श्रेणी: Khabron Ki Khabar

  • सम्राट अशोक के जीवन का टर्निंग पॉइंट: जीत से बदलाव तक की पूरी कहानी

    सम्राट अशोक के जीवन का टर्निंग पॉइंट: जीत से बदलाव तक की पूरी कहानी

    सम्राट अशोक की कलिंग विजय के बाद उनका जीवन पूरी तरह से बदल गया। एक क्रूर युद्ध से शांतिपूर्ण धम्मविजय तक की यह यात्रा इतिहास का एक बड़ा मोड़ है। जानिए अशोक के युद्ध के बाद के पश्चाताप, उनके बौद्ध धर्म अपनाने और उनके जीवन के अनकहे पहलुओं के बारे में। क्या सच में उन्होंने अपने भाइयों की हत्या की थी? इस एपिसोड में, हम उनके जीवन की दिलचस्प घटनाओं पर प्रकाश डालते हैं, जिसे जानना आपको हैरान कर देगा।

  • बिन्दुसार ने चाणक्य को क्यों निकाला : मौर्यवंश का दूसरा एपीसोड

    बिन्दुसार ने चाणक्य को क्यों निकाला : मौर्यवंश का दूसरा एपीसोड

    KKN लाइव के इस विशेष सेगमेंट में, कौशलेन्द्र झा मौर्यवंश के दूसरे शासक बिन्दुसार की चर्चा कर रहे हैं। बिन्दुसार, चंद्रगुप्त मौर्य के पुत्र थे और उन्होंने 29 वर्षों तक मगध पर शासन किया। इस एपिसोड में बिन्दुसार के शासनकाल, उनके पिता चंद्रगुप्त और आचार्य चाणक्य के साथ उनके संबंधों पर विशेष ध्यान दिया गया है। यह वीडियो उन विवादों को भी उजागर करता है, जिनकी वजह से आचार्य चाणक्य ने मौर्य दरबार छोड़ दिया। मौर्य साम्राज्य के इस दिलचस्प हिस्से को जानने के लिए इस वीडियो को अंत तक देखें। अगले एपिसोड में सम्राट अशोक की कहानी पर चर्चा होगी।

  • कैसे शुरू हुआ मौर्यवंश का इतिहास? चाणक्य ने क्यों बदल दी भारत की राजनीति?

    कैसे शुरू हुआ मौर्यवंश का इतिहास? चाणक्य ने क्यों बदल दी भारत की राजनीति?

    322 ईसा पूर्व का काल जब मगध का राजा धनानंद भोग-विलास में लिप्त था और भारत की सीमाओं पर सिकंदर की सेना दस्तक दे रही थी। इसी समय चाणक्य और चंद्रगुप्त मौर्य का उदय हुआ। इस वीडियो में जानिए, कैसे चाणक्य ने चंद्रगुप्त को तैयार किया, कैसे नंदवंश का अंत हुआ और मौर्य साम्राज्य ने पूरे उत्तर भारत में अपनी धाक जमाई। साथ ही जानिए, कैसे चंद्रगुप्त ने अफगानिस्तान तक भारत की सीमाओं का विस्तार किया।

  • क्या सांप और नाग एक ही हैं? जानिए नागवंश का असली इतिहास

    क्या सांप और नाग एक ही हैं? जानिए नागवंश का असली इतिहास

    नाग और सांप में फर्क जानने का समय आ गया है! हममें से अधिकांश लोग विषैले सांप को नाग समझने की भूल करते हैं, लेकिन नागवंश का इतिहास सांपों से बहुत अलग और समृद्ध है। नागवंशी राजाओं का भारत पर शासन और उनकी अनूठी पहचान इस वीडियो में उजागर की गई है। जानिए नाग, नागवंश और उनके अद्भुत इतिहास के बारे में जो आज भी हमारे समाज में जीवित है। पूरा वीडियो देखें और सांप और नाग के बीच का सच जानें।

  • क्या आप जानते हैं? नंदवंश के शासक नाई समाज से थे…

    क्या आप जानते हैं? नंदवंश के शासक नाई समाज से थे…

    नंदवंश के शासकों ने प्राचीन भारत के इतिहास में अपना महत्वपूर्ण स्थान बनाया। इस एपिसोड में हम आपको बताएंगे कि कैसे महापद्मानंद ने नंदवंश की नींव रखी और इसे एक साम्राज्य में बदल दिया। क्या आप जानते हैं कि नंदवंश के शासक नाई समाज से थे? सिकंदर की सेना भी धनानंद के विशाल साम्राज्य से डर गई थी। जानिए कैसे नंदवंश के शासन ने भारत के विभिन्न हिस्सों पर अपना प्रभाव छोड़ा और कैसे मौर्यवंश का उदय हुआ। इतिहास के इस रोमांचक सफर में हमारे साथ जुड़ें!

