के बाद तकनीकी माध्यम द्वारा पढ़ाई पर होगा जोर

    कोरोना महामारी के इस दौर के बाद तकनीकी माध्यम द्वारा पढ़ाई पर होगा जोर

    कोरोना महामारी और लॉकडाउन का दौर समाप्त होने के बाद स्कूलों और कॉलेजों को स्थायी तकनीकी में निवेश करना होगा। पीयर्सन द्वारा किए गए एक अध्ययन के मुताबिक इसमें शिक्षकों का प्रशिक्षण डिजिटल माहौल में काम करने के कौशल पर केंद्रित होगा और उच्च शिक्षण संस्थानों में परीक्षा पारंपरिक तरीकों की बजाय ऑनलाइन माध्यम से कराई जाएगी। बता दे कि, लंदन की पीयर्सन शैक्षिक प्रकाशन और परीक्षण के क्षेत्र में स्कूलों और छात्रों को ग्लोबल स्तर पर सेवा देने वाली कंपनी है।

    कोरोना का दौर समाप्त होने के बाद शिक्षा के क्षेत्र में उभरने वाले आयामों पर किए गए अध्ययन में कहा गया कि, कोरोना महामारी के चलते डिजिटल माध्यम द्वारा अधिक मात्रा में लोग पढ़ाई कर रहे हैं। इन बदलावों के कारण कठिनाई तो हो रही है, लेकिन इनसे शिक्षा के क्षेत्र में नए विचारों के उदाहरण भी सामने आ रहे हैं। इससे यह संकेत मिलता है, कि शिक्षा के क्षेत्र में डिजिटल माध्यम का असर काफी समय तक रहने वाला है।

    अध्ययन में कहा गया कि, स्कूल और कालेजों में पढ़ाई करने के लिए डिजिटल माध्यम का उपयोग और अधिक किया जाएगा। शैक्षणिक टारगेट को पूरा करने के लिए व्हाट्सएप्प, जूम, आदि जैसे ऐप और ईमेल का प्रयोग बढ़ेगा। शिक्षण संस्थान ऐसी संरचना का विकास करेंगे जिसमें शिक्षक और छात्र शिक्षण परिसर से बाहर रहते हुए भी अपना पठन-पाठन कर सकेंगे। साथ ही, संस्थान ऐसे स्थायी तकनीकी संरचना में निवेश करेंगे, जिसके द्वारा गुणवत्तापूर्ण ऑनलाइन शिक्षा दी जा सकेगी।

    विभिन्न देशों द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में अपनाए जा रहे तरीकों के आधार पर किए गए अध्ययन के मुताबिक, उच्च शिक्षण संस्थान परीक्षा के पारंपरिक तरीकों की बजाय ऑनलाइन माध्यम से छात्रों का मूल्यांकन करेंगे।

  • राहत पैकेज की दूसरी किस्त का ऐलान आज शाम 4 बजे, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण करेंगी प्रेस कॉन्फ्रेंस

    राहत पैकेज की दूसरी किस्त का ऐलान आज शाम 4 बजे, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण करेंगी प्रेस कॉन्फ्रेंस

    कोरोना संकट के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज शाम 4 बजे एक बार फिर से प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगी। बुधवार को मोदी सरकार के 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज का लेखा-जोखा देने के क्रम में आज इसकी दूसरी किस्त का ऐलान करने के लिए निर्मला सीतारमण आज फिर से प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगी। बुधवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि, अगले कुछ दिनों तक उनकी टीम प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को सामने रखने तथा आर्थिक पैकेज की अधिक जानकारी साझा करने के लिए मीडिया के सामने आयेंगी।

    ऐसा माना जा रहा है कि, वित्त मंत्री आज कोरोना संकट से प्रभावित किसानों को राहत देने के लिए कुछ बड़ा ऐलान कर सकती हैं। कृषि क्षेत्र, किसानों से जुड़ी गतिविधियों और उत्पादों के सप्लाइ चेन के विषय में भी कुछ घोषणाएं हो सकती हैं। आपको बता दें कि, कोरोना संकट के दौर में आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज का एलान किया था।

    भारतीय अर्थव्यवस्था को कोरोना वायरस के इस संकट से निजात दिलाने के लिए आर्थिक पैकेज की इस घोषणा पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को पहले चरण में सूक्ष्म, लघु तथा मध्यम उद्योगों (MSME) को मजबूती प्रदान करने के लिये लगभग 6 लाख करोड़ रुपये के पैकेज का ऐलान किया। साथ ही, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि, कोरोना वायरस के चलते अर्थव्यवस्था की मंदी को दूर करने तथा अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने और इस संकट को एक अवसर के रूप में बदलने के लिए 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज में से 3 लाख करोड़ का कोलेट्रल फ्री ऋण MSME को दिया जायेगा। इसके साथ ही, MSME के परिभाषा को बदलते  हुये मध्यम उद्यम के कारोबार की सीमा को बढ़ाकर 100 करोड़ रुपए कर दिया गया है।

    वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने MSME की परिभाषा में बदलाव, ढ़ांचा गत और आवास क्षेत्र की परियोजनाओं को पूरा करने लिए ठेकेदारों और डेवलपर को बिना हर्जाने के छह माह का अतिरिक्त समय देने का ऐलान किया है। टीडीएस और टीसीएस कटौती की दर में चौथाई कमी करने के साथ आयकर रिटर्न जमा करने का समय भी नवंबर तक बढ़ाने का ऐलान किया गया है। साथ ही, वित्त मंत्री ने ईपीएफओ अंशदान में सहूलियत की भी घोषणा की है। इन उपायों के माध्यम से नकदी का प्रवाह बढ़ने और कारोबार में आसानी की उम्मीद है। बता दे कि, पहले चरण का पैकेज मुख्यत: छोटी तथा मझोली इकाइयों पर केंद्रित है। इसमें MSME क्षेत्र के लिए बिना गारंटी के 3 लाख करोड़ रुपये की कार्यशील पूंजी उपलब्ध कराने और गैर- बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFC) और आवास वित्त कंपनियों (HFC) को और अधिक नकदी उपलब्ध कराने के उपाय जैसी कई घोषणायें शामिल हैं।

  • शिखर धवन ने रोहित शर्मा और डेविड वॉर्नर की शिकायतों का दिया जवाब, कहा मैं इससे सहमत नहीं

    शिखर धवन ने रोहित शर्मा और डेविड वॉर्नर की शिकायतों का दिया जवाब, कहा मैं इससे सहमत नहीं

    रोहित शर्मा और डेविड वॉर्नर इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब एक्टिव दिख रहे हैं। हाल ही में, दोनों ने मिलकर एक लाइव इंस्टाग्राम सेशन किया था। इस लाइव सेशन के दौरान इन्होंने क्रिकेट, जिंदगी और कोरोना वायरस के विषय में काफी सारी बातें की थी। इस बातचीत के दौरान रोहित शर्मा ने शिखर धवन को लेकर शिकायत की थी, जिस पर डेविड वॉर्नर ने भी सहमति जताई थी। रोहित शर्मा ने शिकायत की थी कि, शिखर धवन कभी भी पहली बॉल पर स्ट्राइक नहीं लेते हैं। रोहित की इस शिकायत का शिखर धवन ने जवाब दिया है।

    आपको बता दे कि, डेविड वॉर्नर और रोहित शर्मा दोनों के साथ ही शिखर धवन ओपनिंग करते हैं। धवन, रोहित के साथ भारतीय क्रिकेट टीम के लिए तथा डेविड वॉर्नर के साथ सनराइजर्स हैदराबाद के लिए ओपिनंग करते हैं। ऐसे में रोहित ने धवन को लेकर कई खुलासे किए थे। रोहित ने बताया था कि, धवन मैदान पर ज्यादा चौकस नहीं रहते हैं। जब रोहित उनके साथ कोई प्लान बनाते हैं, तो धवन अपने ही ख्यालों में खोये रहते है।

    पहली गेंद पर स्ट्राइक नहीं लेते धवन

    रोहित को धवन से यह भी शिकायत थी, कि धवन कभी भी पहली बॉल पर स्ट्राइक नहीं लेते हैं। वहीं, डेविड वॉर्नर ने भी खुलासा किया था, कि धवन हमेशा ओवर की अंतिम बॉल पर सिंगल लेने की कोशिश करते हैं। इन दोनों बल्लेबाजों की शिकायत के बारे में जानने के बाद शिखर धवन ने भी अपनी बात सामने रखी है। पूर्व भारतीय ऑलराउंडर इरफान पठान के साथ लाइव इंस्टाग्राम में धवन ने कहा कि, वे  पहली गेंद का सामना करना पसंद नहीं करते है।

