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  • वैशाली सड़क हादसा 2025: ट्रक से टक्कर, दुल्हन समेत चार की मौत, तीन घायल

    वैशाली सड़क हादसा 2025: ट्रक से टक्कर, दुल्हन समेत चार की मौत, तीन घायल

    KKN गुरुग्राम डेस्क | वैशाली जिले में सोमवार तड़के एक भीषण सड़क दुर्घटना हुई जिसमें दुल्हन सहित चार लोगों की मौत हो गई। यह हादसा महिसौर थाना क्षेत्र के पनसला चौक के पास हुआ। मृतकों में तीन महिलाएं और एक बच्ची शामिल हैं, जबकि तीन लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। घायलों को पहले हाजीपुर सदर अस्पताल में प्राथमिक उपचार दिया गया और बाद में बेहतर इलाज के लिए पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (PMCH) रेफर कर दिया गया।

    शादी की खुशियाँ मातम में बदली, दुल्हन की भी मौत

    यह हादसा उस वक्त हुआ जब एक बारात भागलपुर के नवगछिया से लौट रही थी। शादी संपन्न होने के बाद जैसे ही लोग ससुराल की ओर बढ़े, रास्ते में यह दुर्घटना हो गई। हादसा इतना भीषण था कि दुल्हन की मौके पर ही मौत हो गई, वो अपने ससुराल पहुंच भी नहीं सकी।

    मृतकों की पहचान इस प्रकार हुई है:

    • बबीता देवी, पत्नी – क्रांति कुमार

    • सोनाक्षी कुमारी, उम्र – 8 वर्ष, पुत्री – बबीता देवी

    • मोना देवी, पत्नी – गणेश राय (आंगनबाड़ी सहायिका)

    • नवविवाहिता (दुल्हन) – नाम की पुष्टि नहीं हो सकी है

    घायल हुए लोग और इलाज की स्थिति

    इस दुर्घटना में तीन लोग घायल हुए हैं:

    • दीनानाथ कुमार – दूल्हा

    • क्रांति कुमार – मृतका बबीता देवी के पति

    • कार चालक – नाम सामने नहीं आया है

    तीनों घायलों को पहले हाजीपुर सदर अस्पताल लाया गया और बाद में PMCH पटना रेफर कर दिया गया। डॉक्टरों के अनुसार, सभी की हालत गंभीर लेकिन नियंत्रण में है।

    कैसे हुआ हादसा: पनसला चौक बना काल का कारण

    हादसा महिसौर थाना क्षेत्र के अंतर्गत पनसला चौक पर हुआ, जो कि एक खतरनाक मोड़ के तौर पर जाना जाता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह इलाका पहले से ही दुर्घटना संभावित क्षेत्र है, लेकिन प्रशासन की ओर से अब तक सड़क सुधार या सावधानी संकेत नहीं लगाए गए हैं।

    स्थानीय लोगों के अनुसार, कार और ट्रक की सामना-सामनी टक्कर हुई, जिसमें कार का अगला हिस्सा पूरी तरह से चकनाचूर हो गया।

    शादी का जश्न बना मातम, गांव में पसरा सन्नाटा

    मूल रूप से बिदुपुर थाना क्षेत्र के पानापुर कुशियारी गांव के रहने वाले इन लोगों की मौत की खबर से पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। शादी के बाद घर में जश्न का माहौल था, लेकिन हादसे की सूचना मिलते ही पूरा गांव मातम में बदल गया

    गांव के लोग, रिश्तेदार और पंचायत प्रतिनिधि शोक संतप्त परिवारों के घर पहुंचे और प्रशासन से आर्थिक सहायता की मांग की।

    आंगनबाड़ी सहायिका भी बनी हादसे की शिकार

    मृतकों में शामिल मोना देवी एक आंगनबाड़ी सहायिका थीं। उनकी मौत से क्षेत्र के महिला विकास विभाग में भी गहरा शोक है। विभाग के अधिकारियों ने मोना देवी की सेवा को याद करते हुए उन्हें समर्पित और संवेदनशील कर्मी बताया।

    आंगनबाड़ी यूनियन ने सरकार से मुआवज़े और उनके परिवार को सहायता देने की मांग की है।

    पुलिस जांच जारी, ट्रक चालक फरार

    घटना की जानकारी मिलते ही महिसौर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और क्षतिग्रस्त वाहन को हटवाया गया। पुलिस के अनुसार, ट्रक चालक हादसे के बाद फरार हो गया, जिसकी तलाश की जा रही है।

    पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आसपास के सीसीटीवी फुटेज और चश्मदीद गवाहों के आधार पर जांच आगे बढ़ाई जा रही है।

    वैशाली में बढ़ते सड़क हादसे, सिस्टम पर उठे सवाल

    यह हादसा वैशाली में हाल के महीनों में हुए कई घातक हादसों में से एक है। ट्रैफिक डिपार्टमेंट के अनुसार:

    • 2024 में वैशाली में 300 से अधिक सड़क हादसे दर्ज हुए

    • जिनमें 150 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है

    • इनमें से अधिकतर हादसे रात या सुबह के समय में हुए हैं, विशेष रूप से भारी वाहनों की वजह से

    इससे यह साफ है कि राज्य में सड़क सुरक्षा एक गंभीर मुद्दा है, जिसपर सरकार और प्रशासन को तत्काल ध्यान देना होगा।

    जनता और समाजसेवियों की मांग

    स्थानीय समाजसेवी संगठनों और सड़क सुरक्षा विशेषज्ञों ने सरकार से निम्नलिखित मांगें की हैं:

    • ट्रकों के लिए स्पीड लिमिट को सख्ती से लागू किया जाए

    • एक्सीडेंट प्रोन एरिया में CCTV कैमरे और रिफ्लेक्टर लगाए जाएं

    • भारी वाहनों के चालकों के लिए विश्राम अनिवार्य किया जाए

    • इमरजेंसी मेडिकल सर्विस को तेज और प्रभावी बनाया जाए

    न्याय और मुआवज़े की जरूरत

    कानूनी विशेषज्ञों के अनुसार, मृतकों के परिजन मोटर व्हीकल एक्ट के तहत मुआवज़े के पात्र हैं। हालांकि ग्रामीण क्षेत्रों में जानकारी की कमी के कारण ऐसे मामलों में काफी देरी हो जाती है।

    स्थानीय वकील और सामाजिक कार्यकर्ता इस केस में परिवारों को कानूनी सहायता देने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि उन्हें न्याय और उचित मुआवज़ा मिल सके।

    वैशाली का यह हादसा एक और चेतावनी है कि अगर अब भी सरकार और ट्रैफिक डिपार्टमेंट ने कदम नहीं उठाए, तो आने वाले दिनों में ऐसी घटनाएं और बढ़ सकती हैं। दुल्हन, बच्ची और महिलाओं की इस दर्दनाक मौत ने एक बार फिर साबित कर दिया कि सड़कों पर सुरक्षा की गारंटी नहीं है

    अब समय है कि सरकार:

    • दुर्घटना स्थलों की पहचान कर वहां सुरक्षा उपाय लागू करे

    • सभी जिलों में ट्रैफिक सेंसिटाइजेशन अभियान चलाए

    • पीड़ित परिवारों को तुरंत आर्थिक सहायता उपलब्ध कराए

  • बक्सर सड़क हादसा: तेज रफ्तार कार ने खड़े ट्रक में मारी टक्कर, तीन की मौत, चार गंभीर रूप से घायल

    बक्सर सड़क हादसा: तेज रफ्तार कार ने खड़े ट्रक में मारी टक्कर, तीन की मौत, चार गंभीर रूप से घायल

    KKN गुरुग्राम डेस्क | बिहार के बक्सर जिले से रविवार तड़के एक दिल दहला देने वाली सड़क दुर्घटना की खबर सामने आई है। यह हादसा इंडस्ट्रियल थाना क्षेत्र के अंतर्गत हरिकिशनपुर मोड़ के पास हुआ, जहाँ एक तेज रफ्तार कार ने सड़क किनारे खड़े बालू लदे ट्रक में पीछे से जोरदार टक्कर मार दी। इस हादसे में तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चार अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।

    शव यात्रा में शामिल होने जा रहे थे सभी यात्री

    हादसे के शिकार सभी लोग रोहतास जिले के बिक्रमगंज थाना क्षेत्र के शिवपुर हॉल्ट के रहने वाले थे। वे बक्सर में किसी रिश्तेदार के अंतिम संस्कार में शामिल होने जा रहे थे। दुर्भाग्यवश, यह यात्रा उनकी ज़िंदगी की आखिरी यात्रा बन गई।

    NH-922 पर खड़े ट्रक से टकराई कार

    हादसा राष्ट्रीय राजमार्ग 922 (NH-922) पर हुआ, जब सात लोगों को लेकर जा रही एक कार भोजपुर से बक्सर की ओर जा रही थी। तभी हरिकिशनपुर मोड़ के पास सड़क किनारे खड़े एक बालू लदे ट्रक से कार की जोरदार टक्कर हो गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार का अगला हिस्सा पूरी तरह चकनाचूर हो गया।

    रात 3 से 4 बजे के बीच हुआ हादसा

    स्थानीय लोगों के अनुसार यह हादसा रात 3 बजे से 4 बजे के बीच हुआ। टक्कर की आवाज़ इतनी तेज थी कि आसपास के लोग नींद से जाग गए और तुरंत मौके पर पहुंचे। उन्होंने देखा कि कार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी थी और लोग उसमें फंसे हुए थे।