  • क्या प्रधानमंत्री मोदी का यूक्रेन दौरा भारत के लिए सही कदम है?

    क्या प्रधानमंत्री मोदी का यूक्रेन दौरा भारत के लिए सही कदम है?

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यूक्रेन दौरा क्यों हुआ, और इससे भारत और दुनिया को क्या हासिल हो सकता है? क्या इस दौरे से युद्ध रुक जाएगा या शांति की दिशा में कोई ठोस पहल होगी? इन सवालों के जवाब जानने के लिए देखें खबरों की खबरका यह एपिसोड। यूक्रेन की राजनीति और भारत के साथ उसके रिश्तों को समझिए, और जानिए कि क्यों भारत को हमेशा सावधान रहना चाहिए। अगर वीडियो पसंद आए, तो लाइक, शेयर और चैनल को सब्सक्राइव जरूर करें।

  • चोल राजवंश की अनसुनी दास्तान: दक्षिण भारत के स्वर्णिम युग का चौंकाने वाला इतिहास

    चोल राजवंश की अनसुनी दास्तान: दक्षिण भारत के स्वर्णिम युग का चौंकाने वाला इतिहास

    इतिहास के पन्नों से आज हम आपको चोल राजवंश के अद्वितीय स्वर्णिम कालखंड की जानकारी देने जा रहे हैं, जिसने 9वीं से 13वीं शताब्दी तक दक्षिण भारत पर शासन किया। चोल राजवंश ने शासन, कला, संस्कृति, और वास्तुकला में ऐसे उदाहरण प्रस्तुत किए जो आज भी स्तब्ध कर देते हैं। चोल साम्राज्य की प्रशासनिक व्यवस्था, जल प्रबंधन, और सांस्कृतिक योगदान के बारे में जानकर आप हैरान रह जाएंगे। तमिलनाडु के गौरवशाली इतिहास से जुड़ी यह अनमोल जानकारी आपकी सोच को बदल देगी। हमारे इस एपिसोड को जरूर देखें और इतिहास के इस महान कालखंड का अध्ययन करें।

  • आजादी की वो आखिरी रात: विभाजन का दर्द और नए युग की शुरुआत

    आजादी की वो आखिरी रात: विभाजन का दर्द और नए युग की शुरुआत

    14 अगस्त 1947 की रात, जब भारत गुलामी की जंजीरों को तोड़ आजादी की दहलीज पर था, वह रात केवल जश्न की नहीं बल्कि बंटवारे के दर्द की भी थी। जानिए, उस ऐतिहासिक रात दिल्ली में क्या हो रहा था, संविधान सभा में कौन से महत्वपूर्ण फैसले लिए गए, और कैसे इस आजादी की कीमत लोगों को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी।

  • Bihar के Lasadhi गांव का बलिदान: भारत छोड़ो आंदोलन की दूसरी कड़ी

    Bihar के Lasadhi गांव का बलिदान: भारत छोड़ो आंदोलन की दूसरी कड़ी

    9 अगस्त 1942 की सुबह, जब भारत छोड़ो आंदोलन की लहर पूरे देश में फैल गई थी, बिहार के लसाढ़ी गांव में अंग्रेजों ने जालियावाला कांड की पुनरावृत्ति की। इस वीडियो में जानिए कैसे अंग्रेजी हुकूमत ने क्रूरता की सारी हदें पार कर दीं और लसाढ़ी गांव में 12 लोगों की जान ली। Lasadhi गांव के लोगों की बहादुरी और बलिदान की कहानी आपको चौंका देगी। इस दिलचस्प और ज्ञानवर्धक वीडियो को अंत तक देखें और जानें कैसे बिहार के क्रांतिवीरों ने अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी।

     

  • कौन थे कनकलता बरुआ और गुरुजी – “भारत छोड़ो आंदोलन” की अनसुनी दास्तान

    कौन थे कनकलता बरुआ और गुरुजी – “भारत छोड़ो आंदोलन” की अनसुनी दास्तान

    8 अगस्त 1942, मुंबई के गोवालिया टैंक मैदान में महात्मा गांधी के ‘भारत छोड़ो’ के नारे से ब्रितानी हुकूमत की चूलें हिल गईं। इस वीडियो में जानिए कैसे इस ऐतिहासिक आंदोलन ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को निर्णायक मोड़ पर पहुंचाया। आंदोलन के महत्वपूर्ण पहलुओं, नेताओँ और गुमनाम नायकों की कहानियाँ, और उनकी अनसुनी कहानियाँ सुनें। कमेंट करके अपनी राय जरूर दें।