    रोहित और वॉर्नर की शिकायत पर धवन ने दिया जवाब

    शिखर धवन ने कहा कि, 2013 के कमबैक गेम में रोहित ने ओपनिंग के दौरान स्ट्राइक ली थी। इसके बाद से यह ट्रेंड बन गया और तब से लगभग हर खेल में ऐसा ही चला आ रहा है। उन्होंने कहा, ”मैं पहली बॉल पर स्ट्राइक लेना पसंद नहीं करता।  साथ ही उन्होने कहा कि, यदि मेरा साथी एक युवा है, तो मैं पहले उनसे बात कर लूंगा। अगर वह स्ट्राइक लेने में सहज नहीं है, तो फिर तो मुझे ही पहली बॉल खेलनी होगी। 2013 में मेरा कमबैक गेम था, जब रोहित ने ओपनर के तौर पर शुरुआत की थी। मेरा कमबैक गेम था, तो रोहित ने पहली स्ट्राइक ली थी। इसके बाद से यह एक ट्रेंड बन गया और अधिकांश खेलों के लिए जारी रहा।”

    इसके बाद डेविड वॉर्नर के आरोप का जवाब देते हुए धवन ने कहा कि, यह सच नहीं है। उन्होंने कहा, ”डेविड वॉर्नर ने कहा था कि, मैं ओवर की अंतिम बॉल पर सिंगल लेता हूं, मैं इस बाद से सहमत नहीं हूं।”

  • WHO ने कहा, कोरोना के अंत का अनुमान लगाना है असंभव, शायद यह कभी न जाए

    WHO ने कहा, कोरोना के अंत का अनुमान लगाना है असंभव, शायद यह कभी न जाए

    कोरोना वायरस का कहर पूरी दुनिया में लगातार बढ़ रहा है और इस पर कब काबू पाया जा सकेगा, इसका अंदाजा किसी को नहीं है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) को भी मालूम नहीं है कि, आखिर इसका खात्मा कब होगा। विश्व स्वास्थ्य संगठन के आपात परिस्थिति संबंधी प्रमुख ने कहा है कि, यह अंदाजा लगाना असंभव है कि, इस कोरोना महामारी पर कब तक नियंत्रण पाया जा सकेगा।

    डॉ. माइकल रेयान ने बुधवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘संभवत: यह वायरस कभी न जाए।’ उन्होंने कहा कि, कोविड-19 से संक्रमित लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है। साथ ही उन्होंने कहा कि, वैक्सीन के अभाव में लोगों के भीतर इस वायरस के खिलाफ प्रतिरक्षा तंत्र मजबूत होने में वर्षों लग सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘यह हमारे समुदायों में एक अन्य महामारी वायरस बन सकता है।

    उन्होंने कहा कि, पहले आई अन्य बीमारियां जैसे कि, HIV कभी खत्म नहीं हुई। बल्कि, उन बीमारियों का इलाज ढूंढा गया, ताकि लोग इस बीमारी के साथ जी सकें। रेयान ने बताया कि, ऐसी उम्मीद है कि, इसका एक प्रभावी वैक्सीन आएगा। लेकिन, तब भी इसे बड़ी मात्रा में तैयार करने और दुनियाभर के लोगों तक इस वैक्सीन को मुहैया कराने के लिए काफी काम करने की जरूरत होगी।

  • पाकिस्तान के वजट का 6 गुना है भारत का राहत पैकेज

    पाकिस्तान के वजट का 6 गुना है भारत का राहत पैकेज

    कोरोना महामारी से जूझ रहे भारतीय अर्थव्यवस्था में जान डालने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को 20 लाख करोड़ के राहत पैकेज की घोषणा की। आपको बता दे कि, यह रकम पाकिस्तान द्वारा साल 2019 में पेश किए गए उसके कुल बजट का 6 गुना है। पाकिस्तान सरकार ने साल 2019 में 7022 बिलियन पाकिस्तानी रुपये का बजट पेश किया था, जो रकम भारतीय रुपये में करीब 3.30 लाख करोड़ है। आपको बता दें कि, पाकिस्तान का 1 रुपया भारत के 47 पैसे के बराबर है। इसी मुताबिक, भारत का राहत पैकेज पाकिस्तान के बजट से 6 गुना अधिक है।

    कोरोना महामारी के इस संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने पांचवें संबोधन में  इस महामारी के विरुद्ध जंग जारी रखने के साथ ही आत्मनिर्भर भारत की मजबूत बुनियाद भी रखी। साथ ही पीएम मोदी ने इस आर्थिक हालात से निपटने के लिए देश के GDP का लगभग 10 प्रतिशत यानी 20 लाख करोड़ रुपये के राहत पैकेज के साथ आत्मनिर्भर भारत बनाने का संकल्प लिया। आपको बता दे कि,  भारतीय अर्थव्यवस्था करीब 200 लाख करोड़ रुपये की है। भारत ने साल 2020-21 के लिए बजट में करीब 30 लाख करोड़ रुपये का निर्धारण किया है।

