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  • खरमास समाप्त होते ही शुरू होगा मांगलिक कार्यों का मौसम, 2025 में होंगे 33 शुभ विवाह मुहूर्त

    खरमास समाप्त होते ही शुरू होगा मांगलिक कार्यों का मौसम, 2025 में होंगे 33 शुभ विवाह मुहूर्त

    KKN गुरुग्राम डेस्क | खरमास का समय समाप्त होते ही बिहार में मांगलिक कार्यों का शुभारंभ हो जाएगा। 14 अप्रैल के बाद, विवाह सहित अन्य मांगलिक कार्यों का दौर शुरू होगा, और लोग विवाह की शुभ तिथियों का इंतजार कर रहे हैं। इस वर्ष वैशाख और जेठ में कुल 33 विवाह मुहूर्त हैं, लेकिन आषाढ़ माह में कोई भी विवाह मुहूर्त नहीं है। वहीं, 11 जून से गुरु (बृहस्पति) पश्चिम दिशा में अस्त हो जाएंगे, जिससे मांगलिक कार्यों पर रोक लग जाएगी।

    खरमास खत्म, विवाह कार्यों का शुभारंभ

    14 अप्रैल को खरमास समाप्त होने के साथ ही विवाह और अन्य मांगलिक कार्यों की शुरुआत हो जाएगी। खरमास के दौरान लोग विवाह जैसे मांगलिक कार्य नहीं करते, लेकिन जैसे ही खरमास समाप्त होता है, विवाह के लिए शुभ तिथियाँ फिर से उपलब्ध हो जाती हैं। इस वर्ष वैशाख और जेठ माह में 33 विवाह मुहूर्त हैं, जो विशेष रूप से लोगों के लिए विवाह की सर्वोत्तम तिथियाँ मानी जाती हैं।

    लेकिन ध्यान देने योग्य बात यह है कि इस वर्ष आषाढ़ माह में कोई भी विवाह मुहूर्त नहीं है। इस महीने में शादियाँ आयोजित करने से बचना चाहिए, क्योंकि ज्योतिष के अनुसार यह माह विवाह के लिए शुभ नहीं माना जाता। इस तरह, ज्यादातर लोग वैशाख और जेठ माह की तिथियों को प्राथमिकता देंगे।

    जून से विवाह कार्यों पर लगेगा रोक

    यदि आप जून 2025 में विवाह करने का सोच रहे हैं, तो आपको ध्यान रखना होगा कि 11 जून के बाद विवाह और अन्य मांगलिक कार्यों पर रोक लग जाएगी। गुरु (बृहस्पति) 11 जून को पश्चिम दिशा में अस्त हो जाएंगे, और इसके साथ ही मांगलिक कार्यों के लिए यह समय अशुभ माना जाएगा। इस समय में विवाह और अन्य मांगलिक कार्यों का आयोजन नहीं किया जाता है।

    यह स्थिति तब तक जारी रहेगी, जब तक गुरु (बृहस्पति) 7 जुलाई को पुनः पूर्व दिशा में उदय नहीं होते। तब तक, विवाह कार्यों को स्थगित करने की सलाह दी जाती है। इस दौरान विशेष रूप से विवाह समारोह और अन्य मांगलिक कार्यों से बचना चाहिए।

    विवाह सीजन में नए नोटों की मांग

    विवाह सीजन के दौरान नए नोटों की मांग भी बढ़ जाती है। शादियों में नए नोटों का लेन-देन करना एक परंपरा बन चुका है। लोग विवाह में उपहार के रूप में नए नोट देने को प्राथमिकता देते हैं, विशेष रूप से 10 और 20 रुपये के नोटों की मांग अधिक होती है।

    लेकिन जैसे-जैसे विवाह के मुहूर्त पास आते हैं, बाजार में नए नोट की कमी हो जाती है, और लोग परेशान हो जाते हैं। भोला सिंह, जो उदवंतनगर के निवासी हैं, कहते हैं, “विवाह सीजन शुरू होते ही नए नोटों की डिमांड बढ़ जाती है, लेकिन बैंकों से यह नोट नहीं मिल पाते। लोग परेशान होते हैं और काले बाजार में महंगे दामों पर नए नोट मिलते हैं।”

    काले बाजार में नए नोट अधिक कीमत पर बिकते हैं, और बिचौलिए इसका फायदा उठाते हैं। इस समय बैंक अधिकारियों के लिए भी यह एक चुनौती बन जाती है, क्योंकि वे अपनी शाखाओं में नए नोटों की आपूर्ति नहीं कर पाते हैं।

    14 अप्रैल को मनाया जाएगा सतुआन पर्व

    इसके अलावा, 14 अप्रैल को सतुआन पर्व मनाया जाएगा, जो एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक पर्व है। यह पर्व सूर्य के मीन राशि से मकर राशि में प्रवेश करने के साथ मनाया जाता है। यह पर्व मुख्य रूप से रबी फसल के आने की खुशी में मनाया जाता है।

    इस दिन लोग गंगा स्नान करने जाते हैं और दान पुण्य करते हैं। विशेष रूप से लोग गंगा स्नान को अधिक महत्व देते हैं। घरों में लोग कुलदेवता को जौ का सत्तू, गुड़ और कच्चा आम चढ़ाते हैं। इसके साथ ही लोग सत्तू के लड्डू और घेवड़ा खाते हैं। यह दिन कृषि से संबंधित खुशी और सामाजिक सहयोग का प्रतीक है।

    खरमास का समय समाप्त होते ही विवाह मुहूर्त की शुरुआत होगी और बिहार में मांगलिक कार्यों का मौसम शुरू हो जाएगा। वैशाख और जेठ में 33 विवाह मुहूर्त हैं, लेकिन आषाढ़ में कोई मुहूर्त नहीं है। साथ ही, 11 जून से गुरु का पश्चिम में अस्त होना मांगलिक कार्यों को रोक देगा, जो जुलाई तक प्रभावी रहेगा।

    इसके अलावा, विवाह सीजन में नए नोटों की बढ़ती मांग और सतुआन पर्व की विशेषता भी एक महत्वपूर्ण पहलू है। यह समय न केवल विवाहों के लिए बल्कि पारंपरिक धार्मिक कार्यों के लिए भी महत्वपूर्ण है। इस दौरान बाजार में रौनक बढ़ेगी और लोग अपनी खुशियों में शामिल होने के लिए तैयार होंगे।

  • पंजाब नेशनल बैंक धोखाधड़ी मामले में बड़ी गिरफ्तारी

    पंजाब नेशनल बैंक धोखाधड़ी मामले में बड़ी गिरफ्तारी

    KKN गुरुग्राम डेस्क | सोमवार को मेहुल चोकसी,गीतांजली जेम्स के प्रबंध निदेशक, को बेल्जियम में भारत के प्रत्यर्पण अनुरोध पर गिरफ्तार किया गया। यह गिरफ्तारी पंजाब नेशनल बैंक (PNB) द्वारा 2018 में उजागर किए गए बड़े धोखाधड़ी मामले से जुड़ी हुई है। इस धोखाधड़ी में चोकसी और उसके भतीजे निरव मोदी का नाम सामने आया था, और यह मामला भारत के बैंकिंग और वित्तीय क्षेत्र को हिलाकर रख देने वाला था। अनुमानित ₹13,500 करोड़ की इस धोखाधड़ी की जांच अब तक जारी है, और चोकसी की गिरफ्तारी इस मामले में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है।

    PNB धोखाधड़ी क्या थी?

    PNB लोन धोखाधड़ी का विवरण

    यह धोखाधड़ी मुख्य रूप से लोन की सुरक्षा के रूप में जारी किए गए लेटर ऑफ अंडरटेकिंग्स (LoUs) के दुरुपयोग पर आधारित थी। LoUs बैंक द्वारा व्यापारिक उद्देश्यों के लिए विदेशों में लोन प्राप्त करने के लिए जारी किए जाते हैं। मेहुल चोकसी और निरव मोदी ने इन LoUs का दुरुपयोग कर भारत और विदेशों में लाखों डॉलर की धोखाधड़ी की। इन दोनों ने मिलकर बैंक के सिस्टम को छेड़छाड़ किया और गीतांजली जेम्स और निरव मोदी के समूह के माध्यम से बड़े पैमाने पर फंड्स निकालने में सफल रहे।

    PNB ने जनवरी 2018 में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के पास इस धोखाधड़ी की पहली रिपोर्ट दर्ज कराई थी, और सीबीआई को इस मामले में शिकायत दी गई थी। इसके बाद फरवरी 2018 में कई अन्य जांचें शुरू हुईं, जिसमें प्रवर्तन निदेशालय (ED) और सीबीआई ने मिलकर मनी लॉन्ड्रिंग और धोखाधड़ी की जांच की।

    निरव मोदी और मेहुल चोकसी का किरदार

    निरव मोदी और मेहुल चोकसी दोनों ही इस धोखाधड़ी के मुख्य आरोपी हैं। इन दोनों ने मिलकर बैंक अधिकारियों से मिलीभगत कर 1,212 LoUs जारी कराए, जो सामान्य रूप से एक निश्चित संख्या में जारी होते थे। इन LoUs के माध्यम से, मोदी और चोकसी ने ₹11,400 करोड़ (लगभग $1.77 बिलियन) से अधिक का कर्ज प्राप्त किया, जोकि अवैध रूप से कारोबार के लिए नहीं बल्कि व्यक्तिगत लाभ के लिए उपयोग किया गया।

    धोखाधड़ी की प्रक्रिया

    LoUs, जोकि आमतौर पर व्यापारिक उद्देश्यों के लिए जारी किए जाते हैं, इनका दुरुपयोग किया गया था। निरव मोदी और मेहुल चोकसी ने PNB के ब्रैडी हाउस शाखा से मार्च 2011 से 1,212 LoUs प्राप्त किए। इन LoUs के बदले विदेशों में भारतीय बैंकों से लोन लिया गया, और इन पैसों का उपयोग व्यापार के लिए नहीं, बल्कि निजी फायदे के लिए किया गया।

    PNB के अंदरूनी लोग भी इस धोखाधड़ी में शामिल थे, जिनमें गोकुलनाथ शेट्टी जैसे बैंक अधिकारी थे जिन्होंने सिस्टम को धोखा दिया और अवैध तरीके से इन LoUs को जारी किया।

    मेहुल चोकसी की भूमिका: जांच एजेंसियों का आरोप

    प्रवर्तन निदेशालय (ED) और सीबीआई के अनुसार, मेहुल चोकसी ने अपनी कंपनियों के माध्यम से इस धोखाधड़ी को अंजाम दिया। इन एजेंसियों ने आरोप लगाया कि चोकसी ने बैंक अधिकारियों के साथ मिलकर बिना निर्धारित बैंकिंग प्रक्रियाओं के LoUs प्राप्त किए। इसके परिणामस्वरूप बैंक को भारी वित्तीय नुकसान हुआ, जबकि इस धोखाधड़ी में शामिल कंपनियों और व्यक्तियों को लाभ हुआ।

    चोकसी का भारत से भागना और प्रत्यर्पण विवाद

    इस धोखाधड़ी के सार्वजनिक होने से पहले ही मेहुल चोकसी भारत से फरार हो गया। वह एंटीगुआ और बारबुडा में जा बसा, जहां उसने एक विशेष निवेश कार्यक्रम के तहत नागरिकता प्राप्त की थी। भारत सरकार ने उसकी गिरफ्तारी के लिए कई प्रयास किए, लेकिन वह एंटीगुआ और बारबुडा में सुरक्षित रहा। इसके बाद, 2021 में एक नया मोड़ आया जब चोकसी एंटीगुआ से गायब हो गया और डोमिनिका में पाया गया। उसने दावा किया कि उसे अपहरण किया गया था, लेकिन यह मामला प्रत्यर्पण के प्रयासों को और जटिल बना गया।

    प्रत्यर्पण की प्रक्रिया: कानूनी संघर्ष

    भारत की सरकार ने मेहुल चोकसी का प्रत्यर्पण करने के लिए कई कानूनी प्रयास किए। चोकसी ने एंटीगुआ और बारबुडा में अपनी नागरिकता ली थी, और अब उसकी गिरफ्तारी के बाद यह मामला बेल्जियम तक पहुंच चुका है। यह कानूनी और राजनयिक संघर्ष एक जटिल प्रक्रिया बन चुका है, क्योंकि अंतर्राष्ट्रीय कानून में प्रत्यर्पण के मामलों में कई कारक होते हैं।

    PNB और भारतीय बैंकिंग क्षेत्र पर प्रभाव

    PNB धोखाधड़ी ने भारतीय बैंकिंग क्षेत्र को हिलाकर रख दिया। इस धोखाधड़ी ने बैंकिंग सिस्टम की कमजोरियों को उजागर किया और यह स्पष्ट किया कि भारतीय बैंकों को अधिक पारदर्शिता और जिम्मेदारी की आवश्यकता है। इसके बाद, भारतीय रिजर्व बैंक और अन्य वित्तीय नियामकों ने बैंकों के लिए कड़े नियम लागू किए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

    इस धोखाधड़ी ने यह भी दिखाया कि बड़े वित्तीय अपराधों का असर केवल एक बैंक तक सीमित नहीं रहता, बल्कि इसका प्रभाव पूरे बैंकिंग क्षेत्र और अर्थव्यवस्था पर पड़ता है।

    मेहुल चोकसी की बेल्जियम में गिरफ्तारी भारत के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, लेकिन उसका प्रत्यर्पण अब भी एक लंबा और जटिल प्रक्रिया हो सकती है। जबकि न्याय की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है, यह मामले का अंत नहीं है। भारतीय जांच एजेंसियां इस मामले को अंत तक ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, और उम्मीद की जा रही है कि चोकसी को जल्द ही भारत में लाकर उसे न्याय का सामना कराया जाएगा।

    PNB धोखाधड़ी का मामला भारतीय वित्तीय क्षेत्र के लिए एक चेतावनी है, और यह दर्शाता है कि बैंकिंग सिस्टम को और मजबूत और सुरक्षित बनाने के लिए ठोस कदम उठाए जाने की आवश्यकता है।

  • Gold Silver Price Today: शादी सीजन से पहले सोने-चांदी की कीमतों में ऐतिहासिक उछाल, वाराणसी में रिकॉर्ड स्तर पर भाव

    Gold Silver Price Today: शादी सीजन से पहले सोने-चांदी की कीमतों में ऐतिहासिक उछाल, वाराणसी में रिकॉर्ड स्तर पर भाव

    KKN गुरुग्राम डेस्क | वाराणसी के सर्राफा बाजार में रविवार को सोने और चांदी की कीमतों में जोरदार उछाल देखने को मिला। यह तेजी उस वक्त आई है जब देशभर में शादी-विवाह का सीजन अपने चरम पर है। सोने की कीमत ने नया रिकॉर्ड बना लिया है जबकि चांदी ने भी ₹1 लाख प्रति किलो के मनोवैज्ञानिक स्तर को पार कर लिया है।