     

  • क्या अतीत के पन्नों में छुपा है Manipur हिंसा की असली वजह

    क्या अतीत के पन्नों में छुपा है Manipur हिंसा की असली वजह

    Manipur में बढ़ती हिंसा और आक्रोश के पीछे की कहानी को जानने के लिए देखिए हमारा विशेष वीडियो। जानिए कैसे संस्कृति से बिक्रिती और फिर आक्रोश से हिंसा तक का सफर तय हुआ। इस वीडियो में हम मैतेई और कुकी जनजाति के बीच की खटास, नशिले पदार्थों के खिलाफ सरकारी अभियान और मणिपुर के ऐतिहासिक संदर्भों का विस्तार से विश्लेषण करेंगे।

    इस वीडियो में आप जानेंगे:

    • Manipur की वर्तमान समस्या का इतिहास
    • मैतेई और कुकी जनजातियों के बीच का संघर्ष
    • नशा विरोधी अभियान और उसकी प्रतिक्रिया
    • मणिपुर का राजनीतिक और सामाजिक परिदृश्य

    वीडियो देखें और समझें: मणिपुर की जटिलताओं और समस्याओं को गहराई से समझने के लिए यह वीडियो अंत तक देखें। वीडियो अच्छा लगे तो लाइक करें और अधिक लोगों तक इस जानकारी को पहुँचाने के लिए शेयर करें। अपनी राय और सुझाव देने के लिए कमेंट करें। हमारे चैनल को सब्सक्राइब करना न भूलें।

  • क्या Bihar को मिलेगा विशेष राज्य का दर्जा या दरक जायेगा समीकरण…

    क्या Bihar को मिलेगा विशेष राज्य का दर्जा या दरक जायेगा समीकरण…

    विशेष राज्य का दर्जा: जी हां, विशेष राज्य का दर्जा। भारत की राजनीति में इन दिनों इसको लेकर बहस चल पड़ी है। सत्ताधारी एनडीए के घटक जेडीयू ने हाल ही में अपनी मांग दुहरा दी है। 2005 से ही जेडीयू Bihar को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग कर रहा है। लोकसभा चुनाव के बाद आरजेडी ने जेडीयू पर दबाव बढ़ा दिया है। आरजेडी के रणनीतिकारों का मानना है कि यदि इस मुद्दे पर जेडीयू का बीजेपी से मोहभंग हो गया, तो केंद्र में मोदी की सरकार कमजोर हो जाएगी और बीजेपी को सत्ता से बाहर करना आसान हो जाएगा। इस वीडियो में हम जानेंगे कि विशेष राज्य का दर्जा क्यों महत्वपूर्ण है, Bihar की राजनीति में इसका क्या प्रभाव हो सकता है, और जेडीयू और बीजेपी के रिश्ते पर इसका क्या असर पड़ेगा।

  • तीन नए कानून : कैसे काम करेगा भारतीय न्याय संहिता, नागरिक सुरक्षा संहिता और साक्ष्य अधिनियम

    तीन नए कानून : कैसे काम करेगा भारतीय न्याय संहिता, नागरिक सुरक्षा संहिता और साक्ष्य अधिनियम

    क्या आप जानना चाहते हैं कि भारतीय न्याय संहिता, नागरिक सुरक्षा संहिता और साक्ष्य अधिनियम में क्या बदलाव हुए हैं? इस वीडियो में हम आपको इन तीन नए कानूनों के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे, जो 1 जुलाई 2024 से लागू हो चुके हैं। जानिए नए कानून में: • FIR दर्ज करने की नई प्रक्रिया • डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों की मान्यता • दुष्कर्म पीड़िता और नाबालिगों के लिए नए प्रावधान • छोटे अपराधों के लिए सामुदायिक सेवा का प्रावधान • न्यायिक प्रक्रिया में फॉरेंसिक साइंस का उपयोग • नए कानूनों के तहत सजा और अपराध की नई धाराएं वीडियो के अंत तक देखते रहें और अगर आपको यह जानकारी पसंद आई हो, तो लाइक करें, शेयर करें और हमारे चैनल को सब्सक्राइब करें। आपके विचार जानने के लिए कमेंट करें।

