श्रेणी: Sitamarhi

  • बिहार राज्य पथ परिवहन निगम को मिली नई बसों की खेप, यात्री सेवा में होगी सुधार

    बिहार राज्य पथ परिवहन निगम को मिली नई बसों की खेप, यात्री सेवा में होगी सुधार

    KKN गुरुग्राम डेस्क | बिहार राज्य पथ परिवहन निगम (BSTRC) को मुजफ्फरपुर डिवीजन में 30 नई बसों का एक बड़ा बेड़ा मिला है, जिससे अब इलाके के सार्वजनिक परिवहन में और सुधार होगा। यह नई बसें 40 सीटों वाली हैं और इनका संचालन जल्द ही शुरू किया जाएगा। इससे पहले निगम के पास 165 बसें थीं, लेकिन इन नई बसों के जुड़ने के बाद अब कुल बसों की संख्या बढ़कर 195 हो गई है। इससे यात्रियों को बेहतर सुविधा मिलेगी, खासकर त्योहारों के समय जब यात्रियों की संख्या अधिक हो जाती थी।

    नई बसों से जिले में यात्रा होगी और आसान

    नई बसों के आने से मुजफ्फरपुर और आसपास के जिलों जैसे पटना, दरभंगा, सीतामढ़ी, शिवहर और मोतिहारी के बीच यात्रा और भी आसान हो जाएगी। बीएसआरटीसी के क्षेत्रीय प्रबंधक आशीष कुमार ने बताया कि मुख्यालय से मुजफ्फरपुर डिवीजन को नई बसें उपलब्ध कराई गई हैं और उनकी रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इसके बाद रूट तय कर इन बसों का परिचालन शुरू किया जाएगा।

    यह नई बसें यात्रियों के लिए बहुत सुविधाजनक साबित होंगी क्योंकि अब विभिन्न जिलों के बीच यात्रा में आसानी होगी और यात्रा का समय भी कम होगा। त्योहारों में भीड़-भाड़ और बसों के अभाव की समस्या समाप्त हो जाएगी, क्योंकि अब यात्रियों के लिए बसों की उपलब्धता बढ़ जाएगी।

    40 सीटों वाली बसें – आराम और सुविधा

    नई बसें 40 सीटों वाली हैं, जो यात्रियों को ज्यादा आराम और सुविधा प्रदान करेंगी। इन बसों के अंदर की सीटें पहले से ज्यादा आरामदायक हैं, जिससे लंबी यात्रा के दौरान यात्रियों को कोई परेशानी नहीं होगी। बसों का आकार भी पहले से छोटा और कॉम्पैक्ट है, जिससे ट्रैफिक में भी ये आसानी से चल सकेंगी। इसके साथ ही, इन बसों में अब यात्रियों को ज्यादा जगह मिलेगी, जिससे भीड़-भाड़ कम होगी और यात्रा का अनुभव सुखद रहेगा।

    इसके अलावा, इन नई बसों का परिचालन शुरू होने के बाद पुराने बसों की मरम्मत का काम भी किया जाएगा, ताकि उनकी स्थिति और बेहतर हो सके। यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी बसें समय पर सर्विसिंग और मेंटेनेंस से गुजरें, जिससे यात्रियों को सुरक्षित यात्रा का अनुभव मिले।

    बिहार में इलेक्ट्रिक बसों का भविष्य

    नई बसों के साथ-साथ बिहार राज्य में पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए इलेक्ट्रिक बसों का संचालन भी शुरू किया जाएगा। प्रधानमंत्री इलेक्ट्रिक बस योजना के तहत बिहार के छह प्रमुख शहरों में करीब 400 इलेक्ट्रिक बसों का परिचालन होगा, जिसमें मुजफ्फरपुर को भी 50 इलेक्ट्रिक बसें मिलेंगी। यह कदम राज्य में प्रदूषण को कम करने और सार्वजनिक परिवहन को अधिक पर्यावरण के अनुकूल बनाने की दिशा में उठाया गया है।

    मुजफ्फरपुर डिवीजन में इन इलेक्ट्रिक बसों का आगमन एक बड़ा कदम होगा। इसके लिए बस स्टैंड में चार्जिंग स्टेशन और डिपो में अन्य बुनियादी सुविधाओं को बेहतर किया जाएगा। इसके अलावा, बिजली के विशेष फीडर का निर्माण भी किया जा रहा है, ताकि इलेक्ट्रिक बसों को सुचारु रूप से चार्ज किया जा सके और किसी प्रकार की कोई रुकावट न हो।

    स्थानीय समुदायों और अर्थव्यवस्था पर प्रभाव

    नई बसों के आगमन से केवल यात्री सेवाओं में सुधार नहीं होगा, बल्कि इसका स्थानीय अर्थव्यवस्था पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। मुजफ्फरपुर और आसपास के क्षेत्रों में अब अधिक कनेक्टिविटी होगी, जिससे व्यापार, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच आसान होगी। यह बसें दैनिक यात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण साधन बनेंगी और लोग बिना किसी परेशानी के आसानी से अपनी मंजिल तक पहुंच सकेंगे।

    साथ ही, इन इलेक्ट्रिक बसों के आने से प्रदूषण स्तर कम होगा, जिससे मुजफ्फरपुर और आसपास के क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता में सुधार होगा। यह राज्य के पर्यावरणीय दृष्टिकोण को मजबूत करेगा और इसे एक क्लीनर और ग्रीन ट्रांसपोर्ट नेटवर्क की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जाएगा।

    बुनियादी ढांचे में सुधार

    नई बसों के परिचालन के साथ-साथ परिवहन के बुनियादी ढांचे को भी बेहतर किया जाएगा। मुजफ्फरपुर के बस स्टैंड में नए चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए जाएंगे, और डिपो में अन्य सुविधाओं को भी अपग्रेड किया जाएगा। इस तरह के बदलाव से यात्रियों को अधिक सुविधाएं मिलेंगी और परिवहन सेवाएं और भी सुचारु रूप से चल सकेंगी।

    साथ ही, रोड नेटवर्क की स्थिति को बेहतर किया जाएगा, ताकि बसों का परिचालन और भी आसान हो सके और किसी प्रकार की कोई रुकावट न आए। इसके लिए विभिन्न स्थानों पर काम चल रहा है, जिससे आने वाले समय में यात्रा अनुभव और भी बेहतर हो सकेगा।

    यात्रियों की बढ़ती मांग और भविष्य की योजनाएं

    मुजफ्फरपुर डिवीजन में बसों की बढ़ती संख्या से यात्रियों की बढ़ती मांग को पूरा किया जा सकेगा। त्योहारों या छुट्टियों के मौसम में जब बसों की भारी मांग होती है, नई बसों के साथ यात्रियों को कोई समस्या नहीं होगी। इसके अलावा, भविष्य में और बसों के परिचालन की योजना बनाई जा रही है, ताकि सभी यात्री गंतव्य तक सुरक्षित और आरामदायक तरीके से पहुंच सकें।

    इलेक्ट्रिक बसों के आने से यात्री सेवाएं और भी बेहतर हो जाएंगी, और इन बसों के संचालन के बाद यहां के परिवहन नेटवर्क को और भी बढ़ावा मिलेगा। आने वाले समय में, बीएसआरटीसी मुजफ्फरपुर डिवीजन को और भी बसों के लिए तैयार किया जा रहा है, ताकि और ज्यादा यात्रियों को कवर किया जा सके।

    संभावित चुनौतियां और समाधान

    नई बसों के परिचालन से यात्रियों को कई लाभ मिलेंगे, लेकिन कुछ चुनौतियां भी हो सकती हैं। एक बड़ी चुनौती बसों की मरम्मत और मेंटेनेंस की होगी। पुराने और नई दोनों बसों के लिए नियमित रखरखाव सुनिश्चित करना आवश्यक होगा, ताकि बसें हमेशा अच्छी स्थिति में रहें और यात्रियों को किसी भी समस्या का सामना न करना पड़े।