    वाराणसी सर्राफा एसोसिएशन के अध्यक्ष संतोष कुमार अग्रवाल ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में सोने की कीमतों में हल्की गिरावट आई थी, लेकिन अब बाजार में भारी तेजी देखी जा रही है। शादी सीजन और अंतरराष्ट्रीय बाजार के कारण निवेशकों का रुझान दोबारा सोने की ओर बढ़ा है।

    24 कैरेट सोना ₹95,820 प्रति 10 ग्राम पर पहुंचा

    रविवार, 14 अप्रैल को वाराणसी में 24 कैरेट शुद्ध सोना ₹280 प्रति 10 ग्राम महंगा होकर ₹95,820 पर पहुंच गया। यह अब तक का सबसे ऊंचा भाव है। इससे पहले 12 अप्रैल को इसका दाम ₹95,540 था।

    वहीं 22 कैरेट सोने, जिसे अधिकतर गहनों में उपयोग किया जाता है, की कीमत ₹250 बढ़कर ₹87,850 प्रति 10 ग्राम हो गई है। यह दर 13 अप्रैल को ₹87,600 थी।

    18 कैरेट सोने की बात करें तो उसकी कीमत में भी ₹200 का उछाल आया है और वह अब ₹71,880 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है।

    आज का सोना रेट (वाराणसी, 14 अप्रैल 2025)

    शुद्धता कीमत (प्रति 10 ग्राम) वृद्धि
    24 कैरेट ₹95,820 +₹280
    22 कैरेट ₹87,850 +₹250
    18 कैरेट ₹71,880 +₹200

    चांदी ₹3,000 महंगी होकर ₹1,00,000 प्रति किलो पर

    सोने के साथ-साथ चांदी की कीमतों में भी बड़ी तेजी देखी गई है। रविवार को चांदी ₹3,000 प्रति किलो महंगी हो गई और इसका भाव ₹1,00,000 प्रति किलो हो गया, जो अब तक का सबसे अधिक है। 13 अप्रैल को चांदी की कीमत ₹97,000 प्रति किलो थी।

    विशेषज्ञों का मानना है कि चांदी की मांग उद्योगों और आभूषण निर्माण में बढ़ रही है, जिससे इसकी कीमतों में यह बड़ा उछाल आया है।

    चांदी का रेट आज (वाराणसी, 14 अप्रैल 2025)

    धातु कीमत (प्रति किलो) वृद्धि
    चांदी ₹1,00,000 +₹3,000

    सोना और चांदी की कीमतें क्यों बढ़ रही हैं?

    1. वैश्विक अस्थिरता का असर

    अंतरराष्ट्रीय बाजार में चल रही भू-राजनीतिक अस्थिरता, जैसे कि युद्ध, तेल संकट, और डॉलर की मजबूती के चलते निवेशक सोने-चांदी की ओर रुख कर रहे हैं। इसे सेफ हेवन एसेट माना जाता है, जिससे मांग में इजाफा हुआ है।

    2. रुपया कमजोर होने से आयात महंगा

    सोना भारत में बड़े पैमाने पर आयात किया जाता है। रुपया कमजोर होने से आयातित सोना महंगा पड़ता है, जिसका सीधा असर घरेलू बाजार में कीमतों पर पड़ता है।

    3. शादी सीजन की मांग

    भारत में शादी का सीजन सोने की खपत के लिहाज से सबसे महत्वपूर्ण समय होता है। गहनों की भारी मांग के चलते सोने की कीमतों में स्वाभाविक रूप से तेजी आती है।

    4. निवेशकों की दिलचस्पी

    अस्थिर शेयर बाजार और महंगाई के दौर में निवेशक सोने को सुरक्षित निवेश मानते हैं। इसके चलते सर्राफा बाजार में खरीदारी तेज हो गई है।

    सोना खरीदते समय बरतें ये सावधानियां

    संतोष अग्रवाल ने उपभोक्ताओं को सावधान करते हुए कहा है कि सोने की खरीदारी करते वक्त कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए:

    • हॉलमार्क (BIS Hallmark) जरूर देखें – यह सोने की शुद्धता की पहचान है।

    • 24 कैरेट सोना निवेश के लिए, जबकि 22 कैरेट गहनों के लिए बेहतर माना जाता है।

    • किसी भी अज्ञात स्रोत से या बिना प्रमाणित दुकानों से सोना न खरीदें।

    बढ़ती कीमतों का बाजार पर क्या असर?

    उपभोक्ताओं पर प्रभाव:

    सोने की बढ़ती कीमतों से आम उपभोक्ताओं की जेब पर असर पड़ रहा है। लोग गहनों की खरीदारी को टाल रहे हैं या कम वजन के आभूषण खरीद रहे हैं।

    ज्वेलर्स पर प्रभाव:

    ज्वेलरी दुकानदारों के लिए स्थिति थोड़ी जटिल है। दुकानों में भीड़ तो है, लेकिन लोग खरीदारी में हिचकिचा रहे हैं। कई ग्राहक केवल रेट पूछ कर लौट रहे हैं।

    क्या अब सोना खरीदना सही है?

    वित्तीय विशेषज्ञों की मानें तो सोना अभी भी लॉन्ग टर्म निवेश के लिए अच्छा विकल्प है। लेकिन वे सलाह देते हैं:

    • इस वक्त थोक में खरीदारी से बचें।

    • सोने में निवेश के लिए SIP या गोल्ड बॉन्ड जैसे विकल्प चुनें।

    • बाजार की चाल और अंतरराष्ट्रीय स्थितियों पर नजर रखें।

    क्या आने वाले दिनों में कीमतें गिर सकती हैं?

    संतोष अग्रवाल का मानना है कि शादी सीजन के बाद या अंतरराष्ट्रीय तनाव कम होने पर थोड़ी बहुत गिरावट देखने को मिल सकती है। हालांकि निकट भविष्य में कीमतों में कोई बड़ी गिरावट की संभावना नहीं है।

    शादी सीजन और वैश्विक बाजार की परिस्थितियों के चलते सोने-चांदी की कीमतों में जबरदस्त तेजी देखने को मिल रही है। उपभोक्ताओं और निवेशकों को चाहिए कि वे सतर्कता के साथ निर्णय लें, और खरीदारी से पहले शुद्धता और कीमत की जांच अवश्य करें।

  • मुर्शिदाबाद हिंसा पर गरमाई सियासत: वक्फ एक्ट को लेकर बीजेपी-टीएमसी आमने-सामने

    मुर्शिदाबाद हिंसा पर गरमाई सियासत: वक्फ एक्ट को लेकर बीजेपी-टीएमसी आमने-सामने

    KKN गुरुग्राम डेस्क | पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ एक्ट को लेकर भड़की हिंसा ने पूरे राज्य की राजनीति को गर्मा दिया है। इस हिंसा ने न सिर्फ स्थानीय स्तर पर तनाव बढ़ाया, बल्कि राज्य सरकार और केंद्र की मुख्य विपक्षी पार्टी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला भी तेज कर दिया है।

    सूत्रों के मुताबिक, वक्फ संपत्तियों को लेकर स्थानीय लोगों में असंतोष था, जो देखते ही देखते उग्र प्रदर्शन में बदल गया। कई जगहों पर आगजनी, पथराव और दुकानों को नुकसान पहुंचाने की घटनाएं सामने आई हैं। पुलिस को हालात काबू में लाने के लिए अतिरिक्त बल तैनात करना पड़ा।

    बीजेपी का हमला: ममता बनर्जी इस्तीफा दें

    घटना के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर सीधा हमला बोलते हुए उनके इस्तीफे की मांग कर दी है। भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया कि वक्फ एक्ट की आड़ में तृणमूल सरकार ‘तुष्टिकरण की राजनीति’ कर रही है, जिससे राज्य में सांप्रदायिक तनाव बढ़ रहा है।

    “ममता सरकार राज्य को अराजकता की ओर ले जा रही है। हिंदू समुदाय की जमीनें जबरन वक्फ संपत्ति घोषित की जा रही हैं,” भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा।
    उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस इस कानून का इस्तेमाल अल्पसंख्यक वोट बैंक को खुश करने के लिए कर रही है।

    टीएमसी का पलटवार: बीजेपी कर रही है भड़काऊ राजनीति

    भाजपा के आरोपों पर तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने भी तीखा पलटवार किया है। टीएमसी ने कहा कि भाजपा जानबूझकर इस संवेदनशील मुद्दे को राजनीतिक रंग दे रही है और लोगों को गुमराह कर रही है।

    टीएमसी प्रवक्ता ने कहा,
    “वक्फ एक्ट एक वैधानिक कानून है, जो पूरे देश में लागू है। भाजपा इसे सांप्रदायिक रंग देकर समाज में नफरत फैला रही है।”

    टीएमसी का दावा है कि सरकार ने हालात को नियंत्रण में कर लिया है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है।

    सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीरों ने बढ़ाई गर्मी

    इस विवाद के बीच एक और मोड़ तब आया जब टीएमसी सांसद और पूर्व क्रिकेटर यूसुफ पठान की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। भाजपा समर्थकों ने इसे हिंसा से जोड़ते हुए टीएमसी पर और हमले किए।

    हालांकि, जांच में सामने आया कि यह तस्वीर पुरानी है और वर्तमान घटना से कोई लेना-देना नहीं है। बावजूद इसके, इस वायरल सामग्री ने लोगों के बीच भ्रम और आक्रोश को और बढ़ाया।

    सरकार ने अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं और सोशल मीडिया पर निगरानी तेज कर दी गई है।

    झारखंड और केरल में भी उठी आवाजें

    वक्फ एक्ट को लेकर बहस अब केवल बंगाल तक सीमित नहीं रही। झारखंड सरकार के मंत्री इर्फान अंसारी ने स्पष्ट कहा है कि राज्य में वक्फ एक्ट को उस रूप में लागू नहीं किया जाएगा, जैसा बंगाल में किया गया।

    उधर, केरल में वक्फ विरोधी रैली के दौरान हमास की तस्वीरें लहराने को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है। विपक्षी दलों ने इस पर सवाल उठाए हैं कि भारत के स्थानीय मुद्दों में विदेशी संगठन का नाम क्यों जोड़ा जा रहा है।

    क्या है वक्फ एक्ट और क्यों हो रहा है विवाद?

    वक्फ एक्ट 1995 में पारित हुआ था, जिसका उद्देश्य मुस्लिम समुदाय की धार्मिक या परोपकारी संपत्तियों की सुरक्षा और प्रबंधन सुनिश्चित करना था। इसके अंतर्गत वक्फ बोर्डों को अधिकार दिया गया कि वे वक्फ संपत्तियों का नियंत्रण संभालें।

    हालांकि, कई राज्यों में आरोप लगे हैं कि इस कानून का दुरुपयोग हो रहा है और गैर-मुस्लिमों की जमीनों को भी वक्फ संपत्ति घोषित कर दिया जा रहा है, जिससे सामाजिक तनाव बढ़ रहा है।

    राजनीतिक असर और चुनावी समीकरण

    राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मुर्शिदाबाद की हिंसा आने वाले विधानसभा और लोकसभा चुनावों पर असर डाल सकती है। भाजपा इसे ‘कानून व्यवस्था’ और ‘संविधानिक अधिकारों’ का मुद्दा बनाकर जनता को लामबंद करने की कोशिश कर रही है, वहीं टीएमसी इसे भाजपा की ‘ध्रुवीकरण की साजिश’ बता रही है।

    इन घटनाओं का असर बंगाल ही नहीं, बल्कि झारखंड, बिहार और असम जैसे पड़ोसी राज्यों की राजनीति पर भी पड़ सकता है।

    मुर्शिदाबाद की घटना केवल कानून व्यवस्था का मामला नहीं है, बल्कि यह सामाजिक संतुलन, राजनीतिक जिम्मेदारी और संवैधानिक अधिकारों की भी परीक्षा है।
    जहां एक ओर राजनीति अपनी जगह है, वहीं प्रशासन और समाज को यह सुनिश्चित करना होगा कि किसी भी कानून का उपयोग लोगों को बांटने या डरााने के लिए न हो।

    फिलहाल प्रशासन ने हालात को काबू में बताया है, लेकिन स्थिति अभी भी नाजुक बनी हुई है। आने वाले दिनों में यह देखना अहम होगा कि क्या यह मामला राजनीतिक हथियार बनकर रह जाएगा या इसे सुलझाने के लिए कोई ठोस कदम उठाया जाएगा।

  • आज का राशिफल – 14 अप्रैल 2025

    आज का राशिफल – 14 अप्रैल 2025

    KKN गुरुग्राम डेस्क | आज सोमवार है और तिथि है वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की द्वितीया। चंद्रमा के प्रभाव वाला यह दिन भावनात्मक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण माना जाता है। ग्रहों की स्थिति जीवन के विभिन्न पहलुओं जैसे प्रेम, स्वास्थ्य, करियर और आर्थिक मामलों को प्रभावित कर सकती है।

    आइए जानते हैं कि आज का दिन 12 राशियों के लिए क्या संदेश लेकर आया है।

    मेष राशि (Aries)

    आज आप व्यावहारिक दृष्टिकोण अपनाएंगे तो कई जटिलताएं दूर हो सकती हैं। मन में अस्थिरता रहेगी, जिससे कार्यों में एकाग्रता में कमी आ सकती है। निजी जीवन में तनाव की संभावना है, इसलिए भावनात्मक प्रतिक्रियाओं पर नियंत्रण रखें।

    👉 टिप: शांत रहें और दूसरों की भावनाओं का सम्मान करें।

    वृष राशि (Taurus)

    आज आप हल्के-फुल्के मूड में रहेंगे और मौज-मस्ती के मूड में होंगे। हालांकि, अपनी बातों और शब्दों पर नियंत्रण रखें क्योंकि आपकी कही गई बात बाद में आपको परेशानी में डाल सकती है।

    👉 टिप: अनावश्यक बहस से दूर रहें।

    मिथुन राशि (Gemini)

    किसी भी नए व्यक्ति पर आँख बंद करके भरोसा न करें। किसी भी अनुबंध या निवेश से पहले पूरी जानकारी लें। लालच देने वाले लोगों से दूर रहें और स्वतंत्र विशेषज्ञ से सलाह लेना उचित रहेगा।

    👉 टिप: सोच-समझकर निर्णय लें।

    कर्क राशि (Cancer)

    आज का दिन निवेश या बड़े वित्तीय निर्णयों के लिए अनुकूल नहीं है। चीजों को स्वाभाविक रूप से घटने दें। जल्दबाज़ी में कोई भी फैसला नुकसानदायक हो सकता है।

    👉 टिप: धैर्य रखें और समय का इंतज़ार करें।

    सिंह राशि (Leo)

    आज दिमाग की बजाय दिल से निर्णय लेना बेहतर होगा। दूसरों पर अपनी इच्छाएं थोपने से बचें और प्रवाह के साथ चलें। आत्मनिरीक्षण करने से कई समाधान मिल सकते हैं।