    देश GDP के मुकाबले पैकेज
    जापान 21.10%
    अमेरिका 13%
    स्वीडन 12%
    जर्मनी 10.70%
    भारत 10.00%
    फ्रांस 9.30%
    स्पेन 7.30%
    इटली 5.70%
    ब्रिटेन 5.00%
    चीन 3.80%

    प्रधानमंत्री मोदी का इस बार का संबोधन पिछले संबोधनों से अलग रहा। उन्होंने कहा कि, यह आपदा कुछ संकेत के साथ कुछ संदेश भी लाई है, जो आत्मनिर्भर भारत का रास्ता प्रशस्त करेगा, जिसमें स्वदेशी पर जोर होगा और लोकल के लिए हमें वोकल होना पड़ेगा। उन्होंने कोरोना संक्रमण फैलाव से डरने के बजाय इस जंग को मजबूती से लड़ने के साथ देश को पूरी ताकत से खड़ा करने का ऐलान किया है।

  • युवराज ने बताया, कौन तोड़ सकता है उनका सबसे तेज T-20 अर्धशतक

    युवराज ने बताया, कौन तोड़ सकता है उनका सबसे तेज T-20 अर्धशतक

    हाल ही में जब भारतीय क्रिकेट टीम के स्टाइलिश बल्लेबाज केएल राहुल से पूछा गया कि, युवराज सिंह का सबसे तेज T-20 अर्धशतक का रिकॉर्ड कौन तोड़ सकता है, तो केएल राहुल ने अपना नाम लिया था। उन्होने टि्वटर पर फैन के इस सवाल का जवाब दिया था। लेकिन, अब युवराज सिंह ने खुद ही इस सवाल का जवाब दे दिया है। युवराज सिंह ने हार्दिक पांड्या को अपने इस रिकॉर्ड को तोड़ने वाला खिलाड़ी चुना है। युवराज को लगता है कि, वर्तमान भारतीय क्रिकेट टीम में से हार्दिक पांड्या एक ऐसे खिलाड़ी हैं, जो उनके सबसे तेज टी-20 अर्धशतक के रिकॉर्ड को तोड़ सकते हैं।

    युवराज ने एक ओवर में जड़े थे छह छक्के

    युवराज सिंह ने 2007 के T-20 वर्ल्ड कप में 12 गेंदों में अर्धशतक बनाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया था, जिसे आजतक क्रिकेट का कोई खिलाड़ी नहीं तोड़ पाया है। अपने इस अर्धशतक में युवराज ने इंग्लैंड के खिलाफ स्टुअर्ट ब्रॉड के एक ओवर में लगातार छह बॉल पर छह छक्के जड़े थे। मैच में रोबिन उथप्पा के आउट होने के बाद युवराज सिंह खेल के मध्य में एमएस धोनी के साथ बैटिंग के लिए उतरे थे। इस दौरान उनकी एंड्रयू फ्लिंटॉफ से कुछ बहस भी हो गई थी। इसके बाद युवराज ने ब्रॉड के ओवर में छह छक्के जड़ दिए थे।

    युवराज ने इंग्लैंड के खिलाफ उस मैच में 3 चौकों और 7 छक्कों के साथ 16 गेंदों में 58 रनों की शानदार पारी खेली थी। कई खिलाड़ी युवराज के इस रिकॉर्ड के पास तो पहुंचे हैं, लेकिन अब तक उस रिकॉर्ड को तोड़ नहीं पाए। ऐसे में युवराज को लगता है, कि हार्दिक पांड्या उनके 12 गेंदों में टी-20 अर्धशतक के रिकॉर्ड को तोड़ सकते हैं।

    युवराज ने पीटीआई को दिए एक इंटरव्यू में कहा, ”हार्दिक पांड्या वह खिलाड़ी हो सकता है, जो मेरे सबसे तेज T-20 अर्धशतक के रिकॉर्ड को तोड़ दे। उसमें एक महान ऑलराउंडर बनने की सभी खूबियां हैं। लेकिन, टीम में उनका मार्गदर्शन करने के लिए किसी को होना चाहिए।”

    युवराज ने 2019 के वर्ल्ड कप के चयनकर्ताओं पर साधा निशाना

    युवराज ने इस दौरान 2019 के वर्ल्ड कप में भारतीय क्रिकेट टीम के चयन को लेकर भी चयनकर्ताओं पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ”2019 विश्व कप के दौरान टीम का चयन चौंकाने वाला था। आपको उन फैसलों पर सवाल उठाने की जरूरत है, जिन्होंने सिर्फ 5 वनडे खेलने वाले खिलाड़ी को मिडिल ऑर्डर में पांचवे स्थान पर बल्लेबाजी करवाई गई।”

