लेखक: नि‍खि‍ल

  • शराब की दुकानों पर भीड़ देखकर कपिल शर्मा ने कहा, “सोशल डिस्टेंसिंग की ऐसी-तैसी कर दी”

    शराब की दुकानों पर भीड़ देखकर कपिल शर्मा ने कहा, “सोशल डिस्टेंसिंग की ऐसी-तैसी कर दी”

    लॉकडाउन का तीसरा चरण लागू हो गया है। वही सरकार ने इस दौरान शराब की दुकानें खोलने की अनुमति दी है। दुकान खुलने के पहले दिन ही दुकानों पर भीड़ लग गई। कई जगहों पर तो सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन नहीं किया गया। लोगों द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने की वजह से पुलिस बल की भी जरूरत पड़ी। वहीं, कुछ दुकानों के खुलने के कुछ ही समय के बाद बंद करना पड़ गया, क्योकि वहां नियमों का पालन नहीं किया जा रहा था।

    दुकानों पर इतनी भीड़ देखकर कपिल शर्मा ने इंस्टाग्राम स्टोरी पर भीड़ की फोटो शेयर करते हुए लिखा, “ये लो सोशल डिस्टेंसिंग की ऐसी तैसी कर दी, बेवकूफ लोग शराब से ही कोरोना को मारेंगे”

    आपको बता दे की कपिल शर्मा इन दिनों अपनी बेटी के साथ अपना समय बीता रहे हैं। हाल ही में जब कपिल से बेटी के साथ रूटीन के बारे मे पूछा गया, तो उन्होंने कहा, “आज कल सारा दिन बेबी के साथ खेलता रहता हूं, खाता हूं और सोता हूं। बड़ी मुश्किल से रूटीन ठीक हुआ था। उसको सैटल और हमें टाइम पर सोते हुए 10 दिन ही हुए थे कि, फिर रूटीन चेंज हो गया। अब बेबी भी सारा दिन मुझे देखकर बोर हो गई है और उसको लगता है की मेरा बाप कुछ करता ही नहीं है।”

    कपिल ने आगे अपने बेटी के बारे मे बताया पहले वो सिर्फ अपने माँ के साथ खुश रहती है लेकिन वो अब मेरे साथ भी खुश रहती है, उसकी हंसी पूरी तरह से मेरी माँ और मेरी तरह है, जब हम हँसते है तो हम तीनों की आँखें बंद हो जाती है और खूबसूरती मे वह अपने माँ पर गयी है और भगवान के शुक्र से उसकी माँ बहुत खूबसूरत हैं।

    कपिल ने आगे बताया, पहले उनकी बेटी सिर्फ अपनी मां के साथ हंसती थीं, लेकिन अब वह उनके साथ भी खुश रहती हैं। कपिल का कहना है की, उनकी बेटी उनकी मां और उनकी तरह हंसती है, क्योंकि कपिल के मुताबिक, हंसते हुए उन तीनों की आंखें बंद हो जाती हैं। साथ ही कपिल ने कहा, खूबसूरत वह अपनी मां की तरह हैं और यह भगवान का शुक्र है।

  • आशीष नेहरा ने कहा, विराट कोहली की कप्तानी में अभी भी है सुधार की गुंजाइश

    आशीष नेहरा ने कहा, विराट कोहली की कप्तानी में अभी भी है सुधार की गुंजाइश

    हाल ही में पूर्व क्रिकेटर और मौजूदा कमेंटेटर आकाश चोपड़ा ने टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज आशीष नेहरा का इंटरव्यू लिया। इस इंटरव्यू के दौरान नेहरा ने कई विषयों पर चर्चा की, जिसमें से एक विराट कोहली की कप्तानी भी थी। आपको बता दे कि, नेहरा भारतीय टीम के ऐसे खिलाड़ी हैं, जो सौरव गांगुली, महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली तीनों की कप्तानी में खेल चुके हैं।

    आशीष नेहरा ने कहा कि, वे विराट कोहली की कप्तानी के बारे में ज्यादा कुछ नहीं कहेंगे। क्योंकि, उन्होंने विराट की कप्तानी में ज्यादा क्रिकेट नहीं खेला है। उनका मानना है, कि विराट की कप्तानी में अभी भी काम चालू है। इसके साथ ही उन्होने कहा की, विराट को एक खिलाड़ी के तौर पर किसी तरह के पहचान की कोई जरूरत नहीं है। क्योंकि, उनका ग्राफ सबकुछ दिखा देता है। हालांकि उन्होने ये भी कहा कि, विराट खिलाड़ी के तौर पर शानदार काम कर चुके हैं, लेकिन कप्तानी के तौर पर मुझे लगता है, कि उनका काम अभी भी चालू है। साथ ही उन्होने कहा कि, मुझे लगता है कप्तान के तौर पर वो थोड़े इंपल्सिव स्वभाव के है, जो फैसला लेने मे थोड़ी जल्दबाज़ी कर देते है।

    नेहरा ने कहा कि, विराट को मैदान मे आक्रामक रहने की जरूरत है, क्योंकि इससे वो अपना बेहतर प्रदर्शन दे पाते हैं, लेकिन इसी के साथ फैसला लेते समय उन्हें थोड़ा सतर्क होने की भी जरूरत है। इसी के साथ आशीष नेहरा ने महेंद्र सिंह धोनी की खूब तारीफ की और उन्हें एक कैलकुलेटिव कप्तान भी बताया। नेहरा का कहना है, कि धोनी अपनी कप्तानी में सबको काफी मौके देते थे।

  • इजरायल का कोरोना वैक्सीन बनाने का दावा

    इजरायल का कोरोना वैक्सीन बनाने का दावा

    दुनियाभर में फैले कोरोना वायरस को रोकने के लिए कई देश इसकी वैक्सीन बनाने में जुटे हुए हैं। इसी बीच सोमवार को इजरायल के रक्षा मंत्री नफ़तली बेनेट ने कहा कि, इजरायल के जैविक अनुसंधान संस्थान द्वारा कोरोना वायरस की एक एंटीबॉडी विकसित करने में महत्वपूर्ण सफलता मिली है।

