लेखक: नि‍खि‍ल

  • ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने बताई ‘सशर्त योजना’

    ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने बताई ‘सशर्त योजना’

    ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में, कोरोना महामारी से निपटने के अगले चरण को ध्यान मे रखकर अपनी सरकार के दृष्टिकोण का खुलासा किया है।

    प्रधानमंत्री जॉनसन ने लॉकडाउन में छूट को लेकर ‘सशर्त योजना’ की बात करते हुए कहा, ‘चूंकि जनता की रक्षा करना तथा उनके जीवन को बचाना हमारी प्राथमिकता है, इसलिए हम तब तक आगे नहीं बढ़ सकते जब तक हम (महामारी के विषय में ) पांच टेस्टिंग के परिणामों से पूरी तरह संतुष्ट नहीं हो जाते।’

    समाजार एजेंसी सिन्हुआ ने रविवार की शाम जॉनसन के संबोधन के हवाले से कहा कि, ‘इस हफ्ते यह संभव नहीं है कि, सीधे लॉकडाउन को समाप्त कर दिया जाए। इसके अलावा हम पहला सावधानीपूर्वक कदम उठा रहे हैं।’

    प्रधानमंत्री जॉनसन ने यह भी कहा कि, कोरोना महामारी को ध्यान मे रखते हुये, सरकार ज्वाइंट बायोसिक्योरिटी सेंटर द्वारा संचालित एक नया कोविड-19 अर्ल्ट सिस्टम भी स्थापित कर रही है।

    उन्होंने कहा, ‘अर्ल्ट लेवल हमें बताएगा कि, हमें सोशल डिस्टेंसिंग के कितने सख्त नियमों का पालन करने की आवश्यकता होगी। इसका स्तर जितना कम होगा, उतने कम उपाय को अपनाने की जरूरत होगी।’

  • SBI ने ग्राहकों को एलन मस्क के बेटे के यूनीक नाम की तरह ही पासवर्ड रखने का दिया संदेश

    SBI ने ग्राहकों को एलन मस्क के बेटे के यूनीक नाम की तरह ही पासवर्ड रखने का दिया संदेश

    टेक्नॉलजी क्षेत्र के दिग्गज एलन मस्क और उनका नवजात बेटा इन दिनों काफी सुर्खियों में हैं। इसकी वजह है, मस्क के बेटे का यूनीक नाम XÆA-12 Musk। सोशल मीडिया पर जब इनके अनोखे नाम को लेकर हैरानी जताई गई, तो मीम भी खूब बने। हालांकि, देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने इस नाम के जरिये यूजर्स को बड़ा संदेश दिया है।

    SBI ने एक ट्वीट के जरिए, अपने ग्राहकों को इस यूनीक नाम की तरह इंटरनेट बैंकिंग का पासवर्ड भी यूनीक रखने को कहा है। इसके साथ ही यह भी ध्यान रखने को कहा कि, वह परिवार के सदस्यों का नाम ना हो, क्योंकि इससे आपके अकाउंट की सुरक्षा को खतरा हो सकता है।

    SBI ने अपने ट्वीट में कहा, ”हम अपना पासवर्ड मजबूत और बच्चे का नाम यूनीक पसंद करते हैं।” इस ट्वीट में एलन मस्क के बच्चे का नाम XÆA-12 Musk पासवर्ड के रूप में दिखाया गया है। साथ ही स्टेट बैंक ने कहा, ”पासवर्ड अपडेट करने के लिए आपको याद दिला दें और यह अपने परिवार के सदस्यों का नाम ना रखें।”

    टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क के घर एक नन्हा मेहमान आया है। एलन मस्क की प्रेमिका और कनाडा की गायिका ग्रिम्स ने अपने पहले बच्चे को जन्म दिया है। लेकिन, ये गुड न्यूज सोशल मीडिया यूजर्स के लिए हैरानी की खबर तब बन गई, जब एलन मस्क ने ट्विटर के जरिये अपने बच्चे का नाम शेयर किया। इलेक्ट्रिक गाड़ी बनाने वाली विश्व की सबसे बड़ी कंपनी के सीईओ एलन मस्क ने अपने बच्चे की तस्वीर शेयर की और उसका नाम ‘XÆA-12 Musk’ बताया।

  • मुजफ्फरपुर मे मिले और 3 कोरोना संक्रमित

    मुजफ्फरपुर मे मिले और 3 कोरोना संक्रमित

    मुजफ्फरपुर के तीन और मरीज कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने ट्विट कर इसकी जानकारी दी है।। इस तरह जिले में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या छह हो गई है। आज मिले तीन में से दो बंदरा प्रखंड और एक बोचहां का मरीज है। इनकी ट्रैवल हिस्ट्री पता की जा रही है। लगातार दूसरे दिन कोरोना संक्रमण का मामला सामने आने के बाद प्रशासनिक महकमा अधिक सक्रिय हो गया है। मेडिकल की टीम स्थिति पर नजर रख रही है। इससे पहले शनिवार को तीन कोरोना पाॅजिटिव मिले थे। ये तीनों जिले के मुसहरी क्षेत्र के थे। सभी को कोविड सेंटर में रखा गया है। ये सभी प्रवासी मजदूर हैं।

    आपको बताते चले की बिहार में सुबह से अबतक 42 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है जबकि अभी और भी कई अपडेट्स आ सकते हैं।  राज्य में सात नए मरीज मिलने के बाद कोरोना पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा 653 तक पहुंच गया है।

     

  • सिक्किम सीमा पर भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प, कुछ सैनिक घायल

    सिक्किम सीमा पर भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प, कुछ सैनिक घायल

    भारत और चीन के सैनिकों के बीच उत्तरी सिक्किम की सीमा पर झड़प होने की खबर आई है, झड़प के दौरान दोनों तरफ के कुछ सैनिक मामूली रूप से चोटिल हुए हैं। सेना के सूत्रों ने रविवार को मीडिया को बताया कि, शनिवार को सिक्किम में सीमा के पास नाकूला क्षेत्र में दोनों ओर के सैनिकों के बीच मामूली झड़प हुई, जिससे दोनों तरफ के कुछ सैनिकों को हल्की चोटें आई हैं। स्थानीय स्तर पर वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों के बीच वार्तालाप के बाद स्थिति सामान्य हो गई है।