    👉 टिप: आत्मविश्वास बनाए रखें लेकिन जिद न करें।

    कन्या राशि (Virgo)

    कार्यक्षेत्र में कुछ अप्रत्याशित परिवर्तन हो सकते हैं। स्थानांतरण या नई जिम्मेदारियाँ मिल सकती हैं। दिल से जुड़े मामलों में सावधानी बरतें और सोच-समझकर प्रतिक्रिया दें।

    👉 टिप: आज टकराव से बचना ही समझदारी है।

    तुला राशि (Libra)

    आपकी मेहनत की सराहना हो सकती है। पारिवारिक जीवन सामान्य रहेगा लेकिन आप किसी स्थिति को आवश्यकता से अधिक गंभीर बना सकते हैं। परिस्थिति को सहज रूप से अपनाएं।

    👉 टिप: ज्यादा सोचने से बचें और बहाव के साथ चलें।

    वृश्चिक राशि (Scorpio)

    यात्रा के दौरान किसी नए व्यक्ति से मिलने का मौका मिल सकता है जो भविष्य में रोमांटिक रूप से महत्वपूर्ण बन सकता है। घरेलू जीवन में अब स्थिरता की ओर बढ़ रहे हैं।

    👉 टिप: नए अवसरों का स्वागत करें।

    धनु राशि (Sagittarius)

    धन लाभ के संकेत हैं लेकिन आप भावनात्मक रूप से असंतुलित महसूस कर सकते हैं। जीवन को जैसा है वैसे ही स्वीकार करें और हर पल को जिएं।

    👉 टिप: खुद को बोझ से मुक्त करें।

    मकर राशि (Capricorn)

    आज आप खुद को व्यक्त करने में कठिनाई महसूस कर सकते हैं। यदि आप अपने साथी की कुछ कमजोरियों को नजरअंदाज कर सकते हैं, तो रिश्ता मजबूत हो सकता है। परिवार में शुभ समाचार मिल सकता है।

    👉 टिप: छोटी-छोटी बातों को दिल से न लगाएं।

    कुंभ राशि (Aquarius)

    बॉस के साथ बहस से बचें और आज नेतृत्व के बजाय सहयोगी भूमिका निभाएं। लंबी यात्राओं से बचें और कम प्रोफ़ाइल रखें।

    👉 टिप: अहंकार को त्यागें और विनम्र बनें।

    मीन राशि (Pisces)

    घर से जुड़े कामों में मन लगेगा – चाहे वह सजावट हो या बागवानी। नकद प्रवाह अच्छा है, इसलिए आज अपने आराम और शौक पर थोड़ा खर्च करने में हर्ज नहीं।

    👉 टिप: घर ही आपकी ऊर्जा का केंद्र है, उसे सजाएं।

  • अंबेडकर जयंती 2025: जानिए डॉ. भीमराव अंबेडकर के 10 प्रेरणादायक विचार और उनके सामाजिक संदेश

    अंबेडकर जयंती 2025: जानिए डॉ. भीमराव अंबेडकर के 10 प्रेरणादायक विचार और उनके सामाजिक संदेश

    KKN गुरुग्राम डेस्क | आज भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की 134वीं जयंती के अवसर पर पूरा देश उन्हें श्रद्धांजलि दे रहा है। सामाजिक समानता, संविधान निर्माण, शिक्षा और अधिकारों की लड़ाई में उनके योगदान को आज भी स्मरण किया जाता है। इस मौके पर बाबासाहेब के प्रेरणादायक विचार और संदेश लोगों को साझा करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।

    डॉ. अंबेडकर सिर्फ भारत के संविधान निर्माता नहीं थे, बल्कि वे एक ऐसे चिंतक, समाज सुधारक और विचारक थे, जिन्होंने दलितों, महिलाओं और वंचितों को न्याय और अधिकार दिलाने के लिए अपना संपूर्ण जीवन समर्पित कर दिया।

    अंबेडकर जयंती क्यों मनाई जाती है?

    14 अप्रैल 1891 को मध्यप्रदेश के महू में जन्मे डॉ. अंबेडकर ने सामाजिक विषमता, जातिवाद और भेदभाव के खिलाफ आवाज़ उठाई। उन्होंने संविधान निर्माण में सक्रिय भागीदारी निभाते हुए भारत को एक लोकतांत्रिक, धर्मनिरपेक्ष और सामाजिक न्याय आधारित राष्ट्र बनाने की नींव रखी।

    अंबेडकर जयंती आज सिर्फ एक स्मृति दिवस नहीं, बल्कि उनके विचारों को दोहराने और लागू करने का दिन बन गया है।

    डॉ. अंबेडकर के 10 प्रेरणादायक उद्धरण जो आज भी प्रासंगिक हैं

    1. “मैं एक समुदाय की प्रगति को महिलाओं की प्रगति के आधार पर मापता हूं।”

    2. “मन का विकास मानव जीवन का अंतिम उद्देश्य होना चाहिए।”

    3. “अगर मुझे लगे कि संविधान का दुरुपयोग हो रहा है, तो मैं सबसे पहले उसे जलाऊंगा।”

    4. “मन की स्वतंत्रता ही सच्ची स्वतंत्रता है।”

    5. “कानून और व्यवस्था राजनीतिक शरीर की दवा है।”

    6. “शिक्षित बनो, संगठित रहो और संघर्ष करो।”

    7. “एक न्यायपूर्ण समाज वह है जिसमें कोई ऊंच-नीच नहीं होता।”

    8. “समानता एक कल्पना हो सकती है, लेकिन इसे ही शासन का मूल सिद्धांत होना चाहिए।”

    9. “लोकतंत्र केवल शासन प्रणाली नहीं, सामाजिक संगठन की शैली है।”

    10. “जीवन महान होना चाहिए, लंबा नहीं।”

    डिजिटल माध्यम से हो रही है अंबेडकर के विचारों की प्रसार

    आज की तकनीकी दुनिया में सोशल मीडिया पर अंबेडकर जयंती से संबंधित #AmbedkarJayanti2025, #BabasahebAmbedkar, #AmbedkarQuotes जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं। लाखों लोग उनके उद्धरणों की फोटो, वीडियो क्लिप्स और डिजिटल पोस्टर साझा कर रहे हैं।

    शिक्षण संस्थानों, सरकारी दफ्तरों और सामाजिक संगठनों द्वारा ऑनलाइन वेबिनार, पोस्टर प्रतियोगिता, और भाषण कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं।

    संविधान निर्माता के रूप में अंबेडकर की भूमिका

    डॉ. अंबेडकर को भारत का संविधान निर्माता कहा जाता है क्योंकि उन्होंने भारत को एक समानतावादी और लोकतांत्रिक राष्ट्र बनाने की नींव रखी। उन्होंने संविधान में न केवल मौलिक अधिकारों, बल्कि आरक्षण, संविधानिक सुरक्षा, और न्यायिक प्रणाली की मजबूती जैसे विषयों को समाहित किया।

    दलित और पिछड़े वर्ग के अधिकारों की लड़ाई

    डॉ. अंबेडकर ने दलित समाज को शिक्षा, राजनीति और रोजगार में बराबरी दिलाने के लिए कई संघर्ष किए। उन्होंने कहा था:

    “यदि आप अपने अधिकार मांगने से डरते हैं, तो आप उसे पाने के कभी योग्य नहीं बन सकते।”

    उनकी यह सोच आज भी सामाजिक परिवर्तन की धुरी बनी हुई है।

    धार्मिक चेतना और बौद्ध धर्म की ओर रुख

    1956 में डॉ. अंबेडकर ने बौद्ध धर्म अपनाया और लाखों अनुयायियों के साथ दलित बौद्ध आंदोलन की शुरुआत की। उन्होंने “बुद्ध और उनका धम्म” नामक पुस्तक में बौद्ध धर्म की शिक्षाओं को सामाजिक न्याय के साथ जोड़ा।

    आज अंबेडकर अनुयायी दीक्षाभूमि (नागपुर) और चैत्यभूमि (मुंबई) जैसे पवित्र स्थलों पर जाकर श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।

    राष्ट्रीय स्मृति और सम्मान

    • संसद भवन में अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण

    • सभी राज्यों में रैली और जागरूकता अभियान

    • सरकारी अवकाश और स्मृति समारोह

    • छात्रवृत्ति योजनाएं और शैक्षणिक प्रोत्साहन

    डॉ. अंबेडकर की जयंती केवल एक दिन का उत्सव नहीं है, यह एक ऐसा अवसर है जब हमें उनके विचारों, उनके संघर्ष, और उनके द्वारा दिखाई गई राह पर चलने का संकल्प लेना चाहिए। उनकी शिक्षाएं आज भी जातिवाद, असमानता और सामाजिक भेदभाव के खिलाफ सबसे सशक्त हथियार हैं।

  • बिहार में तेज आंधी और भारी बारिश का अलर्ट,14 से 19 अप्रैल तक रहेगा खराब मौसम

    बिहार में तेज आंधी और भारी बारिश का अलर्ट,14 से 19 अप्रैल तक रहेगा खराब मौसम

    KKN गुरुग्राम डेस्क | बिहार में मौसम ने अचानक करवट ले ली है। बीते एक सप्ताह से राज्य के कई हिस्सों में मूसलधार बारिश, गरज-चमक के साथ तेज आंधी और बिजली गिरने की घटनाएं सामने आई हैं। इस असामान्य मौसम के कारण कई जगहों पर जान-माल का नुकसान भी हुआ है।

    मौसम विज्ञान केंद्र, पटना के अनुसार यह मौसम अभी थमने वाला नहीं है। 14 अप्रैल से लेकर 19 अप्रैल तक बिहार के अधिकांश जिलों में मौसम का मिजाज ऐसा ही बना रहेगा। इस दौरान 27 जिलों में तेज आंधी, भारी वर्षा और ठनका गिरने की चेतावनी जारी की गई है।

    किस-किस जिले में है सबसे ज्यादा खतरा?

    मौसम विभाग ने 14 अप्रैल को जिन 27 जिलों को उच्च जोखिम क्षेत्र (High Risk Zone) में रखा है, उनमें शामिल हैं:

    • पटना

    • गया

    • भागलपुर

    • मुजफ्फरपुर

    • दरभंगा

    • समस्तीपुर

    • पूर्णिया

    • कटिहार

    • अररिया
      (अन्य जिलों की जानकारी मौसम विभाग की वेबसाइट पर उपलब्ध है)

    इन जिलों में हवा की गति 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे तक हो सकती है, जिससे पेड़ गिरने, बिजली गुल होने और आवागमन में बाधा जैसी समस्याएं पैदा हो सकती हैं।

    बिजली गिरने का खतरा और बचाव के उपाय

    बिहार में हर साल बड़ी संख्या में लोग बिजली गिरने से जान गंवाते हैं। मौसम विभाग ने लोगों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी है।

    बचाव के उपाय:

    • आंधी-तूफान के समय घर से बाहर न निकलें

    • किसी भी ऊंचे पेड़ या बिजली के खंभे के नीचे खड़े न हों

    • मोबाइल फोन का इस्तेमाल न करें

    • पानी से भरे स्थानों से दूरी बनाए रखें

    • धातु की चीज़ों से दूर रहें

    क्यों बदला बिहार का मौसम इस तरह अचानक?

    मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, यह परिवर्तन पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance), बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी, और दिन-रात के तापमान में अचानक बदलाव के कारण हो रहा है। इन कारणों से कॉन्वेक्शनल वर्षा हो रही है, जिससे स्थानीय स्तर पर तेज बारिश और बिजली की घटनाएं हो रही हैं।

    डॉ. विनय कुमार, वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक, का कहना है:

    “यह बदलाव अप्रैल के मध्य में सामान्य नहीं माना जाता, लेकिन जलवायु में हो रहे बदलावों के कारण ऐसी घटनाएं अब अधिक सामान्य होती जा रही हैं।”

    किसानों पर पड़ा सीधा असर, रबी फसल को नुकसान

    इस असमय बारिश ने रबी फसलों, विशेष रूप से गेहूं और मक्का को भारी नुकसान पहुंचाया है। जिन इलाकों में कटाई हो चुकी थी, वहां खेतों में पानी भर गया है और अनाज गीला हो गया है

    कृषि विशेषज्ञों की सलाह:

    • कटे हुए अनाज को सुरक्षित स्थान पर रखें

    • प्लास्टिक तिरपाल या जाल की मदद से सुखाने की व्यवस्था करें

    • जरूरत पड़ने पर फफूंदनाशक का छिड़काव करें

    • कृषि विज्ञान केंद्र (KVK) से संपर्क करें

    आपदा प्रबंधन विभाग की तैयारी और जनता से अपील

    बिहार आपदा प्रबंधन विभाग (BSDMA) और जिला प्रशासन ने सभी संवेदनशील क्षेत्रों में चेतावनी जारी कर दी है। लोगों को लगातार अपडेट देने के लिए SMS अलर्ट, स्थानीय रेडियो और पंचायत स्तर पर मुनादी कराई जा रही है।

    आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे:

    • राहत केंद्रों को तैयार रखें

    • जनसंपर्क माध्यमों से लोगों को जागरूक करें

    • तेज हवा और आंधी के दौरान बिजली आपूर्ति को नियंत्रित करें

    • त्वरित राहत टीमों को तैयार रखें

    तकनीकी मदद से समय पर अलर्ट

    मौसम विभाग अब डॉप्लर रडार, सैटेलाइट इमेजरी, और एआई आधारित पूर्वानुमान तकनीक का इस्तेमाल कर रहा है, जिससे ग्रामीण इलाकों में भी रियल टाइम अलर्ट भेजे जा रहे हैं। इसके साथ ही भारत सरकार का “मौसम ऐप” भी आम लोगों को उनकी स्थानिक जानकारी के आधार पर मौसम की जानकारी दे रहा है।

    • बिहार के 27 जिलों में भारी वर्षा, तेज आंधी और बिजली गिरने की संभावना

    • 14 से 19 अप्रैल तक राज्य में अस्थिर मौसम बना रहेगा

    • प्रशासन पूरी तरह सतर्क, लेकिन आम लोगों को भी सावधानी बरतनी होगी

    • किसान, मजदूर, छात्र और यात्री विशेष रूप से सतर्क रहें

  • Baisakhi 2025: हरिद्वार में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब, लाखों श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी

    Baisakhi 2025: हरिद्वार में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब, लाखों श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी

    KKN गुरुग्राम डेस्क | बैसाखी 2025 के अवसर पर हरिद्वार में श्रद्धालुओं की अपार भीड़ उमड़ पड़ी। चैत्र पूर्णिमा और वीकेंड के कारण इस साल श्रद्धालुओं की संख्या में जबरदस्त वृद्धि देखने को मिली। सुबह से ही हर की पैड़ी, गंगा घाट, और आसपास के मंदिरों पर लाखों लोग आस्था की डुबकी लगाने पहुंचे।

    हरिद्वार में इस पावन अवसर पर धार्मिक और सांस्कृतिक उत्सव का नजारा देखते ही बनता था। गंगा आरती के भव्य आयोजन ने श्रद्धालुओं के मन को भक्तिभाव से भर दिया।

