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  • बिहार सरकार के 11 IAS अधिकारियों का ट्रांसफर: नई जिम्मेदारियों का वितरण

    बिहार सरकार के 11 IAS अधिकारियों का ट्रांसफर: नई जिम्मेदारियों का वितरण

    KKN गुरुग्राम डेस्क |  हाल ही में बिहार सरकार ने 11 IAS अधिकारियों का ट्रांसफर किया है। इन ट्रांसफर्स में कई बड़े बदलाव किए गए हैं, जो राज्य के प्रशासनिक ढांचे को मजबूत करने और विभिन्न विभागों की कार्यक्षमता बढ़ाने के उद्देश्य से किए गए हैं। ट्रांसफर लिस्ट में कुछ अधिकारियों को बड़ी जिम्मेदारियाँ सौंपी गई हैं, जिनमें शिक्षा विभाग, शहरी अवसंरचना, जल संसाधन और तकनीकी शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र शामिल हैं।

    प्रमुख ट्रांसफर और नई जिम्मेदारियाँ

    इन ट्रांसफर्स में सबसे महत्वपूर्ण बदलाव अजय यादव के ट्रांसफर से हुआ है। उन्हें शिक्षा विभाग में सचिव नियुक्त किया गया है। इसके अलावा, उन्हें उच्च शिक्षा विभाग का निदेशक और बिहार राज्य पाठ्य पुस्तक निगम लिमिटेड का एमडी भी नियुक्त किया गया है। यह बदलाव शिक्षा क्षेत्र में सुधार के लिए किया गया है, ताकि बिहार में शिक्षा व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ किया जा सके। अजय यादव का अनुभव और नेतृत्व बिहार के शिक्षा क्षेत्र को नई दिशा देने में मदद करेगा।

    अनिमेष कुमार पराशर, जो पहले पटना नगर निगम के आयुक्त थे, अब उन्हें बिहार शहरी आधारभूत संरचना निगम (BUIDCO) के मैनेजिंग डायरेक्टर का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। यह जिम्मेदारी उन्हें राज्य के शहरी विकास और आधारभूत संरचना के विकास के लिए दी गई है। इस भूमिका में वे बिहार के प्रमुख शहरी क्षेत्रों में अवसंरचना सुधारों का नेतृत्व करेंगे।

    अन्य महत्वपूर्ण ट्रांसफर

    दिनेश कुमार, जो भागलपुर प्रमंडल के आयुक्त थे, अब उन्हें मुंगेर प्रमंडल के आयुक्त का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। दिनेश कुमार की यह नियुक्ति इस बात को दर्शाती है कि बिहार सरकार विभिन्न प्रमंडलों में प्रशासनिक सुधारों पर जोर दे रही है। उनके अनुभव से मुंगेर प्रमंडल में विकास और सुशासन को बल मिलेगा।

    उदयेन मिश्रा, जो पहले विज्ञान, प्रौद्योगिकी और तकनीकी शिक्षा के निदेशक थे, अब उन्हें पर्यटन विभाग में विशेष सचिव के रूप में नियुक्त किया गया है। इसके अतिरिक्त, उन्हें पर्यटन निदेशक का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया है। यह बदलाव राज्य के पर्यटन क्षेत्र के विकास को देखते हुए किया गया है, ताकि बिहार में पर्यटन को बढ़ावा दिया जा सके।

    पवन कुमार सिन्हा, जो पहले जमुई जिले के बंदोबस्त पदाधिकारी थे, उन्हें अब जल संसाधन विभाग में अपर सचिव की जिम्मेदारी दी गई है। जल संसाधन विभाग में उनके योगदान से बिहार के जल संकट को बेहतर तरीके से निपटने में मदद मिलेगी। इस विभाग की कार्यप्रणाली में सुधार की आवश्यकता है, और पवन कुमार सिन्हा के अनुभव से जल संकट से जूझते राज्य के लिए स्थायी समाधान निकाला जा सकेगा।

    श्याम बिहारी मीणा, जो पहले नियोजन और प्रशिक्षण निदेशक थे, अब उन्हें अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग का निदेशक बनाया गया है। यह विभाग विशेष रूप से बिहार के गरीब और वंचित वर्गों के लिए काम करता है। श्याम बिहारी मीणा की नियुक्ति से इन समुदायों के लिए कल्याणकारी योजनाओं का कार्यान्वयन प्रभावी होगा।