    दरअसल बेनेट ने इजरायल इंस्टीट्यूट फॉर बायोलॉजिकल रिसर्च (IIBR) की प्रयोगशाला का दौरा किया, जो नेस जियोना में प्रधानमंत्री कार्यालय के अधीन में काम करती है। अनुसंधान ने, द जेरुसलम पोस्ट के हवाले से एक बयान में यह खुलासा किया कि, कोरोना वायरस एंटीबॉडी विकास के चरण में है, वैक्सीन जो वायरस पर हमला करती है और शरीर में इसे बेअसर कर देती है।

    उन्होने ने कहा की, IIBR अब अपने एंटीबॉडी को पेटेंट करने और अपने वाणिज्यिक विकास के लिए एक अनुबंध को सुरक्षित करने की ओर काम कर रहा है। इसके साथ ही उन्होने कहा की, सभी कानूनी प्रक्रियाओं को रक्षा मंत्रालय के साथ समन्वित किया जाएगा। साथ ही बेनेट ने कहा कि, मुझे जैविक संस्थान के कर्मचारियों पर गर्व है, जिन्होंने एक बड़ी सफलता हासिल की है।

     

  • सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है सनी का हाउसवाइफ़ अवतार

    सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है सनी का हाउसवाइफ़ अवतार

    पूरे देश मे लॉकडाउन लगा हुआ है, ऐसे में लोग अपने घर में बैठे-बैठे बोर हो रहे है। इस समय लॉकडाउन के चलते ना तो कोई फिल्म आ रही और न ही सीरियल्स के नए एपिसोड। क्योंकि, सारी फिल्मों और सीरियल्स की शूटिंग बंद है। तो चलिये जानते है, की ये सेलेब्स जो दिन-रात अपनी शूटिंग में व्यस्त रहते थे, वे इस लॉकडाउन में क्या कर रहे हैं। दरअसल, ये सेलेब्स सोशल मीडिया के जरिए एंटरटेनमेंट में लगे हुये है। ये सेलेब्स खुद का एंटरटेनमेंट तो कर ही रहे हैं, साथ ही अपने फैन्स को भी खूब एंटरटेन कर रहे हैं।

    अब हाल ही में अभिनेत्री सनी लियोन ने भी कुछ ऐसा ही किया है। इन दिनों सनी भी सोशल मीडिया पर खूब एक्टिव रहती हैं। वो अक्सर खुद से जुड़ी हुई अपडेट्स अपने फैन्स के साथ साझा करती हैं साथ ही अपने बच्चों के साथ तस्वीरें भी साझा करती रहती हैं। इतना ही नहीं, वो सोशल मीडिया के माध्यम से अपने फैन्स के साथ बात-चीत भी करती रहती हैं।

    हाल ही में सनी लियोन ने अपने पति डेनियल वैबर के साथ एक प्रैंक किया है, जिसका वीडियो सनी ने सोशल मीडिया पर शेयर भी किया है। यह विडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल भी हो रहा है। इस वीडियो में सनी अपनी अंगुली कट जाने का नाटक कर रही हैं। जिसे देख उनके पति डेनियल वैबर भी डर जाते हैं। वीडियो में सनी की अंगुली में खून दिखाई दे रहा है। साथ ही वो दर्द से चिल्लाती हुई भी नजर आ रही हैं।

  • बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि, मजदूरों से कोई किराया वसूल नहीं किया जायेगा

    बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि, मजदूरों से कोई किराया वसूल नहीं किया जायेगा

    पूरे देश में कोरोना वायरस के कारण लगे लॉकडाउन के बीच बिहार के प्रवासी मजदूर और छात्र जो बाहर दूसरे राज्यों मे फसे है, उन्हे अपने राज्य मे वापस लाने में, उनसे किराया वसूलने की बात को लेकर राजनीति शुरू हो चुकी है। इसी विषय पर सोमवार की सुबह आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा है, कि वे बिहारी मजदूरों को लाने के लिए 50 ट्रेनों का किराया देने को तैयार हैं। साथ ही उन्होने कहा की, बिहार सरकार पांच दिनों में ट्रेनों का बंदोबस्त करें और पार्टी ट्रेनों का किराया तुरंत सरकार के खाते में ट्रांसफर करेगी। हालांकि, रेलवे ने भी यह स्पष्ट कर दिया है, कि मजदूरों और छात्रों से कोई किराया वसूल नहीं की जा रही है। साथ ही रेलवे ने कहा है की, राज्य सरकारों से रेलवे केवल मानक किराया ही वसूल रही है, जो कुल किराए का मात्र 15 प्रतिशत है।

    प्रवासी मजदूरों से किराया वसूली को लेकर उठे विवाद पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वीडियो जारी कर कहा है, कि दूसरे राज्यों से आ रहे  मजदूरों और छात्रों का जो भी किराया होगा, उसका भुगतान बिहार सरकार करेगी। साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार को धन्यवाद भी दिया है, कि उन्होने दूसरे राज्यों मे फसे लोगों को अपने-अपने गृह राज्य भेजने का फैसला लिया है।

    मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने कहा कि, दूसरे राज्यों से आये मजदूरों और छात्रों को उनके गृह प्रखंड में 21 दिन तक क्वारेंटिन सेंटर में रखा जायेगा। उन्होने कहा कि, क्वारेंटिन सेंटर में लोगों के खाने-पीने और चिकित्सा से लेकर हर सुविधा की व्यवस्था की जा रही है। क्वारेंटिन सेंटर से निकलने के समय लोगों को न्यूनतम 1000 रुपये की राशि भी दी जाएगी। साथ ही उन्होंने कहा कि, बिहार सरकार अब तक दूसरे राज्यों में फंसे 19 लाख बिहारियों को 1-1 हजार रुपये भी उपलब्ध करा चुकी है।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि, बिहार के लोग लॉकडाउन को सफल बनाने में जुटे हैं। उन्होंने अपील की है कि, कोरोना वायरस से डरने की जरूरत नहीं है बल्कि, सतर्क रहने की जरूरत है।  इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने दूसरे राज्यों से बिहार आ रहे लोगों से अपील की है, कि केंद्र सरकार की गाइडलाइन का पालन करते हुये ही अपने राज्य वापस आएं।

  • फेसबुक के बाद, जियो ने अमेरिका की सिल्वर लेक के साथ की एक और बड़ी डील

    फेसबुक के बाद, जियो ने अमेरिका की सिल्वर लेक के साथ की एक और बड़ी डील

    फेसबुक ने कुछ दिन पहले ही जियो प्लेटफॉर्म्स  के साथ एक बड़ी डील की थी। एक बार फिर मुकेश अंबानी के रिलायंस ग्रुप ने एक नई डील की घोषणा की है। आपको बता दे की, यह डील अमेरिका की सिल्वर लेक और जियो प्लेटफॉर्म्स के बीच हुई है। यह डील करीब 5,656 करोड़ रुपए की है।

    मुकेश अंबानी ने इस डील पर क्या कहा?