    तीन की मौके पर ही मौत, चार घायल अस्पताल में भर्ती

    कार में सवार सात यात्रियों में से तीन की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां कुछ की हालत नाजुक बताई जा रही है। डॉक्टरों के अनुसार कुछ घायलों को बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर किया जा सकता है।

    तेज रफ्तार बनी मौत की वजह

    स्थानीय लोगों ने बताया कि कार बहुत तेज गति से चल रही थी और संभवतः अंधेरा होने या दृश्यता कम होने के कारण ड्राइवर को आगे खड़ा ट्रक दिखाई नहीं दिया। नतीजतन, कार सीधा ट्रक से जा भिड़ी। इस तरह की घटनाएं इस क्षेत्र में आम हो गई हैं और इसका मुख्य कारण तेज रफ्तार और ट्रैफिक नियमों का पालन न करना है।

    पुलिस जांच में जुटी, ट्रक ड्राइवर फरार

    हादसे की सूचना मिलते ही इंडस्ट्रियल थाना पुलिस मौके पर पहुंची। मृतकों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है और घायलों को इलाज मुहैया कराया गया। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि वह ट्रक किसका था और उसका ड्राइवर कौन था। हादसे के समय ट्रक पर कोई रिफ्लेक्टर या चेतावनी संकेत नहीं था, जो कि एक बड़ी लापरवाही मानी जा रही है।

    बिहार में सड़क सुरक्षा की स्थिति चिंताजनक

    यह हादसा बिहार की सड़क सुरक्षा व्यवस्था की एक बड़ी खामियों को उजागर करता है। हाईवे पर भारी वाहनों को बिना किसी संकेत या रिफ्लेक्टर के खड़ा कर देना एक आम बात हो चुकी है। ऊपर से, रात के समय तेज रफ्तार में वाहन चलाना और पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था का अभाव ऐसी घटनाओं को आम बना रहा है।

    सरकारी लापरवाही और सिस्टम फेलियर

    बक्सर की यह दुर्घटना सिर्फ एक हादसा नहीं, बल्कि एक सिस्टम की नाकामी का प्रतीक है। ट्रकों पर रिफ्लेक्टिव टेप का न होना, चालकों की थकान, सड़क पर रोशनी की कमी और ट्रैफिक पुलिस की निगरानी की कमी जैसे कई कारण इस तरह की दुर्घटनाओं को जन्म देते हैं।

    सड़क हादसों को रोकने के लिए जरूरी कदम

    • स्पीड मॉनिटरिंग सिस्टम: तेज रफ्तार वाहनों पर नज़र रखने के लिए हाईवे पर आधुनिक स्पीड मॉनिटरिंग कैमरे लगाए जाएं।

    • जागरूकता अभियान: लोगों को ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक करने के लिए निरंतर अभियान चलाए जाएं।

    • ट्रकों पर रिफ्लेक्टर अनिवार्य: सभी भारी वाहनों पर रात में रिफ्लेक्टिव टेप या चेतावनी संकेत होना अनिवार्य किया जाए।

    • रात में गश्त बढ़ाई जाए: रात के समय पुलिस गश्त को बढ़ाया जाए ताकि लापरवाह ड्राइविंग को रोका जा सके।

    बक्सर में हुआ यह दर्दनाक सड़क हादसा हमें एक बार फिर यह याद दिलाता है कि जीवन कितना अनमोल है। एक छोटी सी चूक, जैसे तेज रफ्तार में वाहन चलाना या बिना संकेत के सड़क किनारे ट्रक खड़ा करना, जानलेवा साबित हो सकती है। ऐसे हादसों को रोकने के लिए सिर्फ व्यक्तिगत सतर्कता नहीं, बल्कि सरकार और ट्रैफिक विभाग की ओर से भी सख्त कदम उठाने की जरूरत है।

    जब तक सड़क सुरक्षा नियमों को गंभीरता से नहीं लिया जाएगा, तब तक इस तरह की घटनाएं होती रहेंगी और निर्दोष लोग अपनी जान गंवाते रहेंगे।

  • आरा सड़क हादसा: Maha Kumbh से लौट रहे 6 श्रद्धालुओं की दर्दनाक मौत, तेज रफ्तार कार Truck से टकराई

    आरा सड़क हादसा: Maha Kumbh से लौट रहे 6 श्रद्धालुओं की दर्दनाक मौत, तेज रफ्तार कार Truck से टकराई

    KKN गुरुग्राम डेस्क |  बिहार के आरा जिले में शुक्रवार सुबह हुए भीषण सड़क हादसे (Bihar Road Accident) में 6 श्रद्धालुओं की दर्दनाक मौत हो गई। सभी पीड़ित Maha Kumbh Snan कर लौट रहे थे। हादसा भोजपुर के जगदीशपुर इलाके में Mohania-Ara Four Lane पर हुआ, जब उनकी कार एक stationary truck से टकरा गई।

    High-Speed Collision से हुआ भयानक एक्सीडेंट

    रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह सड़क दुर्घटना (road accident) तेज रफ्तार और सड़क किनारे खड़े container truck की वजह से हुई। श्रद्धालु एक Baleno Car में सवार थे, जो तेज रफ्तार में थी और खड़ी ट्रक से टकरा गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि कार का bonnet और engine पूरी तरह चकनाचूर हो गया।

    स्थानीय लोगों का कहना है कि ड्राइवर को नींद (sleep) आ गई होगी, जिससे कार सीधे ट्रक में घुस गई। हादसे के बाद truck driver मौके से फरार हो गया। स्थानीय निवासियों ने तुरंत बचाव कार्य शुरू किया और Police को सूचना दी

    हादसे में जान गंवाने वाले लोग

    सभी मृतक Patna के रहने वाले थे और एक ही परिवार से जुड़े थे। मृतकों की पहचान इस प्रकार की गई:

    • संजय कुमार (62), पिता विष्णुदेव प्रसाद
    • लालबाबू सिंह (25), पिता संजय कुमार
    • करुणा देवी (55), पति संजय कुमार
    • प्रियम कुमारी (20), पिता संजय कुमार
    • आशा किरण (28), पिता आनंद सिंह
    • जूही रानी (25), पिता चंद्रभूषण प्रसाद

    ये सभी पटना के New Jakkanpur Sudamapuri इलाके के निवासी थे।

    Police जांच और बचाव कार्य

    हादसे की सूचना मिलते ही Police मौके पर पहुंची और शवों को Ara Sadar Hospital भेजा। दुर्घटनाग्रस्त कार को Police ने जब्त कर लिया है और हादसे की जांच (investigation) शुरू कर दी गई है।

    इस हादसे के कारण कुछ देर के लिए traffic jam हुआ, लेकिन Police ने जल्द ही यातायात सुचारू कर दिया।

    Maha Kumbh यात्रा के दौरान हादसों में बढ़ोतरी

    Kumbh Mela 2025 में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है, जिससे road accidents बढ़ रहे हैं। इससे पहले भी कई हादसे हुए हैं, जिनमें दर्जनों श्रद्धालुओं की जान जा चुकी है।

    • प्रयागराज हाईवे पर एक कार बस से टकरा गई, जिसमें 10 श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी।
    • नेपाल से कुंभ स्नान के लिए आए श्रद्धालुओं की गंभीर दुर्घटनाओं में मौत हो चुकी है।
    • एक अन्य हादसे में 40 लोगों के ग्रुप में शामिल महिला और उसकी 4 महीने की बच्ची ट्रेन से कटकर मर गई थी।

    इस तरह के frequent accidents से सरकार और प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं कि आखिर ऐसी घटनाएं बार-बार क्यों हो रही हैं।

    परिवारों में मचा कोहराम, अस्पताल में चीख-पुकार

    हादसे की खबर जैसे ही मृतकों के परिवार वालों को मिली, वे Ara Sadar Hospital पहुंचे, जहां रोने-चीखने की आवाजें गूंजने लगीं

    परिजनों का कहना है कि मृतक Maha Kumbh Snan करके लौट रहे थे और उन्हें जरा भी अंदाजा नहीं था कि यह सफर उनकी जिंदगी का आखिरी सफर बन जाएगा।

    Highway Safety को लेकर उठे सवाल

    इस major accident के बाद सड़क सुरक्षा को लेकर फिर से सवाल उठने लगे हैं। Experts का कहना है कि यदि Highway Monitoring सही से होती, तो शायद यह हादसा टल सकता था।

    सरकार को चाहिए कि:
    ✔️ Highways पर खड़े ट्रकों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
    ✔️ Speed Limit के उल्लंघन पर भारी जुर्माना लगाया जाए।
    ✔️ Drivers के लिए Fatigue Management System लागू किया जाए।
    ✔️ Emergency Response को बेहतर किया जाए।

    Public और Local Residents की प्रतिक्रिया

    स्थानीय लोगों और यात्रियों में गुस्सा है कि प्रशासन की लापरवाही से बार-बार सड़क हादसे हो रहे हैं। एक निवासी ने कहा, “हर साल श्रद्धालु अपनी जान गंवा रहे हैं, लेकिन प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा।”

    लोगों का मानना है कि highway पर सड़क किनारे वाहन खड़ा करना बंद होना चाहिए और पुलिस को strict traffic rules लागू करने चाहिए।

    आरा में हुआ यह horrific accident एक बार फिर से road safety की गंभीरता को दर्शाता है। श्रद्धालुओं की मौत से पूरा क्षेत्र शोक में डूबा हुआ है

