श्रेणी: Buxar

  • बक्सर सड़क हादसा: तेज रफ्तार कार ने खड़े ट्रक में मारी टक्कर, तीन की मौत, चार गंभीर रूप से घायल

    बक्सर सड़क हादसा: तेज रफ्तार कार ने खड़े ट्रक में मारी टक्कर, तीन की मौत, चार गंभीर रूप से घायल

    KKN गुरुग्राम डेस्क | बिहार के बक्सर जिले से रविवार तड़के एक दिल दहला देने वाली सड़क दुर्घटना की खबर सामने आई है। यह हादसा इंडस्ट्रियल थाना क्षेत्र के अंतर्गत हरिकिशनपुर मोड़ के पास हुआ, जहाँ एक तेज रफ्तार कार ने सड़क किनारे खड़े बालू लदे ट्रक में पीछे से जोरदार टक्कर मार दी। इस हादसे में तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चार अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।

    शव यात्रा में शामिल होने जा रहे थे सभी यात्री

    हादसे के शिकार सभी लोग रोहतास जिले के बिक्रमगंज थाना क्षेत्र के शिवपुर हॉल्ट के रहने वाले थे। वे बक्सर में किसी रिश्तेदार के अंतिम संस्कार में शामिल होने जा रहे थे। दुर्भाग्यवश, यह यात्रा उनकी ज़िंदगी की आखिरी यात्रा बन गई।

    NH-922 पर खड़े ट्रक से टकराई कार

    हादसा राष्ट्रीय राजमार्ग 922 (NH-922) पर हुआ, जब सात लोगों को लेकर जा रही एक कार भोजपुर से बक्सर की ओर जा रही थी। तभी हरिकिशनपुर मोड़ के पास सड़क किनारे खड़े एक बालू लदे ट्रक से कार की जोरदार टक्कर हो गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार का अगला हिस्सा पूरी तरह चकनाचूर हो गया।

    रात 3 से 4 बजे के बीच हुआ हादसा

    स्थानीय लोगों के अनुसार यह हादसा रात 3 बजे से 4 बजे के बीच हुआ। टक्कर की आवाज़ इतनी तेज थी कि आसपास के लोग नींद से जाग गए और तुरंत मौके पर पहुंचे। उन्होंने देखा कि कार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी थी और लोग उसमें फंसे हुए थे।

    तीन की मौके पर ही मौत, चार घायल अस्पताल में भर्ती

    कार में सवार सात यात्रियों में से तीन की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां कुछ की हालत नाजुक बताई जा रही है। डॉक्टरों के अनुसार कुछ घायलों को बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर किया जा सकता है।

    तेज रफ्तार बनी मौत की वजह

    स्थानीय लोगों ने बताया कि कार बहुत तेज गति से चल रही थी और संभवतः अंधेरा होने या दृश्यता कम होने के कारण ड्राइवर को आगे खड़ा ट्रक दिखाई नहीं दिया। नतीजतन, कार सीधा ट्रक से जा भिड़ी। इस तरह की घटनाएं इस क्षेत्र में आम हो गई हैं और इसका मुख्य कारण तेज रफ्तार और ट्रैफिक नियमों का पालन न करना है।

    पुलिस जांच में जुटी, ट्रक ड्राइवर फरार

    हादसे की सूचना मिलते ही इंडस्ट्रियल थाना पुलिस मौके पर पहुंची। मृतकों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है और घायलों को इलाज मुहैया कराया गया। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि वह ट्रक किसका था और उसका ड्राइवर कौन था। हादसे के समय ट्रक पर कोई रिफ्लेक्टर या चेतावनी संकेत नहीं था, जो कि एक बड़ी लापरवाही मानी जा रही है।

    बिहार में सड़क सुरक्षा की स्थिति चिंताजनक

    यह हादसा बिहार की सड़क सुरक्षा व्यवस्था की एक बड़ी खामियों को उजागर करता है। हाईवे पर भारी वाहनों को बिना किसी संकेत या रिफ्लेक्टर के खड़ा कर देना एक आम बात हो चुकी है। ऊपर से, रात के समय तेज रफ्तार में वाहन चलाना और पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था का अभाव ऐसी घटनाओं को आम बना रहा है।