    इसके अलावा, इलेक्ट्रिक बसों के नेटवर्क के लिए जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर को पूरा करना भी एक चुनौती होगी। हालांकि, बीएसआरटीसी पहले से ही इन चार्जिंग स्टेशनों और बिजली सप्लाई नेटवर्क पर काम कर रहा है, ताकि कोई भी विघटन न हो और बसों का संचालन सुचारू रूप से होता रहे।

    मुजफ्फरपुर में नई बसों का आगमन और इलेक्ट्रिक बसों की योजना एक सकारात्मक कदम है जो न केवल यात्रा को और सुविधाजनक बनाएगा, बल्कि पर्यावरणीय दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण होगा। इन बदलावों से मुजफ्फरपुर और आसपास के क्षेत्रों के लोग बेहतर यात्रा अनुभव का लाभ उठा सकेंगे और परिवहन नेटवर्क के सुदृढ़ीकरण से राज्य की अर्थव्यवस्था को भी फायदा होगा।

    इस पहल से बीएसआरटीसी ने दिखाया है कि वह यात्री सुविधाओं को प्राथमिकता देते हुए आधुनिक परिवहन समाधान लाने के लिए प्रतिबद्ध है। आने वाले वर्षों में, यह परिवहन नेटवर्क और भी प्रभावी, सुरक्षित और पर्यावरण के अनुकूल होगा, जिससे बिहार के नागरिकों के लिए यात्रा अधिक आरामदायक और सुलभ हो सकेगी।

  • Bihar Weather Update: 12 जिलों में बारिश और तेज़ हवाओं की संभावना, येलो अलर्ट जारी

    Bihar Weather Update: 12 जिलों में बारिश और तेज़ हवाओं की संभावना, येलो अलर्ट जारी

    KKN  गुरुग्राम डेस्क | बिहार में मौसम के मिजाज में बदलाव आने वाला है। मौसम विभाग ने आगामी दो दिनों के लिए (28 फरवरी और 1 मार्च) बारिश और आंधी के अनुमान का संकेत दिया है। शुक्रवार, 28 फरवरी और शनिवार, 1 मार्च को बिहार के 12 जिलों में भारी बारिश और आंधी आने की संभावना है। इस दौरान तेज़ हवाएं भी चल सकती हैं, जिससे सामान्य जीवन प्रभावित हो सकता है। मौसम विभाग ने इन जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है।

    बिहार में बारिश का अलर्ट: 12 जिलों पर येलो अलर्ट

    मौसम विभाग के अनुसार, 28 फरवरी और 1 मार्च को बिहार के कई जिलों में आंधी और बारिश का प्रभाव देखने को मिल सकता है। जिन जिलों में बारिश की संभावना है, उनमें पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, मधुबनी, कैमूर, औरंगाबाद, रोहतास, नवादा, जमुई, बांका और गया शामिल हैं। इन सभी जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।

    मौसम विभाग का कहना है कि इन जिलों में 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है, जिससे लोगों को थोड़ी असुविधा हो सकती है। आंधी और बारिश के कारण सड़क यातायात भी प्रभावित हो सकता है, इसलिए इन इलाकों के निवासियों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

    मार्च की शुरुआत बारिश के साथ

    मौसम विभाग का कहना है कि मार्च के पहले दिन हल्की बारिश हो सकती है। दक्षिण बिहार के कुछ हिस्सों में भी बारिश की संभावना जताई गई है, हालांकि यह बारिश हल्की रहेगी। इसके साथ ही, अगले कुछ दिनों में तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ोतरी हो सकती है। बारिश और बढ़ते तापमान से बिहारवासियों को थोड़ी राहत मिल सकती है।

    बिहार के तापमान में बदलाव

    बिहार में पिछले कुछ दिनों से तापमान में उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। 27 फरवरी को राज्य के कई इलाकों में तापमान में वृद्धि दर्ज की गई। पटना समेत अन्य शहरों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी हुई। खासकर, मधुबनी जिले का तापमान 30.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो उस दिन बिहार का सबसे गर्म जिला रहा। वहीं, पूर्वी चंपारण के मोतिहारी में तापमान 10.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो उस दिन सबसे ठंडा था।

    बिहार में तापमान में अचानक बदलाव के कारण लोग थोड़े परेशान हो सकते हैं, क्योंकि दिन में गर्मी और रात में ठंड का अनुभव हो रहा है। इस प्रकार के बदलाव स्वास्थ्य पर भी असर डाल सकते हैं, खासकर उन लोगों को जो मौसम के उतार-चढ़ाव के लिए तैयार नहीं होते हैं।

    नवादा में मौसम की स्थिति

    नवादा जिले में अगले दो-तीन दिनों तक मौसम ठंडा रहने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार, नवादा में बादल छाए रहेंगे, और न्यूनतम तापमान में थोड़ी गिरावट आ सकती है। 27 फरवरी को नवादा का न्यूनतम तापमान 11 से 13 डिग्री सेल्सियस के बीच रिकॉर्ड किया गया था, जो सामान्य से थोड़ा कम था। हालांकि, अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी देखी गई, और जिले के कई हिस्सों में अधिकतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा।

    नवादा के अलावा, नालंदा जिले के सीमावर्ती इलाकों में तापमान 31 डिग्री सेल्सियस तक रिकॉर्ड किया गया, जो कि कुछ क्षेत्रों में तेज़ गर्मी का संकेत है। तापमान में यह तेज़ बदलाव नागरिकों के लिए थोड़ी परेशानी का कारण बन सकता है, क्योंकि गर्मी और ठंड के बीच तालमेल बैठाना मुश्किल हो जाता है।

    येलो अलर्ट का मतलब और तैयारी

    मौसम विभाग द्वारा जारी येलो अलर्ट का मतलब है कि इन जिलों में मौसम अचानक खराब हो सकता है, और लोग असुरक्षित महसूस कर सकते हैं। येलो अलर्ट का मुख्य उद्देश्य स्थानीय लोगों को चेतावनी देना है ताकि वे आगामी मौसम से सतर्क रहें। इस दौरान, तेज़ हवाओं और भारी बारिश के कारण सामान्य जीवन प्रभावित हो सकता है, विशेषकर सड़क यातायात, कृषि गतिविधियों, और अन्य बाहरी कार्यों पर असर पड़ सकता है।

    बिहार में बारिश और हवा के कारण कृषि पर प्रभाव

    बिहार में कृषि एक अहम उद्योग है, और मौसम का बदलाव किसानों पर बड़ा असर डाल सकता है। आगामी बारिश और तेज़ हवाएं विशेषकर उन किसानों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकती हैं जिनकी फसलें तैयार हैं। बारिश और हवा के कारण फसलें खराब हो सकती हैं, खासकर उन क्षेत्रों में जहां मिट्टी के भंडारण की सुविधा कम है और जलनिकासी प्रणाली ठीक से काम नहीं करती।

    किसानों को सलाह दी जाती है कि वे अपने खेतों की स्थिति का आकलन करें और फसल सुरक्षा के उपायों पर ध्यान दें। इसके अलावा, फसलों के संरक्षण के लिए उचित उपाय जैसे कि मिट्टी की समुचित सिंचाई और जलनिकासी की व्यवस्था करना आवश्यक है।

    बिहार में मौसम के साथ तैयारी कैसे करें

    1. मौसम की जानकारी रखें: हमेशा मौसम विभाग से ताजा अपडेट प्राप्त करें ताकि आप किसी भी अप्रत्याशित मौसम परिवर्तन के लिए तैयार रहें।

    2. घर और संपत्ति को सुरक्षित करें: तेज़ हवाओं के दौरान अपनी खिड़कियां और दरवाजे बंद रखें। बाहर रखी चीज़ों को सुरक्षित स्थान पर रखें, ताकि वे उड़ न जाएं।