    Maha Kumbh में जाने वाले और लौटने वाले यात्रियों को सावधानी से सफर करने की जरूरत है। सरकार को चाहिए कि highway safety measures को तुरंत लागू करे ताकि आगे ऐसी घटनाएं न हों।

    यह हादसा उन परिवारों के लिए अकल्पनीय त्रासदी है, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया। अब देखना होगा कि क्या प्रशासन कोई ठोस कदम उठाएगा या फिर यह हादसा भी अन्य सड़क दुर्घटनाओं की तरह भुला दिया जाएगा

  • नालंदा में दर्दनाक सड़क हादसा: बाइक और ट्रक की टक्कर में तीन की मौत

    नालंदा में दर्दनाक सड़क हादसा: बाइक और ट्रक की टक्कर में तीन की मौत

    KKN गुरुग्राम डेस्क |  नालंदा जिले में एक भीषण सड़क हादसा (Road Accident in Nalanda) हुआ, जिसमें तीन लोगों की जान चली गई। यह घटना राजगीर थाना क्षेत्र (Rajgir Police Station) के लहुवार लक्ष्मीपुर इलाके में हुई। मृतकों में दो युवक मुकेश कुमार (Mukesh Kumar) और मंटू कुमार (Mantu Kumar) शामिल हैं, जो इसी गांव के रहने वाले थे। तीसरी मृतक एक 14 वर्षीय अज्ञात लड़की है, जिसकी पहचान अब तक नहीं हो पाई है।

    कैसे हुआ यह भयानक एक्सीडेंट (How the Accident Happened)?

    यह हादसा उस समय हुआ जब तीनों लोग प्रयागराज (Prayagraj) जाने के लिए बुद्ध पूर्णिमा एक्सप्रेस ट्रेन (Buddha Purnima Express Train) पकड़ने के लिए राजगीर रेलवे स्टेशन (Rajgir Railway Station) की ओर जा रहे थे। रास्ते में जब वे बाईपास रोड (Bypass Road) से गुजर रहे थे, तभी एक खड़े ट्रक (Parked Truck) से उनकी मोटरसाइकिल (Motorcycle) की जोरदार टक्कर हो गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि मुकेश और मंटू की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि लड़की ने कुछ समय बाद दम तोड़ दिया।

    मृतकों की पहचान और पुलिस की जांच (Victims’ Identity and Police Investigation)

    मृतकों में शामिल 20 वर्षीय मुकेश कुमार, 18 वर्षीय मंटू कुमार और 14 साल की एक लड़की है, जिसकी पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। पुलिस उसकी पहचान करने की पूरी कोशिश कर रही है।

    हादसे के बाद ट्रक ड्राइवर (Truck Driver) मौके से फरार हो गया। घटना की सूचना मिलते ही राजगीर थाना प्रभारी (Rajgir SHO) रमन कुमार, इंस्पेक्टर संजय कुमार और पुलिस बल मौके पर पहुंचे। फिलहाल ट्रक को जब्त (Truck Seized) कर लिया गया है और पुलिस स्टेशन लाया गया है।

    Nalanda में बढ़ रहे Road Accidents, कौन है जिम्मेदार?

    नालंदा में सड़क हादसों की संख्या लगातार बढ़ रही है। Rajgir Bypass और अन्य इलाकों में लापरवाही से गाड़ियां पार्क (Illegal Parking) करने और ट्रैफिक रूल्स (Traffic Rules) के पालन में कमी की वजह से ऐसे हादसे हो रहे हैं।

    1. खराब सड़कें (Poor Road Conditions) – गड्ढे और सही सड़क व्यवस्था न होने से कई दुर्घटनाएं होती हैं।
    2. लापरवाही से खड़े ट्रक (Negligent Truck Parking) – राजगीर और आसपास के इलाकों में सड़क किनारे खड़े भारी वाहन दुर्घटनाओं का कारण बन रहे हैं।
    3. Over Speeding और Negligent Driving – तेज रफ्तार और ट्रैफिक नियमों की अनदेखी भी इन हादसों का मुख्य कारण है।

    स्थानीय लोगों का गुस्सा, सख्त कार्रवाई की मांग

    इस हादसे के बाद स्थानीय लोगों (Local Residents) में गुस्सा है। उनका कहना है कि अगर सड़क पर खड़े ट्रकों की सही निगरानी होती और ट्रैफिक नियमों को सख्ती से लागू किया जाता, तो यह घटना टाली जा सकती थी। लोग Bihar Government और Local Administration से ट्रैफिक नियमों (Traffic Laws) को सख्ती से लागू करने की मांग कर रहे हैं।

    पुलिस ने क्या कदम उठाए? (Police Actions After the Accident)

    पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर ट्रक को जब्त (Truck Seized by Police) कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। ट्रक ड्राइवर फरार है और पुलिस उसकी तलाश कर रही है। साथ ही, पुलिस उस 14 वर्षीय लड़की की पहचान (Identification of the Girl) करने के लिए आसपास के इलाकों में पूछताछ कर रही है।

    सड़क सुरक्षा पर उठे सवाल (Road Safety Concerns in Nalanda)

    यह घटना Bihar Road Safety के प्रति प्रशासन की लापरवाही को उजागर करती है।

    • सड़क किनारे अनाधिकृत वाहन पार्किंग (Illegal Parking) को लेकर कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती।
    • CCTV Cameras और Traffic Police की मौजूदगी बेहद कम है।
    • Speed Limit Rules का पालन नहीं किया जाता।

    कैसे रोका जाए ऐसे हादसे? (How to Prevent Such Accidents?)

    1. सड़क किनारे खड़े ट्रकों के खिलाफ कार्रवाई (Strict Action Against Illegal Parking)
    2. स्पीड लिमिट पर सख्ती (Strict Speed Limit Enforcement)
    3. CCTV Surveillance और Monitoring
    4. Traffic Awareness Campaigns

    यह हादसा एक बार फिर साबित करता है कि Nalanda Road Safety को लेकर प्रशासन को सख्ती बरतने की जरूरत है। अगर समय रहते ट्रैफिक नियमों को लागू नहीं किया गया, तो भविष्य में ऐसे हादसे दोबारा हो सकते हैं।

    फिलहाल, पुलिस जांच जारी (Police Investigation Ongoing) है और ट्रक ड्राइवर की तलाश की जा रही है। प्रशासन को चाहिए कि वह Road Safety पर गंभीरता से ध्यान दे, ताकि आगे इस तरह की त्रासदी से बचा जा सके।

  • प्रयागराज-मिर्जापुर हाईवे पर भीषण हादसा: 10 श्रद्धालुओं की मौत, 19 घायल

    प्रयागराज-मिर्जापुर हाईवे पर भीषण हादसा: 10 श्रद्धालुओं की मौत, 19 घायल

    KKN गुरुग्राम डेस्क |  प्रयागराज-मिर्जापुर हाईवे (Prayagraj-Mirzapur Highway) पर शुक्रवार देर रात एक भीषण सड़क हादसा (Road Accident) हुआ, जिसमें 10 लोगों की मौत हो गई और 19 लोग घायल हो गए। हादसा प्रयागराज के मेजा थाना क्षेत्र (Meja Thana) के पास हुआ, जब छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) से संगम स्नान (Sangam Snan) करने जा रहे श्रद्धालुओं की बोलेरो (Bolero SUV) सामने से आ रही बस से टकरा गई

    कैसे हुआ एक्सीडेंट? (Accident News in Hindi)

    रिपोर्ट्स के मुताबिक, छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले से एक श्रद्धालुओं का दल बोलेरो से प्रयागराज महाकुंभ (Mahakumbh) के लिए निकला था। दूसरी ओर, बस में वे लोग थे जो पहले ही संगम स्नान करके मिर्जापुर (Mirzapur) जा रहे थे

    रात के अंधेरे में हुई टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बोलेरो के परखच्चे उड़ गए और उसमें बैठे सभी 10 यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई। बस में सवार 19 लोग घायल हो गए, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है।

    हादसे की आवाज़ सुनकर स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और तुरंत पुलिस को सूचना दी। इसके बाद रेस्क्यू ऑपरेशन (Rescue Operation) शुरू किया गया और घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया।

    हादसे के बाद मची चीख-पुकार (Highway Accident Updates)

    प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, टक्कर के बाद चीख-पुकार मच गई। सड़क पर लाशें बिछी थीं और घायलों की हालत गंभीर थी। आसपास के लोगों ने पुलिस और एंबुलेंस (Ambulance) को तुरंत सूचना दी

    प्रयागराज पुलिस (Prayagraj Police) मौके पर पहुंची और स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को बोलेरो और बस से बाहर निकाला। इसके बाद सभी को नजदीकी अस्पताल (Hospital in Prayagraj) में भर्ती कराया गया

    संभावित कारण: ड्राइवर को आई झपकी? (Accident Reason in Hindi)

    पुलिस जांच (Police Investigation) में शुरुआती रिपोर्ट्स बताती हैं कि बोलेरो ड्राइवर को नींद की झपकी (Drowsy Driving) आ गई होगी, जिसके कारण गाड़ी तेज़ रफ्तार में अनियंत्रित होकर बस से जा टकराई

    रात के समय हाईवे पर तेज़ रफ्तार और नींद में ड्राइविंग अक्सर हादसों की वजह बनती है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है (Police Investigation Updates) और आगे की रिपोर्ट जल्द जारी की जाएगी।

    मरने वालों की पहचान, परिजनों को दी गई सूचना (Victims Identified)