    गंगा आरती और पवित्र स्नान बना मुख्य आकर्षण

    हर साल की तरह इस बार भी गंगा स्नान और सुबह की गंगा आरती बैसाखी के मुख्य आकर्षण रहे। सुबह चार बजे से ही हर की पैड़ी पर श्रद्धालु जुटने लगे थे। लोग पवित्र गंगा नदी में स्नान कर पुण्य अर्जित करने को आतुर दिखे।

    गंगा आरती के दौरान जब दीपों की रोशनी गंगा की लहरों पर प्रतिबिंबित हो रही थी, तो पूरा वातावरण भक्तिमय हो उठा। “हर हर गंगे” और “जय मां गंगे” के जयकारों से हरिद्वार गूंज उठा।

    भारी भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

    इस साल बैसाखी पर लाखों श्रद्धालुओं के आगमन को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने सुरक्षा के सख्त इंतजाम किए। पूरा मेला क्षेत्र 4 सुपर जोन, 14 जोन और 40 सेक्टर में बांटा गया।

    हर सेक्टर में पुलिस बल, होमगार्ड, और सिविल डिफेंस के जवानों की तैनाती की गई। साथ ही, सीसीटीवी कैमरों से लगातार निगरानी रखी गई। मेडिकल सहायता के लिए भी आपातकालीन स्वास्थ्य केंद्र और फर्स्ट एड बूथ स्थापित किए गए।

    “श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा हमारी पहली प्राथमिकता है,” — एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया।

    शहर की यातायात व्यवस्था पर पड़ा असर

    इतनी भारी भीड़ के चलते हरिद्वार की यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई। मुख्य हाईवे से लेकर आंतरिक सड़कों तक लंबा ट्रैफिक जाम देखने को मिला। कुछ यात्रियों को हरिद्वार से ऋषिकेश पहुंचने में 5 घंटे से अधिक का समय लग गया।

    सभी पार्किंग स्थल फुल हो चुके थे, और श्रद्धालुओं को अपने वाहन दूर खड़े कर पैदल चलना पड़ा। होटल, लॉज, और धर्मशालाओं में एक भी कमरा खाली नहीं था, जिससे कई श्रद्धालुओं को वाहन में ही रात बितानी पड़ी।

    चैत्र पूर्णिमा ने बढ़ाया धार्मिक महत्व

    इस बार बैसाखी और चैत्र पूर्णिमा एक ही दिन पड़ने से इसका धार्मिक महत्व और बढ़ गया। मान्यता है कि चैत्र पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान करने से पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है।

    शनिवार शाम को गंगा आरती के समय हर की पैड़ी पर भक्तों का महासागर उमड़ पड़ा। गंगा तटों पर हर आयु वर्ग के लोग दिखे — बच्चे, बुजुर्ग, महिलाएं, युवा सभी आस्था में लीन थे।

    मंदिरों में भी दिखी श्रद्धालुओं की भीड़

    चंडी देवी और मनसा देवी मंदिरों में दर्शन के लिए लंबी कतारें लगी रहीं। श्रद्धालु ट्रॉली या पैदल मंदिर तक पहुंच रहे थे। मंदिर परिसर में साफ-सफाई और सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा गया।

    मंदिरों के आसपास की दुकानों में रौनक रही, जहां फूल, प्रसाद, और धार्मिक सामग्री की खूब बिक्री हुई।

    रुड़की में भी जाम की स्थिति

    रुड़की, जो कि हरिद्वार का मुख्य मार्ग है, वहां भी ट्रैफिक जाम की भयावह स्थिति देखने को मिली। हाईवे, स्टेट हाइवे और संपर्क मार्गों पर वाहन रेंगते नजर आए। स्थानीय पुलिस जाम को नियंत्रित करने में लगी रही, लेकिन भीड़ के सामने व्यवस्था असहाय साबित हुई।

    श्रद्धालुओं ने साझा किए अपने अनुभव

    श्रद्धालुओं ने इस यात्रा को बेहद आध्यात्मिक और अविस्मरणीय बताया।

    “इतनी बड़ी भीड़ मैंने पहली बार देखी, लेकिन गंगा स्नान का अनुभव अद्वितीय था,” — सुमन देवी, जयपुर से आईं श्रद्धालु।

    “होटल नहीं मिला तो हमने कार में ही रात बिताई, लेकिन दर्शन कर सब कुछ सार्थक लगा,” — एक परिवार पंजाब से।

    पर्यावरण को लेकर भी प्रशासन रहा सतर्क

    हरिद्वार में सिंगल यूज प्लास्टिक पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया। कागज और पत्तों से बनी पूजा सामग्री को बढ़ावा दिया गया। घाटों पर सफाई कर्मचारी लगातार मौजूद रहे ताकि घाटों को स्वच्छ रखा जा सके।

    श्रद्धालुओं से भी अपील की गई कि वे गंगा में प्लास्टिक या कचरा न डालें और पर्यावरण की रक्षा करें।

    बैसाखी 2025 हरिद्वार में भक्ति, उत्साह और व्यवस्थाओं की कड़ी परीक्षा थी। एक ओर लाखों श्रद्धालुओं ने इस पर्व को श्रद्धा से मनाया, वहीं दूसरी ओर प्रशासन ने इस आयोजन को सफल बनाने के लिए जी-जान लगा दिया।

    यह पर्व न सिर्फ धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण था, बल्कि इसने भारत की आध्यात्मिक विरासत और सांस्कृतिक एकता को भी पुनः रेखांकित किया।

  • मुजफ्फरपुर में 15 हेल्थ सेंटर बनेंगे आयुष्मान आरोग्य मंदिर, ग्रामीण इलाकों में देसी पद्धति से होगा इलाज

    मुजफ्फरपुर में 15 हेल्थ सेंटर बनेंगे आयुष्मान आरोग्य मंदिर, ग्रामीण इलाकों में देसी पद्धति से होगा इलाज

    KKN गुरुग्राम डेस्क | बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में ग्रामीण स्वास्थ्य व्यवस्था को सशक्त बनाने के लिए आयुष मंत्रालय द्वारा एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। जिले के 15 स्वास्थ्य केंद्रों को अब आयुष्मान आरोग्य मंदिर के रूप में विकसित किया जा रहा है। इन केंद्रों पर अब आयुर्वेद, होम्योपैथी और यूनानी चिकित्सा पद्धति से इलाज की सुविधाएं मिलेंगी।

    इस योजना का उद्देश्य है गांवों में पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों को बढ़ावा देना, स्थानीय लोगों को स्वस्थ जीवनशैली के प्रति जागरूक करना और कम खर्च में बेहतर इलाज उपलब्ध कराना

     किन केंद्रों को बनाया जा रहा है आयुष्मान आरोग्य मंदिर?

    पहले चरण में जिन 15 केंद्रों को शामिल किया गया है, वे जिले के विभिन्न प्रखंडों में स्थित हैं। इन केंद्रों में निम्नलिखित स्थान शामिल हैं:

    • स्वास्थ्य उपकेंद्र कोदरिया, मीनापुर

    • राजकीय होम्योपैथिक औषधालय बेदौल

    • राजकीय आयुर्वेद औषधालय चैनपुर, मोतीपुर

    • राजकीय औषधालय, सरैया

    • स्वास्थ्य केंद्र कुलदीप, सरैया

    • आयुर्वेद औषधालय बरियापुर, मुरौल

    • स्वास्थ्य उपकेंद्र मधुबन प्रताप, औराई

    • उपकेंद्र गोपालपुर, कांटी

    • शंकरपुर तेपरी, बंदरा

    • बेलाही लच्छी, मीनापुर

    • हुस्सैपुर, साहेबगंज

    • बाजिदपुर, बोचहां

    • मथुरापुर मुकुंद, सकरा

    • पिरौंछा, गायघाट

    इन स्थानों पर विशेष रूप से आयुष चिकित्सकों की नियुक्ति की जा चुकी है।

    क्या-क्या सुविधाएं मिलेंगी आरोग्य मंदिर में?

    इन आयुष्मान आरोग्य मंदिरों पर ग्रामीणों को निम्नलिखित सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी:

    • आयुर्वेद, यूनानी और होम्योपैथी पद्धतियों से रोगों की जांच और इलाज

    • बीपी और शुगर की जांच की सुविधा

    • स्वस्थ जीवनशैली पर परामर्श

    • औषधीय पौधों के उपयोग और फायदे पर जागरूकता

    • रोग की जड़ तक पहुंचने की कोशिश, न सिर्फ लक्षणों का इलाज

    • प्राकृतिक औषधियों और नुस्खों का उपयोग

     आयुर्वेदिक पार्क की स्थापना

    इन केंद्रों पर एक और खास पहल की जा रही है — आयुर्वेद पार्क की स्थापना। इन पार्कों में गमलों में औषधीय पौधे लगाए जाएंगे। साथ ही, उनके औषधीय गुणों के बारे में ग्रामीणों को विस्तार से जानकारी दी जाएगी।

    आयुर्वेद पार्क का उद्देश्य:

    • ग्रामीणों को आयुर्वेदिक ज्ञान से जोड़ना

    • लोगों को घर पर ही औषधीय पौधे उगाने के लिए प्रेरित करना

    • स्कूलों और पंचायत स्तर पर जागरूकता अभियान चलाना

     क्या होगा केंद्र में इंफ्रास्ट्रक्चर?

    इन सभी 15 केंद्रों को पूरी तरह से सुसज्जित किया जा रहा है। राज्य मुख्यालय से फर्नीचर, दवाइयां और उपकरण भेजे जा रहे हैं। प्रत्येक केंद्र पर निम्नलिखित व्यवस्थाएं होंगी:

    • डॉक्टर के लिए बैठने की सुविधा

    • रोगियों के लिए प्रतीक्षालय

    • दवा स्टोर करने के लिए उचित जगह

    • जरूरी चिकित्सा जांच उपकरण

    • सफाई और स्वच्छता का विशेष ध्यान

     क्यों ज़रूरी है यह पहल?

    बिहार के कई ग्रामीण क्षेत्रों में आधुनिक स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच सीमित है। ऐसे में आयुष्मान आरोग्य मंदिर जैसी पहलें निम्नलिखित समस्याओं का समाधान कर सकती हैं:

    • महंगे इलाज के बोझ को कम करना

    • ग्रामीणों को स्थानीय पद्धतियों से जुड़ने का मौका

    • जीवनशैली जनित रोगों (डायबिटीज, बीपी) का समय रहते निदान

    • रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायता

    देसी पद्धति का बढ़ता महत्व

    आयुर्वेद, यूनानी और होम्योपैथी जैसी प्राचीन चिकित्सा पद्धतियां, आधुनिक समय में प्रिवेंटिव हेल्थकेयर यानी रोग से पहले बचाव में बहुत प्रभावी मानी जा रही हैं। इन पद्धतियों का मुख्य उद्देश्य होता है:

    • जीवनशैली में संतुलन लाना

    • प्राकृतिक इलाज द्वारा शरीर को स्वस्थ बनाना

    • दवाओं के साइड इफेक्ट से बचाव

    • मानसिक और शारीरिक संतुलन बनाना

     जिला आयुष अधिकारी का बयान

    इस पहल की अगुवाई कर रहीं डॉ. किरण शुक्ला ने बताया:

    “हमारा प्रयास है कि आयुष्मान आरोग्य मंदिर सिर्फ इलाज का स्थान न होकर, एक स्वास्थ्य जागरूकता केंद्र के रूप में भी कार्य करें। इस महीने के अंत तक सभी केंद्र पूरी तरह से तैयार हो जाएंगे।”

    उन्होंने यह भी बताया कि आने वाले दिनों में इन केंद्रों के माध्यम से गांव-गांव में स्वस्थ भारत अभियान को गति मिलेगी।

     भविष्य की योजनाएं

    • आने वाले समय में और भी प्रखंडों को इस योजना में शामिल किया जाएगा

    • स्कूलों और पंचायत स्तर पर सेमिनार और वर्कशॉप्स आयोजित की जाएंगी

    • डिजिटल प्लेटफॉर्म पर रोगियों का रिकॉर्ड भी रखा जाएगा

    • केंद्रों को योग व नैचुरोपैथी सेवाओं से जोड़ने की योजना

    मुजफ्फरपुर में आयुष्मान आरोग्य मंदिर का निर्माण न केवल ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति को सुधारने वाला कदम है, बल्कि यह भारत की पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों के पुनर्जीवन का भी प्रतीक है। यह पहल आने वाले समय में अन्य जिलों और राज्यों के लिए एक मॉडल बन सकती है

    इस तरह की योजनाओं के माध्यम से भारत का ग्रामीण समाज न केवल स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होगा, बल्कि अपने संस्कृतिक और पारंपरिक ज्ञान से फिर से जुड़ पाएगा।

  • भारत के सबसे खुशहाल राज्य 2025: इंडियन हैप्पीनेस इंडेक्स रिपोर्ट का विश्लेषण

    भारत के सबसे खुशहाल राज्य 2025: इंडियन हैप्पीनेस इंडेक्स रिपोर्ट का विश्लेषण

    KKN गुरुग्राम डेस्क | भारत जैसे विविधतापूर्ण देश में जहाँ संस्कृति, भूगोल और आर्थिक स्थिति हर राज्य में अलग-अलग है, वहाँ खुशहाली का मापदंड बेहद महत्वपूर्ण बन जाता है। हाल ही में HappyPlus Consulting द्वारा जारी Indian Happiness Index 2025 ने यह दर्शाया है कि जीवन की गुणवत्ता केवल आय या संसाधनों पर निर्भर नहीं करती, बल्कि सामाजिक सहयोग, भावनात्मक संतुलन और पर्यावरणीय कारकों पर भी आधारित होती है।

    हैप्पीनेस इंडेक्स को मापने के प्रमुख मानदंड

    इस रिपोर्ट में राज्यों की रैंकिंग निम्नलिखित मानकों पर आधारित की गई है:

    • जीवन संतुष्टि (Life Satisfaction)

    • भावनात्मक स्वतंत्रता (Emotional Freedom)

    • सामाजिक सहायता समूह (Social Support Groups)

    • पसंद की स्वतंत्रता (Freedom of Choice)

    • उदारता और परोपकार (Generosity)

    • आर्थिक स्थिरता

    • सांस्कृतिक समृद्धि

    • स्वच्छ और सुरक्षित पर्यावरण

    भारत के सबसे खुशहाल राज्य 2025

    1. हिमाचल प्रदेश – भारत का सबसे खुशहाल राज्य

    हिमाचल प्रदेश को भारत का सबसे खुशहाल राज्य घोषित किया गया है। इसकी प्राकृतिक सुंदरता, शांत जीवनशैली और समुदाय के बीच गहरा संबंध यहाँ की खुशहाली का मुख्य आधार हैं। पहाड़ियों की गोद में बसा यह राज्य लोगों को मानसिक सुकून, साफ हवा और जीवन का संतुलित दृष्टिकोण देता है।