    3. खेतों को सुरक्षित करें: किसान अपने खेतों में जल निकासी की व्यवस्था सुनिश्चित करें और फसलों को बर्बाद होने से बचाने के लिए सही कदम उठाएं।

    4. आपातकालीन आपूर्ति रखें: हर घर में आपातकालीन आपूर्ति जैसे पानी, खाद्य सामग्री, और बैटरी की व्यवस्था रखें। अगर बिजली चली जाती है तो इन चीज़ों का काम आएगा।

    5. सड़क पर सावधानी बरतें: बारिश और आंधी के समय बाहर जाने से बचें। सड़कें गीली और फिसलन भरी हो सकती हैं, जिससे हादसे हो सकते हैं।

    मौसम के प्रभाव से बचाव के उपाय

    अगर आप बिहार के उन क्षेत्रों में रहते हैं जहां बारिश और आंधी की संभावना है, तो आपको कुछ बुनियादी उपाय करने चाहिए। तेज़ हवाओं से बचने के लिए आप घर के अंदर रहें और खुले क्षेत्रों से बचें। यदि आप खेतों में काम करते हैं, तो सुनिश्चित करें कि आपकी फसलें मजबूत हों और तूफान से पहले किसी भी प्रकार के हल्के क्षति से बचाव किया गया हो।

    मौसम की अप्रत्याशित स्थिति से निपटने के लिए बिहार सरकार द्वारा आपातकालीन प्रबंध किए गए हैं। स्थानीय अधिकारियों से संपर्क करके आप किसी भी प्रकार के बचाव कार्यों की जानकारी ले सकते हैं और मौसम के प्रभाव से बच सकते हैं।

    बिहार में 28 फरवरी और 1 मार्च को मौसम में बदलाव देखा जाएगा। इन दो दिनों में 12 जिलों में आंधी और बारिश का प्रभाव रहने की संभावना है। तेज़ हवाएं और बारिश किसानों, यात्री और आम नागरिकों के लिए चुनौती पेश कर सकती हैं। येलो अलर्ट जारी होने के बाद, सभी को तैयार रहने की सलाह दी जाती है ताकि किसी भी प्रकार की आपात स्थिति से बचा जा सके।

    मौसम के इस बदलाव से पहले, सभी को आवश्यक तैयारी करनी चाहिए ताकि वे किसी भी अप्रत्याशित परिस्थिति का सामना कर सकें।

  • बिहार के 11 जिलों में कोल्ड डे का अलर्ट, गणतंत्र दिवस पर ऐसा रहेगा मौसम

    बिहार के 11 जिलों में कोल्ड डे का अलर्ट, गणतंत्र दिवस पर ऐसा रहेगा मौसम

    KKN गुरुग्राम डेस्क | भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने गणतंत्र दिवस के मौके पर बिहार के मौसम का पूर्वानुमान जारी किया है। रिपोर्ट के अनुसार, राज्य के 11 जिलों में कोल्ड डे की स्थिति बनी रहेगी और घने कोहरे का प्रकोप रहेगा। इन इलाकों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है, जिसमें ठंड और खराब मौसम के प्रति सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

    किन जिलों में येलो अलर्ट जारी हुआ है?

    बिहार के जिन 11 जिलों में कोल्ड डे और घने कोहरे की संभावना जताई गई है, उनमें मुख्य रूप से उत्तरी और पूर्वी इलाके शामिल हैं। ये जिले हैं:

    • पूर्वी चंपारण
    • पश्चिम चंपारण
    • सीतामढ़ी
    • शिवहर
    • मधुबनी
    • मुजफ्फरपुर
    • गोपालगंज
    • सिवान
    • सारण
    • सुपौल
    • अररिया

    इन जिलों में तापमान में तेज गिरावट होने की संभावना है। घने कोहरे और ठंड के कारण लोगों को दिनभर कड़ाके की ठंड महसूस हो सकती है।

    जिन जिलों में अलर्ट नहीं है

    बिहार के कुछ जिले जैसे वैशाली, बक्सर, भोजपुर, पटना, नालंदा, अरवल, जहानाबाद, शेखपुरा, औरंगाबाद, रोहतास और कैमूर को इस येलो अलर्ट में शामिल नहीं किया गया है। हालांकि, इन जिलों में भी ठंड का असर बना रहेगा। नागरिकों को ठंड से बचाव के लिए सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

    घने कोहरे का प्रभाव

    मौसम विभाग के अनुसार, घना कोहरा कोल्ड डे की स्थिति को और गंभीर बना सकता है। कोहरे के कारण दृश्यता (विजिबिलिटी) में भारी कमी आएगी, खासकर सुबह के समय। यह स्थिति सड़क, रेल और हवाई यातायात में बाधा डाल सकती है। वाहन चालकों और यात्रियों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।

    गणतंत्र दिवस के दिन कैसा रहेगा मौसम?

    जैसे-जैसे 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस करीब आ रहा है, ठंड और कोहरे का असर गणतंत्र दिवस समारोह पर भी पड़ सकता है। सुबह के समय होने वाले परेड और अन्य कार्यक्रमों के लिए आयोजकों को मौसम को ध्यान में रखते हुए खास तैयारियां करनी चाहिए। स्कूली बच्चों और प्रतिभागियों को गर्म कपड़े पहनने और ठंड से बचाव के लिए जरूरी इंतजाम करने की सलाह दी गई है।

    कोल्ड डे क्या होता है?

    कोल्ड डे उस स्थिति को कहते हैं जब किसी इलाके का अधिकतम तापमान सामान्य से काफी नीचे चला जाता है, और साथ ही घने कोहरे के कारण सूरज की गर्मी जमीन तक नहीं पहुंच पाती। इस स्थिति में ठंड ज्यादा महसूस होती है और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ सकती हैं। खासकर बच्चों, बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों के लिए यह स्थिति खतरनाक साबित हो सकती है।

    ठंड से बचाव के लिए जरूरी उपाय

    कोल्ड डे और घने कोहरे के दौरान स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए निम्नलिखित सावधानियां बरतें:

    1. गर्म कपड़े पहनें: ऊनी कपड़े, थर्मल और मफलर का इस्तेमाल करें ताकि शरीर गर्म रहे।
    2. बाहर जाने से बचें: सुबह और शाम के समय ठंड सबसे ज्यादा होती है। ऐसे में बाहर जाने से बचें।
    3. हीटर का सही इस्तेमाल करें: अगर घर में हीटर का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो कमरे में उचित वेंटिलेशन का ध्यान रखें।
    4. सावधानी से वाहन चलाएं: कोहरे के कारण विजिबिलिटी कम होगी। ऐसे में गाड़ी चलाते समय फॉग लाइट का इस्तेमाल करें और धीमी गति से चलें।
    5. पानी पीते रहें: ठंड में पानी पीने की आदत कम हो जाती है, लेकिन शरीर को हाइड्रेट रखना जरूरी है।
    6. मौसम अपडेट देखते रहें: IMD के ताजा अपडेट और स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी सलाह का पालन करें।

    कृषि पर प्रभाव

    बिहार के किसानों के लिए यह ठंड और कोहरा चिंता का विषय बन सकता है। गेहूं, आलू और सब्जियों जैसी फसलों पर ठंड का नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। लंबे समय तक कम तापमान से फसलों को नुकसान हो सकता है, जिससे किसानों की आमदनी प्रभावित हो सकती है। सरकार और कृषि विभाग को किसानों की मदद के लिए जरूरी कदम उठाने चाहिए।

    यात्रा के लिए सावधानियां

    जिन जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है, वहां यात्रा करने वाले लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। कोहरे के कारण ट्रेन, फ्लाइट और बस सेवाएं देरी से चल सकती हैं। सड़क यात्रा करने वालों को गाड़ी में फॉग लाइट लगवाने और धीमी गति से वाहन चलाने की सलाह दी गई है।