    सभी मृतकों की पहचान छत्तीसगढ़ के कोरबा (Korba, Chhattisgarh) निवासी श्रद्धालुओं के रूप में हुई। पुलिस ने उनके परिजनों को सूचना दे दी है। शवों को पोस्टमार्टम (Postmortem) के लिए भेजा गया है।

    घायलों का इलाज प्रयागराज के स्वरूप रानी मेडिकल अस्पताल (Swaroop Rani Medical Hospital) में चल रहा है। कुछ की हालत नाजुक बताई जा रही है, लेकिन डॉक्टरों के अनुसार सभी का इलाज प्राथमिकता के आधार पर किया जा रहा है

    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जताया दुख (CM Yogi on Prayagraj Accident)

    उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और जिला प्रशासन को घायलों के इलाज के लिए हर संभव मदद देने के निर्देश दिए

    उन्होंने अधिकारियों को राहत कार्यों में तेजी लाने (Relief Operations in Prayagraj) और मृतकों के परिवारों को जरूरी सहायता देने के लिए कहा

    पुलिस का बयान (Police Statement on Road Accident)

    प्रयागराज के यमुनानगर डीसीपी विवेक चंद्र यादव (DCP Vivek Chandra Yadav) ने बताया कि अधिकांश घायलों को मामूली चोटें आई थीं। कुछ लोगों को फर्स्ट एड (First Aid) देकर घर भेज दिया गया, जबकि गंभीर रूप से घायल मरीजों का इलाज अस्पताल में जारी है

    हाईवे पर बढ़ते सड़क हादसे: जान बचाने के लिए बरतें ये सावधानियां (Highway Safety Tips)

    भारत में हाईवे पर बढ़ते एक्सीडेंट्स चिंता का विषय हैं। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, लेट-नाइट ड्राइविंग (Late Night Driving), ओवरस्पीडिंग (Overspeeding), और ड्राइवर की थकान (Driver Fatigue) सड़क हादसों की सबसे बड़ी वजहें हैं।

    अगर आप भी लंबी यात्रा पर जा रहे हैं, तो सड़क सुरक्षा (Road Safety Tips in Hindi) का ध्यान रखें:

    1. ड्राइविंग के दौरान पर्याप्त ब्रेक लें (Take Regular Breaks While Driving)
    2. थकान या नींद महसूस हो तो तुरंत गाड़ी रोक दें
    3. हाईवे पर ट्रैफिक नियमों (Traffic Rules on Highway) का पालन करें
    4. तेज रफ्तार से बचें और सतर्क रहें (Avoid Speeding on Highways)
    5. रात के समय यात्रा करने से पहले पर्याप्त नींद लें

    इस हादसे ने फिर से साबित कर दिया कि सड़क पर छोटी सी लापरवाही (Road Negligence) जानलेवा हो सकती है। सरकार और प्रशासन को सड़क सुरक्षा नियमों को और सख्त बनाना होगा ताकि इस तरह की दुर्घटनाओं से बचा जा सके।

    फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और जल्द ही इस पर आगे की जानकारी (Latest News on Prayagraj Accident) साझा की जाएगी।

  • मुजफ्फरपुर में दर्दनाक सड़क हादसा: तेज रफ्तार बाइक ने साइकिल सवार को मारी टक्कर, फिर बस के नीचे आकर दोनों की मौत

    मुजफ्फरपुर में दर्दनाक सड़क हादसा: तेज रफ्तार बाइक ने साइकिल सवार को मारी टक्कर, फिर बस के नीचे आकर दोनों की मौत

    KKN गुरुग्राम डेस्क |  मुजफ्फरपुर जिले के औराई थाना क्षेत्र में एक भयानक सड़क हादसा हुआ, जिसमें दो बाइक सवार की मौत हो गई। यह हादसा एनएच 77 पर बेदौल ओपी के पास हुआ। तेज रफ्तार बाइक ने पहले साइकिल सवार को टक्कर मारी, और फिर अनियंत्रित होकर सीतामढ़ी जा रही बस के नीचे आ गई। इस हादसे में बाइक के नीचे आने के बाद दोनों युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। इस हादसे ने स्थानीय लोगों को हिलाकर रख दिया है, और इलाके में सड़क सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

    हादसे की पूरी कहानी: कैसे हुआ यह भीषण दुर्घटना?

    गुरुवार शाम, 13 फरवरी 2025 को, तेज रफ्तार बाइक सवार दो युवक मुजफ्फरपुर से कहीं जा रहे थे। इस दौरान उनकी बाइक ने पहले एक साइकिल सवार को टक्कर मारी और फिर अनियंत्रित होकर सामने से आ रही बस के नीचे आ गई। बस के नीचे बाइक घुस गई और दोनों युवकों को कुचल दिया। इस हादसे ने पूरे इलाके में हड़कंप मचाया और दुर्घटना स्थल पर गाड़ियों की लंबी कतारें लग गईं।

    हादसे के शिकार हुए युवक थे, 22 वर्षीय रोशन कुमार, जो शेखपुर मुजफ्फरपुर के निवासी थे, और 23 वर्षीय शुभम कुमार, जो धीरज कुमार के बेटे थे। दोनों दोस्त थे और किसी से मिलने के लिए जा रहे थे। हादसे के बाद दोनों युवकों की मौत की खबर उनके परिवारों तक पहुंची और पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई।

    साइकिल सवार भी गंभीर रूप से घायल

    इस हादसे में साइकिल सवार 65 वर्षीय भाग्यनारायण पांडे भी गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। उनका इलाज जारी है और डॉक्टरों का कहना है कि कुछ दिनों में वह पूरी तरह ठीक हो जाएंगे।

    प्रत्यक्षदर्शियों का बयान: कैसे हुआ हादसा?

    स्थानीय निवासियों और प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि बाइक की गति बहुत तेज थी और अचानक साइकिल सवार को टक्कर मार दी। इसके बाद बाइक सवारों का नियंत्रण पूरी तरह से खो गया और बाइक अनियंत्रित होकर बस के नीचे आ गई। बाइक के नीचे आने के बाद, बस के पहियों ने दोनों युवकों को कुचल दिया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।

    घटना के बाद, स्थानीय पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और शवों को बाहर निकाला। बेदौल ओपी के प्रभारी मनोज कुमार सिंह ने बताया कि हादसे के बाद परिजनों को सूचित किया गया और परिवार वालों से संपर्क किया गया।

    स्थानीय लोगों का आक्रोश: प्रशासन पर उठे सवाल

    हादसे के बाद स्थानीय लोग खासे आक्रोशित हो गए। उनका कहना है कि एनएच 77 पर यह कोई पहला हादसा नहीं है, बल्कि यहां आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार प्रशासन को इस बारे में शिकायत की गई, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। लोग चाहते हैं कि बेदौल से लेकर जनार तक की सड़क पर गति अवरोधक (Speed Breakers) लगाए जाएं ताकि तेज रफ्तार गाड़ियों को रोका जा सके।

    मुखिया प्रतिनिधि रजनीश कुमार और प्रमुख प्रतिनिधि साकेत सुमन ने बताया कि इस बारे में कई बार डीएम और अन्य उच्च अधिकारियों को आवेदन दिए गए, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। उनके अनुसार, डिवाइडर की कमी और ओवरस्पीडिंग की वजह से लगातार हादसों में वृद्धि हो रही है।

    NH 77: नेपाल और बिहार के बीच व्यस्त मार्ग

    नेशनल हाइवे 77 (NH 77), जो बिहार के प्रमुख मार्गों में से एक है, नेपाल से होते हुए मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी और अन्य जिलों को जोड़ता है। यह मार्ग इतना व्यस्त है कि यहां हमेशा गाड़ियों का दबाव रहता है। हालांकि, इस रोड पर सुरक्षा उपायों की कमी के कारण लगातार दुर्घटनाएं हो रही हैं।

    स्थानीय लोगों का मानना ​​है कि इस हाईवे पर लोगों के आवाजाही के लिए उचित सुरक्षा उपायों की जरूरत है। खासकर गोपालपुर से लेकर कटौझा तक कई स्थानों पर सड़क की स्थिति बहुत खराब है और इसकी वजह से रोजाना हादसे हो रहे हैं। इस क्षेत्र में जो लोग नेपाल से आ रहे हैं, उनके लिए यह एक महत्वपूर्ण मार्ग है, जिससे यहां अधिक वाहनों का दबाव बना रहता है।

    सड़क सुरक्षा की जरूरत: प्रशासन पर दबाव

    स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि वह एनएच 77 पर दुर्घटनाओं को रोकने के लिए त्वरित कदम उठाए। कई स्थानीय नेताओं ने यह भी कहा कि सड़कों पर स्पीड ब्रेकर, रोड डिवाइडर और अन्य सुरक्षा उपायों की तत्काल आवश्यकता है।

    इस मामले में जिला प्रशासन को अपनी जिम्मेदारी समझते हुए सड़क सुरक्षा के उपायों को तुरंत लागू करना चाहिए। हादसे में मारे गए युवकों के परिवारवालों और क्षेत्रवासियों का कहना है कि यदि प्रशासन समय रहते सुरक्षा उपायों पर ध्यान देता, तो यह हादसा टाला जा सकता था।

    नैतिक जिम्मेदारी और प्रशासन की भूमिका

    सड़क सुरक्षा और दुर्घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासन का दायित्व बनता है कि वह सही समय पर सही कदम उठाए। विशेष रूप से बिहार जैसे राज्य में जहां सड़क दुर्घटनाएं काफी आम हो गई हैं, वहां सड़क की स्थिति और यातायात नियंत्रण पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है।

