श्रेणी: Nalanda

  • बिहार को मिलेगी सड़क कनेक्टिविटी की सौगात, 600 करोड़ की लागत से बनेंगे तीन नए बायपास

    बिहार को मिलेगी सड़क कनेक्टिविटी की सौगात, 600 करोड़ की लागत से बनेंगे तीन नए बायपास

    KKN गुरुग्राम डेस्क | बिहार में सड़क अधोसंरचना को मजबूती देने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है। राज्य के चार प्रमुख जिलों—नालंदा, लखीसराय, आरा और राजगीर—में तीन नए बायपास बनाए जा रहे हैं। इन परियोजनाओं पर कुल ₹600 करोड़ खर्च किए जा रहे हैं। इस ऐलान को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी प्रगति यात्रा के दौरान किया, जो राज्य में विकास योजनाओं की समीक्षा के लिए की जा रही है। बायपास निर्माण कार्य की शुरुआत हो चुकी है, जिससे राज्य के रोड नेटवर्क को नया आयाम मिलने वाला है।

    बिहार में बनने वाले तीन नए बायपास की पूरी जानकारी

    1. आरा-मोहनिया बायपास

    बिहार के बक्सर और रोहतास जिलों को जोड़ने वाले आरा-मोहनिया बायपास की लंबाई लगभग 12.25 किलोमीटर होगी। इसे पथ निर्माण प्रमंडल कोचस के अंतर्गत बनाया जा रहा है और इसकी लागत करीब ₹54 करोड़ होगी।

    यह बायपास आरा और मोहनिया के बीच भारी ट्रैफिक से राहत दिलाएगा और यात्रा समय को कम करेगा। स्थानीय लोगों और यात्रियों को इसके निर्माण से बड़ी सहूलियत मिलेगी।

    2. सर्मारा से पचना ग्रीनफील्ड बायपास (नालंदा-लखीसराय)

    यह बायपास नालंदा और लखीसराय जिलों को जोड़ने वाला एक महत्त्वपूर्ण ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट है। इसकी लंबाई करीब 21.5 किलोमीटर होगी और इस पर लगभग ₹481 करोड़ की लागत आएगी।

    वर्तमान में इन जिलों के बीच ट्रैफिक जाम एक बड़ी समस्या है। इस बायपास के बन जाने से यात्रा न केवल सुविधाजनक होगी, बल्कि ट्रैफिक में लगने वाले समय की भी बचत होगी। यह बायपास माल और सेवाओं की निर्बाध आवाजाही में मदद करेगा और क्षेत्रीय आर्थिक विकास को बढ़ावा देगा।

    3. राजगीर बायपास का चौड़ीकरण

    पर्यटन और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से महत्त्वपूर्ण राजगीर को और अधिक बेहतर कनेक्टिविटी देने के लिए NH-82 पर स्थित राजगीर बायपास को दो लेन से चार लेन में विस्तारित किया जा रहा है। यह परियोजना हसनपुर गांव से राजगीर इंटरनेशनल स्पोर्ट्स अकादमी तक फैली होगी और इस पर लगभग ₹139 करोड़ की लागत आएगी।

    इसका फायदा न केवल पर्यटकों को मिलेगा, बल्कि क्षेत्र में हो रहे खेल आयोजनों और विकास कार्यों को भी गति मिलेगी। यह राजगीर को एक अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

    इन सड़क परियोजनाओं से मिलने वाले लाभ

    इन बायपास परियोजनाओं से स्थानीय निवासियों और यात्रियों को कई तरह के लाभ होंगे। ये सड़कें न केवल कनेक्टिविटी बढ़ाएंगी, बल्कि आर्थिक गतिविधियों और जीवन की गुणवत्ता को भी सुधारेंगी।

    1. ट्रैफिक जाम से मुक्ति

    शहरों के बीच यातायात को बायपास कर देने से भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में ट्रैफिक कम होगा और सफर अधिक सुगम होगा।