    2. मिज़ोरम

    मिज़ोरम ने खुशहाली के क्षेत्र में अपनी मजबूत सामाजिक संरचना, सामूहिकता और पारंपरिक मूल्यों के कारण दूसरा स्थान हासिल किया है। यहाँ के लोग आपसी सहयोग और सामाजिक जिम्मेदारी को प्राथमिकता देते हैं।

    3. अंडमान और निकोबार द्वीप समूह

    प्राकृतिक सौंदर्य, शांत जीवनशैली और कम जनसंख्या दबाव के कारण अंडमान और निकोबार तीसरे स्थान पर हैं। यहाँ के निवासी प्रकृति के करीब रहते हैं और मानसिक रूप से संतुलित जीवन जीते हैं।

    4 से 10 तक के राज्य

    रैंक राज्य
    4 पंजाब
    5 गुजरात
    6 सिक्किम
    7 पुदुचेरी
    8 अरुणाचल प्रदेश
    9 केरल
    10 मेघालय

    ये राज्य आर्थिक स्थिरता, सांस्कृतिक समृद्धि, और प्राकृतिक संसाधनों के कुशल उपयोग की वजह से शीर्ष 10 में स्थान रखते हैं।

    पंजाब और गुजरात: आर्थिक स्थिरता और सांस्कृतिक गर्व का मेल

    पंजाब, जोकि सांस्कृतिक रूप से समृद्ध है और जहां परिवारिक एवं सामाजिक संबंध बेहद मजबूत हैं, चौथे स्थान पर रहा। वहीं गुजरात को उसकी औद्योगिक प्रगति, उच्च रोजगार दर और आधुनिक बुनियादी ढांचे के कारण पाँचवाँ स्थान प्राप्त हुआ।

    केरल, सिक्किम और मेघालय: पर्यावरण और स्वास्थ्य के प्रतीक

    सिक्किम की जैविक खेती, केरल की स्वास्थ्य सेवाएं और मेघालय की प्रकृति-निष्ठ जीवनशैली ने इन्हें खुशहाली की सूची में शामिल किया है। ये राज्य न केवल आर्थिक रूप से बल्कि भावनात्मक और मानसिक स्वास्थ्य के स्तर पर भी संतुलित हैं।

    भारत के सबसे कम खुशहाल राज्य: उत्तर प्रदेश सबसे नीचे

    उत्तर प्रदेश को इस साल की रिपोर्ट में सबसे कम खुशहाल राज्य घोषित किया गया है। इसके पीछे प्रमुख कारण हैं:

    • सामाजिक और आर्थिक असमानता

    • बढ़ती जनसंख्या

    • शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की कमी

    • महिला सुरक्षा और कानून व्यवस्था की चुनौतियाँ

    • मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता की कमी

    यह रिपोर्ट स्पष्ट करती है कि केवल विकास कार्य या आधारभूत संरचना ही खुशहाली की गारंटी नहीं देते।

    खुशहाली की खाई: भारत के राज्यों में असमानता

    हिमाचल और मिज़ोरम जैसे राज्यों की सफलता यह दिखाती है कि अगर नीति निर्धारण में सामुदायिक विकास, प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण और भावनात्मक स्थिरता को प्राथमिकता दी जाए, तो जीवन की गुणवत्ता बेहतर हो सकती है।

    वहीं उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में हमें समावेशी विकास और मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित करना होगा।

    खुशहाल भारत के लिए जरूरी कदम

    नीति निर्धारकों को अब केवल GDP और विकास दर के आंकड़ों से आगे बढ़कर नागरिकों के जीवन स्तर, मानसिक स्वास्थ्य, और सांस्कृतिक पहचान पर केंद्रित योजनाएं बनानी चाहिए।

    नीचे कुछ सुझाव दिए जा रहे हैं जो भारत को और अधिक खुशहाल राष्ट्र बना सकते हैं:

    • शिक्षा और स्वास्थ्य पर विशेष फोकस

    • सामुदायिक भागीदारी और समर्थन कार्यक्रम

    • पर्यावरण संरक्षण और शहरी नियोजन

    • मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार

    • युवाओं के लिए रोजगार के बेहतर अवसर

    इंडियन हैप्पीनेस इंडेक्स 2025 यह दर्शाता है कि खुशी का कोई एक सूत्र नहीं है — यह समाज, संस्कृति, आर्थिक स्थिति, भावनात्मक स्वतंत्रता और पर्यावरणीय कारकों का एक समग्र परिणाम है।

    अगर केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर नीतियों में बदलाव करें और विकास के साथ-साथ जीवन की गुणवत्ता पर ध्यान दें, तो आने वाले वर्षों में भारत के सभी राज्य खुशहाली की दौड़ में शामिल हो सकते हैं

  • आज का सोना-चांदी रेट (13 अप्रैल 2025)

    आज का सोना-चांदी रेट (13 अप्रैल 2025)

    KKN गुरुग्राम डेस्क | अप्रैल के महीने में सोने और चांदी की कीमतों में लगातार तेजी देखने को मिल रही है। खासकर अक्षय तृतीया 2025 से पहले इन धातुओं की मांग बढ़ने लगी है, जिसका सीधा असर बाजार में इनके रेट पर पड़ा है।

    आज रविवार, 13 अप्रैल 2025 को सोने की कीमत 95,820 रुपये प्रति 10 ग्राम और चांदी का भाव 1,00,000 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गया है। कुछ दक्षिण भारतीय शहरों में चांदी ₹1,10,000 प्रति किलो तक बिक रही है।

    आज का सोना-चांदी रेट (13 अप्रैल 2025) – प्रमुख बिंदु

    • 🔸 24 कैरेट सोने का भाव: ₹95,820 प्रति 10 ग्राम

    • 🔸 22 कैरेट सोने का भाव: ₹87,850 प्रति 10 ग्राम

    • 🔸 18 कैरेट सोने का भाव: ₹71,880 प्रति 10 ग्राम

    • 🔸 चांदी का रेट (1 किलोग्राम): ₹1,00,000 से ₹1,10,000 तक

    शहरवार सोने की कीमतें – 13 अप्रैल 2025

    🔸 18 कैरेट सोने का रेट

    शहर रेट (₹)
    दिल्ली 71,880
    मुंबई 71,760
    कोलकाता 71,760
    इंदौर 71,600
    भोपाल 71,600
    चेन्नई 72,600

    22 कैरेट सोने का रेट

    शहर रेट (₹)
    भोपाल, इंदौर 87,750
    दिल्ली, जयपुर, लखनऊ 87,850
    हैदराबाद, केरल, मुंबई, कोलकाता 87,700

    24 कैरेट सोने का रेट

    शहर रेट (₹)
    दिल्ली, जयपुर, लखनऊ, चंडीगढ़ 95,820
    भोपाल, इंदौर 95,720
    मुंबई, हैदराबाद, केरल, बेंगलुरु, चेन्नई 95,670

    चांदी की कीमतें (1 किलोग्राम) – 13 अप्रैल 2025

    शहर चांदी का रेट (₹)
    दिल्ली, मुंबई, जयपुर, कोलकाता, अहमदाबाद, लखनऊ, भोपाल, इंदौर ₹1,00,000
    चेन्नई, मदुरै, हैदराबाद, केरल ₹1,10,000

    कैसे जांचें सोने की शुद्धता? – जानें हॉलमार्क का महत्व

    सोना खरीदते समय सबसे जरूरी होता है उसकी शुद्धता। इसके लिए भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) द्वारा हॉलमार्क प्रणाली लागू की गई है।

    सोने की शुद्धता और हॉलमार्क कोड

    कैरेट शुद्धता (%) हॉलमार्क कोड
    24 कैरेट 99.9% 999
    23 कैरेट 95.8% 958
    22 कैरेट 91.6% 916
    21 कैरेट 87.5% 875
    18 कैरेट 75.0% 750

    नोट:

    • 24 कैरेट सोना सबसे शुद्ध होता है, लेकिन इससे आभूषण नहीं बनाए जाते क्योंकि यह बहुत नरम होता है।

    • आभूषणों में अधिकतर 22 कैरेट सोना उपयोग होता है, जिसमें थोड़ी मात्रा में तांबा, चांदी या जिंक मिलाया जाता है ताकी मजबूती बढ़ सके।

    सोने-चांदी की कीमतें क्यों बढ़ रही हैं?

    सोने-चांदी की कीमतों में उछाल के पीछे प्रमुख कारण:

    1. अक्षय तृतीया और शादी सीजन की मांग

    2. अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अस्थिरता

    3. डॉलर-रुपया विनिमय दर में उतार-चढ़ाव

    4. मांग और आपूर्ति में असंतुलन

    5. महंगाई दर का असर

    सोना खरीदने से पहले ध्यान रखने योग्य बातें

    1. ✅ हमेशा हॉलमार्क वाले आभूषण ही खरीदें।

    2. ✅ अपने शहर की ताज़ा रेट जरूर जांचें।

    3. ✅ यदि निवेश के लिए खरीद रहे हैं तो गोल्ड कॉइन, डिजिटल गोल्ड, या सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड पर भी विचार करें।

    4. ✅ बिल अवश्य लें और वजनी आभूषणों की खरीदारी में फाइनेंसियल सलाह लें।

    आज का सोना ₹95,000 से ऊपर और चांदी ₹1 लाख से पार चल रही है, जो निवेशकों और ग्राहकों दोनों के लिए विचारणीय स्थिति है। अगर आप आभूषण खरीदना चाहते हैं, तो यह अक्षय तृतीया से पहले का उपयुक्त समय हो सकता है।

    हालांकि, अगर निवेश के उद्देश्य से खरीदारी कर रहे हैं, तो कुछ दिन बाजार ट्रेंड को देखने के बाद ही फैसला लें।

    हम लाते हैं आपके लिए रोज़ाना के ताज़ा सोना-चांदी रेट, बाज़ार की गहराई से जानकारी, और निवेश से जुड़ी टिप्स, हिंदी और अंग्रेजी दोनों में। बने रहें KKNLive के साथ!

  • वक्फ बिल को लेकर बंगाल में तनाव, 3 की मौत, भाजपा ने ममता सरकार पर साधा निशाना

    वक्फ बिल को लेकर बंगाल में तनाव, 3 की मौत, भाजपा ने ममता सरकार पर साधा निशाना

    KKN गुरुग्राम डेस्क | पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद ज़िले में वक्फ कानून को लेकर अचानक हुई हिंसा ने प्रदेश की राजनीति में हलचल मचा दी है। ताज़ा रिपोर्ट्स के अनुसार, इस घटना में तीन लोगों की जान चली गई जबकि कई लोग घायल हुए हैं। इस मुद्दे को लेकर अब भाजपा और तृणमूल कांग्रेस (TMC) के बीच तीखी राजनीतिक बयानबाज़ी शुरू हो गई है।

    भाजपा ने ममता बनर्जी सरकार पर “तुष्टीकरण की राजनीति” का आरोप लगाते हुए कहा है कि “बंगाल में हिंदू सुरक्षित नहीं हैं।” वहीं TMC ने हिंसा को “स्थानीय विवाद” बताया है।

    वक्फ बिल: विवाद का मूल कारण क्या है?

    वक्फ एक्ट एक केंद्रीय कानून है जो मुसलमानों द्वारा धर्मार्थ कार्यों के लिए दी गई संपत्तियों के प्रबंधन से संबंधित है। राज्य वक्फ बोर्ड इन संपत्तियों की देखरेख करता है। लेकिन हाल के वर्षों में कई जगह यह आरोप लगे हैं कि वक्फ बोर्ड द्वारा ज़मीन कब्ज़ा किया जा रहा है — वो भी बिना सही दस्तावेज़ों या नोटिस के।

    लोगों की प्रमुख शिकायतें:

    • बिना पूर्व जानकारी के ज़मीन का अधिग्रहण

    • दस्तावेज़ों की पारदर्शिता की कमी

    • धार्मिक असंतुलन और पक्षपात के आरोप

    • सरकार की निष्क्रियता या चुप्पी

    हिंसा का घटनाक्रम

    स्थानीय सूत्रों के अनुसार, जब कुछ लोगों ने वक्फ बोर्ड द्वारा ज़मीन चिन्हित करने का विरोध किया, तब दो समुदायों के बीच कहासुनी शुरू हुई। यह जल्दी ही हिंसक झड़प में बदल गई। हालात इतने बिगड़ गए कि भीड़ ने कुछ घरों में तोड़फोड़ की और आगजनी भी की।

    प्रशासन की पुष्टि:

    • 3 लोगों की मौत हुई है

    • कई अन्य घायल और अस्पताल में भर्ती

    • भारी पुलिस बल और RAF की तैनाती

    • इंटरनेट सेवा अस्थायी रूप से बंद

    • धारा 144 लागू

    भाजपा का तीखा हमला: “ममता सरकार हिंदुओं को असुरक्षित छोड़ रही”

    भाजपा ने ममता बनर्जी सरकार पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि यह हिंसा सरकार की तुष्टीकरण नीति का परिणाम है। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा:

    “वक्फ कानून की आड़ में ज़मीन हड़पी जा रही है और आवाज़ उठाने वालों की हत्या की जा रही है। यह ममता सरकार की नाकामी नहीं, उनकी नीति है।”

    भाजपा ने केंद्र सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है और राज्यपाल से मिलकर न्यायिक जांच की मांग की है।

    टीएमसी का पलटवार: “यह राजनीतिक रंग देने की कोशिश”

    तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा के आरोपों को राजनीतिक चाल बताया है। सरकार का कहना है कि यह स्थानीय स्तर का भूमि विवाद है, ना कि सांप्रदायिक मुद्दा।

    राज्य के गृह विभाग की ओर से जारी बयान में कहा गया:

    “प्रशासन मामले की गंभीरता से जांच कर रहा है। किसी भी संप्रदाय को निशाना नहीं बनाया गया है। विपक्ष इसे चुनावी मुद्दा बनाने की कोशिश कर रहा है।”

    मुर्शिदाबाद की संवेदनशीलता: इतिहास दोहराता है खुद को?