    स्थानीय प्रशासन को अब चाहिए कि वह इस घटना के बाद तत्काल कार्यवाही करे और NH 77 पर सुरक्षा उपायों को लागू करे ताकि भविष्य में इस तरह के हादसों से बचा जा सके।

    इस हादसे ने एक बार फिर बिहार के सड़क सुरक्षा मुद्दे को सामने ला दिया है। कई सालों से लगातार हो रही दुर्घटनाओं के बावजूद, प्रशासन की तरफ से कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। अगर इसे समय रहते न सुलझाया गया, तो आने वाले समय में और भी हादसों की संभावना बनी रहेगी।

    हालांकि, यह हादसा बेहद दुखद है, लेकिन उम्मीद की जानी चाहिए कि प्रशासन और संबंधित अधिकारी अब इस मुद्दे पर गंभीरता से ध्यान देंगे और सुधारात्मक उपायों को लागू करेंगे।

    यह सड़क हादसा न सिर्फ एक परिवार के लिए दुखद है, बल्कि पूरे जिले और राज्य के लिए एक चेतावनी है कि अगर सड़क सुरक्षा के उपायों को तुरंत लागू नहीं किया गया, तो ऐसे हादसों का सिलसिला जारी रहेगा

  • Vishal Dadlani Accident: म्यूजिक कंपोजर हुए हादसे का शिकार, कॉन्सर्ट हुआ कैंसिल, जानें ताजा अपडेट

    Vishal Dadlani Accident: म्यूजिक कंपोजर हुए हादसे का शिकार, कॉन्सर्ट हुआ कैंसिल, जानें ताजा अपडेट

    KKN  गुरुग्राम डेस्क | बॉलीवुड के मशहूर म्यूजिक कंपोजर और सिंगर विशाल ददलानी (Vishal Dadlani) के फैंस के लिए बुरी खबर है। वह हाल ही में एक हादसे का शिकार हो गए हैं, जिसके कारण उन्हें इलाज कराना पड़ रहा है

    Vishal-Shekhar Concert, जो कि 2 मार्च 2025 को आयोजित होने वाला था, अब रद्द कर दिया गया है। यह खबर खुद विशाल ने अपने Social Media Accounts के जरिए साझा की, जिससे उनके फैंस काफी चिंतित हो गए हैं।

    हादसे के बारे में क्या जानकारी मिली?

    विशाल ने अपने Instagram Story के जरिए बताया कि वह एक छोटे से एक्सीडेंट का शिकार हो गए हैं। हालांकि, उन्होंने कब और कैसे यह हादसा हुआ, इसकी कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी।

    उन्होंने पोस्ट में लिखा:
    “मेरी बुरी किस्मत, मेरा एक छोटा सा एक्सीडेंट हो गया है। जल्दी नाचता हुआ वापस लौटूंगा। आपको जानकारी देता रहूंगा। पुणे, आपसे जल्द मुलाकात होगी!”

    इस पोस्ट के बाद फैंस लगातार उनकी सलामती की दुआ कर रहे हैं और उनके जल्दी ठीक होने की उम्मीद जता रहे हैं।

    Vishal-Shekhar का कॉन्सर्ट कैंसिल, आयोजकों ने जारी किया बयान

    Urban Shows Music Concert, जिसमें Vishal-Shekhar की धमाकेदार परफॉर्मेंस होने वाली थी, अब रद्द कर दिया गया है

    आयोजकों ने क्या कहा?

    • कंसर्ट कैंसिल होने की आधिकारिक घोषणा की गई।
    • टिकट खरीदने वालों को पूरा रिफंड दिया जाएगा
    • उन्होंने फैंस से क्षमा मांगते हुए Vishal Dadlani की सेहत को प्राथमिकता देने की अपील की।

    इस खबर के बाद फैंस सोशल मीडिया पर मिश्रित प्रतिक्रिया दे रहे हैं। हालांकि, सभी इस बात से सहमत हैं कि विशाल ददलानी की सेहत पहले आती है

    फैंस की प्रतिक्रिया: सोशल मीडिया पर शुभकामनाओं की बाढ़

    Vishal Dadlani Accident News के सामने आते ही उनके फैंस चिंता में डूब गए। सोशल मीडिया पर लोग लगातार विशाल की सेहत के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।

    🔹 “जल्दी ठीक हो जाइए सर, आपका कॉन्सर्ट देखने का इंतजार रहेगा!”
    🔹 “स्वास्थ्य सबसे महत्वपूर्ण है, Vishal Sir. Take Care!”
    🔹 “आपकी एनर्जी से भरी परफॉर्मेंस मिस करेंगे, लेकिन जल्दी रिकवर करिए!”

    फैंस का प्यार और समर्थन दिखाता है कि विशाल बॉलीवुड के सबसे पसंदीदा म्यूजिक डायरेक्टर्स में से एक हैं

    Vishal-Shekhar: बॉलीवुड का आइकॉनिक म्यूजिक जोड़ी

    विशाल ददलानी और शेखर रवजियानी (Shekhar Ravjiani) बॉलीवुड के सबसे लोकप्रिय म्यूजिक कंपोजर डुओ में से एक हैं। उन्होंने कई सुपरहिट गाने कंपोज और गाए हैं।

    Vishal-Shekhar के सुपरहिट गाने

    🎵 Jhoome Jo Pathaan – Pathaan (2023)
    🎵 Raftaarein – Ra.One (2011)
    🎵 Kukkad – Student of the Year (2012)
    🎵 India Waale – Happy New Year (2014)
    🎵 O Saki Saki – Batla House (2019)

    विशाल ने सिर्फ म्यूजिक कंपोजिंग ही नहीं, बल्कि अपनी शानदार आवाज से भी लोगों का दिल जीता है।

    Vishal Dadlani: म्यूजिक के अलावा कई और फील्ड्स में एक्टिव

    विशाल सिर्फ एक म्यूजिक कंपोजर और सिंगर ही नहीं, बल्कि एक टैलेंटेड जज और सोशल एक्टिविस्ट भी हैं।

    विशाल की पॉपुलैरिटी के पीछे ये हैं बड़े कारण

    ✔ Reality Shows Judge – विशाल कई सिंगिंग रियलिटी शोज में जज रहे हैं, जैसे Indian Idol और Sa Re Ga Ma Pa
    ✔ सोशल मीडिया पर एक्टिव – वह अपने फैंस के साथ जुड़ने के लिए Twitter और Instagram पर बहुत एक्टिव रहते हैं
    ✔ Live Concerts – विशाल-शेखर की Live Performances बॉलीवुड की सबसे जोशीली और एनर्जेटिक परफॉर्मेंस में गिनी जाती हैं।

    विशाल ददलानी का हेल्थ अपडेट: कब होगी वापसी?

    फैंस इस बात को लेकर उत्सुक हैं कि Vishal Dadlani की तबीयत अब कैसी है और वह कब दोबारा परफॉर्म करेंगे

    अब तक मिली जानकारी के अनुसार:

    ✔ विशाल इलाज के लिए मेडिकल ट्रीटमेंट ले रहे हैं
    ✔ वह धीरे-धीरे रिकवरी कर रहे हैं और जल्द ठीक होने की उम्मीद है।
    ✔ उन्होंने खुद कहा कि वह जल्द वापस लौटेंगे

    फैंस इस बात को लेकर आशावान हैं कि वह जल्दी ठीक होकर स्टेज पर वापसी करेंगे

    कैसे जानें Vishal Dadlani की हेल्थ अपडेट्स?

    अगर आप विशाल ददलानी की हेल्थ से जुड़ी ताजा खबरें जानना चाहते हैं, तो इन सोर्सेज पर नज़र रखें:

    ✔ Vishal Dadlani के Official Social Media Accounts – Instagram, Twitter
    ✔ Concert Organizers की आधिकारिक वेबसाइट और सोशल मीडिया पेज
    ✔ बॉलीवुड और म्यूजिक इंडस्ट्री से जुड़े न्यूज पोर्टल्स

    फिलहाल, कोई अगली परफॉर्मेंस की तारीख तय नहीं की गई है, लेकिन उम्मीद है कि विशाल जल्द ही वापसी करेंगे

    Vishal Dadlani Accident News से फैंस काफी चिंतित हो गए हैं, लेकिन राहत की बात यह है कि वह फिलहाल रिकवरी कर रहे हैं

    🎶 Vishal-Shekhar का कॉन्सर्ट कैंसिल होने से फैंस निराश जरूर हुए हैं, लेकिन सभी यह मानते हैं कि सेहत सबसे जरूरी चीज है

    💙 फैंस उनके जल्द ठीक होने की दुआ कर रहे हैं, और उम्मीद है कि वह अपनी एनर्जेटिक परफॉर्मेंस के साथ जल्द स्टेज पर वापसी करेंगे!

  • प्रयागराज महाकुंभ से लौटते समय मिर्जापुर के पास हुआ दर्दनाक Road Accident, बिहार के तीन लोगों की मौत

    प्रयागराज महाकुंभ से लौटते समय मिर्जापुर के पास हुआ दर्दनाक Road Accident, बिहार के तीन लोगों की मौत

    KKN गुरुग्राम डेस्क | प्रयागराज महाकुंभ से लौट रहे बिहार के तीन श्रद्धालुओं की दर्दनाक सड़क हादसे (Road Accident) में मौत हो गई। उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर के पास एक कार और स्कॉर्पियो (Scorpio) के बीच जबरदस्त टक्कर हुई, जिसमें तीन लोगों की जान चली गई और कई अन्य घायल हो गए।

    Mirzapur Accident: कैसे हुआ हादसा?