    2. पर्यटन और व्यापार को बढ़ावा

    राजगीर, नालंदा और लखीसराय जैसे प्रमुख स्थलों की बेहतर पहुंच से पर्यटन, व्यापार और निवेश को बल मिलेगा।

    3. आर्थिक विकास को गति

    बेहतर सड़कें माल और सेवाओं की तेजी से आपूर्ति में मदद करेंगी, जिससे स्थानीय व्यापार और रोज़गार को लाभ होगा।

    4. जीवन की गुणवत्ता में सुधार

    अच्छी और सुरक्षित सड़कों से यात्रियों और स्थानीय लोगों को राहत मिलेगी और दुर्घटनाओं में भी कमी आएगी।

    मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की भूमिका

    इन बायपास परियोजनाओं की घोषणा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी प्रगति यात्रा के दौरान की। इस यात्रा का उद्देश्य राज्य भर में चल रही विकास योजनाओं की समीक्षा करना है। मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को इन परियोजनाओं को तेज़ी और गुणवत्ता के साथ पूरा करने के निर्देश दिए हैं।

    नीतीश कुमार की यह पहल बिहार को मजबूत सड़क नेटवर्क प्रदान करने की दिशा में एक सकारात्मक प्रयास है, जिससे राज्य के आर्थिक और सामाजिक विकास को नई दिशा मिलेगी।

    निर्माण की समयसीमा और भविष्य की योजनाएं

    हालांकि परियोजनाओं का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है, लेकिन इसकी पूर्णता समयसारिणी संसाधनों की उपलब्धता और निर्माण की गति पर निर्भर करेगी। अनुमान है कि अगले कुछ वर्षों में ये बायपास बनकर तैयार हो जाएंगे।

    राज्य सरकार की योजना केवल इन तीन परियोजनाओं तक सीमित नहीं है। आने वाले समय में और बायपास, फ्लाईओवर और हाईवे भी प्रस्तावित हैं, जिससे बिहार की सड़क व्यवस्था पूरी तरह से आधुनिक बन सके।

    बिहार में ₹600 करोड़ की लागत से बनने वाले ये तीन बायपास—आरा-मोहनिया, सर्मारा से पचना ग्रीनफील्ड, और राजगीर बायपास विस्तार—राज्य की सड़क व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम हैं। इससे न केवल यातायात में सुधार होगा, बल्कि आर्थिक और सामाजिक विकास को भी नई रफ्तार मिलेगी।

    मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में शुरू हुई इन परियोजनाओं से यह स्पष्ट है कि राज्य सरकार बुनियादी ढांचे को सशक्त करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। जैसे-जैसे ये परियोजनाएं पूरी होंगी, बिहार का भविष्य बेहतर सड़कें, तेज़ यात्रा और समृद्ध अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ेगा।

  • नालंदा में दर्दनाक सड़क हादसा: बाइक और ट्रक की टक्कर में तीन की मौत

    नालंदा में दर्दनाक सड़क हादसा: बाइक और ट्रक की टक्कर में तीन की मौत

    KKN गुरुग्राम डेस्क |  नालंदा जिले में एक भीषण सड़क हादसा (Road Accident in Nalanda) हुआ, जिसमें तीन लोगों की जान चली गई। यह घटना राजगीर थाना क्षेत्र (Rajgir Police Station) के लहुवार लक्ष्मीपुर इलाके में हुई। मृतकों में दो युवक मुकेश कुमार (Mukesh Kumar) और मंटू कुमार (Mantu Kumar) शामिल हैं, जो इसी गांव के रहने वाले थे। तीसरी मृतक एक 14 वर्षीय अज्ञात लड़की है, जिसकी पहचान अब तक नहीं हो पाई है।

    कैसे हुआ यह भयानक एक्सीडेंट (How the Accident Happened)?