    मुर्शिदाबाद पश्चिम बंगाल का एक धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से संवेदनशील जिला रहा है। यहां पहले भी कई बार सांप्रदायिक तनाव देखे गए हैं। भूमि विवाद, धार्मिक आयोजन और चुनावों के दौरान अक्सर तनाव की स्थिति बनती रही है।

    ग्राउंड रिपोर्ट: डर के साए में जी रहे लोग

     संवाददाता की ग्राउंड रिपोर्ट के अनुसार, घटना स्थल के आस-पास के गांवों में सन्नाटा पसरा है। लोगों में डर है कि कहीं फिर से हिंसा न भड़क उठे। स्कूल, बाजार, और परिवहन सेवा बंद हैं। कई परिवार गांव छोड़कर रिश्तेदारों के घर चले गए हैं।

    कलकत्ता हाईकोर्ट ने लिया संज्ञान, मांगी रिपोर्ट

    घटना को देखते हुए कलकत्ता हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार से 72 घंटे में रिपोर्ट मांगी है।

    अदालत की टिप्पणी:

    “कानून व्यवस्था बनाए रखना राज्य का कर्तव्य है। यदि वक्फ कानून का दुरुपयोग हो रहा है, तो उसे पारदर्शिता से सुलझाया जाए।”

    राजनीतिक असर: 2026 विधानसभा चुनावों से पहले तनावपूर्ण माहौल

    पश्चिम बंगाल में 2026 में विधानसभा चुनाव होने हैं और ऐसे में धार्मिक और सांस्कृतिक मुद्दे चुनावी रणनीति का हिस्सा बनते जा रहे हैं। भाजपा इस मुद्दे को “हिंदू विरोधी नीति” के तौर पर प्रचारित कर रही है, वहीं TMC खुद को अल्पसंख्यक हितैषी बताने में लगी है।

    संभावित असर:

    • ग्रामीण वोट बैंक पर असर

    • भाजपा की “हिंदुत्व” राजनीति को बल

    • ममता सरकार पर दबाव बढ़ेगा

    मुर्शिदाबाद में हुई इस हिंसा ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या राजनीतिक तुष्टीकरण प्रशासनिक निष्क्रियता से अधिक खतरनाक है? अगर वक्फ कानून का पारदर्शिता से पालन नहीं हुआ, तो भविष्य में इससे और अधिक सांप्रदायिक तनाव पैदा हो सकते हैं।

    प्रदेश और देश के लिए अब ज़रूरी है कि धार्मिक कानूनों की समीक्षा, पारदर्शिता और साम्प्रदायिक सौहार्द को प्राथमिकता दी जाए — ताकि फिर किसी निर्दोष की जान ना जाए।

  • आज  का राशिफल  13 अप्रैल 2025

    आज का राशिफल 13 अप्रैल 2025

    KKN गुरुग्राम डेस्क | ग्रह-नक्षत्रों की चाल हर दिन हमारे जीवन पर गहरा असर डालती है। किसी दिन सफलता और सौभाग्य साथ होते हैं, तो किसी दिन चुनौतियाँ सामने आती हैं। ऐसे में, दैनिक राशिफल (Daily Horoscope) आपके दिन की बेहतर शुरुआत करने में मदद करता है।

    रविवार, 13 अप्रैल 2025 को क्या कहते हैं आपके सितारे? आइए जानें, मेष से मीन तक सभी 12 राशियों का विस्तृत राशिफल।

    मेष राशि (Aries) – (21 मार्च – 19 अप्रैल)

     मेष राशिफल आज, करियर में उन्नति, स्वास्थ्य

    आज का दिन आपके लिए करियर में तरक्की लेकर आ सकता है। कार्यक्षेत्र में आपकी मेहनत सराही जाएगी। हालांकि, अत्यधिक काम का बोझ आपको थका सकता है। स्वास्थ्य का ध्यान रखें और समय पर आराम करें।

    • शुभ रंग: लाल

    • शुभ अंक: 7

    • आज का उपाय: क्रोध पर नियंत्रण रखें और शांतिपूर्वक निर्णय लें।

    वृषभ राशि (Taurus) – (20 अप्रैल – 20 मई)

    वृषभ दैनिक राशिफल, आर्थिक लाभ, संबंधों में स्पष्टता

    आज आर्थिक पक्ष मजबूत रहेगा। पुराने निवेश से लाभ मिल सकता है। परिवार या साथी के साथ गलतफहमी की संभावना है, इसलिए संवाद में स्पष्टता रखें।

    • शुभ रंग: सफेद

    • शुभ अंक: 4

    • आज का उपाय: किसी ज़रूरतमंद की मदद करें।

    मिथुन राशि (Gemini) – (21 मई – 20 जून)

    मिथुन राशिफल, यात्रा के योग, संचार में वृद्धि

    आज आपका संचार कौशल बहुत प्रभावशाली रहेगा। नौकरी में इंटरव्यू या मीटिंग सफल हो सकती है। छोटी दूरी की यात्रा से लाभ हो सकता है।

    • शुभ रंग: पीला

    • शुभ अंक: 5

    • आज का उपाय: नया कार्य शुरू करने से पहले बड़ों का आशीर्वाद लें।

    कर्क राशि (Cancer) – (21 जून – 22 जुलाई)

    कर्क राशिफल, पारिवारिक समय, भावनात्मक संतुलन

    आज का दिन भावनात्मक रूप से थोड़ा चुनौतीपूर्ण हो सकता है। पारिवारिक जिम्मेदारियाँ बढ़ सकती हैं। किसी बड़े से बातचीत से समाधान मिलेगा।

    • शुभ रंग: चांदी

    • शुभ अंक: 2

    • आज का उपाय: जल से भगवान शिव का अभिषेक करें।

    सिंह राशि (Leo) – (23 जुलाई – 22 अगस्त)

     सिंह राशिफल, नेतृत्व क्षमता, आत्मविश्वास

    आज आपके नेतृत्व के गुण सामने आएंगे। ऑफिस में आपकी सलाह की सराहना होगी। लेकिन घमंड से बचें और सबको साथ लेकर चलें।

    • शुभ रंग: नारंगी

    • शुभ अंक: 1

    • आज का उपाय: सूर्य देव को जल चढ़ाएं।

    कन्या राशि (Virgo) – (23 अगस्त – 22 सितंबर)

     कन्या राशिफल, अनुशासन, उत्पादकता

    आज का दिन योजनाओं को क्रियान्वित करने के लिए उत्तम है। आप अनुशासित रहेंगे और कार्यक्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन करेंगे। ध्यान रखें कि छोटी गलतियाँ बड़ी परेशानी न बन जाएं।

    • शुभ रंग: हरा

    • शुभ अंक: 6

    • आज का उपाय: गणेश जी की आराधना करें।

    तुला राशि (Libra) – (23 सितंबर – 22 अक्टूबर)

     तुला राशिफल, रचनात्मकता, संतुलन

    आपकी रचनात्मकता आज शीर्ष पर होगी। डिजाइन, कला या लेखन में हैं तो सफलता निश्चित है। निजी जीवन में संतुलन बनाए रखें।

    • शुभ रंग: गुलाबी

    • शुभ अंक: 9

    • आज का उपाय: मां लक्ष्मी को कमल का फूल चढ़ाएं।

    वृश्चिक राशि (Scorpio) – (23 अक्टूबर – 21 नवंबर)

    वृश्चिक राशिफल, भावनात्मक गहराई, निर्णय शक्ति

    आज आप गहरे भावनात्मक विचारों में रह सकते हैं। किसी निर्णय को जल्दबाजी में न लें। ध्यान और ध्यान केंद्रित रहना लाभदायक होगा।

    • शुभ रंग: मैरून

    • शुभ अंक: 8

    • आज का उपाय: हनुमान चालीसा का पाठ करें।

    धनु राशि (Sagittarius) – (22 नवंबर – 21 दिसंबर)

     धनु राशिफल, यात्रा योग, शिक्षा में लाभ

    आज का दिन नई योजनाओं और विचारों के लिए अच्छा है। छात्र और शिक्षक वर्ग को विशेष सफलता मिलेगी। यात्रा से सकारात्मक ऊर्जा मिलेगी।

    • शुभ रंग: बैंगनी

    • शुभ अंक: 3

    • आज का उपाय: केले के पेड़ की पूजा करें।

    मकर राशि (Capricorn) – (22 दिसंबर – 19 जनवरी)

    मकर राशिफल, वित्तीय योजना, अनुशासन

    आज अपने खर्च और निवेश पर ध्यान दें। बजट बनाएं और उसमें ही कार्य करें। अनुशासित दिनचर्या आपके लिए फायदेमंद होगी।

    • शुभ रंग: ग्रे

    • शुभ अंक: 10

    • आज का उपाय: शनि देव की आराधना करें।

    कुंभ राशि (Aquarius) – (20 जनवरी – 18 फरवरी)

     कुंभ राशिफल, नवाचार, समाज सेवा

    आपके विचार आज कुछ नया करने की प्रेरणा देंगे। समाजसेवा या तकनीक से जुड़े कार्यों में सफलता मिलेगी। पर विवादों से दूरी बनाकर रखें।

    • शुभ रंग: नीला

    • शुभ अंक: 11

    • आज का उपाय: गाय को रोटी खिलाएं।

    मीन राशि (Pisces) – (19 फरवरी – 20 मार्च)

     मीन राशिफल, अंतर्ज्ञान, आध्यात्मिकता

    आज आप अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनें। कला, संगीत और ध्यान में रुचि बढ़ेगी। भावनात्मक फैसलों में सावधानी रखें।

    • शुभ रंग: एक्वा ब्लू

    • शुभ अंक: 12

    • आज का उपाय: तुलसी में जल अर्पित करें।

    13 अप्रैल 2025 का दिन हर राशि के लिए अलग अनुभव लेकर आया है। किसी के लिए यह दिन भाग्यवर्धक है, तो किसी के लिए आत्मनिरीक्षण और सावधानी का। सही दिशा में छोटे कदम भी बड़ा परिवर्तन ला सकते हैं।

  • मौसम अलर्ट: देश के कई हिस्सों में भारी बारिश और आंधी-तूफान की चेतावनी, हीटवेव का भी खतरा

    मौसम अलर्ट: देश के कई हिस्सों में भारी बारिश और आंधी-तूफान की चेतावनी, हीटवेव का भी खतरा

    KKN गुरुग्राम डेस्क | भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आगामी कुछ दिनों के लिए देश के कई हिस्सों में भारी बारिश, गरज-चमक, और आंधी-तूफान की चेतावनी जारी की है। इस बदलाव का मुख्य कारण बंगाल की खाड़ी से उत्पन्न हुआ साइक्लोनिक सर्कुलेशन है, जो पूर्वोत्तर, पूर्वी, दक्षिणी और मध्य भारत के मौसम को प्रभावित कर रहा है।

    मुख्य मौसम अपडेट

    • ओडिशा, पूर्वोत्तर और दक्षिण भारत में भारी बारिश का पूर्वानुमान

    • झारखंड में ओलावृष्टि की संभावना

    • राजस्थान और उत्तर भारत में लू और भीषण गर्मी की चेतावनी

    • 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं

    पूर्वोत्तर और पूर्वी भारत में गरज के साथ बारिश

    IMD के अनुसार अगले 7 दिनों में अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय और ओडिशा में हल्की से मध्यम बारिश के साथ गर्जना और बिजली की संभावना है। कुछ क्षेत्रों में तेज हवाएं भी चल सकती हैं, जिनकी गति 40-50 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है।

    ओडिशा में 14-15 अप्रैल को भारी बारिश

    मौसम विभाग ने विशेष रूप से 14 और 15 अप्रैल को ओडिशा में भारी बारिश की चेतावनी दी है। प्रशासन और नागरिकों से सावधानी बरतने की अपील की गई है।

    झारखंड में ओलावृष्टि की चेतावनी

    रांची और आसपास के जिलों में पिछले दो दिनों से लगातार बारिश और तेज हवाएं चल रही हैं। अब मौसम विभाग ने 15 अप्रैल को ओलावृष्टि की संभावना जताई है। लोगों को खुले में न जाने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी गई है।

    दक्षिण भारत में भी बारिश का दौर

    केरल और माहे: अगले 5 दिन गरज के साथ बारिश

    आईएमडी का कहना है कि केरल और माहे में अगले पांच दिनों तक हल्की से मध्यम बारिश, बिजली चमकने, और 30-40 किमी/घंटा की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है।

    तमिलनाडु, तेलंगाना और कर्नाटक में अगले 3 दिन बारिश

    तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, तेलंगाना, कर्नाटक, तटीय आंध्रप्रदेश और रायलसीमा में अगले तीन दिन गरज, चमक और तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।

    उत्तर भारत में हीटवेव का खतरा

    जब एक ओर देश के कई हिस्सों में बारिश हो रही है, वहीं उत्तर और मध्य भारत के कई इलाकों में लू (Heatwave) की स्थिति बन रही है।

    राजस्थान में भीषण गर्मी और सूखा मौसम

    राजस्थान में 14 अप्रैल से मौसम शुष्क रहने और तापमान में 3 से 4 डिग्री की वृद्धि होने की संभावना है।
    जैसलमेर में 15 अप्रैल को 44-45 डिग्री सेल्सियस तक तापमान पहुंच सकता है।

    हीटवेव की चपेट में ये राज्य भी

    • पंजाब, हरियाणा, दिल्ली

    • पूर्वी राजस्थान, पश्चिम मध्य प्रदेश

    इन इलाकों में 16 से 18 अप्रैल के बीच हीटवेव और भीषण गर्मी का असर देखने को मिल सकता है। मौसम विभाग ने लोगों से दोपहर के समय बाहर न निकलने और पर्याप्त मात्रा में पानी पीने की सलाह दी है।

    बिहार में वज्रपात से तबाही, दर्जनों मौतें

    बिहार में तेज गरज और बिजली गिरने से अब तक दर्जनों लोगों की मौत हो चुकी है। गांवों और खेतों में काम कर रहे लोग इसकी चपेट में आए हैं। यह दर्शाता है कि यह मौसम बदलाव कितना खतरनाक साबित हो सकता है।

    सावधानी और सुझाव: IMD की एडवाइजरी

    मौसम विभाग ने लोगों को सुरक्षित रहने के लिए ये सुझाव दिए हैं:

    • गरज के दौरान खुले में या पेड़ों के नीचे खड़े न हों

    • बिजली चमकने पर तुरंत घर के अंदर चले जाएं

    • किसानों को रसायन छिड़काव फिलहाल रोकने की सलाह

    • तेज हवाओं में छत या बालकनी की ढीली वस्तुएं बांधकर रखें

    • स्थानीय मौसम विभाग से अपडेट लेते रहें

    आगामी कुछ दिन भारत के लिए मौसम के लिहाज से चुनौतीपूर्ण साबित हो सकते हैं। एक ओर भारी बारिश और ओलावृष्टि, वहीं दूसरी ओर हीटवेव और लू – दोनों ही स्थितियां जनजीवन को प्रभावित कर सकती हैं।

    KKNLive आपको ताजा मौसम अपडेट, IMD चेतावनियों, और स्थानीय मौसम पूर्वानुमान से समय-समय पर अपडेट करता रहेगा।

  • हाई ब्लड प्रेशर (उच्च रक्तचाप): लक्षण, कारण और नियंत्रण के उपाय

    हाई ब्लड प्रेशर (उच्च रक्तचाप): लक्षण, कारण और नियंत्रण के उपाय

    KKN गुरुग्राम डेस्क | हाई ब्लड प्रेशर, जिसे हाइपरटेंशन भी कहा जाता है, एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है जो अक्सर बिना किसी स्पष्ट लक्षण के होती है। इसे “साइलेंट किलर” कहा जाता है क्योंकि यह धीरे-धीरे हृदय, गुर्दे और अन्य अंगों को नुकसान पहुंचा सकता है।

    हाई ब्लड प्रेशर क्या है?