    बिहार में ठंड का प्रकोप इस समय अपने चरम पर है, और 11 जिलों में जारी कोल्ड डे अलर्ट लोगों के लिए सावधानी का संकेत है। गणतंत्र दिवस के जश्न में मौसम की बाधा जरूर पड़ सकती है, लेकिन सही तैयारी और सतर्कता के साथ इसे प्रबंधित किया जा सकता है।

    ताजा मौसम अपडेट और खबरों के लिए जुड़े रहें KKNLive.com के साथ। हम आपको सटीक और समय पर जानकारी उपलब्ध कराते रहेंगे।

  • बोलने का ढंग Laloo Yadav दिए लेकिन राजनीतिक अधिकार Nitish Kumar दिये

    बोलने का ढंग Laloo Yadav दिए लेकिन राजनीतिक अधिकार Nitish Kumar दिये

    चुनाव के उत्साह के बारे में लोगों के आवाज सुनें। लालू यादव के करिश्माई भाषण से लेकर नीतीश कुमार के राजनीतिक ज्ञान तक, हमारे देश की राजनीतिक परिदृश्य को आकार देने वाले विभिन्न मतों को देखें।

  • सीतामढ़ी में छात्रो ने बांटे मास्क

    सीतामढ़ी में छात्रो ने बांटे मास्क

    KKN न्यूज ब्यूरो। बिहार के सीतामढ़ी जंक्शन पर छात्रो ने लोगो को कोरोना के प्रति जागरुक किया और इसको लेकर अफवाह से बचने की सलाह दी। छात्रो ने कहा कि कई बार सरकारें ऐसी आदेश निकाल देती है, जिससे पैनिक हो जाता है।
    इस मौके पर छात्र राजद के जिला अध्यक्ष मुकेश यादव और उपाध्यक्ष विष्णु कुमार ने लोगो के बीच मास्क और साबुन का वितरण करके लोगो से साफ सफाई पर विशेष ध्यान देने की अपील की। इस मौके पर मोरेहान खान, मो. शमशाद, ललन कुमार राय, मो. असलम, मो. जावेद भी मौजूद थे।

  • बिहार में शराबबंदी का नजीर बना सुरसंड

    बिहार में शराबबंदी का नजीर बना सुरसंड

    भारत और नेपाल की सीमा से सटे सीतामढ़ी जिले का सुरसंड विधानसभा। कई मायने में अनोखा है। नेपाल की नदियों से आई बाढ़ का दंश यहां चहुओर दिखता है। सीतामढ़ी भिट्ठामोड़ की अन्तराष्ट्रीय सड़क हो या गांव की पतली सड़क। सुरसंड की हकीकत वयां करती है। केकेएन लाइव की टीम ने यहां का दौरा किया। ‘’इनकी सुनिए’’ सेगमेंट के लिए संवाद का आयोजन किया। इसमें लोगो ने खुल कर अपनी बातें कही। शराबबंदी हो या जलनल योजना… शिक्षा और मध्याह्न भोजन हो या भ्रष्टाचार। स्थानीय जन प्रतिनिधि के प्रति लोगो में कितना आक्रोश है? इसके अलावा और भी बहुत कुछ… देखिए, इस रिपोर्ट में…

    Also Watch :

    भगवान महावीर का कैवल्य ज्ञान दर्शन क्या है
    पद्मश्री किसान चाची का एक सपना, पूरा होना अभी बाकी है
    बेलसंड: जन सरोकार के भंवर में है सियासत
    भगवान बुद्ध के परिनिर्वाण स्थल को लेकर एक दावा यह भी
    कांटी : प्रीपेड मीटर को लेकर सुलग रहा है असंतोष
  • बेलसंड: जन सरोकार के भंवर में है सियासत

    बेलसंड: जन सरोकार के भंवर में है सियासत

    गांव की कहानी, गांव वालों की जुबनी। KKN लाइव लेकर आया है “इनकी सुनिए” सेगमेंट। इसमें गांव के लोगो से सुनिए, विकास के दावो की हकीकत। विधि व्यवस्था और सुशासन की हकीकत। सरकारी योजनाएं और कार्यालयों में व्याप्त भ्रष्टाचार की हकीकत। क्या सोचतें हैं लोग… सरकार के बारे में? कितने संतुष्ठ है अपने प्रतिनिधि से, शासन और प्रशासन से। बेबाक अंदाज और बिना लाग लपेट के…

    Also Watch :

    कांटी : प्रीपेड मीटर को लेकर सुलग रहा है असंतोष
    रुन्नीसैदपुर: बाढ़ की समस्या बिगाड़ सकती है सियासी समीकारण
    मीनापुर : सरकारी योजनाओं की हकीकत बयां करतें लोग
    वैशाली: कैसे बना गणतंत्र की जननी, देखिए पूरी रिपोर्ट
    भगवान बुद्ध के परिनिर्वाण स्थल को लेकर एक दावा यह भी

     

    Join Us on Telegram : https://t.me/kknlive

  • रुन्नीसैदपुर: बाढ़ की समस्या बिगाड़ सकती है सियासी समीकारण

    रुन्नीसैदपुर: बाढ़ की समस्या बिगाड़ सकती है सियासी समीकारण

    गांव की कहानी, गांव वालों की जुबनी। KKN लाइव लेकर आया है “इनकी सुनिए” सेगमेंट। इसमें गांव के लोगो से सुनिए, विकास के दावो की हकीकत। विधि व्यवस्था और सुशासन की हकीकत। सरकारी योजनाएं और कार्यालयों में व्याप्त भ्रष्टाचार की हकीकत। क्या सोचतें हैं लोग… सरकार के बारे में? कितने संतुष्ठ है अपने प्रतिनिधि से, शासन और प्रशासन से। बेबाक अंदाज और बिना लाग लपेट के।

  • मामुली ड्राइवर का बेटा कैसे बना उत्तर बिहार का कुख्यात डॉन?

    गोरा सुडौल चेहरा, काले रंग की फुल टी-शर्ट, ब्रांडेड पैंट और चेहरे पर महंगा काला चश्मा पहने यह कोई हीरो नहीं और नाहीं किसी फिल्म की कहानी है। बल्कि, यह उत्तर बिहार के लेवी डॉन संतोष झा की हकीकत है। कहतें हैं कि महंगा ब्रांडेड कपड़ा पहनना संतोष झा के शौक में शुमार था। नक्सली संगठन में शामिल होकर जमींदारो के आतंक का खिलाफत करने वाला कालांतर में खुद एक खूंखार अपराधी बन गया और देखते ही देखते लेवी की खातिर निर्दोश और बेगुनाह लोगो पर अत्याधुनिक हथियार से ताबड़तोड़ गोलियां बरसाने वाला, आखिरकार खुद एक अपराधी के गोली का शिकार हो गया। इसी के साथ उसके आतंक के साम्राज्य का भी अंत हो गया। हत्या, लूट, रंगदारी, भयादोहन, विस्फोटक अधिनियम तथा आर्म्स एक्ट के करीब 30 से अधिक मामलो में वह जेल में बंद था और पेशी के दौरान सीतामढ़ी कोर्ट परिसर में ही पुलिस सुरक्षा घेरे के बीच शूटआउट का शिकार बन गया। इसके बाद पहला सवाल तो कोर्ट परिसर के सुरक्षा चूक पर उठना लाजमी है। किंतु, इससे भी बड़ा सवाल यह कि एक मामुली ड्राइवर का बेटा इतना बड़ा दुर्दान्त अपराधी आखिर कैसे बन गया?