    यह हादसा उस समय हुआ जब तीनों लोग प्रयागराज (Prayagraj) जाने के लिए बुद्ध पूर्णिमा एक्सप्रेस ट्रेन (Buddha Purnima Express Train) पकड़ने के लिए राजगीर रेलवे स्टेशन (Rajgir Railway Station) की ओर जा रहे थे। रास्ते में जब वे बाईपास रोड (Bypass Road) से गुजर रहे थे, तभी एक खड़े ट्रक (Parked Truck) से उनकी मोटरसाइकिल (Motorcycle) की जोरदार टक्कर हो गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि मुकेश और मंटू की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि लड़की ने कुछ समय बाद दम तोड़ दिया।

    मृतकों की पहचान और पुलिस की जांच (Victims’ Identity and Police Investigation)

    मृतकों में शामिल 20 वर्षीय मुकेश कुमार, 18 वर्षीय मंटू कुमार और 14 साल की एक लड़की है, जिसकी पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। पुलिस उसकी पहचान करने की पूरी कोशिश कर रही है।

    हादसे के बाद ट्रक ड्राइवर (Truck Driver) मौके से फरार हो गया। घटना की सूचना मिलते ही राजगीर थाना प्रभारी (Rajgir SHO) रमन कुमार, इंस्पेक्टर संजय कुमार और पुलिस बल मौके पर पहुंचे। फिलहाल ट्रक को जब्त (Truck Seized) कर लिया गया है और पुलिस स्टेशन लाया गया है।

    Nalanda में बढ़ रहे Road Accidents, कौन है जिम्मेदार?

    नालंदा में सड़क हादसों की संख्या लगातार बढ़ रही है। Rajgir Bypass और अन्य इलाकों में लापरवाही से गाड़ियां पार्क (Illegal Parking) करने और ट्रैफिक रूल्स (Traffic Rules) के पालन में कमी की वजह से ऐसे हादसे हो रहे हैं।

    1. खराब सड़कें (Poor Road Conditions) – गड्ढे और सही सड़क व्यवस्था न होने से कई दुर्घटनाएं होती हैं।
    2. लापरवाही से खड़े ट्रक (Negligent Truck Parking) – राजगीर और आसपास के इलाकों में सड़क किनारे खड़े भारी वाहन दुर्घटनाओं का कारण बन रहे हैं।
    3. Over Speeding और Negligent Driving – तेज रफ्तार और ट्रैफिक नियमों की अनदेखी भी इन हादसों का मुख्य कारण है।

    स्थानीय लोगों का गुस्सा, सख्त कार्रवाई की मांग

    इस हादसे के बाद स्थानीय लोगों (Local Residents) में गुस्सा है। उनका कहना है कि अगर सड़क पर खड़े ट्रकों की सही निगरानी होती और ट्रैफिक नियमों को सख्ती से लागू किया जाता, तो यह घटना टाली जा सकती थी। लोग Bihar Government और Local Administration से ट्रैफिक नियमों (Traffic Laws) को सख्ती से लागू करने की मांग कर रहे हैं।

    पुलिस ने क्या कदम उठाए? (Police Actions After the Accident)

    पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर ट्रक को जब्त (Truck Seized by Police) कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। ट्रक ड्राइवर फरार है और पुलिस उसकी तलाश कर रही है। साथ ही, पुलिस उस 14 वर्षीय लड़की की पहचान (Identification of the Girl) करने के लिए आसपास के इलाकों में पूछताछ कर रही है।

    सड़क सुरक्षा पर उठे सवाल (Road Safety Concerns in Nalanda)

    यह घटना Bihar Road Safety के प्रति प्रशासन की लापरवाही को उजागर करती है।

    • सड़क किनारे अनाधिकृत वाहन पार्किंग (Illegal Parking) को लेकर कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती।
    • CCTV Cameras और Traffic Police की मौजूदगी बेहद कम है।
    • Speed Limit Rules का पालन नहीं किया जाता।

    कैसे रोका जाए ऐसे हादसे? (How to Prevent Such Accidents?)

