थुडारम बॉक्स ऑफिस रिपोर्ट: मोहनलाल ने ‘ग्राउंड जीरो’ और ‘फुले’ को पछाड़ा, तीन दिन में 10 करोड़ पार

Thudarum Box Office Report: Mohanlal's Film Storms Past 'Ground Zero' and 'Phule', Crosses ₹10 Crore in Just Three Days

KKN गुरुग्राम डेस्क | साउथ सुपरस्टार मोहनलाल एक बार फिर बॉक्स ऑफिस पर अपना दमखम दिखा रहे हैं। उनकी हालिया फिल्म थुडारम ने रिलीज के महज तीन दिनों में ही शानदार कमाई करते हुए बॉलीवुड फिल्मों ग्राउंड जीरो और फुले को पछाड़ दिया है। बिना बड़े प्रमोशन के भी इस फिल्म ने भारत में 10 करोड़ रुपये से ज्यादा का कलेक्शन कर लिया है, जो कि अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है।

मोहनलाल का बॉक्स ऑफिस पर लगातार दबदबा

एल 2: एम्पुरान के बाद मोहनलाल ने थुडारम के जरिए एक बार फिर सिनेमाघरों में अपनी पकड़ मजबूत कर ली है। थरुन मूर्ति द्वारा निर्देशित यह फिल्म पारिवारिक ड्रामा और थ्रिलर का बेहतरीन संयोजन है, जिसने दर्शकों का दिल जीत लिया है।

जहां बॉलीवुड फिल्में प्रमोशन पर करोड़ों खर्च कर भी संघर्ष कर रही हैं, वहीं मोहनलाल की थुडारम मजबूत कहानी और दमदार अभिनय के बल पर बॉक्स ऑफिस पर छाई हुई है।

ओपनिंग वीकेंड कलेक्शन: बिना प्रमोशन के भी बड़ा धमाका

थुडारम ने रिलीज के पहले दिन ही दमदार शुरुआत की:

  • पहला दिन: ₹5.24 करोड़

  • दूसरा दिन: ₹8.45 करोड़ (अच्छा उछाल दर्ज किया)

  • तीसरा दिन: कुल कलेक्शन ₹10 करोड़ के पार

इन आंकड़ों से साफ है कि बिना बड़े प्रचार के भी मजबूत कंटेंट और मोहनलाल के स्टारडम ने फिल्म को शानदार शुरुआत दिलाई है।

थुडारम बनाम ग्राउंड जीरो और फुले: बॉक्स ऑफिस पर साफ जीत

इस हफ्ते तीन फिल्मों के बीच सीधा मुकाबला देखने को मिला – थुडारम, ग्राउंड जीरो और फुले

  • ग्राउंड जीरो (इमरान हाशमी अभिनीत) और फुले (सामाजिक विषय पर आधारित) बड़े प्रचार के साथ रिलीज़ हुई थीं।

  • लेकिन थुडारम ने दोनों फिल्मों को कलेक्शन के मामले में पीछे छोड़ दिया।

जहां ग्राउंड जीरो और फुले दूसरे दिन से ही धीमे पड़ने लगीं, वहीं थुडारम लगातार दर्शकों को थिएटर तक खींचने में सफल रही।

कहानी और परफॉर्मेंस: थुडारम की सफलता का राज

थरुन मूर्ति के निर्देशन में बनी थुडारम एक इमोशनल फैमिली ड्रामा है, जिसमें आम आदमी की कहानी को दिल से पेश किया गया है। मोहनलाल का दमदार अभिनय, संवेदनशीलता और गहराई के साथ दर्शकों को बांध कर रखता है।

सपोर्टिंग कास्ट का प्रदर्शन भी काबिल-ए-तारीफ है, जिसने फिल्म को एक मजबूती दी है। यही कारण है कि दर्शक फिल्म से भावनात्मक रूप से जुड़ पा रहे हैं।

अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी धूम

भारत के साथ-साथ थुडारम ने विदेशी बाजारों में भी अच्छा प्रदर्शन किया है। विशेष रूप से:

  • यूएई

  • अमेरिका

  • यूके

  • ऑस्ट्रेलिया

इन देशों में फिल्म की मांग बढ़ने के चलते स्क्रीनिंग बढ़ाई गई है। भारतीय प्रवासी समुदाय में फिल्म को जबरदस्त समर्थन मिल रहा है।

समीक्षकों की प्रतिक्रिया: चारों ओर तारीफ

फिल्म समीक्षकों ने थुडारम को वास्तविकता से भरी कहानी, इमोशनल डेप्थ और शानदार अभिनय के लिए सराहा है।

टाइम्स ऑफ इंडिया ने फिल्म को “मनोरंजन और गहन कहानी का बेहतरीन मेल” बताया है, जबकि अन्य मीडिया हाउस ने मोहनलाल के करियर की बेहतरीन प्रस्तुतियों में से एक कहा है।

कम प्रमोशन में भी बड़ी सफलता

थुडारम की सबसे बड़ी खासियत रही है – बिना बड़े बजट के प्रचार के भी सफलता हासिल करना।
फिल्म ने दिखा दिया कि आज भी अच्छे कंटेंट वाली फिल्में सिर्फ वर्ड ऑफ माउथ के जरिए बड़ी हिट बन सकती हैं।

सोशल मीडिया पर पॉजिटिव रिव्यू और फैंस के रिएक्शन ने फिल्म को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है।

दर्शकों की प्रतिक्रिया: दिल से जुड़े दर्शक

ऑडियंस से मिल रही प्रतिक्रिया बेहद सकारात्मक है।
लोगों ने फिल्म की सच्ची कहानी और मोहनलाल के प्रभावशाली प्रदर्शन की जमकर तारीफ की है।

प्रमुख टिप्पणियां:

  • “मोहनलाल का एक दशक का सर्वश्रेष्ठ अभिनय।”

  • “दिल को छू जाने वाली कहानी।”

  • “रियल और शानदार फिल्म।”

मोहनलाल: बॉक्स ऑफिस के असली बादशाह

थुडारम ने एक बार फिर साबित कर दिया कि मोहनलाल अकेले अपने दम पर सिनेमाघरों में भीड़ खींच सकते हैं।
बिना बड़े स्टंट या प्रचार के भी वह अपनी दमदार परफॉर्मेंस के बल पर बॉक्स ऑफिस पर राज कर रहे हैं।

आगे का रास्ता: थुडारम की भविष्यवाणी

अगर मौजूदा ट्रेंड बरकरार रहता है, तो थुडारम जल्द ही ₹30 करोड़ के ग्लोबल आंकड़े को पार कर सकती है।
डिस्ट्रीब्यूटर्स अतिरिक्त शोज और स्क्रीन जोड़ने की योजना बना रहे हैं।

भविष्य की संभावनाएं:

  • मजबूत दूसरे सप्ताह का कलेक्शन

  • 50+ दिनों का थिएटर रन

  • ओटीटी प्लेटफॉर्म्स से स्ट्रीमिंग डील्स में दिलचस्पी

साउथ सिनेमा का बढ़ता वर्चस्व

थुडारम की सफलता यह भी दर्शाती है कि अब साउथ इंडियन सिनेमा सिर्फ क्षेत्रीय नहीं रहा।
तेलुगु, तमिल, कन्नड़ और मलयालम फिल्में अब पूरे भारत में मुख्यधारा बन चुकी हैं, और बॉलीवुड के लिए एक बड़ी चुनौती पेश कर रही हैं।

मोहनलाल की थुडारम ने न केवल बॉक्स ऑफिस पर कब्जा जमाया है, बल्कि दर्शकों के दिलों में भी एक खास जगह बनाई है।
यह फिल्म साबित करती है कि दमदार कंटेंट और उत्कृष्ट अभिनय के साथ बड़ी सफलता हासिल की जा सकती है।

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