    सरकारी लापरवाही और सिस्टम फेलियर

    बक्सर की यह दुर्घटना सिर्फ एक हादसा नहीं, बल्कि एक सिस्टम की नाकामी का प्रतीक है। ट्रकों पर रिफ्लेक्टिव टेप का न होना, चालकों की थकान, सड़क पर रोशनी की कमी और ट्रैफिक पुलिस की निगरानी की कमी जैसे कई कारण इस तरह की दुर्घटनाओं को जन्म देते हैं।

    सड़क हादसों को रोकने के लिए जरूरी कदम

    • स्पीड मॉनिटरिंग सिस्टम: तेज रफ्तार वाहनों पर नज़र रखने के लिए हाईवे पर आधुनिक स्पीड मॉनिटरिंग कैमरे लगाए जाएं।

    • जागरूकता अभियान: लोगों को ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक करने के लिए निरंतर अभियान चलाए जाएं।

    • ट्रकों पर रिफ्लेक्टर अनिवार्य: सभी भारी वाहनों पर रात में रिफ्लेक्टिव टेप या चेतावनी संकेत होना अनिवार्य किया जाए।

    • रात में गश्त बढ़ाई जाए: रात के समय पुलिस गश्त को बढ़ाया जाए ताकि लापरवाह ड्राइविंग को रोका जा सके।

    बक्सर में हुआ यह दर्दनाक सड़क हादसा हमें एक बार फिर यह याद दिलाता है कि जीवन कितना अनमोल है। एक छोटी सी चूक, जैसे तेज रफ्तार में वाहन चलाना या बिना संकेत के सड़क किनारे ट्रक खड़ा करना, जानलेवा साबित हो सकती है। ऐसे हादसों को रोकने के लिए सिर्फ व्यक्तिगत सतर्कता नहीं, बल्कि सरकार और ट्रैफिक विभाग की ओर से भी सख्त कदम उठाने की जरूरत है।

    जब तक सड़क सुरक्षा नियमों को गंभीरता से नहीं लिया जाएगा, तब तक इस तरह की घटनाएं होती रहेंगी और निर्दोष लोग अपनी जान गंवाते रहेंगे।

  • बक्सर में पहली बार रामनवमी के अवसर पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा, एक अनोखा और भव्य आयोजन

    बक्सर में पहली बार रामनवमी के अवसर पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा, एक अनोखा और भव्य आयोजन

    KKN गुरुग्राम डेस्क | इस साल बक्सर में रामनवमी के अवसर पर एक अनोखा और भव्य आयोजन होने जा रहा है। पहली बार विश्वामित्र सेना के तत्वावधान में हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की जाएगी। यह पहल न केवल रामनवमी के पर्व को और भी भव्य बनाएगी, बल्कि बक्सर की सनातनी पहचान को वैश्विक स्तर पर उजागर करने का भी प्रयास करेगी। इस अद्वितीय आयोजन से बक्सर के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को एक नया आयाम मिलेगा, जो यहां के निवासियों के लिए गर्व का कारण बनेगा।

    विश्वामित्र सेना का योगदान

    इस ऐतिहासिक आयोजन का नेतृत्व विश्वामित्र सेना करेगी, जो धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है। राज कुमार चौबे, जो विश्वामित्र सेना के राष्ट्रीय संयोजक हैं, ने इस आयोजन को लेकर अपनी उत्साहपूर्ण प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा, “हम भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव को दिव्यता और भव्यता के साथ मनाने के लिए बहुत उत्साहित हैं। यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था को और मजबूती प्रदान करेगा, बल्कि बक्सर की सनातन सांस्कृतिक धरोहर को भी गौरवान्वित करेगा।”

    राज कुमार चौबे ने यह भी कहा कि “बक्सर का सनातन इतिहास अयोध्या और काशी से भी पुराना है, और अब समय आ गया है कि इस गौरवशाली विरासत को विश्व पटल पर प्रदर्शित किया जाए।” उनका मानना है कि यह आयोजन बक्सर के ऐतिहासिक महत्व को न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया में पहचान दिलाने में मदद करेगा।

    हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा का आयोजन

    इस वर्ष रामनवमी के अवसर पर बक्सर में पारंपरिक शोभायात्रा के साथ-साथ हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की जाएगी। बक्सर में हर साल रामनवमी के दिन एक भव्य शोभायात्रा निकलती है, जिसमें विभिन्न अखाड़े, ढोल-नगाड़े और सजीव झांकियां शहर भर में यात्रा करती हैं। इस बार विश्वामित्र सेना के विशेष आयोजन से यह शोभायात्रा और भी अधिक भव्य और आकर्षक हो जाएगी। हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की जाएगी, जो उपस्थित श्रद्धालुओं के लिए एक यादगार अनुभव साबित होगी।

    इस आयोजन का उद्देश्य भगवान श्रीराम के आदर्शों और मूल्यों को जन-जन तक पहुंचाना है। इसे एक ऐसे माध्यम के रूप में देखा जा रहा है, जो लोगों को धार्मिक आस्थाओं से जोड़ने के साथ-साथ बक्सर के सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व को प्रदर्शित करेगा। इस आयोजन में धार्मिक श्रद्धा और आध्यात्मिक भावना का संगम होगा, जो हर किसी को अपने आदर्शों और परंपराओं से जोड़ने में मदद करेगा।

    बक्सर का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व

    बक्सर, जो बिहार राज्य के एक ऐतिहासिक और धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण शहर है, का गहरा संबंध सनातन धर्म से है। यहां की धार्मिक धरोहर, मंदिरों और पुरानी संस्कृति की जड़ें बहुत गहरी हैं। बक्सर को भगवान श्रीराम, उनके आदर्शों और महाकाव्य रामायण से गहरा नाता है।

    रामनवमी के अवसर पर बक्सर में जो उत्सव होता है, वह सिर्फ एक पर्व नहीं बल्कि एक धार्मिक उत्सव है, जो पूरे शहर के भीतर श्रद्धा और भक्ति का संदेश फैलाता है। इस बार हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा और शोभायात्रा का आयोजन बक्सर की सनातन संस्कृति को और भी ज्यादा प्रमुख बनाएगा। बक्सर का इतिहास अयोध्या और काशी से भी प्राचीन है, और अब इसे वैश्विक मंच पर प्रदर्शित करने का समय आ गया है।

    रामनवमी शोभायात्रा की विशिष्टता

    रामनवमी शोभायात्रा बक्सर के प्रमुख धार्मिक आयोजनों में से एक है। इसमें भगवान श्रीराम की जीवंत झांकी के साथ साथ अखाड़े, ढोल-नगाड़े और मूर्ति सजावट शामिल होती है। इस बार विश्वामित्र सेना के नेतृत्व में इस शोभायात्रा को और भी भव्य और आकर्षक बनाया जाएगा। एक विशेष पहल के रूप में, हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की जाएगी, जो इस आयोजन को और भी यादगार बना देगी। यह फूलों की वर्षा न केवल धार्मिक रूप से एक शुभ संकेत मानी जाती है, बल्कि यह आयोजन की भव्यता और समृद्धि को भी दर्शाएगी।

    बक्सर का पर्यटन और सांस्कृतिक पर्यटन में वृद्धि

    यह आयोजन बक्सर के पर्यटन क्षेत्र को भी एक नई दिशा देने में मदद करेगा। हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा और शोभायात्रा का अद्भुत दृश्य न केवल स्थानीय श्रद्धालुओं को आकर्षित करेगा, बल्कि पर्यटकों और तीर्थयात्रियों के लिए भी यह एक आकर्षण का केंद्र बनेगा। बक्सर के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को समझते हुए, यह आयोजन आने वाले वर्षों में एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण के रूप में उभर सकता है।

    इस आयोजन के जरिए बक्सर की सनातनी संस्कृति को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मंच पर प्रस्तुत किया जाएगा, जिससे बक्सर का पर्यटन क्षेत्र और भी ज्यादा विकसित होगा।