    सूत्रों ने कहा कि, सीमा का निधार्रण न होने के कारण चीन की सीमा से सटे इन क्षेत्रों में इस तरह की कुछ घटनाएं हो जाती हैं। इन मुद्दों का स्थापित प्रोटोकॉल के जरिये परस्पर समाधान कर लिया जाता है। हालांकि सूत्रों ने कहा कि, इस बार ऐसी घटना बहुत समय के बाद हुई है।

    एक अधिकारी ने मीडिया को बताया कि, इस झड़प के दौरान 4 भारतीय और 7 चीनी सैनिक घायल हो गए है। साथ ही उन्होने कहा कि, इस झड़प में करीब 150 सैनिक शामिल थे। उन्होंने बताया कि, स्थानीय स्तर पर इसका समाधान किया गया।

    ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, जब भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच सीमा पर झड़प हुई हो। इससे पहले भी ऐसा कई बार हो चुका है। अगस्त 2017 में भारतीय और चीनी सैनिकों ने एक-दूसरे पर पत्थर फेंके थे।

  • ओपन बुक परीक्षा की तैयारी में है दिल्ली विश्वविद्यालय

    ओपन बुक परीक्षा की तैयारी में है दिल्ली विश्वविद्यालय

    दिल्ली विश्वविद्यालय के सामने वर्तमान स्थिति में सबसे बड़ी चुनौती स्नातक तृतीय वर्ष के छात्रों की परीक्षा लेकर, रिजल्ट जारी करना है। DU द्वारा गठित टास्क फोर्स ने ओपन बुक के जरिये स्नातक तृतीय वर्ष की परीक्षा कराने का सुझाव दिया है, जिस पर शुक्रवार को चर्चा हुई। टास्क फोर्स के अलावा DU ने परीक्षा के लिए वर्किंग ग्रुप बनाया है, जिस ग्रुप में 15 सदस्य हैं। शुक्रवार को हुई वर्किंग ग्रुप की बैठक में सदस्यों ने इस बिषय पर चर्चा की, लेकिन अभी फ़ाइनल डीसीजन नहीं लिया गया है। अगर ओपन बुक के माध्यम से परीक्षा लेने के पक्ष में  निर्णय हो जाता है, तो छात्रों को घर बैठे परीक्षा देनी होगी। DU में रेगुलर छात्रों से अधिक SOL(School of Open Learning) के छात्र हैं, जो स्नातक तृतीय वर्ष की परीक्षा का इंतजार कर रहे हैं।

    DU के एक शिक्षक ने मीडिया को बताया कि, ओपन बुक परीक्षा के बिषय में टास्क फोर्स ने सुझाव दिया है कि, छात्रों को ईमेल के द्वारा प्रश्नपत्र दिए जाएंगे। इस प्रश्नपत्र का उत्तर 2 घंटे में छात्र हाथ से लिखकर ईमेल के माध्मय से DU को भेज दें। उत्तर पुस्तिका जांचते समय परीक्षक यह जानने की कोशिश करेंगे कि, छात्र ने सवालों के जवाब देने में किताब के अलावा अपनी प्रतिभा का भी प्रयोग किया है अथवा नहीं। इससे स्नातक तृतीय वर्ष के न केवल रेगुलर, बल्कि SOL में पढ़ने वाले छात्रों की समस्या का भी समाधान हो जाएगा।

    DU की विद्वत परिषद, शिक्षक संघ कार्यकारिणी और पूर्व विद्वत परिषद के सदस्यों ने DU कुलपति प्रो. योगेश कुमार त्यागी को चिट्ठी लिखी  है, कि ओपन बुक ऑनलाइन परीक्षा एक जटिल प्रक्रिया है, क्योंकि DU में इसका कोई प्रावधान नहीं है। चिट्ठी लिखने वालों में से एक डा. पंकज गर्ग का कहना है कि, DU में पढ़ने वाले लगभग 45 प्रतिशत छात्र दिल्ली से बाहर रहते हैं, इन सबके पास इंटरनेट की सुविधा नहीं भी हो सकती है। इसके अलावा विज्ञान के विषय चित्र और रेखांकन से जुड़े हैं, उनमें छात्रों को बहुत परेशानी होगी। बेहतर होगा कि, DU प्रशासन विद्वत परिषद और कार्यकारी परिषद की ऑनलाइन बैठक बुलाए और उसमें इन बातों को रखे।

    डा.पंकज गर्ग ने बताया कि, विश्वविद्यालयों की परीक्षाओं के आयोजन से संबन्धित, समितियों के सुझाव को UGC ने विश्वविद्यालयों को भेजा है। इसमें स्पष्ट रूप से कहा गया है कि, विश्वविद्यालय अपने आर्डिनेंस के अनुसार सेमेस्टर की परीक्षा कराएं, उसमें कहीं ओपन बुक परीक्षा की बात नहीं कही गई है।

  • शिल्पा शेट्टी अपनी बेटी समीशा के साथ मना रही है इस बार का मदर्स डे

    शिल्पा शेट्टी अपनी बेटी समीशा के साथ मना रही है इस बार का मदर्स डे

    शिल्पा शेट्टी के लिए इस बार का मदर्स डे बहुत खास है, क्योंकि वह अपनी बेटी के साथ पहली बार मदर्स डे सेलिब्रेट कर रही है। बता दें कि, शिल्पा की बेटी समीशा का जन्म 15 फरवरी को सेरोगेसी के माध्यम से हुआ था। शिल्पा ने हाल ही में मदर्स डे को लेकर बात करते हुए कहा, कि उनका बेटा वियान अब 8 साल का हो गया, तो वह पिछले 8 साल से हर दिन मदर्स डे को सेलिब्रेट कर रही हैं।