    इस डील पर मुकेश अंबानी (रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर) ने कहा- सिल्वर लेक का दुनिया भर की बड़ी-बड़ी टेक्नोलॉजी कंपनियों के साथ पार्टनरशिप का शानदार रिकॉर्ड रहा है। टेक्नोलॉजी और फाइनेंस के मामले में सिल्वर लेक कंपनी काफी लोकप्रिय है।

    जानिए सिल्वर लेक के बारे में

    टेक्नोलॉजी में निवेश करने के मामले में सिल्वर लेक ग्लोबल लीडर है, जिसके पास करीब 43 अरब डॉलर की असेट है और इतना ही नही इसके पास दुनिया के लगभग 100 निवेश और ऑपरेटिंग प्रोफेशनल की टीम है। जियो प्लेटफॉर्म्स से पहले सिल्वर लेक ने एयरबीएनबी, अलीबाबा ग्रुप, डेल, एल्फाबेट वैरिली, एंट फाइनेंशियाल, और ट्विटर आदि कंपनीयों में भी निवेश कर चुकी है।

    इससे पहले जियो ने की थी फेसबुक से डील

    इससे पहले 22 अप्रैल को जियो प्लेटफॉर्म्स ने फेसबुक के साथ करीब 43,574 करोड़ रुपए की डील की थी, उस डील के बाद जियो प्लेटफॉर्म्स की 9.9 फीसदी हिस्सेदारी फेसबुक के पास चली गई। इसी के साथ फेसबुक जियो प्लेटफॉर्म्स का सबसे बड़ा शेयर होल्डर बन गया।

  • अमेरिका का साल के अंत तक कोरोना की वैक्सीन ढूंढने का दावा

    अमेरिका का साल के अंत तक कोरोना की वैक्सीन ढूंढने का दावा

    अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि देश साल के अंत तक कोरोना वायरस की वैक्सीन ढूंढ लेगा। आपको बता दे की अमेरिका, कोरोना वायरस से बहुत बुरी तरह प्रभावित हुआ है।

    हाल ही में कोरोना वायरस की उत्पत्ति चीन के वुहान स्थित लैब से होने के पुख्ता सबूत के बारे मे अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने दावा किया था। हालांकि पोम्पियो ने यह नहीं बताया कि, क्या चीन ने इस वायरस को जान बुझकर फैलाया है। इतना ही नही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी चीन पर कोरोना वायरस को लेकर आक्रामक रहे हैं। साथ ही वह लगातार बीजिंग को कोरोना वायरस की सूचना छुपाने का दोष देते रहे हैं। इसके साथ ही उनका कहना है, कि चीन को इस गैरजिम्मेदारी की जवाबदेही लेनी चाहिए।

    सूत्रों की माने तो, ट्रंप ने अपने जासूसों को कोरोना वायरस की उत्पत्ति का पता लगाने को कहा है। आपको बता दे की चीन ने कोरोना की उत्पत्ति स्थल वुहान के उस बाजार को बताया था, जहां चमगादड़ जैसे जानवर बेचे जाते हैं। लेकिन, अब बड़े पैमाने पर यह आशंका जताई जा रही है, कि यह वायरस चीन के लैब से ही आया है। लेकिन, पोम्पिओ ने अमेरिकी खुफिया विभाग के उस बयान पर भी सहमति जताई, जिसमें मोटे तौर पर कहा जा रहा है, कि कोविड-19 वायरस मनुष्य द्वारा निर्मित नहीं है या इसे अनुवांशिक रूप से विकसित नहीं किया गया है।

     

  • JEE-NEET की प्रवेश परीक्षा की तिथि कल घोषित करेंगे एचआरडी मंत्री

    JEE-NEET की प्रवेश परीक्षा की तिथि कल घोषित करेंगे एचआरडी मंत्री

    मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा जारी बयान के मुताबिक 5 मई को इंजीनियरिंग में प्रवेश के लिए जेईई तथा मेडिकल की प्रवेश परीक्षा नीट (NEET) की तिथियों की घोषणा होने की संभावना है। 5 मई को मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, वेबिनार के माध्यम देश भर के छात्रों चर्चा करेंगे, उसके बाद प्रवेश परीक्षा की तिथियों की घोषणा करेंगे। उनका मानना है की, इससे छात्रों के मन का संशय दूर होगा और वे परीक्षा की तैयारी शुरू कर सकेंगे।

    साथ ही बयान में कहा गया है, कि कोरोना लॉकडाउन के कारण छात्रों के मन में उठ रहे प्रश्नों के जवाब रमेश पोखरियाल निशंक देंगे। आपको बता दे की इससे पूर्व वे वेबिनार के माध्यम से 27 अप्रैल को अभिभावकों के साथ संवाद कर चुके हैं, जिसमें पूरे देश से 20 हजार से ज्यादा अभिभावकों ने हिस्सा लिया था। इस चर्चा मे वे छात्रों को मंत्रालय द्वारा चलाये जा रहे ऑनलाइन शिक्षा के लिए विभिन्न अभियानों और योजनाओं के बारे में भी बताएंगे तथा इनका लाभ उठाने की भी अपील करेंगे

    इसके साथ ही उन्होने ये भी कहा कि, यह समय बहुत महत्वपूर्ण है। हमें ध्यान रखना है, कि छात्रों की पढ़ाई का नुकसान न हो और साथ ही इस बात का भी ख्याल रखना है, कि वो मानसिक रूप से सशक्त रहें।

     