    हेलीकॉप्टर पुष्प वर्षा का उद्देश्य

    हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा का आयोजन न केवल एक मनोरंजन का हिस्सा है, बल्कि यह धार्मिक भावना और आध्यात्मिक प्रतीक के रूप में देखा जाएगा। फूलों की वर्षा श्रद्धालुओं पर भगवान श्रीराम की कृपा और आशीर्वाद का प्रतीक मानी जाती है। यह आयोजन श्रद्धालुओं के दिलों में भगवान श्रीराम के प्रति आस्था और भक्ति को और अधिक प्रगाढ़ करेगा।

    रामनवमी 202के अवसर पर बक्सर में आयोजित होने वाला यह भव्य और अनोखा आयोजन निश्चित रूप से एक ऐतिहासिक पल होगा। हेलीकॉप्टर पुष्प वर्षा, रामनवमी शोभायात्रा और विश्वामित्र सेना के नेतृत्व में यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था को प्रोत्साहित करेगा, बल्कि बक्सर की सनातन धरोहर और संस्कृति को भी वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करेगा।

    बक्सर का यह आयोजन आने वाले वर्षों में सांस्कृतिक और धार्मिक पर्यटन के एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में स्थापित हो सकता है। इसे ना केवल बक्सर के लोग, बल्कि पूरे भारत और दुनिया भर के श्रद्धालु और पर्यटक देखेंगे। यह आयोजन बक्सर के धार्मिक महत्व को और भी निखारेगा और भगवान श्रीराम के आदर्शों को फैलाने का कार्य करेगा।

  • बिहार मौसम अपडेट: अगले 48 घंटे में बारिश और वज्रपात की संभावना, कई जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी

    बिहार मौसम अपडेट: अगले 48 घंटे में बारिश और वज्रपात की संभावना, कई जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी

    KKN गुरुग्राम डेस्क |   बिहार में अगले 48 घंटे में मौसम बदलने वाला है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने राज्य के कई जिलों के लिए येलो अलर्ट (Yellow Alert) जारी किया है। इसकी वजह Western Disturbance है, जिसका असर दिल्ली-NCR में पहले ही दिख चुका है। अब यह बिहार के मौसम पर प्रभाव डालेगा, जिससे कई जिलों में बारिश (Rain), वज्रपात (Thunderstorm), और तेज़ हवाएं (Strong Winds) चलने की संभावना है।

    कौन-कौन से जिलों में येलो अलर्ट जारी?

    मौसम विज्ञान केंद्र, पटना (IMD Patna) के अनुसार, 21 फरवरी को पश्चिम चंपारण, जमुई और बांका जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है। 22 और 23 फरवरी को 14 जिलों में यह अलर्ट जारी रहेगा, जिसमें शामिल हैं:

    • सुपौल
    • अररिया
    • किशनगंज
    • सहरसा
    • मधेपुरा
    • पूर्णिया
    • खगड़िया
    • कटिहार
    • मुंगेर
    • भागलपुर
    • जमुई
    • बांका
    • नवादा
    • गया

    इन जिलों में तेज़ बारिश (Heavy Rain), बादलों की गर्जना (Thunderstorm), और बिजली गिरने (Lightning Strike) की संभावना बनी हुई है।

    बिहार के अलग-अलग इलाकों में तापमान में बदलाव

    बिहार के कई जिलों में तापमान में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। कुछ जगहों पर तापमान बढ़ा, तो कुछ जगहों पर तापमान में गिरावट आई

    इन जिलों में तापमान बढ़ा (Temperature Increased in These Districts)

    जिन इलाकों में गर्मी बढ़ी, उनमें शामिल हैं:

    • गोपालगंज
    • मोतिहारी
    • सीतामढ़ी
    • सिवान
    • छपरा
    • वैशाली
    • बक्सर
    • भोजपुर
    • पटना
    • अरवल
    • रोहतास
    • गया
    • जमुई
    • बांका
    • भागलपुर
    • कटिहार
    • पूर्णिया
    • किशनगंज
    • अररिया

    इन जिलों में दिन का तापमान अधिक बना हुआ है, जिससे लोगों को गर्म हवाओं (Warm Winds) का सामना करना पड़ रहा है।