    अपनी बेटी के बारे में शिल्पा ने कहा, ‘समीशा के जन्म से पहले मैंने 15 दिन का ऑफ लिया था और इन दिनों मैं समीशा के साथ ज्यादा से ज्यादा वक्त बिता रही हूं। पिछले कुछ महीनों से मैं सिर्फ उसी के साथ रहती हूं। मैं कभी उसकी मसाज करती हूं, तो कभी खाना खिलाती हूं।’

    शिल्पा ने अपने बेटे के बारे में कहा, ‘मेरे बेटे वियान के बहुत ऐसे दोस्त थे, जिनके भाई-बहन थे और वह यह सब काफी मिस करता था। वह बहुत ही भावुक बच्चा है और जब बिल्डिंग में कोई बच्चा नहीं होता था, तो वह बहुत उदास हो जाता था। वह मुझसे और राज से पूछता रहता था कि, उसका कोई भाई या बहन क्यों नहीं है। वह हमेशा से ही अपने लिए बहन चाहता था। हम पिछले 3 सालों से साल में 1 बार शिरडी जा रहे हैं। वियान हमेशा से यही दुआ मांगता था कि, उसे जल्द ही बहन चाहिए। जब उसे पता चला कि, हमें बेटी हुई है, तो वह काफी खुश हुआ। वियान ने 3 साल तक समीशा के लिए प्रार्थना की है।’

    शिल्पा ने बताया कि, वह खुद भी चाहती थीं कि उन्हें बेटी ही हो। उन्होंने कहा, ‘बेटी होना बहुत बड़ी खुशी की बात है। हम दो बहनें थीं और पैरेंट्स के साथ हमारी बॉन्डिंग बहुत ही अलग और खूबसूरत रही है।’

    शिल्पा ने आगे कहा, ‘मैं और राज बहुत समय से कोशिश कर रहे थे, लेकिन मेरे साथ बहुत कॉम्प्लीकेशन थी। मैंने बच्चा गोद लेने के बारे में  सोचा, लेकिन वो भी नहीं हो पाया। सेरोगेसी ही एक ऑप्शन बचा था और फिर फाइनली हमें समीशा मिली।

  • एमएसके प्रसाद के बयान पर सुरेश रैना ने दिया जवाब

    एमएसके प्रसाद के बयान पर सुरेश रैना ने दिया जवाब

    कोरोना वायरस के कारण जहां पूरी दुनिया ठहर गई है। सभी खेल टूर्नामेंट स्थगित कर दिये गए हैं। इस महामारी को फैलने से रोकने के लिए लोग लॉकडाउन का पालन करते हुये अपने-अपने घरों मे हैं। ऐसे में खिलाड़ी भी सोशल मीडिया के माध्यम से फैन्स का मनोरंजन कर रहे हैं और उनके साथ बने रहने का प्रयास भी कर रहे हैं। इसी बीच सुरेश रैना और इरफान पठान ने  इंस्टाग्राम के एक लाइव सेशन में हिस्सा लिया। इस दौरान इन दोनों ने क्रिकेट से जुड़े कई मामलों पर बात की। इस दौरान सुरेश रैना ने भारतीय टीम के पूर्व चयनकर्ता एमएसके प्रसाद को भी जवाब दिया।

    सुरेश रैना फिलहाल भारतीय क्रिकेट टीम से दूर हैं, लेकिन उन्हें भारतीय टीम में अपनी वापसी की उम्मीद है। इरफान पठान के साथ बातचीत का दौरान उन्होंने कहा, ”मेरे जैसे बहुत ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्हें भारतीय टीम में मौका मिलना चाहिए ताकि हम बाउंस बैक कर सकें। आउट ऑफ फेवर चल रहे खिलाड़ियों को ओवरसीज लीग में खेलने का मौका मिलना चाहिए ताकि वे बेहतर प्रदर्शन कर सकें और टीम में आ सकें।”

    सुरेश रैना ने कहा, ”मेरे अलावा युसूफ पठान, रोबिन उथप्पा को BCCI द्वारा ओवरसीज में मौका देना चाहिए। अगर वहां वे अच्छा प्रदर्शन  करते हैं, तो भारतीय टीम में उनकी वापसी हो सकती है। सारे ओवरसीज खिलाड़ियों को सभी T-20 लीग में मौका मिलता है। इसके बाद वे अपनी नेशनल टीम में आते हैं। भारतीय क्रिकेट में भी यही मानसिकता होना चाहिए।”

    सुरेश रैना का यह बयान पूर्व चयनकर्ता एमएसके प्रसाद द्वारा की गई टिप्पणी के जवाब में आया है। सुरेश रैना ने कहा, ”चयनकर्ताओं को सीनियर खिलाड़ियों के प्रति अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करना चाहिए।” हाल ही में प्रसाद ने रैना की असफलता को भारतीय टीम में कमबैक का कारण बताया था। उन्होंने कहा था कि, उनके टीम में वापस न आने का सबसे बड़ा कारण उनका खराब प्रदर्शन है। साथ ही उन्होंने घरेलू क्रिकेट और आईपीएल में भी अच्छा प्रदर्शन नहीं किया। प्रसाद ने कहा, ”मैंने रैना को अपने पास बुलाकर उन्हें उनकी वापसी का रोडमैप समझाया था और उन्होंने मेरे सुझावों का समर्थन भी किया था।”

    हालांकि, सुरेश रैना ने उस बातचीत का खुलासा करते हुए कहा, ”प्रसाद ने मेरी खराब प्रदर्शन के बारे में कहा था। उन्होंने यह भी कहा था कि, मुझे टीम से बाहर करने के बारे में वह मुझसे बात करेंगे। लेकिन, उन्होंने ऐसा नहीं किया।”

    बता दें कि, सुरेश रैना को भारतीय टीम के सबसे प्रतिभाशाली बल्लेबाजों में गिना जाता है। लेकिन, वह पिछले कुछ समय से अपने बेहतर फॉर्म के लिए संघर्ष कर रहे हैं। पिछले साल नीदरलैंड में उनके घुटने की सर्जरी भी हुई थी। चेन्नई सुपर किंग्स के महत्वपूर्ण खिलाड़ी  2020  के आईपीएल जर्सी पहनने वाले थे, लेकिन कोरोना वायरस के कारण IPL को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है।