  • CRPF के हेडक्वार्टर का एक कर्मचारी कोरोना संक्रमित, हेडक्वार्टर सील

    CRPF के हेडक्वार्टर का एक कर्मचारी कोरोना संक्रमित, हेडक्वार्टर सील

    केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के मुख्‍यालय को सील कर दिया गया है और साथ ही कहा जा रहा है कि, CRPF के एक वरिष्ठ अधिकारी के निजी कर्मी कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है। उसके बाद मुख्यालय को सील करने का फैसला लिया गया है। अधिकारियों की माने तो, मुख्यालय में विशेष महानिदेशक (SDG) पद पर कार्यरत अधिकारी का निजी सचिव संक्रमित पाया गया है, इसलिए अर्द्धसैन्य बल ने इमारत को सील कर दिया है।

    उन्होंने बताया कि, जो अधिकारी इमारत में कार्यरत है, उन्हे रविवार को परिसर के भीतर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसके साथ ही CRPF ने सीजीओ कॉम्प्लेक्स में स्थित इमारत को चिकित्सकीय दिशा निर्देशों के अनुसार समयबद्ध तरीके से सील करने के लिए जिला निगरानी अधिकारी को सूचित भी कर दिया है। साथ ही मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मुख्यालय की इमारत में कार्यरत कर्मचारियों की पहचान भी की जा रही है, जो कोरोना पॉज़िटिव कर्मचारी की संपर्क मे आए है।

    आपको बता दें कि, शनिवार को CRPF की दिल्ली की बटालियन के 12 और जवान कोरोना टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए थे। ये सभी जवान मयूर विहार फेज-3 में स्थित 31वीं बटालियन के सदस्य है। इसके साथ ही CRPF के जवानों के संक्रमण का आंकड़ा 120 के पार पहुंच गया है। जबकि, अभी 150 जवानों की जांच रिपोर्ट आनी अभी बाकी है।

  • रोहित शर्मा ने कहा, कि दो गेंदवाजों को खेलने में होती थी परेशानी

    रोहित शर्मा ने कहा, कि दो गेंदवाजों को खेलने में होती थी परेशानी

    भारतीय टीम के दिग्गज बल्लेबाज रोहित शर्मा ने इस बात का खुलासा किया है, कि शुरुआती दिनों में उन्हें दो गेंदबाजों को खेलने में काफी परेशानी होती थी। भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी के साथ इंस्टाग्राम पर लाइव चैट करते हुए रोहित शर्मा ने बताया कि, उन्हें शुरुआत में ऑस्ट्रेलियाई टीम के तेज गेंदबाज ब्रेट ली और साउथ अफ्रीका के तेज गेंदबाज डेल स्टेन की गेंदों का सामना करने में परेशानी होती थी।

    जब मोहम्मद शमी ने रोहित शर्मा से पूछा कि, कौन सा गेंदबाज उनका पसंदीदा है, तो उन्होंने कहा कि, मौजूदा समय में बहुत से ऐसे गेंदबाज हैं जो मुझे पसंद हैं। सबसे पहले रोहित शर्मा ने साउथ अफ्रीका के तेज गेंदबाज रबाडा का नाम लिया, फिर उन्होंने दूसरे नंबर पर ऑस्ट्रेलिया के गेंदवाज जोश हेजलवुड का नाम लिया। इसी क्रम मे उन्होने ब्रेट ली और डेल स्टेन के बारे में कहा, कि उनको खेलने में मुझे परेशानी हुई थी।

    रोहित शर्मा ने कहा, “जब मैं टीम में आया था, तो उस समय ब्रेट ली दुनिया का सबसे तेज गेंदबाज हुए करते थे। उन्होने कहा कि, जब वे अपनी पहली एकदिवसीय श्रृंखला में दक्षिण अफ्रीका का सामना करने के लिए आयरलैंड गए थे, तो उस समय डेल स्टेन भी बहुत तेज गेंदबाजी किया करते थे।

    आपको बता दे कि रोहित शर्मा ने साल 2007 में वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट से अपने करियर की शुरुआत की, जो कि साउथ अफ्रीका, आयरलैंड और भारत के बीच ट्राइ सीरीज थी। उस समय से लेकर साल 2013 तक उन्होंने मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी की, लेकिन साल 2013 के बाद रोहित भारतीय टीम के नियमित ओपनर बन गए और अभी तक बरकरार है। साथ ही दिग्गज बल्लेबाज़ रोहित शर्मा वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में 3 दोहरे शतक जड़ने वाले दुनिया के एकमात्र बल्लेबाज बन गए हैं। इसके साथ ही एक पारी मे निजी 264 रन बनाकर अपने नाम वर्ल्ड रेकॉर्ड भी कर लिया है।

  • किम जोंग की वापसी के एक दिन बाद ही नॉर्थ कोरिया और साउथ कोरिया की सीमा पर गोलीबारी

    किम जोंग की वापसी के एक दिन बाद ही नॉर्थ कोरिया और साउथ कोरिया की सीमा पर गोलीबारी

    उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन के सामने आने के बाद दक्षिण कोरिया की सीमा पर गोलीबारी हुई है। आपको बता दें कि किम जोंग उन के स्वास्थ्य को लेकर तमाम अटकलों के बीच शनिवार को उनके स्वस्थ होने की खबर आई और उसके साथ ही तस्वीर भी सामने आई।

    दक्षिण कोरिया का कहना है, कि उत्तर कोरिया के सैनिकों ने रविवार को दक्षिण कोरिया की सीमा सुरक्षा चौकी पर गोलीबारी की। इसके साथ ही सेना ने एक बयान में कहा कि, दक्षिण कोरिया ने इसके जवाब में चेतावनी देने के लिए दो राउंड गोलियां चलाई। हालांकि दक्षिण कोरिया का कहना है, कि इस गोलीबारी में दक्षिण कोरिया का कोई नुकसान नहीं हुआ है। 

    उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग उन शनिवार को करीब 20 दिन बाद सार्वजनिक तौर पर दिखे थे। इससे पहले उनके स्वास्थ्य को लेकर काफी अटकले चल रही थी। उनके सार्वजनिक रूप से सबके सामने आने के एक दिन बाद ही रविवार को सीमा पर गोलीबारी की घटना हुई । 