    उन्होंने कहा कि, क्या मौजूदा चयनकर्ता इन फैसलों पर सवाल उठा सकते हैं, जब वे खुद केवल 5 एकदिवसीय मैच खेले हों? आपको बता दें कि, 2019 वर्ल्ड कप के दौरान अंबाती रायडू को टीम में शामिल नहीं करने को लेकर काफी विवाद हुआ था। नंबर 4 पर बल्लेबाजी के लिए चयनकर्ताओं ने अंबाती रायडू की जगह विजय शंकर को तरजीह दी थी, जिसपर युवराज सिंह ने सवाल उठाया।

  • अमेरिका ने कहा, बीते 20 सालों में चीन से 5 महामारी फैली है, इसे अब रोकना होगा

    अमेरिका ने कहा, बीते 20 सालों में चीन से 5 महामारी फैली है, इसे अब रोकना होगा

    कोरोना वायरस के इस संकट के बीच अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट ओ ब्रायन ने कहा कि, बीते 20 सालों में चीन से 5 महामारी फैली है और इसे किसी न किसी प्वाइंट पर तो रोकना ही होगा। साथ ही, उन्होंने दुनियाभर के करीब 2,50,000 लोगों की जान लेने वाली इस महामारी के लिए चीन को जिम्मेदार ठहराया है।

    ओ ब्रायन ने मंगलवार को व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा, ‘दुनियाभर के लोग खड़े होंगे और चीनी सरकार से कहेंगे कि, हम चीन से निकल रही इन महामारियों को सहन नहीं करेंगे, फिर चाहे ये मीट मार्केट से निकल रही हो या फिर लैब से।’ उन्होंने कहा, ‘हमें पता है कि, कोरोना वायरस की यह महामारी चीन के वुहान शहर से निकली है और परिस्थितिजन्य साक्ष्य हैं, जो यह बताते हैं कि, यह वायरस किसी लैब या मीट मार्केट से निकला है।’

    एनएसए ने कहा, ‘बीते 20 सालों में चीन से 5 महामारी फैली है। सार्स, एवियन फ्लू, स्वाइन फ्लू और अब कोविड-19। जन स्वास्थ्य के ऐसे भयावह स्थिति के साथ दुनिया आखिर कैसे रह सकती है जिसकी शुरुआत चीन से हुई और फिर यह पूरी दुनिया में फैल गया। उन्होंने चीन से निकली पांचवी महामारी के बारे मे नहीं बताया।

    ओ ब्रायन ने कहा, ‘इसे कहीं न कहीं तो रोकना ही होगा। हमने चीन को सहायता के लिए स्वास्थ्य पेशेवरों को भेजने का प्रस्ताव दिया था, जो उन्होंने स्वीकार नहीं किया।’ आपको बता दें कि, कोरोना महामारी से अमेरिका सबसे अधिक तबाह हुआ है।

  • अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड करेगा कोचिंग स्टाफ के वेतन में कटौती

    अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड करेगा कोचिंग स्टाफ के वेतन में कटौती

    अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (ACB) ने घोषणा किया है, कि कोरोना महामारी के दौरान आर्थिक चुनौतियों से निपटने के लिए, वह इस महीने अपने कोचिंग स्टाफ के वेतन में 25 प्रतिशत की कटौती करेगा। ACB के इस फैसले का प्रभाव मुख्य कोच लांस क्लूजनर, बल्लेबाजी कोच एचडी एकेरमैन और सहायक कोच नवरोज मंगल पर पड़ेगा, जिनके वेतन में कटौती की जाएगी।

    क्रिकइंफो की रिपोर्ट के मुताबिक, जून में अगर अफगानिस्तान का जिम्बाब्वे दौरा रद्द होता है, तो वेतन की कटौती में 50 प्रतिशत का इजाफा हो सकता है। ACB के मुख्य कार्यकारी अधिकारी लुतफुल्लाह स्टानिकजई ने कहा, “यह हमारी बचत तथा लागत की रणनीति का एक हिस्सा है, क्योंकि हम कोविड-19 संकट से प्रभावित हैं। हमने मई के लिए कोच के वेतन में 25 फीसदी की कटौती करने का फैसला किया है और अगर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट की शुरुआत नहीं होती है, तो जून में यह 50 प्रतिशत हो सकता है।”