    ड्राइवर का बेटा अखिर कैसे बन गया डॉन

    कुख्यात संतोष झा के जिंदगी की कहानी पूरी तरह से फ़िल्मी है। कहतें हैं कि जमींदारों द्वारा अपने पिता चन्द्रशेखर झा की पिटार्इ के अपमान का बदला लेने के लिए संतोष झा माओवादियों की जमात में शामिल हुआ था। शिवहर जिले के पुरनहिया थाना अंतर्गत दोस्तियां गांव का रहने वाला संतोष झा के पिता चंद्रशेखर झा कभी गांव के हीं दबंग जमींदार परिवार से तालुक रखने वाले नवल किशोर यादव के जीप का ड्राइवर हुआ करता था। किंतु, गांव में पंचायत भवन बनाने के सवाल पर चद्रशेखर झा की गांव के उन्हीं दबंगों से ठन गयी। जमींदार नवल किशोर यादव दोस्तियां में प्रस्तावित पंचायत भवन बनने का विरोध कर रहे थे। जबकि, उन्हीं के यहां नौकरी कर रहे चन्द्रशेखर झा ने इसके लिए अपना जमीन दान करके जमींदार से दुश्मनी मोल ली। बस इतनी सी बात पर दबंग जमींदार ने चंद्रशेखर झा की सरेआम गांववालो के सामने ही जमकर पिटार्इ कर दी। पिता पर जमींदारों के जुल्म से आहत होकर संतोष बदले की आग में जलने लगा और माओवादियों के खेमें में शामिल होकर बदला लेने की कसम खायी।

    जमींदार के घर पर किया हमला

    आपको याद ही होगा वर्ष-2003 में संतोष झा के कहने पर माओवादिओ ने दोस्तियां के जमींदार नवल किशोर यादव के घर पर हमला करके अपना इरादा स्पष्ट कर दिया था। हालांकि, इस हमले में नवल किशोर यादव बच गये थे। इसके बाद अदौड़ी में बैंक लूट और तरियानी के नरवारा में बैंक लूट कर संतोष माओवादियों का चहेता बन गया। संतोष यही नहीं रुका बल्कि, उसने माओवादियों की मदद से देकुली पुलिस पिकेट से हथियार लूट कर माओवादियों का एरिया कमांडर बन गया। किंतु, अभी भी पिता की पिटार्इ का बदला संतोष के मन में मलाल पैदा कर रहा था। उसने योजना बनाई और 15 जनवरी 2010 को अपने सहयोगियों के साथ सीतामढ़ी के राजोपटटी में पूर्व जिला पार्षद नवल किशोर यादव को उसके घर के बाहर गोलियों से भून कर अपना इंतकाम पूरा कर लिया।

    अपराध की दुनिया में रखा कदम

    इस बीच संतोष की महत्वाकांक्षा बढ़ती गई और उसने नक्सलियों से अलग होकर बिहार पीपुल्स लिबरेशन आर्मी बना ली और अपनी ताकत दिखाने के लिए उस वक्त के नक्सली कमांडर गौरी शंकर झा की 24 नवंबर 2011 को हत्या करके उत्तर बिहार में नक्सलियों के समानांतर में अपना संगठन खड़ा करने के संकेत भी दे दिए। इस बीच एसटीएफ ने पटना के एक होटल से संतोष झा को गिरफ्तार कर लिया। किंतु, पुलिस के द्वारा समय पर चार्जशीट फाइल नहीं करने का लाभ उठा कर उसे जमानत मिल गई।

    जेल से निकलते ही बन गया खूंखार

    कहतें हैं कि जमानत पर छूटते ही संतोष ने उत्तर बिहार में अपना खूनी खेल आगाज कर दिया। दरभंगा में इंजीनियर दोहरे हत्याकांड को अंजाम देने के बाद वह बिहार सरकार के सुशासन के लिए बड़ी चुनौती बन चुका था। आपको याद ही होगा वर्ष 2015 में बिहार के दरभंगा जिले में एक कंस्ट्रक्शन कम्पनी के दो इंजिनियरों को संतोष झा के गिरोह ने लेवी नहीं दिए जाने पर हत्या कर दी थी। संतोष झा के प्रभाव का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पुलिस कस्टडी में होने के वाबजूद सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, पश्चमी चंपारण, गोपालगंज तथा शिवहर जिले की पुलिस को वह नाको दम कर रखा था। उसके तार नेपाल से भी जुड़े हुए थे।

    संतोष को देखने के लिए उमड़ पड़ती थी भीड़

    उत्तर बिहार का र्इनामी तथा बिहार पीपुल्स लिबरेशन आर्मी का चीफ संतोष झा सबसे अधिक चर्चा में उस समय आया था जब 15 फरवरी 2015 की दोपहर सीतामढ़ी पुलिस की कस्टडी में वह बख्तरबंद वैन से बाहर निकला तो डुमरा के व्यवहार न्यायालय के पास उसकी एक झलक पाने के लिए सैकड़ों की तादाद में भीड़ उमड़ पड़ी थी। भीड़ इस कदर धक्का मुक्की पर उतारू हो गई की पुलिस के लिए उस वक्त भीड़ से संतोष झा को निकालने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी थी। पुलिस को भी इस बात का अंदाजा नहीं था कि कुख्यात संतोष झा को देखने के लिए इतनी बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जुट जायेगी। कहतें हैं कि जिस व्यक्ति के नाम से कंस्ट्रक्शन कंपनियां कांप उठती थी, वह कस्टडी में पूरे इत्मीनान से दबंग की तरह हाथ हिला कर भीड़ का इस्तकबाल कर रहा था।

    अथाह संपत्ति का बन गया मालिक

    पुलिस की माने तो संतोष झा ने सिर्फ रंगदारी की रकम से करीब 50 करोड़ से अधिक की संपत्ति अर्जित की थी। पुलिस की तफ्तीस में यह बात सामने आयी है कि कुख्यात संतोष झा का काठमांडू, जमशेदपुर, रांची और कोलकता में आलीशान फ्लैट है। उसने उड़ीसा में एक आलीशान होटल भी खोल रखी थी। इतना हीं नहीं असम के गुवाहाटी में उसने करोड़ों की लागत से एक बड़ा स्कूल तक खोल रखा था। फिलहाल, सरकार ने संतोष झा की सभी चल व अचल संपत्ति को जब्त कर लिया है।

    कॉरपोरेट स्टाइल में चलाता था गिरोह

    आपको जान कर हैरानी होगी कि संतोष झा एक कॉरपोरेट की तरह अपने गिरोह का संचालन करता था और अपने गुर्गो को उसके अपराधिक रिकार्ड के हिसाब बेतन देता था। ताज्जुब की बात ये कि बड़ी घटना को अंजाम देने के बाद गुर्गो का प्रमोशन कर दिया जाता था। चौकाने वाली बात ये कि वह अपने शूटर का बजाप्ता इन्सूरेंस करबाता था और उसके मारे जाने पर उसके परिवार को कॉरपोरेट अंदाज में भरण पोषण के लिए मुआवजा भी देता था।

    खबरो की खबर के लिए केकेएन लाइव को फॉलो कर लें, एप डाउनलोड कर लें और शेयर जरुर करें। मुझे आपके सुझाव का भी इंतजार रहेगा।