    राजेश कुमार, जो पहले पूर्णिया जिले के बंदोबस्त पदाधिकारी थे, अब उन्हें संसदीय कार्य विभाग में अपर सचिव नियुक्त किया गया है। यह बदलाव राज्य के संसदीय कार्यों में बेहतर समन्वय और सुधार की दिशा में एक कदम है। उनका अनुभव और प्रशासनिक क्षमता इस विभाग के कार्यों को सुदृढ़ बनाएगी।

    विज्ञान, प्रौद्योगिकी और तकनीकी शिक्षा में बदलाव

    अहमद महमूद, जो पहले विज्ञान प्रौद्योगिकी और तकनीकी शिक्षा विभाग में अपर सचिव के रूप में कार्यरत थे, अब उन्हें तकनीकी शिक्षा विभाग का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। बिहार में तकनीकी शिक्षा के स्तर को सुधारने और राज्य में कुशल श्रमिकों की संख्या बढ़ाने के लिए यह कदम महत्वपूर्ण है। अहमद महमूद की नियुक्ति से इस क्षेत्र में विकास की गति तेज होगी।

    ट्रांसफर के कारण और उद्देश्यों का विश्लेषण

    बिहार सरकार के इस प्रशासनिक बदलाव का मुख्य उद्देश्य राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में दक्षता और कार्यप्रणाली में सुधार करना है। बिहार में शहरीकरण की गति तेज हो रही है, और इसके साथ ही राज्य के शहरी अवसंरचना, जल संसाधन, शिक्षा, और सामाजिक कल्याण जैसे क्षेत्रों में निरंतर सुधार की आवश्यकता है। इन विभागों में किए गए ट्रांसफर्स से यह स्पष्ट होता है कि राज्य सरकार इन क्षेत्रों में सुधार लाने के लिए प्रतिबद्ध है।

    शिक्षा विभाग में अजय यादव की नियुक्ति इस बात को दर्शाती है कि बिहार में शिक्षा को लेकर गंभीर प्रयास किए जा रहे हैं। अजय यादव की जिम्मेदारी केवल शिक्षा के क्षेत्र तक सीमित नहीं है, बल्कि उन्हें उच्च शिक्षा और पाठ्यपुस्तक निगम के प्रशासन का भी जिम्मा सौंपा गया है, जो राज्य की शिक्षा व्यवस्था में समग्र सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है।

    शहरी अवसंरचना में भी सुधार की दिशा में अनिमेष कुमार पराशर की नियुक्ति एक महत्वपूर्ण कदम है। बिहार के शहरी क्षेत्रों में आबादी का दबाव बढ़ रहा है, और इस लिहाज से BUIDCO जैसे संगठन का मजबूत नेतृत्व शहरी विकास के लिए अत्यंत आवश्यक है। उनकी भूमिका इन क्षेत्रों के सही तरीके से विकास को सुनिश्चित करने में अहम होगी।

    जल संसाधन और सामाजिक कल्याण विभागों में भी बदलाव महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि ये राज्य की जनसंख्या की सबसे बुनियादी जरूरतों से जुड़े हुए हैं। पवन कुमार सिन्हा की नियुक्ति जल संकट से निपटने में मदद करेगी, जबकि श्याम बिहारी मीणा की नियुक्ति से समाज के वंचित वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाओं का बेहतर कार्यान्वयन होगा।

    बिहार के विकास की दिशा

    बिहार राज्य की समस्याओं के समाधान के लिए प्रशासनिक सुधारों की लगातार आवश्यकता है। सरकार के प्रयासों से यह स्पष्ट है कि राज्य में शिक्षा, अवसंरचना, जल संसाधन, और सामाजिक कल्याण जैसे क्षेत्रों में सुधार किए जा रहे हैं। इन बदलावों से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सरकारी योजनाओं का बेहतर कार्यान्वयन हो और अधिक से अधिक लोग इन योजनाओं का लाभ उठा सकें।

    इन ट्रांसफर्स का परिणाम भविष्य में बिहार के विकास के लिए सकारात्मक रहेगा। प्रशासनिक क्षमता में वृद्धि और नए नेतृत्व के साथ, बिहार अब अपने विकास की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा सकता है। अधिकारियों की नई नियुक्तियां राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति और सुधार को बढ़ावा देंगी, जिससे बिहार की समग्र स्थिति में सुधार हो सकेगा।