    1. सड़क किनारे खड़े ट्रकों के खिलाफ कार्रवाई (Strict Action Against Illegal Parking)
    2. स्पीड लिमिट पर सख्ती (Strict Speed Limit Enforcement)
    3. CCTV Surveillance और Monitoring
    4. Traffic Awareness Campaigns

    यह हादसा एक बार फिर साबित करता है कि Nalanda Road Safety को लेकर प्रशासन को सख्ती बरतने की जरूरत है। अगर समय रहते ट्रैफिक नियमों को लागू नहीं किया गया, तो भविष्य में ऐसे हादसे दोबारा हो सकते हैं।

    फिलहाल, पुलिस जांच जारी (Police Investigation Ongoing) है और ट्रक ड्राइवर की तलाश की जा रही है। प्रशासन को चाहिए कि वह Road Safety पर गंभीरता से ध्यान दे, ताकि आगे इस तरह की त्रासदी से बचा जा सके।

  • आरजेडी नेता की गोली मारकर हत्या, समर्थको ने काटा बवाल

    आरजेडी नेता की गोली मारकर हत्या, समर्थको ने काटा बवाल

    बिहार के नालंदा जिले के दीपनगर थाना क्षेत्र में आरजेडी के एक नेता की गोली मार कर हत्या कर दी गई है। मृतक की पहचान इंदल पासवान के रूप में हो गई है। आरजेडी नेता श्री पासवान की हत्या से नाराज आरजेडी के समर्थको ने जमकर बवाल मचाया और एक घर में आग लगा दी। गुस्साए समर्थको ने दो संदिग्धों को पीटकर बुरी तरह घायल भी कर दिया है।


    सीएम के गृह जिला की है घटना


    बतातें चलें कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का गृहजिला है नालंदा और अपराधियों का कहर यहां थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस घटना के बाद स्थानीय लोगो में सरकार के प्रति जबरदस्त आक्रोश है। आरजेडी नेता श्री पासवान का यहां अपना कारोबार भी चलता था। समझा जा रहा है कि इसी सिलसिले में अपराधियों ने हत्या को अंजाम दिया है। हालांकि, अभी हत्या के कारणो का खुलाशा होना बाकी है। घटना मंगलवार देर रात की है।

  • प्यार हो या पढ़ाई, उम्र की सीमा मायने नही रखती

    प्यार हो या पढ़ाई, उम्र की सीमा मायने नही रखती

    उम्र के अंतिम पड़ाव पर पहुंच कर लिया स्नातकोत्तर की डिग्री

    बिहार। पढ़ाई हो या प्यार… उम्र की कोई सीमा नही होती। अलबत्ता, इसके लिए जज्बा होना चाहिए। इसी जज्बे के साथ एक नया कीर्तिमान बनाया है राजकुमार वैश्य ने। दरअसल, 98 वर्षीय बुजुर्ग राजकुमार ने अर्थशास्त्र में स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की है। बिहार के नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी से उन्होंने 98 साल की उम्र में एमए की उपाधि पाई है और वो भी अर्थशास्त्र में। नालंदा ओपेन यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में राज कुमार को अर्थशास्त्र में स्नातकोत्तर की डिग्री दी गई। इस मौके पर जब उनसे पूछा गया कि वो युवाओं को क्या संदेश देना चाहेंगे तो उन्होंने कहा … हमेशा कोशिश करते रहें।