    मिर्जापुर के पास यह भीषण सड़क दुर्घटना (Road Accident in Mirzapur) उस समय हुई जब एक कार और स्कॉर्पियो की आमने-सामने भिड़ंत हो गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि गाड़ी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई।

    मृतकों की पहचान गया जिले के अतरी थाना क्षेत्र के पथरौरा गांव निवासी इंद्रजीत सिंह और उनके पुत्र राजीव कुमार के रूप में हुई है। इसके अलावा, कृष्णा सिंह नाम के एक अन्य व्यक्ति की भी इस हादसे में जान चली गई।

    Mahakumbh Yatra से लौटते समय हुआ हादसा

    महाकुंभ (Mahakumbh 2025) हिंदू धर्म में सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक है, जहां लाखों श्रद्धालु पवित्र स्नान के लिए प्रयागराज पहुंचते हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार, संगम में डुबकी लगाने से सभी पाप धुल जाते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है।

    लेकिन यह यात्रा इन तीन लोगों के लिए आखिरी साबित हुई। परिवार और गांव में शोक की लहर है।

    घायलों की स्थिति गंभीर

    हादसे में वाहन में सवार कई अन्य लोग भी घायल हुए हैं, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका इलाज जारी है। डॉक्टरों के अनुसार, कुछ घायलों की स्थिति नाजुक बनी हुई है।

    Bihar के गांव में छाया मातम

    इस दुर्घटना ने बिहार के गया जिले में शोक की लहर दौड़ा दी है। इंद्रजीत सिंह और उनके बेटे राजीव कुमार की मौत से परिवार सदमे में है। गांव में हर कोई उनके अंतिम दर्शन के लिए उमड़ पड़ा।

    कृष्णा सिंह के घर भी मातम पसरा हुआ है। परिवार के लोग बार-बार इस दर्दनाक हादसे (Fatal Accident) को याद कर रो रहे हैं।

    India में बढ़ते Road Accidents पर चिंता

    भारत में सड़क दुर्घटनाओं (Road Accidents in India) की संख्या लगातार बढ़ रही है। तेज रफ्तार, लापरवाही से गाड़ी चलाना और सड़क पर यातायात नियमों की अनदेखी इन दुर्घटनाओं के प्रमुख कारण हैं।

    सरकारी रिपोर्ट्स के अनुसार, हर साल हजारों लोग सड़क हादसों में अपनी जान गंवाते हैं। विशेष रूप से हाईवे और नेशनल हाइवे (Highway Accidents) पर हादसे ज्यादा होते हैं, जहां गाड़ियां तेज गति से चलती हैं।

    Traffic Rules का पालन जरूरी

    विशेषज्ञों का कहना है कि अगर यातायात नियमों (Traffic Rules) का सही से पालन किया जाए, तो सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सकती है। वाहन चालकों को स्पीड लिमिट (Speed Limit) का पालन करना चाहिए और लंबे सफर के दौरान नियमित ब्रेक लेना चाहिए।

    सरकार को भी चाहिए कि वह सड़क सुरक्षा को लेकर सख्त कदम उठाए। लोगों को Road Safety Awareness के बारे में जागरूक करना जरूरी है ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।

    यात्रियों की सुरक्षा के लिए उठाए जाने चाहिए ये कदम

    1. Speed Control: ओवरस्पीडिंग (Overspeeding) हादसों की बड़ी वजह है, इसलिए ड्राइविंग के दौरान गति नियंत्रण रखना जरूरी है।
    2. Vehicle Checkup: लंबी यात्रा से पहले वाहन की जांच (Vehicle Inspection) करानी चाहिए ताकि किसी भी तकनीकी खराबी से बचा जा सके।
    3. Rest Breaks: लगातार ड्राइविंग से थकान हो सकती है, जिससे दुर्घटना की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए ड्राइवर्स को नियमित ब्रेक लेना चाहिए।
    4. Seat Belt और Helmet: यात्रा के दौरान सीट बेल्ट (Seat Belt) और हेलमेट (Helmet) पहनना अनिवार्य होना चाहिए।
    5. Traffic Awareness: सरकार और प्रशासन को सड़क सुरक्षा जागरूकता (Traffic Awareness) बढ़ाने के लिए अभियान चलाने चाहिए।

    मिर्जापुर के पास हुए इस सड़क हादसे (Mirzapur Road Accident) ने फिर से यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि आखिर कब तक लोग यातायात नियमों की अनदेखी करते रहेंगे। इस घटना में तीन लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए।

    सरकार को चाहिए कि वह रोड सेफ्टी (Road Safety) के लिए ठोस कदम उठाए और लोगों को सुरक्षित यात्रा के लिए जागरूक करे। खासतौर पर Mahakumbh 2025 जैसे बड़े आयोजनों के दौरान प्रशासन को बेहतर ट्रैफिक मैनेजमेंट और सुरक्षित परिवहन सुविधाएं मुहैया करानी चाहिए ताकि श्रद्धालुओं की यात्रा सुरक्षित हो सके

  • हावड़ा-मुंबई रूट पर ट्रेन हादसा: राहत और बचाव कार्य जारी

    हावड़ा-मुंबई रूट पर ट्रेन हादसा: राहत और बचाव कार्य जारी

    KKN गुरुग्राम डेस्क |   झारखंड में हावड़ा-मुंबई मेल (ट्रेन संख्या 12810) के दुर्घटनाग्रस्त होने से बड़ी रेल दुर्घटना सामने आई है। यह हादसा चक्रधरपुर डिवीजन के बड़ाबम्बो और राजखरसावां रेलवे स्टेशन के बीच पोटो बेड़ा गांव के पास हुआ। हादसे में कई यात्रियों के घायल होने की खबर है। राहत और बचाव कार्य तेजी से जारी है और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच चुके हैं।

    कैसे हुआ हादसा?

    यह दुर्घटना मंगलवार सुबह करीब 4:15 बजे हुई, जब ट्रेन हावड़ा से मुंबई जा रही थी। जानकारी के अनुसार, ट्रेन की 18 बोगियां पटरी से उतर गईं, जिसमें चार जनरल बोगियों को छोड़कर बाकी सभी कोच बेपटरी हो गए। यह हादसा अचानक हुआ, जिससे अधिकांश यात्री जो सो रहे थे, दुर्घटना के कारण दहशत में आ गए।

    फिलहाल, दुर्घटना के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। रेलवे और प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है ताकि दुर्घटना का कारण जल्द से जल्द पता लगाया जा सके।

    रेलवे का आपातकालीन कदम

    दुर्घटना की सूचना मिलते ही, चक्रधरपुर रेल मंडल मुख्यालय में पांच बार हूटर बजाया गया, जिससे पूरे मंडल में हड़कंप मच गया। रेलवे ने तुरंत राहत कार्य शुरू करते हुए ARME (एक्सीडेंट रिलीफ मेडिकल इक्विपमेंट) ट्रेन को 4:15 बजे घटनास्थल के लिए रवाना किया। वरिष्ठ रेलवे अधिकारी और राहत टीमें मौके पर पहुंचकर बचाव कार्य में जुट गईं।

    घायलों को चक्रधरपुर रेलवे अस्पताल और खरसावां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया जा रहा है। गंभीर घायलों के इलाज के लिए जमशेदपुर के टाटा मुख्य अस्पताल को भी अलर्ट पर रखा गया है।

    प्रशासन की तत्परता

    हादसे की सूचना मिलते ही सरायकेला-खरसावां के उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला घटनास्थल पर पहुंचे। उनके साथ जिला प्रशासन और रेलवे के अधिकारी राहत कार्य में जुट गए। घटनास्थल पर फंसे यात्रियों को सुरक्षित निकालने का काम तेजी से किया जा रहा है।

    रेलवे ने राहत और बचाव कार्य के लिए अतिरिक्त संसाधन जुटाए हैं। इसके साथ ही, सभी प्रभावित यात्रियों को प्राथमिक उपचार और अन्य आवश्यक सहायता प्रदान की जा रही है।

    घटनास्थल पर स्थिति

    हादसे के समय ट्रेन में सवार अधिकांश यात्री सो रहे थे। दुर्घटना के बाद, कुछ यात्री अपनी बोगियों से बाहर निकलने में सफल रहे, जबकि कई अन्य बोगियों में फंसे रह गए। रेस्क्यू टीम ने फंसे हुए यात्रियों को निकालने का काम जारी रखा है।

    एक यात्री ने बताया, “हम सब सो रहे थे, अचानक तेज आवाज हुई और सब कुछ हिलने लगा। कुछ लोग बाहर निकलने में कामयाब रहे, लेकिन कई लोग अंदर फंसे रह गए। यह पल बहुत डरावना था।”

    हावड़ा-मुंबई मार्ग पर परिचालन ठप

    दुर्घटना के कारण हावड़ा-मुंबई रेल मार्ग पर परिचालन पूरी तरह से ठप हो गया है। रेलवे की टीमें बेपटरी हुई बोगियों को हटाने और ट्रैक की मरम्मत के लिए काम कर रही हैं।