    हाई ब्लड प्रेशर वह स्थिति है जब धमनियों में रक्त का दबाव सामान्य से अधिक हो जाता है। यह दो प्रकार का होता है:

    • प्राथमिक हाइपरटेंशन: यह धीरे-धीरे विकसित होता है और इसका कोई स्पष्ट कारण नहीं होता।

    • माध्यमिक हाइपरटेंशन: यह किसी अन्य स्वास्थ्य समस्या, जैसे कि किडनी रोग या थायरॉयड की समस्याओं के कारण होता है।

    सामान्य रक्तचाप स्तर

    • सामान्य: 120/80 mm Hg से कम

    • स्टेज 1 हाइपरटेंशन: 130-139/80-89 mm Hg

    • स्टेज 2 हाइपरटेंशन: 140/90 mm Hg या अधिक

    • हाइपरटेंसिव इमरजेंसी: 180/120 mm Hg से अधिक, जो जानलेवा हो सकता है।

    हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण

    अधिकांश मामलों में हाई ब्लड प्रेशर के कोई स्पष्ट लक्षण नहीं होते, लेकिन कुछ लोग निम्नलिखित लक्षण अनुभव कर सकते हैं:

    • सिरदर्दसांस लेने में कठिनाईधुंधली दृष्टिनाक से खून आना

    • सीने में दर्द

    • थकान या भ्रम

    • नींद में कठिनाई

    • धड़कन का तेज होना

    • गर्दन में धड़कन महसूस होना

    हाई ब्लड प्रेशर के कारण

    हाई ब्लड प्रेशर के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:

    • पारिवारिक इतिहास

    • अधिक वजन या मोटापा

    • धूम्रपान और शराब का सेवन

    • अस्वास्थ्यकर आहार, जैसे कि अधिक नमक और वसा का सेवन

    • शारीरिक गतिविधि की कमी

    • तनावमधुमेह, किडनी रोग और थायरॉयड की समस्याएं

    हाई ब्लड प्रेशर की जटिलताएं

    यदि हाई ब्लड प्रेशर को अनियंत्रित छोड़ दिया जाए, तो यह निम्नलिखित गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है:

    • दिल का दौरा

    • स्ट्रोक

    • किडनी फेलियर

    • दृष्टि हानि

    • स्मृति हानि और डिमेंशिया

    हाई ब्लड प्रेशर का निदान

    हाई ब्लड प्रेशर का निदान रक्तचाप मापने वाले उपकरण से किया जाता है। यदि रक्तचाप लगातार उच्च रहता है, तो डॉक्टर अतिरिक्त परीक्षण, जैसे कि रक्त और मूत्र परीक्षण, ईसीजी, और हृदय या किडनी का अल्ट्रासाउंड, की सिफारिश कर सकते हैं।

    हाई ब्लड प्रेशर का उपचार

    हाई ब्लड प्रेशर के उपचार में निम्नलिखित शामिल हो सकते हैं:

    • दवाएं: बीटा-ब्लॉकर्स, कैल्शियम चैनल ब्लॉकर्स, मूत्रवर्धक आदि।

    • जीवनशैली में बदलाव: स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम, वजन कम करना, धूम्रपान और शराब से बचना।

    • तनाव प्रबंधन: योग, ध्यान और पर्याप्त नींद।

    हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के घरेलू उपाय

    • लहसुन: रोजाना एक-दो लहसुन की कली खाली पेट खाने से रक्तचाप को नियंत्रित किया जा सकता है।

    • मेथी के बीज: मेथी के बीज में फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो रक्तचाप को कम करने में सहायक होते हैं।

    • आंवला: आंवला विटामिन सी से भरपूर होता है, जो हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में सहायक है।

    • धनिया और जीरा का पानी: एक गिलास पानी में एक चम्मच जीरा और धनिया मिलाकर रात भर के लिए रख दें। सुबह इस पानी को छानकर पीएं।

    • अजवाइन और शहद: एक चम्मच अजवाइन पाउडर में एक चम्मच शहद मिलाकर सुबह-शाम इसका सेवन करें।

    • तुलसी और नीम के पत्ते: तुलसी और नीम के पत्तों को खाली पेट चबाने से भी रक्तचाप को नियंत्रित किया

  • ​वक्फ संशोधन अधिनियम 2025 के खिलाफ पश्चिम बंगाल में हिंसक प्रदर्शन: 15 पुलिसकर्मी घायल, 118 गिरफ्तार

    ​वक्फ संशोधन अधिनियम 2025 के खिलाफ पश्चिम बंगाल में हिंसक प्रदर्शन: 15 पुलिसकर्मी घायल, 118 गिरफ्तार

    KKN गुरुग्राम डेस्क | पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ संशोधन अधिनियम 2025 के विरोध में शुक्रवार को व्यापक हिंसा भड़क उठी। प्रदर्शनकारियों ने सड़क और रेल यातायात को बाधित किया, वाहनों में आगजनी की, और पुलिस पर पथराव किया। इस हिंसा में 15 पुलिसकर्मी घायल हो गए, जबकि 118 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

    मुख्य घटनाक्रम

    1. मुर्शिदाबाद में हिंसा

    मुर्शिदाबाद जिले के सुत्ती क्षेत्र में शुक्रवार को प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग-12 को अवरुद्ध कर दिया और पुलिस वाहनों पर पथराव किया। प्रदर्शनकारियों ने एक पुलिस वैन और सार्वजनिक बसों को आग के हवाले कर दिया, जिससे क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई।

    2. जुमे की नमाज के बाद विरोध प्रदर्शन

    पुलिस अधिकारियों के अनुसार, जुमे की नमाज के बाद मुस्लिम समुदाय के लोग वक्फ कानून के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए एकत्र हुए। उन्होंने शमशेरगंज में डाकबंगला मोड़ से सुत्ती के सजुर मोड़ तक राष्ट्रीय राजमार्ग-12 के एक हिस्से को अवरुद्ध कर दिया।

    3. पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प

    प्रदर्शन के दौरान, प्रदर्शनकारियों ने एक पुलिस वैन पर पथराव किया, जिससे पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई। इसमें लगभग 15 पुलिसकर्मी और 10 नागरिक घायल हो गए। एक नाबालिग लड़की को भी गोली लग गई, जिसका कोलकाता के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है।

    4. पुलिस की कार्रवाई

    कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों पर बम जैसे पदार्थ फेंके, जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े। अब तक 118 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

    5. रेल सेवाएं बाधित

    मालदा में प्रदर्शनकारियों ने रेल पटरियों पर धरना दिया, जिससे ट्रेन सेवाएं प्रभावित हुईं। पूर्वी रेलवे के फरक्का-आज़िमगंज खंड पर भी ट्रेन सेवाएं बाधित हुईं।

    6. राज्यपाल की प्रतिक्रिया

    राज्यपाल सी वी आनंद बोस ने राज्य सरकार को संवेदनशील क्षेत्रों में गड़बड़ी के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ तत्काल और प्रभावी कार्रवाई करने को कहा है।

    7. आलिया विश्वविद्यालय के छात्रों का प्रदर्शन

    आलिया विश्वविद्यालय के छात्रों ने भी शुक्रवार को वक्फ संशोधन अधिनियम के विरोध में रैली निकाली और कानून को वापस लेने की मांग की। रैली में शामिल लोगों ने पुलिस द्वारा लगाए गए अवरोधकों को पार करने के बाद पार्क सर्कस क्षेत्र में ‘सेवन पॉइंट क्रॉसिंग’ को भी कुछ समय के लिए अवरुद्ध कर दिया।

    8. बीएसएफ की तैनाती

    मुर्शिदाबाद के जंगीपुर में वक्फ संशोधन अधिनियम के विरोध में बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए। स्थिति बिगड़ने पर, कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए बीएसएफ के जवानों को तैनात किया गया है।

    9. राजनीतिक प्रतिक्रियाएं

    भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वह बंगाल को “दूसरा बांग्लादेश” बनाना चाहती हैं। वहीं, नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने राज्य की पुलिस और मंत्री को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि विरोध करना सबका अधिकार है, लेकिन यह हिंसक तरीका बिल्कुल गलत है।

    वक्फ संशोधन अधिनियम 2025 के खिलाफ पश्चिम बंगाल में भड़की हिंसा ने राज्य की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रदर्शनकारियों की हिंसक गतिविधियों से न केवल सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचा है, बल्कि आम नागरिकों की सुरक्षा भी खतरे में पड़ी है। राज्य सरकार को चाहिए कि वह स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कठोर कदम उठाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे।

  • हनुमान जयंती 2025 पर सोने-चांदी की कीमतों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी: जानिए आपके शहर का ताज़ा रेट

    हनुमान जयंती 2025 पर सोने-चांदी की कीमतों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी: जानिए आपके शहर का ताज़ा रेट

    KKN गुरुग्राम डेस्क | शनिवार, 12 अप्रैल 2025 को हनुमान जयंती के पावन अवसर पर सोने और चांदी की कीमतों में जबरदस्त उछाल देखा गया है। देशभर में सोने का भाव 95,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के पार चला गया है, जबकि चांदी की कीमतें भी 1,00,000 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर पहुंच गई हैं। यदि आप आज के दिन सोना या चांदी खरीदने का विचार कर रहे हैं, तो पहले अपने शहर का ताज़ा रेट जान लें।

    आज के सोने-चांदी के ताज़ा रेट (12 अप्रैल 2025)

    🟡 24 कैरेट सोने का रेट (प्रति 10 ग्राम):

    • दिल्ली, जयपुर, लखनऊ, नोएडा, गाजियाबाद: ₹95,560

    • मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु, पटना: ₹95,410

    • भोपाल, इंदौर: ₹95,460

    🟡 22 कैरेट सोने का रेट (प्रति 10 ग्राम):

    • दिल्ली, जयपुर, लखनऊ, नोएडा, गाजियाबाद: ₹87,610

    • मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु, पटना: ₹87,460

    • भोपाल, इंदौर: ₹87,510

    ⚪ चांदी का रेट (प्रति किलोग्राम):

    • दिल्ली, मुंबई, जयपुर, लखनऊ, कोलकाता, अहमदाबाद: ₹1,00,000

    • चेन्नई, हैदराबाद, केरल, मदुरै: ₹1,10,000

    • भोपाल, इंदौर: ₹1,00,000

     सोने-चांदी की कीमतों में उछाल के कारण

    1. अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनिश्चितता: अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव के चलते निवेशकों का रुझान सुरक्षित निवेश की ओर बढ़ा है, जिससे सोने की मांग में वृद्धि हुई है।

    2. रुपये की कमजोरी: डॉलर के मुकाबले रुपये की गिरावट के कारण आयात महंगा हो गया है, जिससे सोने की कीमतों में वृद्धि हुई है।

    3. हनुमान जयंती और शादियों का सीजन: त्योहार और शादी-ब्याह के मौसम में सोने-चांदी की मांग में स्वाभाविक वृद्धि होती है, जिससे कीमतें बढ़ती हैं।

    4. अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतें: वैश्विक बाजार में सोने की कीमतें $3,163 से घटकर $3,100 प्रति औंस हो गई हैं, लेकिन घरेलू बाजार में कीमतें ऊंची बनी हुई हैं।

     सोने की शुद्धता की पहचान कैसे करें?

    • 24 कैरेट सोना: 99.9% शुद्ध होता है और इस पर ‘999’ हॉलमार्क अंकित होता है।

    • 22 कैरेट सोना: 91.6% शुद्ध होता है और इस पर ‘916’ हॉलमार्क अंकित होता है।

    • 18 कैरेट सोना: 75% शुद्ध होता है और इस पर ‘750’ हॉलमार्क अंकित होता है।

    सोना खरीदते समय हमेशा हॉलमार्क की जांच करें और विश्वसनीय ज्वेलर्स से ही खरीदारी करें।

    पिछले एक वर्ष में सोने-चांदी की कीमतों का रुझान

    🟡 सोना (24 कैरेट, प्रति 10 ग्राम):

    • अप्रैल 2024: ₹72,000

    • जनवरी 2025: ₹82,500

    • मार्च 2025: ₹90,200

    • अप्रैल 2025: ₹95,560

    ⚪ चांदी (प्रति किलोग्राम):

    • अप्रैल 2024: ₹72,000

    • जनवरी 2025: ₹93,793

    • मार्च 2025: ₹100,165

    • अप्रैल 2025: ₹97,100

    हनुमान जयंती पर सोना खरीदना शुभ माना जाता है। यदि आप निवेश या आभूषण के लिए सोना खरीदने का विचार कर रहे हैं, तो यह उचित समय हो सकता है। हालांकि, कीमतों में उतार-चढ़ाव को ध्यान में रखते हुए सोच-समझकर निर्णय लें।

  • पश्चिम बंगाल में वक्फ संशोधन अधिनियम 2025 पर विवाद: ममता बनर्जी का विरोध और राज्य में उभरता तनाव

    पश्चिम बंगाल में वक्फ संशोधन अधिनियम 2025 पर विवाद: ममता बनर्जी का विरोध और राज्य में उभरता तनाव

    KKN गुरुग्राम डेस्क | पश्चिम बंगाल में वक्फ संशोधन अधिनियम 2025 को लेकर राजनीतिक और सामाजिक तनाव बढ़ता जा रहा है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस कानून को राज्य में लागू न करने की घोषणा की है, जबकि राज्य के विभिन्न हिस्सों में इस कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन और हिंसा की घटनाएं सामने आ रही हैं।

    वक्फ संशोधन अधिनियम 2025: एक परिचय

    वक्फ संशोधन अधिनियम 2025 को हाल ही में संसद के दोनों सदनों से पारित किया गया और राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद इसे कानून का दर्जा मिला। यह अधिनियम वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन और निगरानी में सुधार के उद्देश्य से लाया गया है, जिससे वक्फ बोर्डों की पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़े।

    ममता बनर्जी का विरोध

    मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस अधिनियम के खिलाफ खुलकर विरोध जताया है। उन्होंने कहा है कि यह कानून राज्य के अल्पसंख्यक समुदाय की संपत्तियों के अधिकारों को कमजोर करता है और उनकी सरकार इसे पश्चिम बंगाल में लागू नहीं होने देगी। बनर्जी ने जैन समुदाय के एक कार्यक्रम में कहा, “मैं अल्पसंख्यक समुदाय और उनकी संपत्तियों की रक्षा करूंगी।”

    संवैधानिक प्रावधान और राज्यों की भूमिका

    भारतीय संविधान के अनुच्छेद 245 और 246 के तहत संसद को कानून बनाने का अधिकार है, और वक्फ एक समवर्ती सूची का विषय है। इसका अर्थ है कि केंद्र और राज्य दोनों इस पर कानून बना सकते हैं, लेकिन यदि कोई टकराव होता है, तो केंद्रीय कानून को प्राथमिकता दी जाती है। अनुच्छेद 254 के अनुसार, केंद्रीय कानून राज्य कानूनों पर वरीयता रखते हैं, और अनुच्छेद 256 के तहत राज्य सरकारें केंद्र के निर्देशों का पालन करने के लिए बाध्य हैं।