  • ससुराल वालों की पिटाई से विवाहिता को हुआ गर्भपात

    बिहारशरीफ। नालंदा जिले से एक बार फिर दहेज के नाम पर महिला के साथ मारपीट का मामला सामने आया है। खबर के मुताबिक नालंदा जिले के हिलसा थाना क्षेत्र में ससुराल वालों में गर्भवती महिला के साथ मार पीट की जिससे महिला का गर्भपात हो गया। यही नहीं ससुरालवालों ने प्रताड़ित कर उसे घर से भी निकाल दिया। इंसाफ की आस में पीड़िता ने पति समेत चार लोगों के खिलाफ महिला थाना में एफआईआर दर्ज करवाया है।
    बतातें चलें कि नालंदा जिले के हिलसा थाना क्षेत्र के अषाढ़ी गांव निवासी वीणा रानी की शादी एक वर्ष पूर्व गोसाईंपुर निवासी श्रवण उर्फ मधुरेन्द्र कुमार के साथ हुई थी। शादी के बाद कुछ समय खुशी-खुशी बीता। इसके बाद ससुरालवाले दहेज के रूप में दो लाख रुपये की मांग करने लगे। मांग पूरी नहीं होने पर उसे प्रताड़ित किया जाता था। इसी दौरान महिला गर्भवती हो गयी। करीब एक माह पूर्व महिला के साथ मारपीट की गयी। पिटाई से महिला का गर्भपात हो गया।

  • बिहार के बच्ची का लाश अमेरिका में मिला

    बिहार के बच्ची का लाश अमेरिका में मिला

    बिहार। बिहार के नालंदा मदर टेरेसा अनाथ सेवा आश्रम तीन साल की बच्ची सरस्वती उर्फ शेरिनी मैथ्यूज की अमेरिका में लाश मिला है। अमेरिका के टेक्सास प्रांत निवासी दंपती ने दूध नहीं पीने पर बच्ची को घर से बाहर निकाल दिया था। उसके बाद से बच्ची गायब थी। सोमवार को बच्ची के शव मिलने की सूचना अनाथ सेवा आश्रम के लोगों को मिली है।
    नालंदा मदर टेरेसा अनाथ सेवा आश्रम ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि वहां की पुलिस ने एक कंकाल बरामद किया है। बरामद कंकाल गायब बच्ची के होने की संभावना जतायी गयी है। उन्होंने कहा कि बच्ची को गोद लेने वाले दंपती के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए। दोषी दंपती को भारत में लाकर सजा दी जाए। बच्ची को गोद लेते समय दंपती ने बड़े-बड़े वायदे किये थे। अच्छे ढंग से रखने की बात कही थी।
    बताया गया कि नालंदा के तत्कालीन एसपी कुमार आशीष, उनकी पत्नी देवयानी व बाल संरक्षण इकाई की निदेशक नेहा नुपूर की मौजूदगी में बच्ची को अमेरिकन दंपत्ती को सौंपा गया था। अध्यक्ष ने बताया कि गोद लेने के बाद दंपती ने सरस्वती का नाम शेरिन मैथ्यूज रखा था। दत्तक पिता वेसिली मैथ्यूज मूलत: भारत के एर्नाकुलम के निवासी हैं।

  • दबंगो ने बुजुर्ग से चटवाया थूक

    दबंगो ने बुजुर्ग से चटवाया थूक

    बिहार। नालंदा जिले में खैनी लेने के लिए बिना दस्तक दिए घर में प्रवेस कर जाने के आरोप में दबंग सुरेन्द्र यादव ने 54 साल के महेश ठाकुर को जमीन पर उसी का थूक रख कर चाटने को विवश कर दिया। महेश ठाकुर का कसूर सिर्फ इतना था कि वह सुरेन्द्र यादव के दरवाजे पर बिना दस्तक दिए घर के अंदर दाखिल हो गया था। इसके बाद पहले तो घर की महिलाओं ने उस पर चप्पल से भी वार किया। फिर उसे थूक चाटने को विवश कर दिया गया। पुलिस मामले की छनबीन में जुटी है।