  • WHO ने कहा, ठीक होने के बाद कोरोना का दोबारा पॉजिटिव आना, उसका रिकवरी फेज है।

    WHO ने कहा, ठीक होने के बाद कोरोना का दोबारा पॉजिटिव आना, उसका रिकवरी फेज है।

    विश्व के लगभग सभी देशों में कोरोना अपना अलग-अलग रूप दिखा रहा है। ऐसा ही एक रूप है, कोरोना मरीजों के ठीक होने के बाद दोबारा संक्रमित होना। चीन से लेकर भारत तक यह देखा जा रहा है, कि कोरोना से ठीक हो चुके मरीज दोबारा भी पॉजिटिव निकले हैं। ऐसे में लोगों को डरना है या नहीं, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने स्थिति स्पष्ट की है।

    डब्ल्यूएचओ ने अपनी रिसर्च फाइंडिंग टीम के हवाले से कहा है, कि यह जरूरी नहीं कि, जो मरीज ठीक हो चुके हैं उनकी रिपोर्ट प्रत्येक बार निगेटिव ही आए। दरअसल, फेफड़े की मृत कोशिकाओं के कारण मरीज की रिपोर्ट दोबारा पॉजिटिव आने की संभावना बनी रहती है। लेकिन,  इसका मतलब यह नहीं कि, मरीज री-इंफेक्टेट है। यह फेज मरीज का रिकवरी फेज होता है।

    डब्ल्यूएचओ ने कोरोना संक्रमित मरीजों को लेकर एक महत्वूपर्ण जानकारी साझा की है, जिसके अनुसार इसकी पूरी संभावना बनी रहती है, कि जो मरीज एक बार ठीक हो चुका है, उसकी रिपोर्ट दोबारा पॉजिटिव आए। लेकिन, उनका कहना है कि, मरीजों का दोबारा पॉजिटिव टेस्ट आने के पीछे फेफड़ों की मरी हुई कोशिकाएं जिम्मेदार हो सकती हैं और इससे मरीजों को डरने की जरूरत नहीं है।

    शरीर वायरस की सफाई स्वयं करता है
    डब्ल्यूएचओ ने स्पष्ट किया है, कि ताजा आंकड़ों और विश्लेषणों के अनुसार कहा जा सकता है, कि मरीजों की रिपोर्ट दोबारा पॉजिटिव आना स्वभाविक है। एक बार ठीक होने के बाद मरीजों के फेफड़ों से मृत कोशिकाएं बाहर आ सकती हैं, जिसके आधार पर रिपोर्ट भी पॉजिटिव आ सकती है। लेकिन, यह मरीजों का रिकवरी फेज है, जिसमें मरीजो का शरीर खुद ही उसकी सफाई करता है।

    कोरोना महामारी के दूसरे फेज की बात गलत 

    डब्ल्यूएचओ ने कहा कि, कई देशों में बड़ी संख्या में मरीजों की रिपोर्ट ठीक होने के बाद दोबारा पॉजिटिव आई है। यह खास चिंता की बात नहीं है, यह कोरोना वायरस का दूसरा फेज बिल्कुल नहीं है। अप्रैल माह में दक्षिण कोरिया ने सबसे पहले वहां के 100 मरीजों की रिपोर्ट दी थी, जिसमें बताया गया था कि, ठीक होने के बाद वे दोबारा पॉजिटिव निकले थे। इसके बाद बहुत से अन्य देशों में भी ऐसी बातें सामने आई। लेकिन, अब डबल्यूएचओ ने स्पष्ट किया है, कि इससे ज्यादा खतरा नहीं है।

  • विराट ने चुना अपना क्रिकेट टीम, कई भारतीय क्रिकेटर को मिली जगह

    विराट ने चुना अपना क्रिकेट टीम, कई भारतीय क्रिकेटर को मिली जगह

    भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली साल 2011 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में उठाए गये विश्व कप ट्रॉफी को आज भी नहीं भूल पाये है। श्रीलंका के खिलाफ खेला गया World cup फाइनल का मुकाबला उनकी फेवरेट लिस्ट में है। वहीं साल 2016 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई उनकी आतिशी पारी भी पसंदीदा है। क्वार्टर फाइनल में इस पारी के दम पर भारतीय टीम ने सेमीफाइनल में जगह बनाई थी।

    कोहली ने स्टार स्पोर्ट्स के एक शो से जुड़ते हुए बताया कि, उनके जीवन में मुंबई के वानखेडे का विश्व कप फाइनल सबसे खास है। वहीं साल 2016 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मोहाली में हुआ टी20 विश्व कप क्वार्टर फाइनल मुकाबला भी हमेशा यादगार रहेगा। नाबाद 82 रन की पारी खेल उन्होंने भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मुश्किल जीत दिलाई थी।

    कोहली ने कहा, “2011 विश्व कप फाइनल के अलावा मेरा दूसरा पसंदीदा मैच खेल केे लिहाज से  2016 का टी20 विश्व कप क्वार्टर फाइनल मुकाबला था, जो हमने मोहाली में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था।”

    वैसे भारतीय टीम को सेमीफाइनल में वेस्टइंडीज की टीम के हाथों 7 विकेट की बड़ी हार मिली थी। वेस्टइंडीज टीम ने कार्लोस ब्रेथवेट की करिश्माई बल्लेबाजी के दम पर इंग्लैंड को हराकर विश्व चैंपियन बनने का कारनामा दोहराया था। ब्रेथवेट ने फाइनल में बेन स्टोक्स के ओवर की चार गेंद पर लगातार छक्के लगाते हुए टीम को जीत दिलाई थी।

  • रिलायंस जियो प्लेटफॉर्म्स ने की अमेरिकी प्राइवेट इक्विटी कंपनी विस्टा के साथ डील