    अगर T-20 समय पर नही हुआ, तो प्रभाव नकारात्मक होगा

    स्टानिकजई ने कहा कि, उन्हें राजस्व का नुकसान हुआ है और अक्टूबर-नवंबर में ऑस्ट्रेलिया में होने वाले T-20 विश्व कप, यदि निश्चित कार्यक्रम के अनुसार नहीं होता है, तो इसका और नकारात्मक प्रभाव होगा। साथ ही उन्होंने कहा कि, “हम इस बात से पूरी तरह आश्वस्त नहीं हैं कि, एशिया कप होगा और वहां से हमें राजस्व प्राप्त होंगे। यदि T-20 विश्व कप नहीं होता है, तो अगले साल और उससे आगे भी हम बुरी तरह से प्रभावित होंगे।” एशिया कप अफगानिस्तान का अगला आधिकारिक कार्यक्रम है। लेकिन, ACB और ज़िम्बाब्वे क्रिकेट, ज़िम्बाब्वे में ही पाँच T-20 मैच खेलने के लिए सहमत हुए हैं, जो कि फ्यूचर टूर्स प्रोग्राम (FTP) का हिस्सा नहीं है।

    रिपोर्ट के अनुसार, ACB ने अपने सभी केंद्रीय अनुबंधित खिलाड़ियों को 2020 की पहली तिमाही का भुगतान कर दिया है। लेकिन, यदि जिम्बाब्वे के खिलाफ पांच T-20 मैचों की सीरीज नहीं होती है, तो उनके वेतन के ढांचे की समीक्षा की जा सकती है। अभी ACB ने सीनियर टीम के 32 खिलाड़ियों और 55 घरेलू क्रिकेटरों को अनुबंध दे रखा है।

  • अमेरिका ने लगाया आरोप, कोरोना वैक्सीन की रिसर्च डेटा चुराने की कोशिश में लगा है चीन

    अमेरिका ने लगाया आरोप, कोरोना वैक्सीन की रिसर्च डेटा चुराने की कोशिश में लगा है चीन

    चीन के वुहान शहर से फैला कोरोना वायरस पूरी दुनिया में अपना कहर ढा रहा है और इसने सबसे ज्यादा तबाही अमेरिका में मचाया है। इसी बीच अमेरिका ने दावा किया है, कि चीनी हैकर्स कोरोना वैक्सीन से जुड़ी रिसर्च डेटा चुराने का प्रयास कर रहे हैं। द वॉल स्ट्रीट जर्नल और न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, अमेरिका की जांच एजेंसी फेडरल ब्‍यूरो ऑफ इनवेस्टिगेशन (FBI) तथा होमलैंड सिक्योरिटी विभाग ने यह आरोप लगाया है, कि चीनी हैकर्स और जासूस कोरोना वायरस की वैक्‍सीन से जुड़ी रिसर्च डेटा चुराने के प्रयास में लगे हुए हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, अब वे चीनी हैकिंग के विषय में एक चेतावनी जारी करने पर विचार कर रहे हैं।

    साइबर अटैक को लेकर अमेरिका सतर्क 

    एक रिपोर्ट में कहा गया है, कि हैकर्स कोरोना पर रिसर्च संबंधी डेटा चुराने का प्रयास कर रहे हैं। यही कारण है कि, ये हैकर्स कोरोना के इलाज और रिसर्च पर सूचना और इंटेलेक्चुअल प्रोपर्टी को भी अपना निशाना बना रहे हैं। पिछले सप्ताह ही एक संयुक्त संदेश में ब्रिटेन और अमेरिका ने संगठित अपराधियों द्वारा किए गए स्वास्थ्य पेशेवरों के खिलाफ साइबर अटैक में बढ़ोतरी को लेकर आगाह किया था।

    हालांकि, चीन के अधिकारियों ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने कहा कि, हम कोरोना वायरस के इलाज और वैक्सीन की खोज में दुनिया का नेतृत्व कर रहे हैं। किसी भी सबूत के बिना अफवाहों और अपशब्दों के साथ चीन को निशाना बनाना गलत है।

    एक अन्य विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा कि, ‘अमेरिका ने चीन पर यह आरोप लगाया है कि, हमने उन्हें समय रहते महामारी के बारे में जानकारी नहीं दी। लेकिन, हमने बार-बार इस महामारी को लेकर अपनी स्थिति बताई है। हालांकि, जब से अमेरिका इन झूठों को दोहरा रहा है, हमें पूरी दुनिया को बार-बार तथ्यों द्वारा सच्चाई दिखाने प्रयास करना चाहिए।’

  • बिग बी ने तस्वीर शेयर कर जानकारी दी, फिल्म डॉन ने पूरे किए अपने 42 साल

    बिग बी ने तस्वीर शेयर कर जानकारी दी, फिल्म डॉन ने पूरे किए अपने 42 साल

    बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन सोशल मीडिया पर खूब एक्टिव रहते हैं। वह रोजाना अपने फैन्स के लिए कुछ न कुछ पोस्ट शेयर करते रहते हैं। अब उन्होंने बताया कि, उनकी फिल्म डॉन ने अपने 42 साल पूरे कर लिए हैं। आपको बता दे कि, अमिताभ की यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट हुई थी। इस फिल्म के लिए अमिताभ को बेस्ट एक्टर के फिल्मफेयर अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था।