  • कुख्यात संतोष की हत्या का हुआ खुलाशा, पिता के मौत का लिया बदला

    कुख्यात संतोष की हत्या का हुआ खुलाशा, पिता के मौत का लिया बदला

    बिहार के सीतामढ़ी कोर्ट परिसर में आज दोपहर बाद तीन बजे कुख्यात गैंगस्टर संतोष झा के मर्डर की मिस्ट्री की गुथ्थी अब खुलने लगा है। पुलिस के आलाधिकारी ने इसकी पुष्टि कर दी है। दरअसल, संतोष की हत्या में संलिप्त बाइक सवार तीन बदमाशो में से एक विकास झा ने पुलिस को बताया कि उसने अपने पिता की हत्या का बदला लिया है। घटना के भाग रहे विकास को पुलिस ने गिरफ्तार लिया है। वहीं, उसके दो अन्य साथी भागने में सफल हो गया है। बतातें चलें कि कोर्ट परिसर में संतोष को गोली मारने वाला शूटर विकास झा के पिता दिलिप ठाकुर को पांच साल पहले ही संतोष ने गोली मार कर हत्या कर दी थी। विकास तभी से बदला लेने की फिराक में ताक लगाए बैठा था। इस बीच जिस पिस्टल से संतोष झा की हत्या हुई है, वह पिस्टल विकास के ही पास था और पुलिस ने उस पिस्टल के साथ सात जिन्दा कारतूस भी जब्त कर लिया है।

    नक्सल रह चुका है संतोष

    दरअसल, संतोष झा ने अपराध की दुनिया में कदम रखने से पहले नक्सल संगठन में उंचे पदो पर काम कर चुका है। संतोष जिस वक्त नक्सली बना था, उस वक्त नक्सली संगठन का कमान गौरीशंकर झा के हाथो में थी। कहा तो यह भी जा रहा है कि गौरीशंकर झा ने ही संतोष को नक्सल संगठन में शामिल किया और बड़ा ओहदा भी दिया था। कालांतर में गौरीशंकर झा की संदिग्ध अवस्था में हत्या के बाद संतोष झा नक्सली का कमांडर बन गया। किंतु, वह जल्दी ही संगठन से नाता तोड़ कर पीपुल्स लिर्वेसन आर्मी का गठन करके अपराध की दुनिया में कदम रख दिया और फिर कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा।

    नक्सलियों से भी थीं अदावत

    नक्सली संगठन से अलग होने के बाद संतोष झा की नक्सलियों से अदावत भी गाहे बेगाहे चर्चा में आती रही है। दोनों एक दूसरे के दुश्मन हो गए थे। जानकार बतातें हैं कि नक्सली भी संतोष झा को ख़त्म करना चाहते थे। दूसरी ओर नक्सलियों को ठेंगा दिखा कर संतोष झा अपना खौफ बढाने में लगा था। नक्सलियों की चुनौती से निपटने को संतोष झा ने 2012 में अपराध की दुनिया के अपने गुरु और नक्सली कमांडर गौरीशंकर झा के घर पर भी हमला बोल दिया था। तब गौरीशंकर झा की पत्नी देवता झा पुरनहिया की प्रमुख हुआ करती थी।

    सुराग तलाशने में जुटी है पुलिस

    गिरफ्तारी के बाद सीतामढ़ी पुलिस विकास झा से राज उगलवाने में लगी हुई है। संतोष के हत्या की पूरी प्लानिंग के बारे में जानकारी इखट्ठा की जा रही है। इस बीच पुलिस को घटना में शामिल दो अन्य अपराधियों का पता चल गया है। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने छापेमारी शुरू कर दी है। इस बात की भी तस्दीक की जा रही है कि इस हत्या कांड में मुकेश पाठक की भी कोई भूमिका है या नही? आपको बता दें कि मुकेश पाठक कभी संतोष झा का शार्प शूटर हुआ करता था। किंतु, पिछले कुछ महीनों से संतोष झा की मुकेश पाठक से भी अदाबत हो गई थीं।

    खबरो की खबर के लिए केकेएन लाइव को फॉलो कर लें और शेयर जरुर करें। आपके सुझाव का मुझे इंतजार रहेगा।

  • सीतामढ़ी न्यायालय में पेशी के दौरान कुख्यात कैदी को गोलियों से भूना, मौत

    सीतामढ़ी न्यायालय में पेशी के दौरान कुख्यात कैदी को गोलियों से भूना, मौत

    बिहार में कानून के राज को अब अपराधी खुलेआम चुनौती देने लगे है। मामला बिहार के सीतामढ़ी सीजेएम न्यायालय का है। पुलिस सुरक्षा को ठेंगा दिखा कर बाइक सवार तीन बदमाशो ने पेशी के लिए आये कुख्यात संतोष झा को दोपहर करीब तीन बजे में गोली मार कर हत्या कर दी है। इस दौरान सीजेएम कोर्ट के एक चपरासी को भी गोली लगी है। हालांकि, वह खतरे से बाहर बताया जा रहा है। घटना के बाद कोर्ट परिसर में भगदड़ मच गया।

     

    अत्याधुनिक हथियार से की फायरिंग

    बताया जा रहा है बाइक सवार तीन बदमाशो ने अत्याधुनिक हथियार एके-56 से करीब 20 राउंड फायरिंग किया। इसमें से एक गोली संतोष के सिर और दूसरा पेट में लगी और वह मौके पर ही ढ़ेर हो गया। गोली की तड़तड़ाहट से सीजेएम कोर्ट में मंगलवार को अफरा-तफरी मच गयी। लोग डर के मारे इधर-उधर भागने लगे। कोर्ट परिसर की सुरक्षा को लेकर वकीलो ने नाराजगी जताई है। हालांकि, इस घटना के बाद से कोर्ट परिसर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।

    सीतामढ़ी जेल से पेशी के लिए आया था संतोष

    कुख्यात संतोष सीतामढ़ी जेल में बंद था और पुलिस सुरक्षा के बीच पेशी के लिए उसे सीतामढ़ी जेल से ही कोर्ट लाया गया था। पेशी के दौरान ही पुलिस की मौजूदगी में पहले से घात लगाए अपराधियों ने संतोष झा पर दनादन फायरिंग शुरू कर दी। गोली उसको सिर और पेट में लगी और वह कोर्ट परिसर में ही गिर गया। इसके बाद पुलिस ने आनन-फानन में उसको इलाज के लिए सदर अस्पताल भेजा, जहां डॉक्टरों ने संतोष को मृत घोषित कर दिया।

    संतोष पर पहले से दर्ज है कई मामले

    कोर्ट परिसर में फायरिंग की सूचना मिलने पर एसपी के नेतृत्व में भारी संख्या में पुलिस के जवान कोर्ट परिसर में पहुंचकर कोर्ट की घेराबंदी कर ली है। बतातें चलें कि मृतक संतोष झा एक कुख्यात अपराधी था। आरम्भ में उसका नक्सल से जुड़ाव रहा है। संतोष झा पर पूर्व से ही कई मामले दर्ज हैं। वह शिवहर जिले के पुरनहिया थाने के दोस्तियां गांव का रहनेवाला था। वर्ष 2001 में वह एक मुखिया पर हमले के बाद चर्चा में आया था और इसके बाद अपराध की दुनिया में पीछे मुड़कर कभी नहीं देखा।

    दरभंगा इंजीनियर हत्याकांड का था मास्टर माइंड

    संतोष झा पर दरभंगा में एक इंजीनियर की हत्या करने, रीगा के पास पुलिस से मुठभेड़ करने, सीतामढ़ी के एक जिला पार्षद की हत्या करने समेत करीब दो दर्जन से अधिक मामले दर्ज है। स्मरण रहे कि इसमें से कई मामले में आजीवन कारावास की सजा भी हो चुकी थी। पिछले दिनों इसको सीतामढ़ी जेल में यहां के एक मुकदमों की सुनवाई को लेकर लाया गया था। कुछ दिनों पूर्व मोतिहारी में भी इसी के गैंग के एक सदस्य अविनाश झा की कोर्ट परिसर में ही गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

    खबरो की खबर के लिए पेज को फॉलो कर लें और शेयर जरुर करें। आपके सुझाव का भी इंतजार रहेगा।

  • सीतामढ़ी में चार लोगों को गोलियों से भूना

    सीतामढ़ी। बिहार के सीतामढ़ी जिलाअन्तर्गत डुमरा थाने के पंचोरी गांव में दिल को दहला देने वाली घटना से पूरा प्रशासन सकते में है। दरअसल, अपराधियों ने यहां के एक ही परिवार के चार लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी और मरने के बाद सभी का गर्दन भी काट दिया। इस घटना के बाद से गांव में सनसनी फैल गई है और प्रशासन सकते में है।