    कोरियाई सेंट्रल न्यूज एजेंसी के अनुसार किम जोंग उन ने, इन सभी अटकलों के बाद पहली बार शनिवार को सेंचोन फॉस्फेटिक फर्टिलाइजर फैक्ट्री में रिबन काटने की रस्म में भाग लिया। यह समारोह वर्ल्ड लेबर डे, मई दिवस के मौके पर शानदार तरीके से आयोजित किया गया था।

    2011 में सत्ता संभालने के बाद से किम जोंग उन का पूरा ध्यान देश की सैन्य और परमाणु शक्ति को बढ़ाने पर रहा है। उत्तर कोरिया का परमाणु प्रसार करने के कारण अमेरिका के साथ टकराव भी रहा। लेकिन बाद में परमाणु प्रसार ना करने का वादा करते हुए उन्होंने ट्रंप के साथ दोस्ती भी की। लेकिन माना जा रहा है, कि इस समय जब पूरी दुनिया कोरोना वायरस संक्रमण से लड़ने मे जुटी है, वही किम एक बार फिर अपने मंसूबों को अंजाम देने में जुट गए हैं।

  • ये सारी छूटें मिलेंगी लॉकडाउन 3.0 में

    ये सारी छूटें मिलेंगी लॉकडाउन 3.0 में

    केंद्र सरकार ने शुक्रवार को कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिये लागू लॉकडाउन को और दो हफ्तों के लिये बढ़ाने का को फैसला लिया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा कहा गया कि, कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न इस परिस्थिति की व्यापक समीक्षा करने के बाद यह फैसला लिया गया है। साथ ही एक आधिकारिक बयान में कहा गया है, कि मंत्रालय ने 4 मई से 2 हफ्तों की अवधि के लिये लॉकडाउन बढ़ाने का आदेश आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 के तहत जारी किया है। आपको बता दे कि लॉकडाउन का पहला चरण 25 मार्च से 14 अप्रैल तक था, जिसे बाद में बढ़ा कर 3 मई तक कर दिया गया था, जो लॉकडाउन का दूसरा चरण था। अब इसे 2 हफ्ते और बढ़ा दिया गया है। हालांकि इस बार काफी रियायतों के साथ इसे बढ़ाया गया है।

    गृह मंत्रालय के दिशानिर्देशों के अनुसार रेड जोन में कई तरह के प्रतिबंध होंगे। रेड जोन वाले इलाकों मे साईकल रिक्शा, ऑटो रिक्शा, टैक्सी और कैब सेवा नहीं उपलब्ध होगी, साथ ही एक जिले से दूसरे जिले के बीच बस सेवा भी बंद रहेगी। रेड जोन वाले इलाकों में सैलून और नाई की दुकाने भी नहीं खुलेंगी। पूरे देश में रेल, एयर, मेट्रो सेवा और एक राज्य से दूसरे में आवागमन बंद रहेगा साथ ही स्कूल, कॉलेज और एजुकेशनल इंस्टिट्यूट भी नहीं चलेंगे.

    लेकिन ग्रीन जोन में सभी बड़ी आर्थिक गतिविधियों की छूट दे दी गयी है। आदेश की मानें तो, ग्रीन जोन वाले इलाकों मे में बसे चलाई जाएंगी, लेकिन बसों की क्षमता 50% से ज्यादा नहीं होने दी जाएगी। इसका मतलब है कि, यदि किसी बस में 40 सीटें हैं, तो उसमें 20 से ज्यादा यात्री नहीं बैठेंगे। ग्रीन जोन वाले इलाकों मे नाई की दुकानें, सैलून समेत अन्य जरूरी सेवाओं और वस्तुएं मुहैया कराने वाले संस्थान भी 4 मई से खुल जाएंगे। लेकिन, सिनेमा हॉल, मॉल, जिम, स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स आदि बंद रखा जाएगा।

    अगर ऑरेंज जोन की बात करें, तो यहां बसों के परिचालन की छूट नहीं होगी, लेकिन कैब की अनुमति दी जाएगी। जहां कैब में ड्राइवर के साथ केवल एक यात्री ही बैठ सकेगा। इसके साथ ही ऑरेंज जोन में इंडस्ट्रियल ऐक्टिविटीज शुरू होगी और कॉम्प्लेक्स भी खोल दिये जाएंगे।

     

  • याद आयेंगे ऋषि!

    याद आयेंगे ऋषि!

    कहते हैं कि इंसान दुनिया से रुखसत हो जाता है और पीछे बस उसकी कही बातें और किस्से यादों के रूप में रह जाते हैं। वे इच्छाएं और सपने रह जाते हैं जो पूरे ही नहीं हो पाते। ऋषि कपूर का भी कोरोना के खिलाफ जारी जंग जीतना एक इच्छा थी और उनका आखिरी ट्वीट भी इसी विषय पर था।

    कोरोना महामारी के बीच वे लगातार लोगों से घरों में ही रहने की अपील करते रहते थे।

    उन्होने 2 अप्रैल की शाम को आखिरी ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने लिखा था, “मेरी हर धर्म और जाति के सभी भाइयों और बहनों से हाथ जोड़कर प्रार्थना है कि कृपया हिंसा ना करें। डॉक्टरों, नर्सों, पुलिसकर्मियों और मेडिकल स्टाफ पर न तो पत्थर फेंके और न ही मारे-पीटें। वे सभी अपनी जिंदगियां खतरे में डालकर आपको बचा रहे हैं, हमें मिलकर कोरोना से इस जंग को जीतना है”। 

    बॉलीवुड के प्रसिद्ध अभिनेता ऋषि कपूर का 67 वर्ष की उम्र में गुरूवार को मुंबई के एच.एन रिलायंस हॉस्पिटल में निधन हो गया। उन्हें बुधवार को मुंबई के एच.एन रिलायंस हॉस्पिटल में तबियत बिगड़ने की वजह से भर्ती कराया गया था। एक्टर इरफान खान के बाद बालीवुड​ फिल्म इंडस्ट्री को एक और बड़ा झटका लगा है।