    अमिताभ ने इंस्टाग्राम पर एक फोटो शेयर की है, जिसमें अमिताभ के साथ एक्ट्रेस नूतन नजर आ रही हैं और दोनों के हाथ में अवॉर्ड है। इसके साथ ही फोटो के कैप्शन में अमिताभ ने लिखा है कि, ‘डॉन के 42 साल… नूतन जी के साथ मुझे भी बेस्ट फिल्मफेयर का अवॉर्ड मिला था। फिल्म डॉन को नरिमन ईरानी ने प्रोड्यूस किया था, दुर्भाग्यवश एक दुर्घटना में उनका देहांत हो गया। मैंने उनकी पत्नी को स्टेज पर बुलाकर अपना अवॉर्ड डेडिकेट किया था।

    आपको बता दें कि, फिल्म डॉन अमिताभ के करियर की सफल फिल्मों मे से एक है। फिल्म का एक गाना “खइके पान बनारसवाला” आज भी काफी सुना जाता है। यह फिल्म 12 मई, 1978 को रिलीज हुई थी और इस  फिल्म में जीनत अमान, प्राण, जगदीश राज, प्रेम सागर जैसे सितारों ने काम किया था।

  • TRAI ने जारी की एडवाइजरी, ऑडियो कॉलिंग द्वारा कॉन्फ्रेंसिंग करने से पहले इन शर्तों का रखें ध्यान

    TRAI ने जारी की एडवाइजरी, ऑडियो कॉलिंग द्वारा कॉन्फ्रेंसिंग करने से पहले इन शर्तों का रखें ध्यान

    भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (TRAI) ने सोमवार को एक एडवाइजरी जारी की है, जिसमे TRAI द्वारा ऑडियो कॉल्स के माध्यम से ऑनलाइन कॉन्फ्रेंसिंग करने से पहले कई सावधानियां बरतने के लिए कहा गया है। TRAI ने कहा है कि, यूजर्स ऑडियो कॉल्स के जरिये ऑनलाइन कॉन्फ्रेंसिंग ज्वॉइन करने से पहले उन नंबरों और हेल्पलाइंस पर कॉल दर भली-भांति जांच लें। प्राधिकरण ने एडवाइजरी में कहा है, ‘ट्राई को पता चला है कि, कुछ यूजर्स को उस वक्त भारी बिल का सामना करना पड़ा, जब उन्होंने ऑडियो कॉल्स के माध्यम से किसी ऑनलाइन कॉन्फ्रेंसिंग प्लेटफॉर्म को ज्वॉइन किया और अनजाने में उनसे कोई अंतर्राष्ट्रीय फोन नंबर या प्रीमियम नंबर डायल हो गया।’

    काफी लोगों ने दूरसंचार नियामक ट्राई में यह शिकायत की थी, कि उन्हें ऑडियो कॉलिंग के जरिये कॉन्फ्रेंसिंग करने के बाद भारी-भरकम बिल चुकाना पड़ा है।

    इस विषय पर विनियामक ने कहा है कि, ‘कोरोना लॉकडाउन के कारण लोग वर्क फ्रॉम होम करने पर मजबूर हैं। इसके कारण लोग ऑफिस के काम के लिए लगातार ऑनलाइन क्रॉन्फ्रेंसिंग का इस्तेमाल कर रहे हैं। ऐसे में यह आवश्यक है कि, उपभोक्ता कॉन्फ्रेंसिंग प्लेटफॉर्म या एप प्रोवाइडर्स के नंबर और हेल्पलाइन को डायल करने से पहले एप्लीकेशन का शुल्क देख लें।’

    इसके साथ ही ट्राई ने उपभोक्ताओं को ऑनलाइन कॉन्फ्रेंसिंग प्लेटफॉर्मो की ओर से उपलब्ध कराए गए नियमों और शर्तों को सावधानीपूर्वक पढ़ने के लिए कहा है। इसके अलावा, उन्हें उन प्लेटफॉर्मों के कस्टमर केयर में वॉयस कॉल करने की दरें व अन्य शुल्कों का भी पता होना चाहिए। इन नियमों व शर्तों को पढ़ने में गलती करने से आपको भारी-भरकम बिल का झटका लग सकता है।