    रिलायंस जियो प्लेटफॉर्म्स ने की अमेरिकी प्राइवेट इक्विटी कंपनी विस्टा के साथ डील

    एक तरफ जहां कोरोना वायरस महामारी के कारण पूरी दुनिया की इकॉनमी संकट में है, वहीं दूसरी तरफ रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड में निवेश करने के लिए दुनियाभर के निवेशक लाइन लगाए हैं। आपको बता दे कि, रिलायंस कर्ज से मुक्ति पाने की दिशा में अपने प्लान पर तेजी से आगे बढ़ रही है। अमेरिकी कंपनी विस्टा (Vista) ने जियो प्लेटफॉर्म्स मे करीब 11,367 करोड़ रुपये निवेश करने का ऐलान किया है। बता दे कि, रिलायंस जियो प्लेटफॉर्म्स ने हाल ही में तीन कंपनियों के साथ बड़ी डील की है। इन डीलों के कारण रिलायंस इंडस्ट्रीज को अपने कर्ज का बोझ कम करने में मदद मिलेगी।

    अमेरिका की प्राइवेट इक्विटी कंपनी विस्टा इक्विटी पार्टनर्स (Vista), जियो प्लेटफॉर्म्स में करीब 11,367 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इस बात की घोषणा रिलायंस जियो ने गुरुवार को की, विस्टा के इस निवेश के कारण जियो प्लेटफॉर्म में उसकी हिस्सेदारी 2.32% हो जाएगी। इसी के साथ जियो प्लेटफॉर्म में रिलायंस इंडस्ट्रीज तथा फेसबुक के बाद, विस्टा सबसे बड़ी निवेशक बन गई है।

    आपको बता दे कि, इससे पहले फेसबुक ने कंपनी में करीब 43 हजार करोड़ रुपये का निवेश किया था। उसके बाद सिल्वर लेक ने भी कंपनी में लगभग 5 हजार करोड़ रुपये का निवेश किया था।

  • भारतीय वायुसेना का लड़ाकू विमान Mig-29 हुआ क्रैश, पायलट सुरक्षित

    भारतीय वायुसेना का लड़ाकू विमान Mig-29 हुआ क्रैश, पायलट सुरक्षित

    भारतीय वायुसेना का एक लड़ाकू विमान Mig-29 क्रैश हो गया है। आपको बता दे कि, यह घटना पंजाब के होशियारपुर जिले के पास हुई है। हालांकि, भारतीय वायुसेना के एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि, पायलट विमान से सुरक्षित बाहर निकलने में सफल रहा।

    जानकारी के मुताबिक विमान में तकनीकी खराबी आने के कारण, यह हादसा हुआ है। साथ ही मामले की जांच करने के आदेश जारी किए गए हैं।

    जानकारी के अनुसार, फाइटर ने ट्रेनिंग के लिए जालंधर के आदमपुर एयरबेस से उड़ान भरी थी। लेकिन, नवांशहर से सटे होशियारपुर जिले के गांव रुड़की कलां के खेतों में Mig-29 क्रैश हो गया । कहा जा रहा है कि, तकनीकी गड़बड़ी के कारण जैसे ही पायलट कंट्रोल विमान से छूटने लगा, उतने में पायलट पैराशूट के सहारे तुरंत प्लेन से निकल गया। कुछ देर में प्लेन जमीन पर गिरा और इसमें आग लग गई।

     

  • “वंदे भारत मिशन” के तहत अबू धाबी और दुबई में फंसे करीब 363 भारतीयों की हुई “वतन वापसी”

    “वंदे भारत मिशन” के तहत अबू धाबी और दुबई में फंसे करीब 363 भारतीयों की हुई “वतन वापसी”

    कोरोना वायरस संकट ने पूरी दुनिया की रफ्तार को रोक दिया है। इसी बीच कोराना वायरस के कारण विदेशों में फंसे भारतीयों को वतन वापस लाने के लिए एक बड़ा अभियान शुरू किया गया है। कोरोना लॉकडाउन के चलते संयुक्त अरब अमीरात में फंसे करीब 360 से अधिक प्रवासी भारतीयों की घर वापसी हो गई है। भारत के करीब 360 से अधिक प्रवासी नागरिक अबू धाबी और दुबई से गुरुवार की देर रात एयर इंडिया के दो स्पेशल फ्लाइट्स से केरल पहुंचे।

    गुरुवार को एयर इंडिया की एक फ्लाइट अबू धाबी से कोच्ची पहुंची और वहीं दूसरी फ्लाइट दुबई से कोझिकोड एयरपोर्ट पर पहुंची। भारत सरकार ने विदेश में फंसे प्रवासियों की घर वापसी के लिए वंदे भारत मिशन चलाया है, जिसके तहत विदेशों में फसे भारतीयों को विमान और नौसेना के जहाजों से उनकी घर वापसी कराई जा रही है। वतन वापसी पर फ्लाइट से उतरते ही कई के आंसू छलक पड़े।

    ‘वंदे भारत’ अभियान के तहत अबू धाबी से आए पहले विमान में करीब 181 प्रवासी भारतीय थे, वहीं दूसरी फ्लाइट में करीब 182 यात्री सवार थे। अधिकारियों ने कहा कि, सभी यात्रियों का वहाँ से चलने से पहले हवाई अड्डे पर कोरोना वायरस एंटी-बॉडी टेस्ट करवाया गया है और इसी के साथ सरकारी सुविधा में इन्हें सात दिनों के लिए क्वारंटाइन किया जाएगा।

    गृह मंत्रालय के निर्देशानुसार, आपात चिकित्सा स्थिति वाले व्यक्तियों, गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों तथा ऐसे व्यक्ति जो परिवार के सदस्य की मौत की वजह से भारत लौटने को इच्छुक है एवं विद्यार्थियों को वतन वापसी के दौरान प्राथमिकता दी जाएगी। इसके साथ ही गृह मंत्रालय ने कहा था कि, यात्रियों को खुद ही यात्रा का भाड़ा देना होगा। साथ ही मंत्रालय ने कहा कि, वतन वापसी के इच्छुक व्यक्ति उस देश कि एम्बेसी के साथ संपर्क मे रहे जहां वे फंंसे हुये है, ताकि उसी आधार पर सूची बनाई जा सके। बता दे कि, सूची मे उनके नाम, उम्र, लिंग, मोबाइल फोन नंबर, निवास स्थान, गंतव्य और पीसीआर परीक्षण एवं उसके परिणाम की सूचना शामिल होगी।