    इन जिलों में तापमान गिरा (Temperature Decreased in These Districts)

    कई जगहों पर बादल छाए रहने और बारिश की संभावना के कारण तापमान में गिरावट दर्ज की गई है:

    • वाल्मीकि नगर
    • मुजफ्फरपुर
    • मधुबनी
    • दरभंगा
    • सुपौल
    • मधेपुरा
    • पूसा
    • अगवानपुर
    • बेगूसराय
    • खगड़िया
    • नालंदा
    • शेखपुरा
    • मुंगेर
    • सासाराम
    • औरंगाबाद

    इन इलाकों में Cloudy Weather और ठंडी हवाएं चल रही हैं, जिससे तापमान में कमी आई है।

    बिहार में Western Disturbance का असर

    उत्तर भारत में Western Disturbance का असर पहले ही दिख चुका है। दिल्ली-NCR में बारिश हो चुकी है, और अब यह सिस्टम बिहार की ओर बढ़ रहा है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इसके कारण बादल, नमी और गरज-चमक (Cloudy Weather, Humidity, and Thunderstorm) बढ़ सकते हैं।

    फरवरी के मौसम अपडेट (Weather Update in February) के मुताबिक, बिहार में अगले 2-3 दिन तक मौसम अस्थिर (Unstable Weather) रहेगा। किसानों और स्थानीय लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है, क्योंकि Thunderstorm और Vajrapat (Lightning Strike) खतरनाक हो सकते हैं।

    कैसे बदलेगा बिहार का मौसम?

    IMD के पूर्वानुमान के अनुसार, बिहार में अगले कुछ दिनों में:

    • कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश (Moderate Rainfall in Multiple Districts) होगी।
    • तेज़ आंधी और गरज-चमक (Thunderstorm and Strong Winds) हो सकते हैं।
    • नमी (Humidity) बढ़ेगी, जिससे गर्मी और उमस महसूस हो सकती है।
    • तेज़ बारिश और बिजली गिरने से दैनिक गतिविधियां प्रभावित हो सकती हैं।

    इसलिए, लोगों को सलाह दी जाती है कि वे बाहर जाने से पहले Weather Forecast चेक करें और बिजली गिरने के समय खुले स्थानों से दूर रहें

    लोगों को क्या सावधानियां बरतनी चाहिए?

    मौसम विशेषज्ञों ने कुछ ज़रूरी Safety Tips दिए हैं, जिन्हें अपनाकर आप खराब मौसम से बच सकते हैं:

    • Thunderstorm के दौरान खुले में खड़े न हों और बिजली के खंभों से दूर रहें
    • Mobile और Electronic Devices को अनप्लग कर दें, ताकि शॉर्ट सर्किट न हो।
    • Farmers को सलाह दी जाती है कि वे अपनी फसलों की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाएं।
    • बारिश के समय घर के अंदर रहें और यात्रा को टालें।
    • IMD Weather Update को समय-समय पर चेक करें, ताकि सही जानकारी मिलती रहे।

    सरकार ने भी जिलों के प्रशासन को सतर्क रहने और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा है

    बिहार में अगले 48 घंटे में मौसम बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। कई जिलों में बारिश (Rain), वज्रपात (Lightning), और तेज़ हवाएं (Strong Winds) चल सकती हैं। IMD ने येलो अलर्ट जारी किया है, जिससे यह साफ है कि लोगों को सावधानी बरतनी होगी।

    बिहार में मौसम से जुड़ी ताजा खबरें (Latest Weather News), IMD Updates, और बिहार समाचार पढ़ते रहें KKNLIVE.com पर!