    मुर्शिदाबाद में हिंसा और विरोध प्रदर्शन

    मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गए हैं। प्रदर्शनकारियों ने रेलवे ट्रैक पर कब्जा कर लिया, ट्रेनों पर पथराव किया और पुलिस पर हमला किया, जिससे कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए बीएसएफ के जवानों को तैनात किया गया है।

    सिद्दीकुल्ला चौधरी की भूमिका

    राज्य के लाइब्रेरी मंत्री और जमीयत उलेमा-ए-हिंद के प्रदेश अध्यक्ष सिद्दीकुल्ला चौधरी इस विरोध आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं। उन्होंने कोलकाता में एक रैली में कहा कि यदि आवश्यक हुआ तो वे कोलकाता में बड़े पैमाने पर ट्रैफिक जाम करेंगे। चौधरी ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उन्हें आश्वासन दिया है कि यह कानून राज्य में लागू नहीं किया जाएगा।

    राजनीतिक प्रतिक्रियाएं

    भाजपा ने ममता बनर्जी पर आरोप लगाया है कि वह वोट बैंक की राजनीति कर रही हैं और राज्य में अराजकता फैला रही हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा, “बंगाल को अराजकता और आग में झोंका जा रहा है।”

    वक्फ संशोधन अधिनियम 2025 पर पश्चिम बंगाल में जारी विवाद ने राज्य और केंद्र सरकार के बीच टकराव की स्थिति पैदा कर दी है। जहां केंद्र सरकार इस कानून को लागू करने पर जोर दे रही है, वहीं राज्य सरकार और कुछ मुस्लिम संगठन इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। आने वाले दिनों में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि यह विवाद किस दिशा में जाता है और इसका राज्य की राजनीति और सामाजिक समरसता पर क्या प्रभाव पड़ता है।

  • आज का राशिफल 12 अप्रैल 2025: चैत्र पूर्णिमा और हनुमान जयंती के शुभ संयोग में जानें आज कैसा रहेगा आपका दिन

    आज का राशिफल 12 अप्रैल 2025: चैत्र पूर्णिमा और हनुमान जयंती के शुभ संयोग में जानें आज कैसा रहेगा आपका दिन

    KKN गुरुग्राम डेस्क | 12 अप्रैल 2025 का दिन अत्यंत शुभ और महत्वपूर्ण माना जा रहा है। आज चैत्र पूर्णिमा के साथ-साथ हनुमान जयंती का पर्व मनाया जा रहा है। ये दिन न केवल धार्मिक रूप से बल्कि ज्योतिषीय दृष्टिकोण से भी अत्यंत प्रभावशाली है। आज के दिन ग्रहों की स्थिति जीवन में विशेष बदलाव ला सकती है। आइये जानते हैं आज के दिन सभी 12 राशियों पर इसका क्या असर पड़ेगा।

    मेष राशि (Aries)

     खर्च नियंत्रण, तर्क से काम लें, भावनात्मक संतुलन

    आज मनोरंजन पर अनावश्यक खर्च से बचें। संपत्ति या जमीन से जुड़ा निवेश लाभदायक हो सकता है। किसी भी स्थिति में भावनाओं की बजाय तर्क से काम लें। दूसरों को भावनात्मक रूप से ब्लैकमेल करने से स्थिति बिगड़ सकती है।

    वृषभ राशि (Taurus)

     सामाजिक प्रतिष्ठा, कार्य पर ध्यान, लाभदायक निवेश

    सामाजिक जीवन में सक्रियता बनी रहेगी, लेकिन अपनी प्रतिष्ठा बनाए रखने के लिए सजग रहें। कोई स्थानांतरण या संपत्ति से जुड़ा फैसला फायदेमंद साबित हो सकता है। किसी विवाद से बचें और अपनी छवि खराब न होने दें।

    मिथुन राशि (Gemini)

     पारिवारिक मतभेद, संयम, आत्म-नियंत्रण

    आज घरेलू मामलों में उलझन बनी रह सकती है। पुराना कोई विवाद फिर सामने आ सकता है। किसी बात पर ज़रूरत से ज़्यादा प्रतिक्रिया न दें। करीबी व्यक्ति अपनी बात मनवाने पर अड़ा रह सकता है, इसलिए धैर्य रखें।

    कर्क राशि (Cancer)

    आत्म-संयम, लोगों को खुश करना, ऊर्जा संतुलन

    हर किसी को खुश करने की कोशिश छोड़ दें। खुद को प्राथमिकता दें और अपनी ऊर्जा को फालतू के रिश्तों में न लगाएं। जो सही है, वही करें, चाहे लोग उससे सहमत हों या नहीं।

    सिंह राशि (Leo)

     गॉसिप से दूरी, पारिवारिक सहयोग, सकारात्मक दृष्टिकोण

    गपशप से दूरी बनाकर रखें वरना करीबी रिश्तों में दरार आ सकती है। परिवार का सहयोग आपको कठिन परिस्थितियों में सही दृष्टिकोण देगा। आज का दिन आत्मनिरीक्षण के लिए भी उपयुक्त है।

    कन्या राशि (Virgo)

     जोखिम उठाना, युवा संपर्क, भावनात्मक स्पष्टता

    आज बुध आपको उन फैसलों की ओर प्रेरित करेगा जिससे आप अब तक बचते आए हैं। किसी युवा व्यक्ति से बातचीत लाभदायक होगी। नकारात्मक विचारों से बचें और किसी भी स्थिति को जरूरत से ज्यादा गंभीर न बनाएं।

    तुला राशि (Libra)

     स्पष्ट संवाद, संबंधों में संतुलन, नियंत्रण की भावना

    जीवन के कुछ पहलू आज आपके नियंत्रण से बाहर हो सकते हैं। ऐसे में अपने साथी से स्पष्ट और ईमानदार संवाद करें। परिस्थितियों को जरूरत से ज्यादा बढ़ाने से बचें।

    वृश्चिक राशि (Scorpio)

     वरिष्ठों से तनाव, संचार में सावधानी, शुभ संकेत

    आज आपके ऊपर बैठे लोग आपसे ज्यादा उम्मीद कर सकते हैं। महिलाओं या परिवार के साथ टकराव से बचें। कोई शुभ समाचार मिल सकता है जो आने वाले अच्छे समय की शुरुआत का संकेत हो सकता है।

    धनु राशि (Sagittarius)

     आत्मविश्वास, धोखे से बचाव, स्पष्ट सोच

    आज उपलब्धियों का अनुभव हो सकता है। लेकिन कुछ लोग आपको भ्रमित कर सकते हैं। अपने सिद्धांतों पर कायम रहें, लेकिन साथ ही ये ध्यान रखें कि आपकी वफादारी आपकी सोच पर पर्दा न डाले।

    मकर राशि (Capricorn)

     विवाद से दूरी, गोपनीय कार्य से परहेज, भावनात्मक नियंत्रण

    विवादास्पद विषयों से दूर रहें और कोई भी गुप्त प्रोजेक्ट लेने से पहले सोचें। अगर ज़रूरत हो तो मदद मांगने में झिझकें नहीं। अपने भावनाओं को नियंत्रण में रखें।

    कुंभ राशि (Aquarius)

     व्यवसाय में बदलाव, सतर्कता, बुद्धिमानी से निर्णय

    कोई बड़ा बदलाव आपके व्यवसाय में आ सकता है। आपके हाथ से कोई महत्वपूर्ण स्थिति फिसल सकती है, इसलिए सतर्क रहें। आपकी तीव्र बुद्धि दूसरों को असहज कर सकती है, उसका संतुलित प्रयोग करें।

    मीन राशि (Pisces)

     यात्रा का लाभ, पारिवारिक शुभ समाचार, विचारों में संतुलन

    आज छोटी यात्राएं या मीटिंग्स सफल होंगी। भाई-बहन से जुड़ी कोई अच्छी खबर मिल सकती है। आपके विचार अच्छे हो सकते हैं, लेकिन हर किसी के लिए जरूरी नहीं कि वे स्वीकार्य हों।

    चैत्र पूर्णिमा और हनुमान जयंती का ज्योतिषीय महत्व

    चैत्र पूर्णिमा 2025 और हनुमान जयंती दोनों ही दिन आध्यात्मिक उन्नति के लिए विशेष माने जाते हैं। यह दिन सकारात्मक ऊर्जा, साहस और भक्ति का प्रतीक है। हनुमान चालीसा, सुंदरकांड और रामायण पाठ करने से जीवन में सकारात्मकता आती है। ग्रहों की स्थिति मानसिक मजबूती और आत्मविश्वास को बढ़ाती है।

    आज के दिन करें और न करें (Do’s and Don’ts)

    ✅ करें:

    • हनुमान जी की पूजा करें

    • परिवार के साथ समय बिताएं

    • सोच-समझकर बोलें

    • नया कार्य आरंभ करें

    ❌ न करें:

    • गुस्से में कोई फैसला न लें

    • गलतफहमियों को बढ़ावा न दें

    • बिना वजह का खर्च न करें

    • विवादास्पद चर्चाओं से दूर रहें

    12 अप्रैल 2025 का दिन आध्यात्मिक उन्नति और ज्योतिषीय दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है। हर राशि के लिए यह दिन कुछ न कुछ नया संदेश लेकर आया है। अपने जीवन में संतुलन बनाए रखें और आज के शुभ दिन का अधिकतम लाभ उठाएं।

  • बिहार के तीन जिलों में भारी बारिश और आंधी का ऑरेंज अलर्ट, 9 जिलों में येलो अलर्ट जारी

    बिहार के तीन जिलों में भारी बारिश और आंधी का ऑरेंज अलर्ट, 9 जिलों में येलो अलर्ट जारी

    KKN गुरुग्राम डेस्क | बिहार में मौसम एक बार फिर से अपना रौद्र रूप दिखा रहा है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने शनिवार को राज्य के तीन जिलों किशनगंज, अररिया और पूर्णिया के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में भारी बारिश, तेज आंधी और वज्रपात की संभावना जताई गई है। इसके अलावा नौ अन्य जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है, जिसमें 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की चेतावनी दी गई है।

    राज्य में लगातार बदलते मौसम ने जनजीवन को प्रभावित करना शुरू कर दिया है। तापमान में गिरावट दर्ज की गई है और किसानों के लिए भी यह मौसम चिंता का कारण बनता जा रहा है।

    किशनगंज, अररिया और पूर्णिया में ऑरेंज अलर्ट

    IMD के अनुसार, किशनगंज, अररिया और पूर्णिया जिलों में अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश के साथ तेज हवाएं चलने की पूरी संभावना है। मौसम विभाग ने इन जिलों के निवासियों को सतर्क रहने की सलाह दी है और खराब मौसम के दौरान घर के अंदर रहने की अपील की है।

    इन जिलों में आंधी के साथ-साथ बिजली गिरने का खतरा भी बना हुआ है, जो जन-धन को नुकसान पहुंचा सकता है।

    9 जिलों में येलो अलर्ट, हवाओं की रफ्तार 50 किमी प्रति घंटे तक

    बिहार के अन्य नौ जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है, जिसमें मधेपुरा, सहरसा, कटिहार, भागलपुर, सुपौल, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर और पूर्णिया जैसे जिले शामिल हैं। इन इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ तेज हवाएं चलने की संभावना है। लोगों को बिजली के खंभों, खुले मैदानों और पेड़ों के नीचे जाने से बचने की सलाह दी गई है।

    पूर्णिया के भवानीपुर में रिकॉर्ड बारिश, 74.2 मिमी दर्ज

    पूर्णिया जिले के भवानीपुर में इस सीजन की अब तक की सबसे ज्यादा बारिश 74.2 मिमी दर्ज की गई है। यह आंकड़ा बताता है कि राज्य में प्री-मानसून गतिविधियां तेजी से बढ़ रही हैं।

    विशेष रूप से दक्षिण-पूर्व, उत्तर-मध्य और दक्षिण-पश्चिम बिहार में मौसम अधिक सक्रिय बना हुआ है। इन क्षेत्रों के लिए प्रशासन ने विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी है।

    15 अप्रैल तक मौसम रहेगा खराब, बिजली गिरने का खतरा जारी

    पटना मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक आशीष कुमार के अनुसार, यह एक सामान्य प्री-मानसून प्रभाव है, लेकिन इससे जानमाल को नुकसान पहुंचने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा, “बिहार में आकाशीय बिजली गिरने के मामले बहुत अधिक हैं और देश में यह दूसरा सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य है। जागरूकता की कमी के चलते हर साल कई लोगों की मौत हो जाती है।”

    उन्होंने लोगों को सलाह दी कि खराब मौसम के दौरान खुले में न निकलें और कम से कम 30 मिनट तक सुरक्षित स्थान पर रहें।

    बारिश में 150% की वृद्धि, तापमान में 5 डिग्री की गिरावट

    मौसम विभाग के अनुसार, अप्रैल महीने में अब तक सामान्य से 150% अधिक बारिश दर्ज की गई है। विशेषकर नालंदा, पूर्णिया और आसपास के क्षेत्रों में भारी वर्षा देखने को मिली है।

    बारिश और आंधी के कारण अधिकतम तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है। वर्तमान में अधिकतम तापमान 27 से 35 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 18 से 24 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है।

    कृषि और जनजीवन पर प्रभाव

    तेज बारिश और आंधी का असर कृषि पर साफ दिखाई दे रहा है। गेहूं, मक्का जैसी खड़ी फसलों को नुकसान पहुंच रहा है। वहीं, शहरी इलाकों में जलजमाव, बिजली कटौती और ट्रैफिक जाम जैसी समस्याएं देखने को मिल रही हैं।

    पटना, मुजफ्फरपुर और दरभंगा जैसे शहरों में सामान्य जनजीवन पर असर पड़ा है।

    प्रशासन ने लोगों से की सावधानी बरतने की अपील

    बिहार प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे मौसम विभाग द्वारा जारी अलर्ट का पालन करें। कुछ जरूरी सावधानियां इस प्रकार हैं:

    • खराब मौसम में घर से बाहर न निकलें

    • बिजली गिरने के समय मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का उपयोग न करें

    • खेतों और खुले मैदानों में न जाएं

    • बच्चों और बुजुर्गों को घर के अंदर रखें

    • सरकारी अलर्ट और सूचना को गंभीरता से लें

    बिहार में मौसम का यह बदला मिजाज बढ़ते जलवायु परिवर्तन और प्री-मानसून अस्थिरता का स्पष्ट संकेत है। तेज बारिश, आंधी और बिजली गिरने की घटनाएं आने वाले कुछ दिनों तक जारी रह सकती हैं।

    KKNLive अपने सभी पाठकों से अनुरोध करता है कि वे आधिकारिक मौसम अलर्ट पर ध्यान दें, सावधानी बरतें, और किसी भी आपात स्थिति में स्थानीय प्रशासन से संपर्क करें।