  • बिहार में थम नही रहा है देह व्यापार का धंधा

    बिहार में थम नही रहा है देह व्यापार का धंधा

    नालंदा से दो महिला सहीत एक मनचले गिरफ्तार

    बिहार। नालंदा के लहेरी थाना के नाला रोड में पुलिस ने एक मकान में छापेमारी कर सेक्स रैकेट का खुलाशा किया है। पुलिस ने मौके पर से दो महिला और एक मनचले को संदिग्ध अवस्था में गिरफ्तार कर लिया है।
    पुलिस को मिली गुप्त सूचना के आधार पर की गई छापेमारी में दो महिला और पुरुष को आपत्तिजनक हालत में गिरफ्तार किया गया है। जबकि इस धंधे की संचालिका और उसके सहयोगी को भी पुलिस ने मौके से दबोच लिया है। हालांकि पुलिस को देखते ही अन्य कई मनचले दीवार कूद कर फरार हो गए। इससे पहले पुलिस को सूचना मिली थी की नाला रोड के एक मकान में देह व्यपार का धंधा किया जा रहा है। बतातें चलें कि पिछले कई वर्षों से इस मोहल्ले में देह व्यपार का धंधा चल रहा था।

  • नालंदा में फूड प्वाइजनिंग, 60 से अधिक बच्चे बीमार

    नालांदा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा के दीपनगर थाना क्षेत्र के लालबाग में शादी समारोह के दौरान प्रसाद खाने से 60 से अधिक बच्चे बीमार हो गये। सभी को आनन फानन में इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उनका इलाज चल रहा है। जानकारी के मुताबिक गांव के छोटे चौहान के घर शादी थी और इस दौरान सभी ने सत्यनारायण स्वामी पूजा की प्रसाद ग्रहण किया था। प्रसाद खाने के बाद 60 से अधिक बच्चे बीमार पड़ गए। इसके अलावा कुछ बड़े लोगों ने भी पेट दर्द की शिकायत की है। फिलहाल सभी बच्चों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।

  • राजगीर में राजद का तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर

    राजगीर में राजद का तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर

    अनाप-शनाप बयान नही दें नेता : लालू

    राजगीर। राजगीर में राजद का तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर चल रहा है। इस शिविर को संबोधित करते हुए राजद  सुप्रीमो लालू प्रसाद ने नेताओं को बेवजह का बयान जारी करने से परहेज करने की नसीहत दी है। कहा कि स्वयं में नेता बनें, बूथ से लेकर गांव में पूरा समय काम करें। इधर-उधर पार्टियों में जाने वाले कार्यकर्ता हमें नहीं चाहिए। पार्टी के इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य है कि संगठन में अनुशासन कायम हो। लालू ने कहा कि आज लगता है कि जम्मू-कश्मीर हमारे हाथ से निकल चुका है। नोटबंदी के समय नक्सलवाद के समाप्त होने का दावा किया जा रहा था, लेकिन हाल ही में 25 जवानों को शहादत देनी पड़ी। तीन तलाक पर लालू ने कहा कि यह पर्सनल लॉ के तहत है। उसे भी गलत दिशा देकर भाजपा मुस्लिम महिलाओं को विभाजित करना चाहती हैं। भाषण के दौरान जब लालू अपने लय में आ गये तब कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इधर के ट्रंप हो गयें हैं। उन्होंने कहा कि कट्टरपंथियों के हाथों में देश सुरक्षित नहीं रह सकता है।
    इससे पहले उद्घाटन कार्यक्रम में पूर्व सांसद जगदानंद सिंह ने कहा कि युद्ध की तैयारी शांति के समय की जाती है। प्रशिक्षण के दौरान कार्यकर्ता विचारों से लैस हों और चौक-चौराहों पर बहसों में विरोधियों को शिकस्त दें। राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज झा ने कहा कि सामाजिक न्याय की धारा मजबूत करने के लिए नव सामंतवाद को अपने अंदर से समाप्त करना होगा। पूर्व सांसद मंगनीलाल मंडल ने भी विचार रखे। कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, सांसद डॉ. मीसा भारती, मंत्री अब्दुलबारी सिद्दिकी सहित सभी मंत्री, सांसद, विधायक व पार्टी पदाधिकारी मौजूद थे।