    इस दौरान यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे अपनी यात्रा की योजना बनाने से पहले ट्रेन सेवाओं की स्थिति की जानकारी प्राप्त करें। रेलवे विभाग स्थिति सामान्य करने के लिए पूरी कोशिश कर रहा है।

    बचाव और राहत कार्यों की प्राथमिकता

    रेलवे और प्रशासन द्वारा निम्नलिखित कदम उठाए जा रहे हैं:

    1. फंसे हुए यात्रियों को बचाना और सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना।
    2. घायलों को चिकित्सा सहायता प्रदान करना।
    3. हावड़ा-मुंबई मार्ग पर परिचालन को जल्द से जल्द बहाल करना।
    4. दुर्घटना के कारणों की जांच और भविष्य में ऐसे हादसों को रोकने के उपाय करना।

    जांच और सुरक्षा उपाय

    रेलवे विभाग ने इस घटना की जांच शुरू कर दी है। प्राथमिक तौर पर यह देखा जा रहा है कि कहीं यह हादसा ट्रैक में खराबी, तकनीकी खामी या मानवीय त्रुटि के कारण तो नहीं हुआ। अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि विस्तृत जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी और सुरक्षा मानकों को और मजबूत किया जाएगा।

    टाटा अस्पताल की तैयारी

    घटना को लेकर जमशेदपुर के टाटा मुख्य अस्पताल को अलर्ट मोड पर रखा गया है। अस्पताल में इमरजेंसी वार्ड के बाहर 10 बेड की विशेष व्यवस्था की गई है, ताकि किसी भी गंभीर स्थिति से निपटा जा सके। डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ पूरी तरह तैयार हैं।

    रेलवे की प्रतिक्रिया और सहायता

    रेलवे ने घायलों और उनके परिवारों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है। राहत कार्यों को प्राथमिकता दी जा रही है और प्रभावित यात्रियों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं।

    रेलवे ने यह भी कहा है कि हादसे में घायलों को इलाज और मुआवजे की पूरी सहायता दी जाएगी। दुर्घटना से जुड़े हर पहलू की समीक्षा की जाएगी, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

    यात्रियों के लिए सलाह

    हावड़ा-मुंबई मार्ग पर यात्रा करने वाले यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी यात्रा की योजना बनाने से पहले रेल सेवाओं की स्थिति के बारे में जानकारी लें। रेलवे विभाग ने जल्द ही ट्रेनों के परिचालन को फिर से शुरू करने का आश्वासन दिया है।

    अंतिम निष्कर्ष

    यह हादसा रेलवे संचालन की सुरक्षा पर सवाल खड़ा करता है। हालांकि राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहे हैं, लेकिन इस घटना ने रेलवे प्रणाली को और सुरक्षित बनाने की आवश्यकता को उजागर किया है।

    KKN Live इस घटना पर लगातार अपडेट प्रदान करता रहेगा। हम सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं। जुड़े रहें और घटनास्थल से ताजा खबरों के लिए हमारी वेबसाइट पर नजर बनाए रखें|

  • सड़क दुर्घटना में पैक्स अध्यक्ष की मौत

    सड़क दुर्घटना में पैक्स अध्यक्ष की मौत

    KKN न्यूज ब्यूरो। मीनापुर के रानी खैरा पंचायत के पैक्स अध्यक्ष रमेश यादव की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। घटना सिवाईपट्टी थाना के करचौलिया के समीप की है। रविवार देर शाम रमेश यादव अपनी बाइक से घर लौट रहे थे और शिवहर की ओर से आ रही एक बोलेरो की चपेट में आकर जख्मी हो गए। लोगों ने आनन-फानन में इलाज के लिए उनको एसकेएमसीएच में भर्ती कराया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया है। घटना की सूचना मिलते हैं विधायक मुन्ना यादव अस्पताल पहुंच गए और पीड़ित परिजनों को ढांढस बंधाया। रमेश यादव की मौत से मीनापुर में शोक की लहर दौड़ पड़ी है।

  • एक और बड़े सड़क हादसा का गवाह बना मुजफ्फरपुर

    एक और बड़े सड़क हादसा का गवाह बना मुजफ्फरपुर

    सकरा में तेल टैंकर टाटा मैजिक की भिड़ंत में आठ की मौत

    मुजफ्फरपुर। बिहार का मुजफ्फरपुर जिला एक और बड़े सड़क हादसा का गवाह बन गया। मीनापुर के धरमपुर में सड़क हादसे में नौ स्कूली छात्रो के मौत का अभी एक पखबारा भी नही बिता था कि बुधवार की देर को सकरा में एक तेल टैंकर टाटा मैजिक से भिड़ गई। इस हादसे में मैजिक सवार आठ लोगो की मौत हो गई जबकि आधा दर्जन अन्य बुरी तरीके से घायल हैं। सभी घायलों का इलाज जिले के प्राइवेट हॉस्पिटल में चल रहा है।

    मुजफ्फरपुर के सकरा थाना क्षेत्र में बुधवार की देर रात एक तेल टैंकर टाटा मैजिक से जा भिड़ गई। इस हादसे में मैजिक सवार आठ यात्रियों की मौत हो जाने से सड़क सुरक्षा को लेकर नए सिरे से बहस शुरू हो गई है।
    पुलिस उपाधीक्षक गौरव पांडेय ने गुरुवार को बताया कि हादसा रात के लगभग डेढ़ बजे की है। पुलिस अधिकारी ने पांच लोगों के मौके पर ही मौत होने की पुष्टि कर दी है। वहीं दो अन्य की इलाज के दौरान श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई। बतातें चलें कि इस हादसे में हताहत हुए सभी लोग एक शादी समारोह में शामिल होकर ताजपुर से लौट रहे थे।

  • सड़क दुर्घटना में युवक की मौत, दूसरा जख्मी

    कृष्ण माधव सिंह
    मुजफ्फरपुर। मीनापुर थाना के मीनापुर टेंगराहां सड़क पर होली की पूर्व संध्या पर गुरुवार को सड़क दुर्घटना में एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई। वही, दूसरा जख्मी हो गया। दोनो पुरैनिया गांव का रहने वाला है और मजदूरी करके अपना जीवन यापन करता था। जख्मी हुए गुड्डू सहनी का मीनापुर अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद एसे एसकेएमसीएच रेफर कर दिया गया है। जबकि, 20 वर्षीय लाल मोहन सहनी का ग्रामीणो ने आनन फानन में दाह संस्कार कर दिया है। घटना की सूचना पुलिस को नही दी गई है।

    जानकारी के मुाताबिक देर शाम दोनो युवक अपने बाइक से घर लौट रहा था। अचानक बाइक का संतुलन बिगड़ जाने से इलाहाबाद बैंक के समीप वह एक दीबार से जा टकराया। टक्कर इतना जबरदस्त था कि लाल मोहन की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि, गुड्डू बुरी तरीके से जख्मी हो गया। सूत्रो से मिली खबर के मुताबिक मृतक नशे की अवस्था में बाइक चला रहा था। हालांकि, इसकी पुष्टि नही हुई है।

  • सड़क दुर्घटना में जदयू नेता का निधन

    सड़क दुर्घटना में जदयू नेता का निधन

    मुजफ्फरपु। भीषण सड़क हादसे में जदयू के वरिष्ठ नेता मणि भूषण निषाद की दर्दनाक मौत हो गयी। श्री निषाद मछुआ आयोग के उपाध्यक्ष व राज्य परिषद सदस्य के साथ पार्टी के मीनापुर विधानसभा प्रभारी भी थे। उनके असामयिक निधन से जदयू को बड़़ा झटका लगा है। इस बीच जदयू के जिलाध्यक्ष हरिओम कुशवाहा ने घटना पर गहरा शोक प्रकट करते हुए पूरे जिले के कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर को तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया है।

  • मीनापुर में भीषण सड़क हादसा, नौ स्कूली छात्रो की दर्दनाक मौत

    मीनापुर में भीषण सड़क हादसा, नौ स्कूली छात्रो की दर्दनाक मौत

    आक्रोशित लोगो ने एनएच 77 को पांच घंटा जाम रखा

    मुजफ्फरपुर। मीनापुर थाना के धरमपुर के समीप हुए भीषण सड़क हादसा में शनिवार को नौ स्कूली छात्रों की मौत हो गई और दस अन्य गंभीर रूप से जख्मी हो गए। सभी जख्मी का एसकेएमसीएच में इलाज चल रहा है। घटना दोपहर करीब एक बजे की है। गुस्साए लोगो ने एनएच 77 पर टायर जला कर मुफ्फरपुर सीतामढ़ी सड़क को जाम कर दिया है। इससे हजारो की संख्या में यात्री सड़क पर ही फंसे हुएं हैं। करीब पांच घंटा तक जाम रहने के बाद शाम छह बजे में मुजफ्फरपुर के डीएम धर्मेन्द्र कुमार व एसएसपी विवेक कुमार के हस्तक्षेप से आवागमन बहाल हो गया है।