  • डॉक्टर की लापरवाही, महिला के पेट में छोड़ी तौलिया

    आरा। बिहार के आरा से डॉक्टर की लापरवाही सामने आई है। दरअसल, धरती के इस भगवान ने एक महिला का ऑपरेशन करने के बाद उसके पेट में ही तौलिया छोड़ दिया। दो साल बाद सर्जन डॉ. एसपी श्रीवास्तव ने महिला के पेट का दूबारा ऑपरेशन करके तौलिया को महिला के पेट से निकल दिया है।

    घटना के बाबत 30 वर्षीया पत्नी उर्मिला देवी के परिजनों ने डॉक्टर को बताया कि ब्रह्मपुर के ही एक क्लीनिक में करीब दो साल पहले सिजेरियन ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर ने महिला के पेट में तौलिया छोड़ दी थी। इस वजह से उसके पेट में दर्द शुरू हो गया। तब क्लीनिक के डॉक्टर ने दर्द को सामान्य बताकर दवा खाने की सलाह दी। इसके बाद भी महिला मरीज के पेट का दर्द कम नहीं हुआ।
    दो साल से परेशान महिला मरीज ने कई जगहों पर इलाज कराया, लेकिन उसे राहत नहीं मिली। सोमवार को जब वह अपने पति के साथ सर्जन डॉ. एसपी श्रीवास्तव के क्लीनिक में पहुंची, तो डॉक्टर ने दर्द और पेट में सूजन को देखते हुए अल्ट्रासाउंड करवाया। अल्ट्रासाउंड से भी स्थिति स्पष्ट नहीं हुई तो सर्जन डॉ. श्रीवास्तव ने ऑपरेशन करने का निर्णय लिया। ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर तब अवाक रह गये, जब पेट में तौलिया मिली। करीब डेढ़ घंटे के ऑपरेशन के बाद महिला मरीज के पेट से तौलिया निकाली जा सकी। ऑपरेशन के बाद महिला मरीज को दर्द से राहत मिल गयी है।

  • मगध एक्सप्रेस में आग लगते ही मची अफरातफरी

    मगध एक्सप्रेस में आग लगते ही मची अफरातफरी

    बक्सर। मगध एक्सप्रेस के इंजन में अचानक आग लग जाने से यात्रियों में अफरातफरी मच गई। यह ट्रेन दिल्ली से पटना आ रही थी और बक्सर रेलवे स्टेशन से खुलने के बाद तुरीगंज व रघुनाथपुर के बीच आग लगी। यात्रियों ने वैक्यूम कर ट्रेन को रोक दिया। इसके बाद आग लगे इंजन व बोगी को अन्य बोगियों से अलग कर दिया गया है। इस दौरान यात्रियों में भगदड़ जैसी स्थिति बनी रही। हालांकि इस घटना में किसी यात्री को कोई नुकसान होने की खबर नहीं है।

  • मुख्यमंत्री के काफिले पर पथराव करना महंगा पड़ा

    मुख्यमंत्री के काफिले पर पथराव करना महंगा पड़ा

    फुटेज के आधार पर डेढ़ दर्जन लोग गिरफ्तार

    बक्सर। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के काफिला पर पथराव करने वालो के खिलाफ पुलिस ने एक्शन शुरू कर दिया है। वीडियो फुटेज के आधार पर पुलिस ने इस मामले में 15 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। बतातें चलें कि विकास समीक्षा यात्रा के दौरान शुक्रवार को काफिले पर हुए पथराव मामले में शनिवार को पटना प्रमंडल के कमिश्नर आनंद किशोर और जोनल आईजी नैयर हसनैन खां ने नंदन गांव पहुंच कर जांच की। बाद में आनंद किशोर ने मीडिया को बताया कि पथराव की साजिश में शामिल लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।

    इससे पहले कमिश्नर और जोनल आईजी के साथ जिले के वरीय अधिकारी नंदन गांव पहुंचे और दलित बस्ती का भी जायजा लिया। अधिकारियों ने पाया कि लगभग गांव के सभी क्षेत्रों में विकास का काम हुआ है। अधिकारी यह जानने को बेताब थे कि जब विकास हुआ तो फिर उपेक्षा के नाम पर पथराव कैसे हुआ। मामले की तह तक पहुंचने के लिए अधिकारियों ने पथराव प्वाइंट पर प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी और पुलिसकर्मियों के बयान को कलमबंद किया है। गांव में अन्य लोगों से बात कर यह जानने की कोशिश की गई कि घटना के पीछे के कारण क्या है।