    ऋषि कपूर का जन्म 4 सितम्बर, 1952 को मुंबई के चेंबूर में हुआ। वे बॉलीवुड के शो मैन यानी राज कपूर के बेटे थे। उन्हे लोग चिंटू के नाम से भी जानते थे। ऋषि कपूर ने अपनी शुरुआती पढ़ाई कैंपियन स्कूल, मुंबई से की और उसके बाद आगे की पढ़ाई मेयो कॉलेज अजमेर से पूरी की। इसके बाद उनहोंने बतौर बाल कलाकर के तौर पर अपने करियर की शुरुआत फिल्म ‘मेरा नाम जोकर’ से साल 1970 में की थी।

    ऋषि कपूर एक भारतीय फिल्म अभिनेता के साथ फिल्म निर्माता भी थे। वे अपने जमाने के चॉकलेटी हीरो के रूप में जाने जाते थे। वे एक ऐसे परिवार से ताल्लुक रखते थे, जिसने बॉलीवुड में बहुत ही महत्‍वपूर्ण योगदान दिया है। ऋषि कपूर ने अपने फ़िल्मी करियर में बहुत सी फ़िल्में की और इस दौरान उन्होंने कई अवार्ड भी अपने नाम किये। उन्हें बॉबी फिल्म के लिए 1974 में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार मिल चुका है। वहीं साल 2008 में ऋषि कपूर को फिल्म फेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से भी नवाजा गया। आज वे बेशक हमारे बीच नहीं रहे, लेकिन उनकी यादे हमेसा हमारे साथ रहेगी।

  • क्या है चाइनिज टेस्टिंग का मसला?

    क्या है चाइनिज टेस्टिंग का मसला?

    घटिया टेस्टिंग किट पर भारत और चीन के बीच तनाव का माहौल है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) द्वारा चीन से आई रैपिड किट इस्तेमाल न करने और इसे वापस करने की सलाह के बाद चीन ने चिंता जाहिर की है। हालांकि चीनी कंपनियां ये मानने को तैयार नहीं हैं, कि उनकी किट की गुणवत्ता मे गड़बड़ी है। साथ ही चीन ने भारत को नसीहत देते हुए कहा है, कि किट के स्टोरेज, इस्तेमाल और ट्रांसपोर्टेशन सही तरीके से प्रोफेशनल लोगों द्वारा न किया जाए तो नतीजों में गड़बड़ी हो सकती है।

    लेकिन भारत ने चीन को ये संदेश दिया है की गुणवत्ता के तौर पर कोई सम्झौता नही किया जाएगा। वहीं, सूत्रों की माने तो घटिया गुणवत्ता वाली किट लौटाई जा सकती हैं और साथ ही इनका भुगतान भी रोका जा सकता है। जहां गुणवत्ता मानकों का कड़ाई से पालन पर भारत जोर दे रहा है, वही चीनी कंपनियां इस बात का दावा कर रही हैं कि उनके उत्पाद का सही तरीके से सर्टिफिकेशन हुआ है। साथ ही चीनी कंपनियों की ओर से अन्य देशों में भेजी गई किट का हवाला देते हुए कहा गया है कि उन्होंने इसकी गुणवत्ता को स्वीकार किया है। चीन की ओर से सफाई में कहा गया कि चीन में जो मेडिकल सामान बन रहा है, उसमें गुणवत्ता का ध्यान रखा जा रहा है, इनको आईसीएमआर द्वारा अनुमति प्राप्त पुणे की लैब ने भी जांचा था और सही ठहराया था।

    इतना ही नही चीन ने भारत में किट के स्टोरेज के तरीकों और उसके प्रोफेशनल तरीके से इस्तेमाल पर भी सवाल उठाया है। लेकिन चीन ने ये भी कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में चीन भारत के साथ खड़ा है। वह हर तरह की मेडिकल सहायता करने को भी तैयार है।

    आपको बता दे की भारत ने करीब पांच लाख रैपिड टेस्टिंग किट चीन से मंगवाई थी। उसके बाद इन कीटो को अलग-अलग राज्यों को सौंपा गया था, लेकिन राज्यों ने इनके नतीजों पर सवाल खड़े किए। आपको जानकार हैरानी होगी की राजस्थान में ये टेस्टिंग किट मात्र 5 प्रतिशत ही सफल रही। फिर जांच के बाद आईसीएमआर ने इनके उपयोग पर रोक लगाने का फैसला लिया।

  • क्या होगा लॉकडाउन का 3 मई के बाद?

    क्या होगा लॉकडाउन का 3 मई के बाद?

    सोमवार को देश के सभी राज्यों के मु्ख्यमंत्रियों से बातचीत के बाद अब केंद्र सरकार लॉकडाउन की अगली कार्ययोजना पर काम शुरू कर चुकी है। मुख्यमंत्रियों से मिले फीडबैक के आधार पर प्लान बनाने का काम शुरू हो गया है। इसके अलावा सभी राज्य सरकारें भी लॉकडाउन पर पूरा ऐक्शन प्लान बनाने में जुटी हुई हैं।

    तत्कालिक परिस्थिति को देखते हुये, केंद्र सरकार 3 मई के बाद भी लॉकडाउन की कई पाबंदियों को बरकरार रख सकती है। हालांकि लॉकडाउन का स्वरूप कंप्लीट लॉकडाउन से अलग हो सकता है और सरकार वैसे इलाकों को थोड़ी छू़ट दे सकती है, जो इलाके कोरोना से मुक्त होकर ग्रीन जोन बन चुके हैं। वही दूसरी ओर कोरोना से बुरी तरह से प्रभावित क्षेत्रों मे पाबंदियों को बरकरार रखा जा सकता हैं।

    सोमवार को पीएम नरेंद्र मोदी से बातचीत के दौरान कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने पीएम से लॉकडाउन बढ़ाने की मांग की है। हालांकि कुछ राज्य ऐसे भी हैं, जिन्होंने पूर्ण लॉकडाउन के बजाय कुछ रियायतों के साथ लॉकडाउन लागू करने पर जोर दिया है।

  • स्वस्थ्यकर्मियों पर हमला करनेवालों के खिलाफ सरकार ने बनाए सख्त नियम

    स्वस्थ्यकर्मियों पर हमला करनेवालों के खिलाफ सरकार ने बनाए सख्त नियम

    एक तरफ भारत कोरोना के संक्रामण को रोकने का यथासंभाव प्रयास कर रहा है। वही दूसरी तरफ कोरोना वायरस के इस संकट के बीच स्वास्थ्यकर्मियों पर लगातार हमले हो रहे है। इन्ही हमलो को ध्यान मे रखते हुए मोदी सरकार ने इसके विरुद्ध कड़ा फैसला लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व में बुधवार को केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में एक अध्यादेश पास किया गया, जिसके बाद अब स्वास्थ्यकर्मियों पर हमला करने वालों के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जाएगा। इसमें 3 महीने से लेकर 7 साल तक की सजा का प्रावधान किया गया है।

    सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बुधवार को एक संवाददाता सम्मेलन मे कैबिनेट बैठक में लिए गए इस फैसले की जानकारी देते हुये कहा कि, देश में कोरोना महामारी से लड़ रहे डॉक्टरों और आरोग्य कर्मचारियों पर हमले को किसी भी परिस्थिति में स्वीकार नहीं किया जाएगा।

    उन्होंने कहा कि, स्वाथ्यकर्मियों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री के नेतृत्व में आज मंत्रीमंडल की बैठक हुई, जिसमें देश में महामारी बीमारी कानून में बदलाव कर देश में नया अध्यादेश लागू करने का सरकार ने फ़ैसला किया है। साथ ही उन्होने कहा कि, मेडिकलकर्मियों पर हमला करने वालों को जमानत नहीं मिलेगी, इस तरह के मामलों की जांच वरिष्ठ पुलिस अधिकारी से स्तर पर होगी और जांच 30 दिनों में पूरी करनी होगी। इसका फ़ैसला एक साल के अंदर में आएगा, जिसमे 3 महीने से लेकर 5 साल तक की सजा हो सकती है।

    इसके अलावा उन्होने कहा की मामला यदि गंभीर हो, तो 6 महीने से लेकर 7 साल तक की सजा का प्रावधान है और उसके साथ ही गंभीर मामलों में 50 हजार से 2 लाख तक का जुर्माना भी लगाया जाएगा। अध्यादेश के अनुसार, अगर स्वाथ्यकर्मियों की गाड़ियों, क्लिनीक और सामान की तोड़फोड़ हुई तो सामान की असल कीमत का दोगुना हमलावर से वसूल किया जाएगा।

  • केंद्र सरकार का फैसला, काटे जाएंगे सरकारी कर्मचारियों के एक दिन का वेतन

    केंद्र सरकार का फैसला, काटे जाएंगे सरकारी कर्मचारियों के एक दिन का वेतन

    कोरोना वायरस पूरी दुनिया पर अपना कहर बरसा रहा है। भारत में भी कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है, इसे रोकने के लिये देश में लॉकडाउन को भी 3 मई तक बढ़ा दिया गया है। हालांकि ऐसे क्षेत्र जहां कोरोना के मामले न के बराबर है, वहां आज से कुछ जरूरी चीजों की छूट भी दी गई है। लॉकडाउन से उत्पन्न आर्थिक तनाव के कारण मोदी सरकार ने मंत्रियों को अपनी सैलरी के कुछ हिस्से को डोनेट करने के लिए कहा था। उसके बाद अब सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों की एक दिन की सैलरी को काटने का फैसला किया है। सरकार ने सभी सांसदों के वेतन में एक साल के लिए 30 फीसदी की कटौती के बाद अब केंद्र सरकार के लाखों कर्मचारियों से एक दिन की सैलरी डोनेट करने के लिए कहा गया है।

    केंद्र सरकार ने अपील की है, की कर्मचारी अपनी एक दिन की सैलरी पीएम केयर्स फंड में ट्रांसफर करें। आपको बता दें कि कर्मचारियों की सैलरी से काटी गई राशि को प्रधानमंत्री सिटीजन असिस्टेंस एंड रिलीफ इन इमरजेंसी सिचुएशन फंड में डाला जाएगा. साथ ही सरकार ने राजस्व विभाग को भेजे गए सर्रकुलर में कहा है, कि विभाग के अफसरों और कर्मचारियों से यह अपील है कि, वे मार्च 2021 तक हर महीने अपने एक दिन की सैलरी को पीएम केयर्स फंड मे जमा कर अपना योगदान दें। कर्मचारियों की वेतन में कटौती अप्रैल 2020 की सैलरी में से की जाएगी, जिसका भुगतान मई में होना है। कोरोना महामारी के इस संकट के बीच केंद्र सरकार को आर्थिक मदद की जरूरत है। हालांकि सर्कुलर में यह भी कहा गया है कि अगर किसी भी अफसर या कर्मचारी को इससे आपत्ति होगी, तो वह राजस्व विभाग के ड्रॉइंग एंड डिस्बर्सिंग ऑफिसर को इस बारे में सूचित कर सकते हैं। उन्हें 20 अप्रैल 2020 तक इसे लिखित रूप में अपने इंप्लॉयी कोड के साथ सूचित करना होगा। वहीं, दूसरे विभागों के कर्मचारी, जो एक्टिव तौर पर कोरोना के खिलाफ लड़ाई में शामिल नही है। उन्हें भी अपनी एक दिन की सैलरी का योगदान फंड में करना पड़ सकता है।

    बता दें कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए देशव्यापी लॉकडाउन के कारण आर्थिक गतिविधियां पूरी तरह से ठप हैं। जिसके कारण सरकार को इस तरह के फैसले लेने पर रहे है।

  • वुहान लैब की इंटर्न थी पहली कोरोना मरीज़

    वुहान लैब की इंटर्न थी पहली कोरोना मरीज़

    कोरोना वायरस से पूरी दुनिया में हाहाकार मचा हुआ है और विश्व चीन को संदेह भरी नजरों से देख रहा है। इस बीच एक रिपोर्ट से पूरी दुनिया में यह चर्चा तेज हो गई है, कि क्या सच में चीन के वुहान में लैब से कोरोना वायरस फैला है?