    बिहार सरकार के हालिया ट्रांसफर से यह स्पष्ट हो गया है कि राज्य सरकार विभिन्न क्षेत्रों में सुधार लाने के लिए गंभीर है। शिक्षा, शहरी अवसंरचना, जल संसाधन, और सामाजिक कल्याण जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में किए गए बदलावों से राज्य की प्रशासनिक क्षमता में वृद्धि होगी। अब देखना यह होगा कि इन बदलावों के परिणाम क्या होते हैं और इन अधिकारियों की नई जिम्मेदारियों से बिहार के विकास में किस प्रकार का सुधार देखने को मिलता है।

  • बिहार सरकार ने 2025 विधानसभा चुनाव से पहले भर्ती प्रक्रिया तेज की

    बिहार सरकार ने 2025 विधानसभा चुनाव से पहले भर्ती प्रक्रिया तेज की

    KKN गुरुग्राम डेस्क |  बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election)2025 नजदीक आते ही राज्य सरकार ने विभिन्न विभागों में भर्ती प्रक्रिया तेज कर दी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज 1,007 चयनित कृषि पदाधिकारियों को नियुक्ति पत्र सौंपेंगे।

    यह कार्यक्रम पटना के ऊर्जा ऑडिटोरियम में सुबह 11:30 बजे आयोजित होगा। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा के साथ कृषि मंत्री मंगल पांडे भी उपस्थित रहेंगे।

    1,007 कृषि पदाधिकारियों को मिलेगा नियुक्ति पत्र

    बिहार सरकार कृषि क्षेत्र में 1,007 अधिकारियों की नियुक्ति कर रही है। इनमें शामिल हैं:

    • 154 अनुमंडल कृषि पदाधिकारी और सहायक निदेशक
    • 853 प्रखंड कृषि पदाधिकारी और समकक्ष स्तर के पदाधिकारी

    मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इन सभी चयनित पदाधिकारियों को नियुक्ति पत्र सौंपेंगे, जिससे राज्य में रोजगार के अवसरों को और बढ़ावा मिलेगा।

    विधानसभा चुनाव से पहले रोजगार सृजन पर सरकार का जोर

    बिहार(Bihar) सरकार विभिन्न विभागों में बड़े पैमाने पर रिक्तियों को भरने का कार्य कर रही है। हाल ही में मुख्यमंत्री ने सीएम सचिवालय संवाद कार्यक्रम के तहत 6,837 कनिष्ठ अभियंताओं को नियुक्ति पत्र वितरित किए थे।

    • सरकार ने चुनाव से पहले 12 लाख सरकारी नौकरियां देने का वादा किया है।
    • अब तक 9.14 लाख नौकरियां दी जा चुकी हैं और शेष 2.86 लाख भर्तियों की प्रक्रिया जारी है।

    रोजगार योजनाओं से बढ़ेगा कार्यबल

    सरकारी नौकरियों के अलावा, बिहार सरकार ने विभिन्न योजनाओं के माध्यम से रोजगार सृजन पर भी ध्यान केंद्रित किया है।

    • सरकार का दावा है कि 10 लाख नौकरियों के लक्ष्य के मुकाबले अब तक 24 लाख रोजगार उपलब्ध कराए गए हैं।
    • सरकार का लक्ष्य है कि चुनाव से पहले अतिरिक्त 10 लाख रोजगार के अवसर सृजित किए जाएं।

    यह पहल राज्य में बेरोजगारी को कम करने और कार्यबल को मजबूत करने के सरकार के प्रयासों को दर्शाती है।

    भर्ती अभियान और राजनीतिक असर

    सरकार का यह रोजगार अभियान विधानसभा चुनाव 2025 से पहले एक रणनीतिक कदम माना जा रहा है।

    • बिहार में रोजगार हमेशा से एक प्रमुख चुनावी मुद्दा रहा है, जो मतदाताओं को प्रभावित करता है।
    • राज्य सरकार बड़े पैमाने पर नौकरियां देकर युवाओं और बेरोजगारों को अपनी ओर आकर्षित करने का प्रयास कर रही है।
    • यह भर्ती अभियान सत्तारूढ़ दल की स्थिति को चुनाव से पहले और मजबूत कर सकता है।