  • बिहार में अधिकारी के आत्महत्या से मचा हड़कंप

    बिहार में अधिकारी के आत्महत्या से मचा हड़कंप

    बक्सर। बिहार के बक्सर जिले से चौका देने वाली खबर आई है। बताया जा रहा है कि एक सरकारी अधिकारी ने सुसाइड कर लिया है। सुसाइड करने वाले अधिकारी डीएम के ओएसडी है। घटना के बाद से बक्सर सहित पूरे सूबे के प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। बताया जा रहा है कि सूचना मिलते ही अधिकारी ओएसडी के घर की तरफ भागते नजर आए।
    सूत्रों के मुताबिक घटना आज रविवार सुबह की बताई जा रही है। मिली जानकारी के अनुसार सुबह में डीएम अरविंद कुमार वर्मा का चौसा में स्वच्छता अभियान को लेकर कार्यक्रम था। सभी अधिकारियों को ओएसडी तौकीर अकरम ने सुबह आने को कहा था। इसके बाद क्या हुआ किसी को कुछ नहीं पता। वहीं डीएम अरविंद कुमार वर्मा चौसा के लिए निकले थे। इसी बीच उन्हें सूचना मिली कि ओएसडी तौकीर अकरम की मौत हो गई है। सूचना मिलते ही डीएम चौसा का कार्यक्रम छोड़ कर वापस बक्सर लौट आये।
    ओएसडी तौकीर अकरम ने फांसी लगाकर अपनी जान दी है। अभी कुछ कहां नही जा सकता है। अधिकारियों ने बताया कि मौत की सूचना मिली है। मौत कैसे हुई है ये अभी बताया नहीं जा सकता है। ओएसडी साहब एक अच्छे इंसान थे। काम भी अच्छा करते थे। वहीं घटना की सूचना मिलते ही सदर एडीपीओ शैशव यादव मौके पर पहुच चुके है। बक्सर में हुई इस बड़ी घटना के बाद से आलाधिकारियों में हलचल तेज हो गई है। उधर ओएसडी तौकीर अकरम के घर पर लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई है। घर के सदस्यों का रो- रोकर बुरा हाल है।

    यहां के डीएम भी कर चुकें हैं आत्महत्या

    इस हाई प्रोफाइल मामले में कोई भी अधिकारी मीडिया से जानकारी साझा करने में कतरा रहा है। बता दें कि इसी साल 10 अगस्त को ही बक्सर डीएम मुकेश पांडेय ने दिल्ली एनसीआर में आत्महत्या कर ली थी। मुकेश पांडेय की लाश गाजियाबाद रेल पुलिस ने बरामद की थी। पांडेय 2012 बैच के IAS अफसर थे। बिहार के ही रहनेवाले हैं। आत्महत्या के पहले मुकेश पांडेय ने अपना सुसाइड नोट नई दिल्ली के चाणक्यपुरी में स्थित 7 स्टार होटल लीला के कमरा संख्या 7 स्टार होटल लीला के कमरा संख्या 742 में छोड़ा था।

  • बक्सर के जिलाधिकारी ने की आत्महत्या

    बक्सर के जिलाधिकारी ने की आत्महत्या

    पारिवारिक विवाद बना कारण

    बक्सर। जिलाधिकारी मुकेश पांडेय ने आत्महत्या कर ली है। आत्महत्या के पीछे पारिवारिक विवाद व तनातनी को कारण बताया जा रहा है। आत्महत्या से पूर्व बक्सर सर्किट हाउस में अपने मोबाइल में रिकॉर्ड किया विडियो मैसेज में उन्होंने साफ कहा कि उनकी पत्नी और माता-पिता के बीच संबंधों में तनाव के कारण उनका जीना दुश्वार हो गया था। पत्नी व माता पिता हमेशा उलझते रहते थे। साथ ही कहा कि उनकी पत्नी और माता-पिता उनसे अत्यधिक प्यार करते थे। कहा कि पत्नी भी उनको काफी प्यार करती थी, लेकिन अति हो गई थी। किसी भी चीज की अति अच्छी नहीं होती है। मेरे पास कोई विकल्प नहीं है। इसलिए फ्रस्ट्रेशन में अपनी जीवनलीला को खत्म करने का निर्णय लेना पड़ रहा है।