     

  • करीना कपूर खान ने शेयर कि ऋषि कपूर की फोटो, कहा “चाचू आपको कोई रिप्लेस नहीं कर सकता”

    करीना कपूर खान ने शेयर कि ऋषि कपूर की फोटो, कहा “चाचू आपको कोई रिप्लेस नहीं कर सकता”

    ऋषि कपूर को खोना कपूर खानदान सहित पूरे फिल्म इंडस्ट्री के लिए सदमा सा रहा। उनके जाने के बाद बहुत से सेलेब्स ने उनकी पुरानी तस्वीरों को सोशल मीडिया पर शेयर कर उन्हे याद किया। उनकी बहुत सारी तस्वीरें सशल मीडिया पर वायरल भी हुई। इसी बीच करीना कपूर खान भी सोशल मीडिया पर ऋषि कपूर की पुरानी तस्वीरें शेयर कर उनकी यादें ताजा कर रही हैं। करीना लगभग रोज ऋषि कपूर की पुरानी फोटो शेयर कर उन्हें याद कर रही हैं। हाल ही में करीना ने ऋषि कपूर की एक ब्लैक एंड व्हाइट फोटो सोशल मीडिया पर शेयर की। इस फोटो में उनके माता-पिता बबीता कपूर और रणधीर कपूर के साथ आरडी बरमन नजर आ रहे है।

    इस तस्वीर को साझा करते हुए करीना ने लिखा कि, चाचू आपको कोई रिप्लेस नहीं कर सकता

    https://www.instagram.com/p/B_4BgKHJjio/?utm_source=ig_embed

    इस फोटो में बबीता कपूर ने आरडी बरमन का हाथ पकड़ा हुआ है। साथ ही रणधीर कपूर और ऋषि कपूर उनके दोनों तरफ खड़े नजर आ रहे हैं और चारो कैमरे की ओर देख कर मुस्कुरा रहे है।

    ऋषि कपूर के निधन के बाद करीना ने इससे पहले अपने ससुर मंसूर अली खान पटौदी के साथ भी उनकी एक फोटो शेयर की थी। उस तस्वीर में दोनों ही क्रिकेट के मैदान में बातचीत करते नजर आ रहे थे। फोटो शेयर करते हुए उन्होंने लिखा था कि, ये दो टाइगर्स हैं

    https://www.instagram.com/p/B_owlG3pW0_/?utm_source=ig_embed

    इसके अलावा करीना अपने पिता और ऋषि कपूर की एक फोटो शेयर की थी, जिसे शेयर करते हुये उन्होंने लिखा था कि, मैं केवल दो ही शानदार लड़कों को जानती हूं, पहले पापा और दूसरे चिंटू अंकल 

     

  • आरटीई प्रवेश की फिर बढ़ी डेट, 24 मई तक कर सकते है आवेदन

    आरटीई प्रवेश की फिर बढ़ी डेट, 24 मई तक कर सकते है आवेदन

    पूरे देश में लॉकडाउन लगा हुआ है। इस लॉकडाउन के कारण बेसिक शिक्षा विभाग ने शिक्षा के अधिकार अधिनियम आरटीई के तहत शहर के निजी स्कूलों में होने वाले दाखिलों की आवेदन तिथि एक बार फिर से बढ़ा दी है। आपको बता दे कि, दाखिले के लिए अब 24 मई तक आवेदन कर सकते हैं। आवेदन के बाद 28 मई को दाखिले के लिए लॉटरी निकाली जाएगी। इसके साथ ही विभाग को 10 जुलाई तक बच्चों के दाखिले, निजी स्कूलों में सुनिश्चित कराना होगा।

    बेसिक शिक्षा विभाग ने आवेदनों की तिथि लॉक डाउन की अवधि बढ़ने के कारण बढ़ाई है। तिथि बढ़ाने के साथ ही विभाग ने दाखिला का नया शिड्यूल भी जारी कर दिया है। शिड्यूल के मुताबिक पहले चरण में 24 मई तक आवेदन किया जा सकेगा, जबकि दूसरे चरण की आवेदन प्रक्रिया 30 मई से शुरू होगी जो 25 जून तक चलेगी। इससे पहले 5 मई तक आवेदन किए जाने थे, जबकि 8 मई को लॉटरी प्रक्रिया आयोजित होना थी।  लेकिन, लॉकडाउन की अवधि बढ़ने के बाद आवेदन तिथि बढ़ा दी गई।

  • डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, पर्ल हार्बर और 9/11 हमले से भी बदतर है कोरोना का कहर

    डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, पर्ल हार्बर और 9/11 हमले से भी बदतर है कोरोना का कहर

    कोरोना वायरस ने वैसे तो पूरी दुनिया में अपना कहर बरसाया है, लेकिन इसने सबसे अधिक तबाही अमेरिका में मचायी है। इसी बीच राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका में कोरोना से लगातार हो रही मौतों के बीच, कोरोना वायरस की तुलना पर्ल हार्बर अटैक तथा 9/11 के हमले से की है। आपको बता दे की डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को कहा, कोरोना वायरस का यह संकट पर्ल हार्बर तथा 9/11 के आतंकी हमले से भी खतरनाक है।

    राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि, कोरोना वायरस महामारी ने अमेरिका को द्वितीय विश्व युद्ध में पर्ल हार्बर हमले या 9/11 के हमले से भी ज़्यादा गहरी चोट पहुंचाई है। साथ ही उन्होने कहा कि, यह पर्ल हार्बर से भी बदतर है और ऐसा कभी नहीं होना चाहिए था।

    क्या है पर्ल हार्बर अटैक तथा 9/11 का हमला?

