KKN गुरुग्राम डेस्क | 15 अप्रैल 2025 को भारत में सोने और चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखा गया। चांदी की कीमत ₹99,800 प्रति किलोग्राम रही, जो पिछले दिन की तुलना में ₹100 की गिरावट दर्शाती है। इस महीने की शुरुआत में चांदी ₹1.05 लाख प्रति किलोग्राम के उच्चतम स्तर पर थी, जो अब ₹93,000 तक गिर चुकी है। इस लेख में हम प्रमुख शहरों के ताजा रेट और कीमतों में उतार-चढ़ाव के कारणों पर चर्चा करेंगे।
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प्रमुख शहरों में चांदी के दाम
शहर | चांदी का भाव (₹/किलोग्राम) |
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दिल्ली | ₹99,800 |
मुंबई | ₹99,800 |
कोलकाता | ₹99,800 |
बेंगलुरु | ₹99,800 |
पुणे | ₹99,800 |
अहमदाबाद | ₹99,800 |
वडोदरा | ₹99,800 |
चेन्नई | ₹1,09,800 |
हैदराबाद | ₹1,09,800 |
केरल | ₹1,09,800 |
अप्रैल 2025 में चांदी की कीमतों का रुझान
तिथि | चांदी का भाव (₹/किलोग्राम) |
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1 अप्रैल 2025 | ₹1,05,000 |
9 अप्रैल 2025 | ₹93,000 |
15 अप्रैल 2025 | ₹99,800 |
इस महीने के दौरान चांदी की कीमतों में लगभग 4.95% की गिरावट देखी गई है।
चांदी की कीमतों को प्रभावित करने वाले कारक
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अंतरराष्ट्रीय बाजार: वैश्विक मांग और आपूर्ति के आधार पर कीमतों में उतार-चढ़ाव होता है।
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मुद्रा विनिमय दर: रुपये और डॉलर के बीच विनिमय दर में बदलाव चांदी की कीमतों को प्रभावित करता है।
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औद्योगिक मांग: इलेक्ट्रॉनिक्स और सौर ऊर्जा क्षेत्रों में चांदी की मांग कीमतों को प्रभावित करती है।
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आयात शुल्क: सरकार द्वारा लगाए गए आयात शुल्क में बदलाव से चांदी की कीमतों में अंतर आता है।
निवेशकों के लिए सलाह
चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव के बावजूद, यह निवेशकों के लिए एक आकर्षक विकल्प बना हुआ है। विशेषज्ञों का मानना है कि दीर्घकालिक निवेश के लिए चांदी एक सुरक्षित विकल्प हो सकता है।
निवेश करने से पहले, बाजार की स्थिति और विशेषज्ञों की सलाह को ध्यान में रखना महत्वपूर्ण है।
इस प्रकार, 15 अप्रैल 2025 को चांदी की कीमतों में देखे गए उतार-चढ़ाव के पीछे विभिन्न आर्थिक और वैश्विक कारक हैं। निवेशकों को सतर्क रहकर और विशेषज्ञों की सलाह के साथ निवेश निर्णय लेने चाहिए।
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