  • अंग्रेजों का शिक्षा नीति और भारत का प्राचीन गुरुकुल : हकीकत हैरान करने वाली है

    अंग्रेजों का शिक्षा नीति और भारत का प्राचीन गुरुकुल : हकीकत हैरान करने वाली है

    आज के इस वीडियो में हम बात करेंगे भारतीय शिक्षा प्रणाली की ऐतिहासिक सच्चाई पर, और अंग्रेजों के शिक्षा नीति का वास्तविक प्रभाव क्या था। सोशल मीडिया पर चल रहे भ्रम और नरेटिव के खिलाफ एक सच्ची और विस्तृत चर्चा।

    इस वीडियो में देखेंगे:

    • ब्रिटिश शासनकाल में शिक्षा प्रणाली और उसका असर
    • 1850 तक भारत की गुरुकुल प्रणाली और उसकी व्यापकता
    • अंग्रेजों की इंडियन एजुकेशन एक्ट 1858 की सच्चाई
    • लॉर्ड मैकाले की शिक्षा नीति और उसके प्रभाव
    • ब्रिटिश इंडिया की सर्वे रिपोर्ट्स और उनके निष्कर्ष
    • भारत की प्राचीन शिक्षा प्रणाली में पढ़ाए जाने वाले विषय
    • आधुनिक समय में शिक्षा के साथ जातिवाद का भ्रम

    मुख्य बिंदु:

    • गुरुकुल की शिक्षा और उसके विषय
    • भारतीय शिक्षा प्रणाली पर अंग्रेजों की नीतियों का प्रभाव
    • ऐतिहासिक रिपोर्ट्स के तथ्य और मिथक
    • सोशल मीडिया पर फैले भ्रम का विश्लेषण

    वीडियो के अंत में देखें: सच्ची जानकारी के महत्व और इतिहास को सही तरीके से जानने की आवश्यकता।

  • क्या तीसरी बार मोदी सरकार अपना कार्यकाल पूरा कर पाएगी? एनडीए की चुनौतियाँ और भविष्य…

    क्या तीसरी बार मोदी सरकार अपना कार्यकाल पूरा कर पाएगी? एनडीए की चुनौतियाँ और भविष्य…

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए की तीसरी बार सरकार का गठन हो चुका है, लेकिन क्या यह सरकार अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा कर पाएगी? इस वीडियो में हम मोदी सरकार के सामने आने वाली बड़ी चुनौतियों और एनडीए गठबंधन के भीतर के संभावित विवादों पर गहराई से चर्चा करेंगे। देखें इस वीडियो में विस्तार से कि कैसे ये सभी मुद्दे मोदी सरकार के पांच साल के कार्यकाल को प्रभावित कर सकते हैं। यह विश्लेषण काफी रोचक और जानकारीपूर्ण है, तो पूरा वीडियो देखें और जानें कि आने वाले सालों में भारत की राजनीति किस दिशा में जा सकती है। वीडियो अच्छा लगे तो लाइक करें, शेयर करें, और चैनल को सब्सक्राइब करें। अपनी राय कमेंट में जरूर बताएं।

  • UP के Politics में जनादेश 2024 के बाद हो सकता है कई बड़े बदलाव, असर Bihar पर भी

    UP के Politics में जनादेश 2024 के बाद हो सकता है कई बड़े बदलाव, असर Bihar पर भी

    यूपी में कौन जीता या कौन हारा… अब इसके कोई मायने नहीं है। पर, इसका दूरगामी असर यूपी की राजनीति को प्रभावित जरुर करेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लेकर, जो अटकलें लगाई जा रही है। उनके ट्रैक रिकार्ड बताएं जा रहें हैं। फिलहाल ना सही, पर कालांतर में इसके प्रभाव से इनकार नहीं किया जा सकता है। जानकार मानते हैं कि यूपी में लोकसभा 2024 के जनादेश के बाद, इतना तो तय हो गया है कि बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व अब योगी को लेकर नया सोच बनायेगा। बीजेपी के पास दो बिकल्प है। पहला ये कि योगी आदित्यनाथ के पर, कुतर दिए जायें और दूसरा ये कि योगीजी के समक्ष यूपी में आत्म समर्पण कर दिया जाये। देखना दिलचस्प होगा कि बीजेपी के 3.0 में क्या होता है। कमोवेश यही हाल महाराष्ट और पश्चिम बंगाल को लेकर भी है। हालांकि, वहां के हालात यूपी से थोड़े अलग है। कैसे और क्यों… देखिए, इस रिपोर्ट में…