    आपको बता दें कि साल 1941 में जापान ने अमेरिकी के पर्ल हार्बर नौसैनिक अड्डे पर अचानक हवाई हमला किया था और इस हमले के बाद ही अमेरिका द्वितीय विश्व युद्ध शामिल हुआ था। साथ ही, 9/11 यानी 11 सितंबर 2001 को अमेरिका में आतंकी हमला हुआ था। जिस हमले में करीब 3000 लोगों की जानें गई थीं और सबसे अधिक लोग न्यूयॉर्क के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में मारे गए थे।

  • अजिंक्य रहाणे ने बताया, कोरोना के बाद क्रिकेट में हो सकते है ये महत्वपूर्ण बदलाव

    अजिंक्य रहाणे ने बताया, कोरोना के बाद क्रिकेट में हो सकते है ये महत्वपूर्ण बदलाव

    भारतीय टेस्ट टीम के उप-कप्तान अजिंक्य रहाणे का कहना है कि, कोरोना वायरस के लॉकडाउन के बाद जब क्रिकेट में खिलाड़ियों की वापसी होगी, तो उन्हे पुरानी लय हासिल करने में 3-4 सप्ताह का समय लग सकता है। रहाणे का मानना है कि, यह खिलाड़ियों के लिए काफी चुनौतीपूर्ण होगा, लेकिन महीने भर में खिलाड़ी अपनी पहले वाली लय हासिल कर सकते हैं। इस दौरान रहाणे ने कोरोना काल के बाद खेल के मैदान में होने वाले कुछ बदलावो की भी चर्चा की।

    रहाणे ने कहा कि, क्रिकेट की वापसी पर मैदान पर कुछ चीजों में बदलाव हो सकता है, हो सकता है कि, जहां हम लोग विकेट लेने का जश्न जैसे पहले मनाते थे, वही अब बस एक दूसरे को सिर्फ नमस्ते ही करें। उनका मानना है की आप इन चीजों को हल्के में नहीं ले सकते। साथ ही उन्होने कहा कि, जब भी क्रिकेट शुरू होगा, मुझे लगता है कि सुरक्षा ज्यादा महत्वपूर्ण होगी। उनका कहना है कि, क्रिकेट के मैदान पर ज्यादा कुछ शायद न बदले, लेकिन बाहर शायद स्थिति थोड़ी बहुत बदल जाए।

     रहाणे ने इंग्लिश स्पीकिंग एप एल्सा द्वारा आयोजित एक वेबीनार में कहा, कि मैं अपने घर पर तो वर्कआउट कर रहा हूं और फिट रहने की कोशिश कर रहा हूं, लेकिन मुझे लगता है कि कोरोना काल के बाद मैदान पर लय हासिल करने में खिलाड़ियों को 3-4 सप्ताह का समय लग सकता हैं। यह समय सभी क्रिकेटर के लिए चुनौतीपूर्ण होगा। आपको बता दे कि रहाणे को एल्सा कॉर्प इंडिया का ब्रांड एम्बेसडर नियुक्त किया गया है।

  • IIT Delhi ने बनाया दोबारा उपयोग कर सकने वाले एंटी माइक्रोबियल मास्क

    IIT Delhi ने बनाया दोबारा उपयोग कर सकने वाले एंटी माइक्रोबियल मास्क

    पूरी दुनिया कोरोना वायरस से जूझ रही है और कई देश इसकी वैक्सीन बनाने मे लगे है। वही IIT दिल्ली ने कोरोना वायरस के संक्रमन से लड़ने के लिए एक सस्ता और अत्यधिक कारगर मास्क बनाया है। गौर करने की बात ये है कि, इस मास्क का इस्तेमाल दोबारा भी किया जा सकता है। आपको बता दे कि, यह मास्क एक एंटी माइक्रोबियल मास्क है, जो आईआईटी टेक्सटाइल विभाग के स्टार्टअप के तहत बनाया गया है। साथ ही इस मास्क को धोकर 5 बार इस्तेमाल मे लाया जा सकता है। इस मास्क की कीमत की बात करें तो, दो मास्क की कीमत 299 रुपये रखी गई है, जबकि चार मास्क की कीमत 598 रुपये तय कि गई है।

    इस मास्क को आईआईटी की पूर्व छात्रा एवं नैनो सलूशन कम्पनी की अनुसूइया राय और आईआईटी के स्टार्टअप परियोजना की निदेशक एवं टेक्सटाइल विभाग की मंगला जोशी ने मिलकर बनाया है। आपको बता दे कि, यह एक सूती मास्क है और उनका कहना है कि, यह मास्क 99 प्रतिशत तक सुरक्षा प्रदान कर सकता है। साथ ही उन्होने कहा कि, इस मास्क को पहनने के बाद लोगों को सांस लेने में किसी प्रकार की कठिनाई का भी सामना नहीं करना पड़ता है। डा. जोशी ने कहा कि, यह भारत का पहला सूती माइक्रोबियल मास्क है, जिसे दोबारा इस्तेमाल किया जा सकता है। उन्होने कहा, इसे डिटर्जेंट से धोकर और धूप में सुखाकर फिर से इस्तेमाल किया जा सकता है। इसका उत्पादन भी शुरू हो चुका है।

  • वायरल हो रही है ऋषि कपूर के साथ ऐश्वर्या और अक्षय खन्ना की एक पुरानी तस्वीर

    वायरल हो रही है ऋषि कपूर के साथ ऐश्वर्या और अक्षय खन्ना की एक पुरानी तस्वीर

    बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता ऋषि कपूर के निधन के बाद से उनके फैंस के साथ पूरी फिल्म इंडस्ट्री गम में है। इसके साथ ही बॉलीवुड सेलेब्रिटीज उन लम्हों को याद कर रहे हैं, जो उन्होने चिंटू जी के साथ बिताए है। उनके जाने के बाद से कई सेलेब्स ने उनके साथ की कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर की। इसके साथ ही उनकी कई पुरानी तस्वीरें इंटरनेट पर वायरल भी हुईं। इस बीच उनकी एक और तस्वीर सोशल मीडिया पर सामने आई है। इस तस्वीर में अभिनेत्री ऐश्वर्या राय बच्चन और अभिनेता अक्षय खन्ना ऋषि कपूर के साथ नज़र आ रहे है।

