32 फिल्में, 48 टीवी शो और अब IAS अधिकारी – ये है HS कीर्तना की प्रेरणादायक कहानी

From Child Star to IAS Officer: HS Keerthana’s

KKN गुरुग्राम डेस्क | बचपन से स्टारडम मे रह चुकी एक लड़की, जिसने 4 साल की उम्र में एक्टिंग शुरू की, 32 हिट फिल्मों और 48 टीवी शोज़ में काम किया और फिर अचानक एक दिन यह तय कर लिया कि अब वक्त है एक नई दिशा में कदम बढ़ाने का

यह कोई स्क्रिप्ट नहीं, बल्कि IAS अधिकारी HS कीर्तना की असली ज़िंदगी की कहानी है, जो आज लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा बन चुकी हैं।

बचपन से स्टार बनने का सफर

कर्नाटक के तुमकुर जिले के कुनिगल तालुक स्थित होसकेरे गांव में जन्मीं कीर्तना ने सिर्फ 4 साल की उम्र में अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने कर्पूरदा गोम्बे, गंगा-यमुना, उपेन्द्र, ओ मल्लिगे, लेडी कमिश्नर, डोरे, सिम्हाद्रि, और पुतानी एजेंट जैसी दर्जनों हिट फिल्मों और टीवी शोज़ में काम किया।

उनका चेहरा दर्शकों के दिलों में बस चुका था।

परंतु, उनका सपना कुछ और था

सिर्फ एक सफल अभिनेत्री बनना ही उनका लक्ष्य नहीं था। कीर्तना के पिता चाहते थे कि उनकी बेटी सिविल सेवाओं में जाए, और कीर्तना ने अपने पिता का सपना अपना बना लिया

एक समय जब वह अभिनय की ऊंचाइयों पर थीं, उन्होंने अभिनय छोड़कर UPSC की तैयारी शुरू कर दी।

“एक समय ऐसा आया जब लगा कि अब मुझे अपने जीवन को एक नई दिशा देनी है। अभिनय ने मुझे पहचाना दी, लेकिन देश सेवा मेरा सपना बन गया,” कीर्तना ने कहा।

इंजीनियरिंग से UPSC तक का सफर

स्कूल की पढ़ाई के बाद कीर्तना ने इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की। 2011 में उन्होंने कर्नाटक प्रशासनिक सेवा (KAS) की परीक्षा पास की और प्रशासनिक सेवाओं में कदम रखा।

लेकिन उनका असली लक्ष्य था IAS बनना, जिसके लिए उन्होंने UPSC की कठिन राह चुनी।

5 बार असफल, लेकिन हिम्मत नहीं हारी

UPSC परीक्षा में कीर्तना को पहले 5 बार असफलता मिली। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। उन्होंने अपनी गलतियों से सीखा, खुद को सुधारा और छठे प्रयास में 2019 में AIR 167 हासिल किया।

“अगर आप सच्चे मन से मेहनत करें तो कोई भी मंजिल दूर नहीं,” उन्होंने एक साक्षात्कार में कहा।

फिल्मी दुनिया में भी मिली थी पहचान

अपने छोटे से फिल्मी करियर में ही कीर्तना ने कई राज्य और राष्ट्रीय पुरस्कार जीते। एक बाल कलाकार के रूप में उनकी पहचान पूरे कर्नाटक में थी। लेकिन उन्होंने दिखा दिया कि असली पहचान वह होती है जो देश और समाज की सेवा से जुड़ी हो।

आज एक आदर्श अधिकारी के रूप में सेवा दे रहीं हैं

आज कीर्तना एक IAS अधिकारी के रूप में कार्यरत हैं। वे ग्रामीण विकास, शिक्षा और महिला सशक्तिकरण जैसे क्षेत्रों में काम कर रही हैं। वे अक्सर युवाओं को प्रेरित करने के लिए सेमिनार और टॉक देती हैं।

उनका पूरा सफर खुद एक प्रेरणादायक फिल्म जैसा है।

HS कीर्तना की कहानी हमें सिखाती है कि सपनों को बदलना गलत नहीं, लेकिन उन्हें पूरा करना सबसे बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने न सिर्फ अपने पिता का सपना जिया, बल्कि लाखों लड़कियों को यह विश्वास भी दिया कि कड़ी मेहनत से कुछ भी संभव है

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