  • ट्रेनों के बाद अब घरेलू उड़ानों को भी मिल सकती है मंजूरी

    ट्रेनों के बाद अब घरेलू उड़ानों को भी मिल सकती है मंजूरी

    सीमित ट्रेन सेवाएं शुरू करने के बाद सरकार द्वारा जल्द ही घरेलू यात्री उड़ानें शुरू करने की घोषणा की जा सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, नागरिक उड्डयन सचिव प्रदीप सिंह खरोला ने मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ, रविवार को दिल्ली हवाई अड्डे का दौरा किया। उन्होंने कोरोना वायरस से बचाव के मद्देनजर हवाई अड्डे की तैयारियों का जायजा लिया। इसके दौरे के बाद वे सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे।

    सूत्रों का कहना है, कि अन्य हवाई अड्डों पर भी सोशल डिस्टेंस को ध्यान में रखकर की गई तैयारियों की रिपोर्ट मिलने के बाद सरकार नियमित घरेलू उड़ानों को शुरू करने की अनुमति दे सकती है। नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने पिछले दिनों कई समाचार चैनलों को अपना इंटरव्यू दिया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि, मई माह के मध्य से घरेलू उड़ानें शुरू हो सकती हैं। साथ ही उन्होने कहा कि, अंतरार्ष्ट्रीय उड़ानें शुरू करने के विषय में बाद में विचार किया जायेगा।

    कोरोना महामारी के मद्देनजर 25 मार्च से पूरे देश में लॉकडाउन लागू है। तभी से नियमित घरेलू यात्री उड़ाने भी बंद हैं। लेकिन, अंतरार्ष्ट्रीय उड़ानें 22 मार्च से बंद की गई हैं। शुरुआत में तीन सप्ताह के लिए लॉकडाउन की घोषणा की गई थी। बाद में स्थिति सामान्य न होने के कारण लॉकडाउन को पहले 19 दिन और फिर 14 दिन के लिए और बढ़ाया गया। लॉकडाउन के तीसरे चरण के समाप्ति की तिथि 17 मई है।

  • भारत में 12 मई को लॉन्च होगा Vivo का  V19 स्मार्टफोन

    भारत में 12 मई को लॉन्च होगा Vivo का V19 स्मार्टफोन

    भारत में Vivo V19 स्मार्टफोन का  इंतजार काफी दिनों से जारी था और अब कंपनी की तरफ से जानकारी शेयर की गई है कि, यह फोन 12 मई को लॉन्च किया जाएगा। आपको बता दे कि, भारत में अब तक 2 बार इस स्मार्टफोन की लॉन्चिंग को टाला जा चुका है। लेकिन, अब Vivo ने इस बात की पुष्टि कर दी है, कि V19 स्मार्टफोन 12 मई को लॉन्च किया जाएगा। बता दें कि, इसी दिन शाओमी के Poco F2  को भी भारत में लॉन्च किया जाएगा।

    एक रिपोर्ट के अनुसार, Vivo V19 स्मार्टफोन को देश में करीब 24,990 रुपये के आसपास लॉन्च किया जाएगा। यह फोन पियानो ब्लैक और मिस्टिक सिल्वर कलर वेरियंट में उपलब्ध होगा। आपको बता दें कि, Vivo V19 को ग्लोबली पहले ही लॉन्च किया जा चुका है। अब इसे भारत के स्मार्टफोन उपभोक्ताओ के लिए लाया जा रहा है। इस हैंडसेट के Specifications की जानकारी पहले ही बता दी गई है, लेकिन कीमत के बारे में लॉन्च वाले दिन ही बताया जाएगा।

    Vivo V19 Specifications

    इंटरनेशनल वेरियंट के अनुसार, Vivo V19 स्मार्टफोन में 6.44 इंच फुल एचडी+ ड्यूल आईव्यू ई3 सुपर एमोलेड डिस्प्ले लगी होगी। स्मार्टफोन में क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 712 प्रोसेसर, 8 जीबी रैम के साथ 256 जीबी स्टोरेज होगी। कैमरे की बात करें, तो  Vivo V19 में रियर साइड में चार कैमरे लगे होंगे। जिसमे, 48 मेगापिक्सल प्राइमरी, 8 मेगापिक्सल सुपर-वाइड ऐंगल, 2 मेगापिक्सल मैक्रो और 2 मेगापिक्सल डेप्थ सेंसर लेंस लगा होगा। फोन के फ्रंट साइड की बात करें तो, स्क्रीन पर ड्यूल पंच-होल कटआउट दिया जाएगा। जिसमे, 32 मेगापिक्सल लेंस के साथ 8 मेगापिक्सल वाइड-ऐंगल लेंस लगा होगा। इसके साथ ही, हैंडसेट को पावर देने के लिए 4500 एमएएच की बैटरी दी जाएगी।