    इस फोटो में ऐश्वर्या राय बच्चन और अभिनेता अक्षय खन्ना ने अपना सिर ऋषि के कंधे पर रखा हुआ है और कैमरे की ओर देखकर मुस्कुराते नजर आ रहे हैं। अक्षय द्वारा इंस्टाग्राम पर साझा की गई यह तस्वीर साल 1999 में आई ऐश्वर्या और अक्षय की फिल्म आ अब लौट चले के सेट की मालूम पड़ती है।

    https://www.instagram.com/p/B_o5EWllhR7/?utm_source=ig_web_copy_link

    इसके साथ ही अभिनेता ने इसके कैप्शन में लिखा, “महान इंसान कभी नहीं मरते हैं, वे हमेशा हमारे दिलों में जिंदा रहते हैं।” आपको बता दे की, अक्षय की इस फिल्म को खुद ऋषि कपूर ने ही निर्देशित किया था और राजीव कपूर, रणधीर कपूर और ऋषि कपूर इसके निर्माता रहे हैं।

  • Arogya Setu App पर उठ रहे सवाल, सरकार ने कहा निजता को कोई खतरा नहीं

    Arogya Setu App पर उठ रहे सवाल, सरकार ने कहा निजता को कोई खतरा नहीं

    पिछले कुछ दिनों से भारत में कोरोना मोबाइल ट्रैकिंग ऐप (Arogya Setu App) को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है, कि इस ऐप से लोगों की निजता को खतरा है। हालांकि इन सभी सवालों का जवाब देते हुए सरकार ने कहा है, कि Arogya Setu App पूरी तरह से सुरक्षित है और इससे किसी की भी निजता को कोई खतरा नही है।

    सरकार ने Arogya Setu App की शुरुआत कोरोना वायरस को ट्रैक करने के लिए  की है। आपको बता दे कि, इस ऐप की मदद से घर बैठे पता लगाया जा सकता है, कि कोरोना के मरीज कहां-कहां हैं और साथ ही यह भी पता लगाया जा सकता है कि, कोई व्यक्ति कोरोना संक्रमित है या नहीं। आपको बता दे कि, सवाल उठाने वाले लोगों मे कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी शामिल है, जिन्होने आरोप लगाया है, की इस ऐप के इस्तेमाल से लोगों की निजता खतरे में पड़ सकती है।

    लोगों ने उठाया ये सवाल

    लोगों ने आरोग्य सेतु ऐप पर सवाल उठाया है, कि इस ऐप से कौन, कब और  कहां जा रहा है इन सब की जानकारी हासिल की जा सकती है। हालांकि सरकार ने इस सवालों के जवाब में कहा कि, लोकेशन फीचर को काफी सुरक्षित तरीके से बनाया गया है। सरकार ने कहा की उपयोगकर्ता की लोकेशन सुरक्षित और कोड के जरिए एक सर्वर में सेव हो जाती है। साथ ही यूजर के लोकेशन का इस्तेमाल केवल तीन स्थितियों में ही होता है। पहला जब कोई यूजर इस ऐप पर रजिस्ट्रेशन कर रहा हो, दूसरा जब वह ऐप में कोरोना की जानकारी भर रहा हो या फिर तब जब यूजर के जानकारी देने के बाद ऐप खुद यूजर की लोकेशन को ऑटोमेटिक ट्रैक कर रहा हो।

    इसके साथ ही कुछ लोगों ने सवाल किए थे कि यूजर के मोबाइल की होम स्क्रीन में कोविड-19 से जुड़े आंकड़े दिखाई देते हैं, जिससे खतरा बढ़ता है। इस पर जवाब देते हुए सरकार ने कहा कि, ऐप में कोरोना मरीजों की जानकारी हासिल करने के लिए 500 मीटर, 1 किमी, 2 किमी, 5 किमी और 10 किमी की दूरी तय की गई है। इससे परे कोई यूजर जानकारी लेना चाहता है, तो यह उपलब्ध नहीं होती। इससे ज्यादा कोशिश करने पर HTTP हेडर उसे वापस 1 किलोमीटर पर ही ले आता है। एपीआई कॉल वेब एप्लीकेशन फायर वॉल के जरिए होती है इसीलिए यह पूरी तरह से सुरक्षित है।

  • अमेरिकी मरीजों पर शुरू हुआ कोरोना वैक्सीन का पहला क्लिनिकल ट्रायल

    अमेरिकी मरीजों पर शुरू हुआ कोरोना वैक्सीन का पहला क्लिनिकल ट्रायल

    पूरी दुनिया कोरोना वायरस संकट से इस वक्त जूझ रही है। कई देश इसे रोकने के लिए वैक्सीन बनाने मे जुटे है, लेकिन अब तक कि‍सी तरह की वैक्सीन का पता नहीं चल पाया है। इस वायरस ने पूरे विश्व मे लगभग 35 लाख से अधिक लोगों को संक्रमित किया है और लगभग ढाई लाख  से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।

    अमेरिकी फार्मास्युटिकल दिग्गज फाइजर इंक ने अपने वैक्सीन का ट्रायल पहले अमेरिकी रोगियों पर किया है और साथ ही रेजेनरॉन फार्मास्यूटिकल्स ने कहा कि, अगर यह वैक्सीन काम नही करता है, तो एक अन्य एंटीबॉडी उपचार उपलब्ध हो सकता है। उनका कहना है, कि अगली दवा जून में पहली बार मनुष्यों पर अध्ययन के लिए उपलब्ध होगी। साथ ही गिलियड साइंसेज इंक, वायरस उपचार के विनिर्माण के विस्तार पर काम कर रहा है, ताकि पूरी दुनिया भर में इसका उपयोग किया जा सके। इसके साथ हैब फाइजर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अल्बर्ट बोरला ने एक बयान में कहा, “चार महीने से भी कम समय में हम प्रीक्लिनिकल स्टडीज से मानवों पर परीक्षण कर सकेंगे।”