    इस बीच डीएम ने मृतक छात्र के परिजनो को प्रति परिवार चार- चार लाख रुपये का मुआवजा देने व जख्मी छात्रो का सरकारी खर्चे में इलाज कराने की घोषणा की है। ग्रामीणो की मांग पर डीएम ने धरमपुर विद्यालय के समीप एनएच 77 पर स्पीडब्रेकर बनाने की भी बात कही है।
    बताया जा रहा है कि मरने वाले सभी बच्चे धमरमपुर मध्य विद्यालय के है। शनिवार होने के कारण आज दोपहर करीब साढ़े 12 बजे में ही विद्यालय से छुट्टी हो गई थी। इसके बाद सभी छात्र छात्राएं कतारबद्ध होकर सड़क किनारे से पैदल चलते हुए अपने घर जाने लगे। इस बीच एक तेज रफ्तार बोलेरो ने विद्यालय के समीप पहुंचते ही पहले एक महिला को ठोकर मारी। इसके बाद बोलेरो अनियंत्रित हो गया और कतार में जा रहे स्कूली छात्रो को एक के बाद एक करके रौदना शुरू कर दिया।
    बाद में अनियंत्रित बोलेरो एनएच के किनारे गड्डा में पलट गयी। बोलेरो पर मनोज बैठा, प्रदेश महामंत्री, दलित प्रकोष्ट, भाजपा लिखा हुआ है। घटना से गुस्साए लोगो ने बोलेरो में जम कर तोड़फोड़ कर दिया है। घटना के बाद विद्यालय के सभी शिक्षक आनन फानन में विद्यालय छोड़ कर भाग खड़े हुए है। इस बीच ग्रामीणो ने एक शिक्षक के बाइक को अपने अपने कब्जे में लेकर उसमें भी तोड़फोड़ कर दी। गुस्साए ग्रामीण विद्यालय के बेंचडेस्क को सड़क पर रख कर उसमें आग लगा दी है। थाना अध्यक्ष सोना प्रसाद सिंह ने बताया कि घटना के बाद बोलेरो का चालक फरार हो गया है। हालांकि, पुलिस ने दुर्घटनाग्रस्त बोलेरो को अपने कब्जे में ले लिया है।
    इस बीच धरमपुर गांव में कोहराम मच गया। मृतक छात्र के परिवार में अफरा तफरी को माहौल उत्पन्न हो गया। महिला दहाड़े मार मार रोने लगी। पूरा गांव गम और गुस्सा में डूबा हुआ है। ग्रामीणो में विद्यालय प्रशासन के प्रति भी जबरदस्त आक्रोश देखा जा रहा है।

  • सड़क दुर्घटना में बाल-बाल बचीं पीएम मोदी की पत्नी

    सड़क दुर्घटना में बाल-बाल बचीं पीएम मोदी की पत्नी

    पूजा श्रीवास्तव
    चित्तौड़गढ़। राजस्थान की चित्तौड़गढ़ में हुए एक सड़क दुर्घटना में पीएम मोदी की पत्नी जसोदाबेन बाल बाल बच गयी। हालांकि, उनके सिर पर चोट आई है।

    इस सड़क दुर्घटना में उनके एक रिश्तेदार की मौत हो जाने की खबर है। जबकि चार अन्य बुरी तरीके से जख्मी हो गए हैं। यह हादसा राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में बुधवार सुबह की है। बताया जा रहा है कि जसोदाबेन एक शादी समारोह में शामिल होने के बाद अपने रिश्तेदारों के साथ वापस गुजरात लौट रही थीं। इस दौरान कोटा-चित्तौड़गढ़ हाईवे पर उनकी गाड़ी एक ट्रक से टकरा गई। जसोदाबेन एक इनोवा कार से गुजरात वापस लौट रही थीं। दुर्घटना में इनोवा भी बूरी तरीके से क्षतिग्रस्त हो गया है।

  • बिहार के सीवान में हुआ दर्दनाक हादसा

    बिहार के सीवान में हुआ दर्दनाक हादसा

    ट्रेन से कटकर चार लोगों की मौत

    सीवान। बिहार के सीवान में शुक्रवार की सुबह दर्दनाक हादसा हो गया। यहां ट्रेन से कट कर तीन महिला महिला सहित चार लोगो की मौत हो गई है।

    बतातें हैं कि शहर के कचहरी स्टेशन से पहले दाहा नदी के पुल पर यह दुर्घटना हुई है। मरने वाले सभी करबला मजार से माथा टेकने के बाद ट्रैक के सहारे सीवान कचहरी स्टेशन लौट रहे थे। इसी बीच पीछे से अचानक सीवान-गोरखपुर पैसेंजर ट्रेन आ गई। कुहासे के चलते ट्रेन के नजदीक आने पर सभी ने देखा। इसके बाद पुरूष तो जान बचाने के लिए नदी में कूद पड़े लेकिन महिलाएं ट्रैक पर ही रह गई जिससे तीन महिलाएं कट गई। सभी मृतक गोपालगंज जिले के कुचायकोट थाना क्षेत्र के हसना गांव के रहने वाले थे।

  • पटना के फतुहा में बड़ा हादसा

    पटना के फतुहा में बड़ा हादसा

    गंगा नदी में नाव पलटने से चार की मौत

    बिहार। पटना के फतुहा के समीप गंगा नदी में नाव पलटने से बड़ा हादसा हो गया है। जानकारी के मुताबिक इस हादसे में अब तक चार लोगो की मौत हो गई है और करीब आधा दर्जन लोग लापता बताए जा रहें हैं।

    दरअसल, गंगा नदी में 15 लोगों को ले जा रही एक नाव पलट गई। लापता लोगो की तलाश के लिए राहत-बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है।
    नाव हादसे के बाद अब तक दो पुरुष और दो महिलाओं के सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। घायलों को नजदीकी अस्पताल भेजा गया है। मौके पर प्रशासन के आला अधिकारी मौजूद हैं।

  • गया में बस पलटी, एक की मौत एक दर्जन विदेशी यात्री जख्मी

    गया में बस पलटी, एक की मौत एक दर्जन विदेशी यात्री जख्मी

    गया। बिहार में गया जिले के अतरी थाना क्षेत्र के तपोवन गांव के निकट आज सुबह पर्यटक से भरी एक बस पलट गयी। इसमें एक युवक की मौत हो गयी है। वही करीब एक दर्जन अन्य पर्यटक जख्मी बताये जा रहें हैं।

    यह बस बोधगया से राजगीर जा रही थी। बताया जा रहा है कि यह यात्री बस जैसे ही तपोवन के पास पहुंची अचानक एक युवक बस के सामने आ गया और युवक को बचाने के क्रम में बस चालक ने अपना नियंत्रण खो दिया और बस सड़क किनारे एक गड्ढे में पलट गयी। जख्मी होने वालो में सभी थाईलैंड के यात्री है।
    वही, मृतक की पहचान गया जिले के मोहड़ा प्रखंड के तपस्वी नगर गांव निवासी 25 वर्षीय जोगी पासवान के रूप में हो गयी है। घायलों को अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना से आक्रोशित लोगों ने तपोवन-राजगीर मुख्य सड़क मार्ग को जाम कर दिया। हालांकि, बाद में वरीय अधिकारियों ने लोगों को समझा-बुझाकर जाम समाप्त करा दिया है।

  • वास्कोडिगामा पटना एक्सप्रेस हादसे में दो की मौत

    वास्कोडिगामा पटना एक्सप्रेस हादसे में दो की मौत

    उत्तर प्रदेश। उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले के मानिकपुर में आज तड़के वास्कोडिगामा-पटना एक्सप्रेस ट्रेन हादसे में दो लोगो की मौत हो गयी है। दोनो मृतक पिता पुत्र है और बिहार के पश्चिम चंपारण के रहने वाले है। वहीं इस हादसे में मृतक की पत्नी व दो साल की बेटी बुरी तरह से घायल है। दोनों का इलाज मानिकपुर में चल रहा है। दीपक मझौलिया की अहवर शेख के मौजे टोले के रामस्वरूप पटेल का बेटा था। हादसे में दीपक और उसके बेटे गोलू की मौत हो गई है।

    जानकारी के मुताबिक दीपक गोवा में राजमिस्त्री का काम करता था। वह परिवार के साथ अपने गांव अहवर शेख लौट रहा था। जानकारी मिलते ही दीपक के घर पर लोगों की भीड़ जुटने लगी। गांव में मातम पसर है। ग्रामीणो ने टीवी पर दीपक व उसके बेटे की मौत की खबर देखी। इसकी जानकारी उसके पिता रामस्वरूप पटेल व मां कांति देवी को दी गई। इसके बाद उनका रो-रोकर बुरा हाल है। परिवार के लोग दीपक व गोलू के शव का इंतजार कर रहे हैं। वहीं बहू व पोती का हाल जानने के लिए बेचैन हैं।

  • अहियापुर का राहुल हांगकांग जा रही जहाज हादसे में लापता

    मुजफ्फरपुर। हांगकांग की ऋद्धि शिपिंग कंपनी का एमरॉल्ड स्टार मालवाहक पोत फिलीपिंस तट से कुछ ही दूरी पर प्रशांत महासागर में डूब गया है। इसके लापता चालक दल के सदस्यों में अहियापुर के इंद्रप्रस्थ कॉलोनी निवासी राहुल कुमार भी शामिल हैं। हादसे की सूचना मिलने पर इंद्रप्रस्थ कॉलोनी से लेकर राहुल के ससुराल हरसिद्धि के बरमसवा गांव में चार दिन से चूल्हा नहीं जला है। घर व ससुराल में कोहराम मचा है। पिता कृष्णदेव राय ने बताया कि उन्हें दो बेटे व चार बेटियां हैं। वह 27 फरवरी को चेन्नई बंदरगाह से हांगकांग की ऋद्धि शिपिंग कंपनी के एमरॉल्ड स्टार मालवाहक जहाज से जुड़ा था। 13 अक्टूबर को बंदरगाह के एक मैनेजर ने उन्हें हादसे की सूचना दी।