    घटना रविवार की रात करीब 2 बजे की है। मरने वालो में 60 वर्षीय रामविलास साह, उनकी पत्नी सुनीता देवी और दो पुत्र राहुल कुमार और नवल साह शामिल है। पुलिस ने इस मामले में तत्काल कार्रवाई करते हुए मृत रामविलास साह के तीन सौतेले पुत्रों को गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के मुताबिक जमीन संबंधी विवाद को लेकर इस घटना को अंजाम दिया गया है। बतातें चलें कि रामविलास ने दो शादी की थी। वह अपनी पहली पत्नी से अलग होकर दूसरी पत्नी के साथ रह रहा था। पहली पत्नी से उसे 3 पुत्र था और दूसरी पत्नी से भीदो पुत्र हुए थे। इन दोनों के बीच जमीन संबंधी विवाद चल रहा था। बहरहाल, पुलिस ने संदेह के आधार पर तीनों सौतेले बेटों को हिरासत में लेकर पूछताछ आरंभ कर दिया है।

  • मुजफ्फरपुर सीतामढ़ी सड़क पर बस और ट्रक की भिडंत

    मुजफ्फरपुर सीतामढ़ी सड़क पर बस और ट्रक की भिडंत

    मुजफ्फरपुर। मुजफ्फरपुर से सीतामढ़ी जाने वाली एनएच 77 सड़क पर गुरुवार की सुबह एक यात्री बस और ट्रक के बीच भिंडंत हो गई। इसमें बस पर सवार करीब आधा दर्जन यात्री जख्मी हो गये। दुर्घटना में गंभीर रूप से जख्मी हुए ट्रक चालक की स्थिति नाजुक बनी हुई है। स्थानीय लोगो ने सभी जख्मी को तत्काल मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच पहुंचा दिया है। जहां उनका इलाज चल रहा है।

    घटना, मुजफ्फरपुर जिला के मीनापुर थाना से सटे सीतामढ़ी जिला के रुन्नीसैदपुर थाना अन्तर्गत कोड़लहिया पुल की है। बताया जा रहा है कि यात्री बस औराई से चल कर मुजफ्फरपुर जा रही थी और कोड़लहिया पुल पर बिपरित दिशा से आ रही ट्रक से टकरा गई। दुर्घटना इतना जबरदस्त था कि बस और ट्रक दोनो को काफी नुकसान हुआ है। घटना के बाद एनएच 77 पर जाम लग जाने से यात्री हलकान हो रहें हैं।

  • गरीबो की समस्या पर आंदोलन करेगा गजपा

    गरीबो की समस्या पर आंदोलन करेगा गजपा

    सीतामढ़ी। सीतामढ़ी के रुन्नीसैदपुर प्रखंड के रैनखरका पंचायत में बुधवार को गरीब जनक्रांति पार्टी ने बैठक करके जन समस्याओं को लेकर संघर्ष करने का निर्णय लिया गया।

    बैठक को सम्बोधित करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष विकास कृष्ण ने कहा कि आजादी के सात दशक बाद भी रुन्नीसैदपुर प्रखंड के अधिकांश गांवों में सड़क का नही होना चिंता का कारण है। कहा कि यह एक जोरदार तमाचा है, उनके लिए जो विकास विकास के नाम पर शोर मचा कर लोगो को गुमराह करते है। उन्होंने कहा कि 1 अप्रैल को हजारो ग्रामीणों के साथ अपनी मांगों को लेकर सीतामढ़ी के जिलाधिकारी को ज्ञापन देंगे और 15 दिनों के भीतर समस्या का समाधान नही हुआ तो हजारो ग्रामीणों के साथ आमरण अनशन किया जाएगा। गजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने जोर देकर कहा कि गरीब जनक्रान्ति पार्टी गरीब,मजदूर,किसान व युवाओ की पार्टी है।
    बैठक की अध्यक्षता सीतामढ़ी जिलाप्रभारी सद्दाम हुसैन ने की। बैठक में मुख्य अतिथी के रूप में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष विकास कृष्ण, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष उमाशंकर यादव, प्रदेश अध्यक्ष मोहन राय, पंजाब प्रदेश अध्यक्ष विजय शाह, मुज़फ़्फ़रपुर प्रभारी बबन सिंह शेरु, जिला प्रवक्ता अरबी, विनय राय, मनोज कुमार, मुकुंद कुमार, मोहन कुमार व मुकेश राम सहित बड़ी संख्या में लोगो ने हिस्सा लिया।

  • सीतामढ़ी के भनसपट्टी में गढ्ढे में गिरी बस, 14 मरे

    सीतामढ़ी के भनसपट्टी में गढ्ढे में गिरी बस, 14 मरे

    सीतामढ़ी। सीतामढ़ी जिला के रुन्नीसैदपुर थाना के भनसपट्टी गांव में एक यात्री बस के 30 फीट गहरे खाई में पलट जाने से करीब 14 लोगो की मौत हो गई। जबकि, करीब तीन दर्जन से अधिक यात्री जख्मी हो गयें हैं।

    घटना, एनएच 77 पर हाईवे होटल के समीप शनिवार की शाम करीब साढ़े पांच बजे की है। यात्रियों से भारी बस 30 फीट गहरे गड्ढे में पलट गई। इसमें अब तक 14 लोगों की मौत हो जाने की सूचना है। करीब तीन दर्जन से अधिक लोग बस के नीचे दबे होने की बात बताई जा रही है। घटना में मारे गए लोगों की अबतक पहचान नहीं हुई है। बताया जा रहा है कि मिनट-दर-मिनट मरने वालों की संख्या में वृद्धि हो रही है। स्थानीय लोगों ने बताया कि बस में सवार सभी यात्री मुजफ्फरपुर जिले के औराई के रहनेवाले बताए जा रहे हैं। घटना की सूचना मिलते ही डीएम-एसपी सहित सभी अधिकारी घटनास्थल की ओर रवाना हो गए है। इधर, रुन्नीसैदपुर पुलिस स्थानीय लोग के सहयोग से राहत कार्य में जुट गई है। वहीं दुर्घटना के बाद लोगों में व्यापक आक्रोश है।
    दुर्घटनाग्रस्त बस मुजफ्फरपुर से चंदन ट्रेवल्स की बतायी जा रही है। यह बस यात्रियों को लेकर औराई जा रही थी। इसीबीच, भनसपट्टी के हाईवे होटल के समीप बस अनियंत्रित होकर सड़क पर बने पुल के रेलिंग को तोड़ते हुए करीब 30 फीट गहरे खाई में पलट गई।

  • जहरीली चाय ने ली दो मासूमों की जान, दस बीमार

    सीतामढ़ी। सीतामढ़ी जिले के बथनाहा थाने के रनौनी गांव में जहरीली चाय पीने से जहां दो मासूम बच्चे की जान चली गयी। वही, दस अन्य बीमार हो गये है। बताया जा रहा है कि भोला राम के यहा शादी समारोह चल रहा था। इसी क्रम में रविवार को जहरीली चाय पीने से अचानक दो मासूमों की मौत के बाद कोहराम मच गया। चाय पीने से करीब 10 अन्य पारिवारिक सदस्य गंभीर रूप से बीमार हो गए। बीमार लोगों में दो महिला, तीन किशोरी और पांच छोटे बच्चे शामिल हैं। मृत मासूमों का नाम 8 वर्षीय शिवानी कुमारी और 12 वर्षीय शिवम कुमा बताए गए हैं।