    दरअसल, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को फॉक्स न्यूज की उस रिपोर्ट को स्वीकार किया, जिसमें यह दावा किया जा रहा है, कि कोरोना वायरस चीन के वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी में काम कर रही एक इंटर्न द्वारा गलती से लीक हो गया होगा। फॉक्स न्यूज ने अपनी रिपोर्ट में कहा है, कि वायरस का सबसे पहला ट्रांसमिशन चमगादड़ से मानव में हुआ और पहली संक्रमित रोगी इसी लैब में काम करती थी। वुहान शहर के आम लोगों में यह वायरस फैलने से पहले लैब की एक इंटर्न महिला कर्मचारी गलती से संक्रमित हो गई। शुरुआत में इस वायरस के उत्पत्ति स्थल वुहान वेट बाजार को माना गया,  लेकिन वहां चमगादड़ कभी नहीं बेचे गए।

    व्हाइट हाउस के डेली ब्रीफिंग के दौरान बुधवार को डोनाल्ड ट्रंप से प्रश्न पूछते समय फॉक्स न्यूज के रिपोर्टर जॉन रॉबर्ट्स ने दावा किया, ‘कई सूत्र हमें बता रहे हैं कि अमेरिका यह बात मानने को तैयार है कि भले ही कोरोना वायरस प्राकृतिक है, मगर यह वुहान का वायरोलॉजी लैब से निकला है। वहां सुरक्षा नियमों का पालन न करने के कारण एक इंटर्न संक्रमित हो गई थी और बाद में यह वायरस वुहान के वेट मार्केट पहुंचा।’ आपको बता दें कि कोरोना का केंद्र चीन का वुहान शहर ही है।

    इसके बाद डोनाल्ड ट्रंप ने न तो इस रिपोर्ट के दावों की पुष्टि की और न ही उसका खंडन किया। उन्होंने कहा, ‘हम ऐसी कई कहानियां सुन रहे हैं। लेकिन, यह जो खतरनाक घटना हुई है हम उसकी विस्तृत जांच कर रहे हैं।

  • कोरोना से ठीक हो रहे लोगों की रफ्तार मे आयी तेजी

    कोरोना से ठीक हो रहे लोगों की रफ्तार मे आयी तेजी

    भारत में कोरोना वायरस का कहर लगातार बढ़ता ही जा रहा है। हर रोज नए मामले सामने आ रहे हैं, जो सरकार की चिंता बढ़ा रहे हैं। लेकिन, बढ़ते हुए आंकड़ों के बीच एक राहत की बात ये है, की देश में इस समय कोरोना से ठीक होने वाले लोगों की रफ्तार बढ़ी है और  साथ ही इस महामारी से मरने वालों की रफ्तार में कमी आयी है।

    स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे में देश में ढाई सौ से ज़्यादा लोग कोरोना वायरस से ठीक हो गए हैं और उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया है। ये अबतक का सबसे अधिक आंकड़ा है, इससे पहले एक दिन में सबसे अधिक मरीजों के ठीक होने की संख्या 180 के आस-पास थी।

    ठीक होने वाले लोगो की रफ्तार प्रतिशत मे

    बुधवार- 11.41%

    गुरुवार- 12.02%

    शुक्रवार- 13.06%

    इनके साथ ही देश में अब कोरोना वायरस के मामले सामने आने की रफ्तार भी कम हो गयी है। पहले देश में कोरोना वायरस के आंकड़े हर तीन दिन में दोगुने हो रहे थे, लेकिन पिछले कुछ दिनों से ये रफ्तार कम हुई है। अब 5 से 6 दिन में कोरोना वायरस के मामले दोगुने हो रहे हैं।

    भारत में कोरोना वायरस के कारण 400 से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। लेकिन, पिछले दिनों में देश में हो रही मौतों की रफ्तार धीमी पड़ी है। देश में सामने आ रहे कोरोना वायरस के कुल मामलों में से मौत का आंकड़ा 3.3% है।

    पिछले हफ्ते तक स्पेन में ये रफ्तार 9.73 फीसदी, इटली में 12.72 फीसदी और यूके में 12 फीसदी थी। पूरी दुनिया में कोरोना के कारण मौत की रफ्तार सबसे साउथ कोरिया में है।

  • Zoom App का इस्तेमाल सुरक्षित नहीं, सरकार ने जारी की एडवाइजरी

    Zoom App का इस्तेमाल सुरक्षित नहीं, सरकार ने जारी की एडवाइजरी

    कोरोना वायरस की वजह से देश में लॉकडाउन जारी है। लॉकडाउन के दौरान लोग एक दूसरे से मिल नही पा रहे, तो लोग एक दूसरे से जुड़ने के लिए Zoom App का इस्तेमाल कर रहे हैं। बहुत से दफ्तरों में भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के लिए इस ऐप का इस्तेमाल किया जा रहा है।

    इस बीच सरकार ने एडवाइजरी जारी की है, जिसमे बताया गया है, की इसका इस्तेमाल सुरक्षित नहीं है। एडवाइजरी के अनुसार Zoom App वीडियो कांफ्रेंस के लिए सुरक्षित प्लेटफार्म नहीं है। जो उपयोगकर्ता Zoom App का इस्तेमाल निजी कार्यों के लिए करते हैं, उनके लिए गाइडलाइंस जारी की गई हैं।

    बता दें कि लॉकडाउन के दौरान लोग इस एप का काफी ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं। गृह मंत्रालय ने एक नई एडवाइजरी जारी कर कहा कि, किसी भी व्यक्ति के लिए जूम एप एक सुरक्षित प्लेटफार्म नहीं है। गाइडलाइन की मदद से किसी गैर अधिकृत व्यक्ति का कॉन्फ्रेंस में हस्तक्षेप और अवांछित गतिविधि को रोका जा सकेगा। गाइडलाइंस का पालन किया जाए, तो उपयोगकर्ताओं के अलावा कोई दूसरा व्यक्ति उनकी गतिविधि को प्रभावित नहीं कर सकता है और उसके साथ ही पासवर्ड और यूजर एक्सेस के जरिए डीओएस अटैक को भी रोका जा सकता है। गृह मंत्रालय की गाइडलाइंस के मुताबिक Zoom App मे ज्यादातर सेटिंग्स लॉगिन करके की जा सकती है, या फिर अपने लैपटॉप या फोन में एप्लीकेशन डाउनलोड करके की जा सकती है।

    अधिकारीयों की माने तो जूम एप से निजी सुरक्षा को लेकर कई सवाल उठे हैं। ZoomApp के ज्यादातर सर्वर चीन में हैं और तकनीकी विश्लेषण कहता है कि इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप से मीटिंग का डाटा लीक हो सकता है।