  • विवेकानन्द रॉक मेमोरियल में 132 साल बाद फिर पहुंचें नरेन्द्र…

    विवेकानन्द रॉक मेमोरियल में 132 साल बाद फिर पहुंचें नरेन्द्र…

    विवेकानन्द रॉक मेमोरियल… प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ध्यान साधना के बाद… अचानक सुर्खियों में है। पूरी दुनिया में यह चर्चा का विषय बन चुका है। पर, इसके निर्माण के दिनों पर गौर करें, तो आपको सदमा लगेगा। आरंभिक दिनों में राज्य और केन्द्र की सरकार ने सेकुलरिज्म की आर लेकर इसके निर्माण को रोकने का हर सम्भव प्रयास किया था। कम्युनिस्टों ने भी भरपुर विरोध किया। फिर कैसे बना विवेकानन्द रॉक मेमोरियल…? लालबहादुर शास्त्री और गोलवलकर की क्या है भूमिका…? देखिए, पूरी रिपोर्ट…

  • क्या सच में बदल जायेगा संविधान या पहले ही बदल चुका है संविधान

    क्या सच में बदल जायेगा संविधान या पहले ही बदल चुका है संविधान

    बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर ने कहा था कि संविधान चाहे जितना अच्छा हो… वह बुरा, साबित हो सकता है…। यदि, उसका अनुसरण करने वाले लोग… बुरे हों जाये…।  25 नवम्बर 1949 को संविधान सभा के अंतिम सत्र कों संबोधित करते हुए… बाबा साहेब ने यह बातें कही थी। ठीक एक रोज बाद, यानी 26 नवम्बर 1949 को सवंधिन सभा ने… भारत का संविधान… देश को समर्पिक कर दिया था। हमारा संविधान, दुनिया का सबसे बड़ा और लिखित संविधान है। आजादी के सात दशक बाद, क्या इस संविधान को बदलने की साजिश हो रही है…? दूसरा ये कि क्या संविधान के मूल भावना को… पहले ही कुचल जा चुका है… ? तीसरा ये… कि 26 नवम्बर 1949 को बाबा साहेब ने… जो संविधान… देश को समर्पित किया था… क्या आज हमारे पास वही संविधान है? ऐसे और भी कई सवाल है… जो , बेहद गंभीर है। इसका माकूल जवाब जानने के लिए… देखिए, पूरी रिपोर्ट…

  • क्या होता है खंडित जनादेश से…

    क्या होता है खंडित जनादेश से…

    कहतें हैं…. जनादेश… यदि खंडित हो… तो देश का बड़ा नुकसान हो जाता है। आर्थिक तौर पर भी… और समाजिक तौर पर भी…। आपको 90 का दशक का याद है…। बीपी सिंह से लेकर… अटलजी तक… सरकारें… दो साल भी… नहीं चल पा रही थी। देश को कई बार मध्यावधि चुनाव का अतिरिक्त बोझ उठाना पड़ा…। बार- बार आम चुनाव की वजह से राजकोष… का बेवजह… बहुत नुकसान हो गया…। महंगाई बढ़ी…। बेरोजगारी भी बढ़ी…। यह सभी कुछ… सिर्फ इसलिए हुआ… क्योंकि, हमने खंडित जानादेश दिया था। आज … आप तमाम मतदाताओं से कहना हैं… आप जिस गठबंधन के साथ है… रहिए… पूरी मजबूती के साथ रहिए…। क्योंकि, किसी कारणवश… यदि जनादेश खंडित हो गया… तो, फिर बाद में पछताने से… कुछ भी हासिल नहीं होगा।

  • बिहार: क्या सच में चुनाव हाथ से फिसल गया…

    बिहार: क्या सच में चुनाव हाथ से फिसल गया…

    क्या नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी… संपूर्ण बहुमत के साथ… तीसरी बार फिर से मजबूत सरकार का गठन् करेगी… या देश एक बार फिर… गठबंधन की दौर में लौट जायेगा? चौथे चरण के मतदान के बाद… कॉग्रेस ये क्यों कहने लगी है… कि चुनाव… नरेन्द्र मोदी के हाथों से फिसल चुका है? स्वयं बीजेपी के नेताओं के सुर… क्या सच में बदलने लगा है? बीजेपी के नेता अब 400 पार… वाले नारों से बचते हुए क्यों नजर आने लगें हैं? ईडी की सक्रियता में अचानक कमी क्यों आ गई? ऐसे और भी तमाम सवाल… ये सवाल… मेरे नहीं है। बल्कि, ये सवाल उन लोगों का है… जिनको राजनीति के तमाम धुरंधर… हासिए पर ढ़केल चुकें है।