    शिवानी और शिवम अपनी मां के साथ सोमवार को होने वाली अपने मामा की शादी में शामिल होने के लिए आए थे। शिवम सोनबरसा थाने के विशनपुर और शिवानी सहियारा थाने के कोदरवा गांव की रहने वाली है।
    बीमार दौरान भोला राम ने बताया कि उनके महिला पारिवारिक सदस्यों ने चाय बनाई और सभी बच्चों और अन्य रिश्तेदारों और पारिवारिक सदस्यों को चाय पीने के लिए दी। चाय कुछ लोगों को पीने के दौरान ही कड़वी लगी तो कुछ लोगों ने नहीं पी, लेकिन बच्चों ने इसको पी लिया। वहीं, कुछ महिला सदस्यों ने भी चाय पी ली। चाय पीने के कुछ देर बाद से ही चक्कर आने लगे और उन्हें उल्टी होने लगी। सभी लोग बेहोश होकर यहां-वहां गिरने लगे।
    इसी दौरान दो बच्चों की हालत अधिक बिगड़ जाने से घर पर ही उनकी मौत हो गई। लेकिन, इलाज के लिए सदर अस्पताल में लाया गया तो डॉक्टरों ने मृतद घोषित कर दिया। इसके बाद अन्य बेहोश लोगों का इलाज कराया जा रहा है।

  • अज्ञात बाहन की ठोकर लगने से युवक की मौत

    अज्ञात बाहन की ठोकर लगने से युवक की मौत

    कृष्ण माधव सिंह

    मुजफ्फरपुर। एनएच 77 पर कोआही के नजदीक बेलसंड पेट्रौल पम्प कर्मी 22 वर्षीय प्रमोद कुमार की अज्ञात बाहन की ठोकर लगने से घटना स्थल पर ही मौत हो गई।वह  मुजफ्फरपुर की ओर अपने बाईक टीवीएस से आने के क्रम में घटना घटी।मृतक मीनापुर थाना के पानापुर गांव का रहने वाला था।शव को मुजफ्फरपुर सीतामढ़ी पथ को जाम करने के उपरांत सैदपुर प्रखंड के प्र खंड विकास पदाधिकारी सरोज बैठा व अंचलाधिकारी राणा कुलवीर बहादुर ने मौके पर पहूच कर मृतक के पिता को राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना के तहत बीस हजार व मुखिया राम बाबु सहनी ने कबीर अंतेष्ठी योजना के तहत तीन हजार रूपया दिया।तब जाकर रूनी सैदपुर पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टमके लिए एसकेएमसीएच भेजा

  • सीतामढ़ी के सांसद को सुप्रीम कोर्ट का नोटिस

    सीतामढ़ी के सांसद को सुप्रीम कोर्ट का नोटिस

    सीतामढ़ी। सुप्रीम कोर्ट ने सीतामढ़ी संसदीय सीट पर हुए चुनावों में उम्मीदवार का नामांकन खारिज करने के मामले में दायर याचिका पर सांसद रामकुमार शर्मा और निर्वाचन अधिकारी को नोटिस जारी किए हैं। यह नोटिस उम्मीदवार रहे रामनिरंजन राय की अपील पर जारी किए हैं।
    बिहार पुलिस के अधिकारी रहे राय का नामांकन यह कहकर खारिज कर दिया गया था कि वह पुलिस सेवा में हैं क्योंकि उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया है। राय ने कहा कि स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के मामले में स्वीकार्यता का प्रश्न नहीं है। इसे तीन माह की अवधि बीतने के बाद स्वत: स्वीकार मान लिया जाता है। इस बारे में सुप्रीम कोर्ट ने भी फैसला दिया हुआ है। लेकिन निर्वाचन अधिकारी ने उनका नामांकन खारिज कर दिया। बाद में सरकार ने 16 फरवरी 2016 को उनकी स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति स्वीकार कर ली।
    राय ने कहा कि उन्होंने मई 2014 में हुए संसदीय चुनावों से काफी पहले 31 दिसंबर 2013 को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए सरकार को नोटिस दिया था। लेकिन सरकार ने तीन माह की अवधि बीतने के बाद भी उसे स्वीकार नहीं किया। इसके बाद अंतत: उन्होंने एसपी के पद से 1 अप्रैल 2014 को इस्तीफा दे दिया लेकिन सरकार ने उसे भी स्वीकार नहीं किया।
    यह मामला वह पटना हाईकोर्ट ले गए थे। हाईकोर्ट ने फैसले में माना कि निर्वाचन अधिकारी ने उनका नामांकन गलत तरीके से खारिज किया था। निमयानुसार उन्हें सेवा से इस्तीफा देने का सबूत लाने के लिए दो दिन का समय देना चाहिए था।

  • सीतामढ़ी के चार युवकों की टंकी में मौत

    सीतामढ़ी। सीतामढ़ी जिले के सहियारा थाने के छोटी बेलाही गांव में शौचालय की टंकी साफ करने के क्रम में दम घुटने से चार युवकों की मौत हो गई। मरनेवालों में रमाशंकर दास, लक्ष्मण दास, मुकेश साह और संतोष साह हैं। पुलिस ने चारो शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है।
    शौचालय की टंकी की बनावट ऐसी थी कि चारों ओर से वह ढंका हुआ था। केवल बीच में एक होल छोड़ा गया था।
    बताया जा रहा है कि टंकी में डेढ़ से दो फीट गंदा पानी जमा था। टंकी में प्रवेश करने के लिए छोटा होल था। सबसे पहले रमाशंकर दास टंकी में घुसा, लेकिन काफी देर तक वह नहीं निकला। इसके बाद उसका भाई लक्ष्मण दास घुसा। वह भी प्रवेश करने के बाद नहीं निकला। फिर उसके चचेरे भाई मुकेश और संतोष एक-एक कर घुसे। काफी देर के बाद वे भी नहीं निकले। इसके बाद घरवालों ने सहियारा पुलिस थाने को इसकी सूचना दी। सहियारा थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और टंकी तोड़ कर सभी को मृत अवस्था में बाहर निकाला।

  • मस्जिद से टकराया ट्रक, तीन की मौत

    मस्जिद से टकराया ट्रक, तीन की मौत

    सीतामढ़ी के पुपरी की है घटना

    सीतामढ़ी। सीतामढ़ी से पुपरी जाने वाली स्टेट हाइवे पर एक ट्रक मस्जिद से टकरा गया। इस हादसे में चार लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए। इलाज के दौरान इनमें से दो सहोदर भाइयों सहीत तीन लोगों की मौत हो गई। घटना के वक्त ये सभी नमाज पढ़ने के बाद मस्जिद से बाहर निकल रहे थे। पुलिस ने ट्रक चालक को गिरफ्तार कर लिया है और ट्रक को भी जब्त कर लिया गया है।
    हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने जमकर बवाल किया। बैरियर लगाकर स्टेट हाईवे को जाम कर दिया। गुस्साए लोगो को समझाने गए पुपरी बीडीओ लवकेश कुमार की जीप की हवा निकाल दी। बाद में एसडीओ किशोर कुमार व पुपरी एसडीपीओ पंकज कुमार ने लोगों को समझाया। हादसे में मो. जहीर अहमद उर्फ मोती व उनके भाई नसीर अहमद और मो. जहीरूलहक उर्फ हीरा की मौत हो गई।
    बताया गया कि मस्जिद के पास एक डेयरी का मिनी ट्रक फूस के घर को तोड़ते हुए मस्जिद से जा टकराया। टक्कर से मस्जिद का शौचालय टूट गया। वहां खड़ी दो बाइक पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। शौचालय के मलबे में चार लोग दब गए। वहां भगदड़ मच गई। बचारपुर, मौलानगर ,आबापुर ,विरौली के सैकड़ों लोग बचाव के लिये घटना स्थल की ओर दौड़ पड़े। चीख-पुकार मचने के साथ ही लोगों को मलबे से निकालने का प्रयास होने लगा।