    बिहार (Bihar) सरकार ने बड़े पैमाने पर भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी है और चुनाव से पहले अपने रोजगार संबंधी वादों को पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ रही है। आने वाले महीनों में यह देखा जाएगा कि यह पहल 2025 के चुनावी माहौल को कितना प्रभावित करती है।

    बिहार सरकार की भर्ती प्रक्रिया और चुनावी अपडेट्स के लिए जुड़े रहें KKNLive.com के साथ।

  • बिहार के मुख्यमंत्री ने किया समाज सुधार वाहिनी का गठन

    बिहार के मुख्यमंत्री ने किया समाज सुधार वाहिनी का गठन

    KKN न्‍यूज ब्‍यूरो। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के रविवार को पटना में सम्मेलन करके समाज सुधार अभियानों को गति देने तथा उनके संकल्पों को पूरा करने के लिए समाज सुधार वाहिनी का गठन कर दिया है। प्रदेश जदयू अध्यक्ष बशिष्ठ नारायण सिंह ने बाजपट्टी की विधायक तथा दल की वरिष्ठ नेत्री डॉ. रंजू गीता को समाज सुधार वाहिनी का अध्यक्ष बनाया है। उनके साथ ही जदयू की 90 अन्य प्रमुख तथा सशक्त महिला नेत्रियों को ‘समाज सुधार वाहिनी में महत्वपूर्ण जगह दी गई है।

    समाज सुधार के दिशा में बढ़ाया कदम

    इस मौके पर जदयू नेताओं ने कहा कि जदयू ने बिहार सरकार द्वारा शराबबंदी, दहेजबंदी एवं बाल विवाह-बंदी की दिशा में उठाए गए समाज सुधार के कदमों एवं कार्यक्रमों को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से पार्टी के स्तर पर प्रमुख एवं सक्रिय महिलाओं को लेकर समाज सुधार वाहिनी नाम से एक नया संगठन खड़ा किया है। कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राजनीतिक दृष्टि से जहां सुशासन के कार्यक्रमों के जरिए न्याय के साथ विकास की अवधारणा को मूर्त रूप दे रहे हैं, वहीं महात्मा गांधी के चम्पारण सत्याग्रह के शताब्दी वर्ष पर समाज सुधार के विभिन्न कार्यक्रमों को भी क्रियान्वित करने के लिए संकल्पबद्ध हैं।

    महिला कार्यकर्ताओं ने लिया संकल्प

    इधर, मुजफ्फरपुर जिला के मीनापुर थाना अन्तर्गत धरमपुर में समाज सुधार वाहिनी के प्रदेश महासचिव वीणा देवी ने कार्यकर्ता को संबोधित करते हुए महिलाओं के साथ महात्मा गांधी के विचारो को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प लिया। वाहिनी की पटना में आयोजित महा सम्मेलन में जाने से पहले रविवार की सुवह वाहिनी से जुड़े लोगो ने समाज सुधार की दिशा में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेने का भी संकल्प लिया है। इस मौके पर मीनापुर के मुखिया संघ के अध्यक्ष नीलम कुमारी, जदयू महिला प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष शकुंतला गुप्ता, सुनीता देवी, सुमित्रा देवी, रीना देवी, श्यामवती देवी आदि मौजूद थी। इसके अतिरिक्त जिला पंचायती राज प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष मिथिलेश यादव, शिवचंद्र प्रसाद, शिव शंकर सिंह, राजीव झा, बरूण सरकार, रवि शंकर प्रसाद यादव, नवल प्रसाद यादव, शिवा मंडल, मोईम अंसारी, मुनेश्वर दास, नंन्दकिशोर यादव, दिनेश यादव भी मौके पर मौजूद थे।

  • चोरी के आरोप में किशोर को प्रताड़ित करने का वीडियो वायरल, हरकत में आई पुलिस

    चोरी के आरोप में किशोर को प्रताड़ित करने का वीडियो वायरल, हरकत में आई पुलिस

    बिहार के मुजफ्फरपुर जिला मुख्यालय से करीब 45 किलोमीटर दूर सिवाईपट्टी थाना के रामपुर रतन गांव से एक किशोर को प्रताड़ित करने का वीडियो वायरल होते ही पुलिस हरकत में आ गई। यहां दबंगों ने चोरी का आरोप लगा कर एक 14 वर्षीय किशोर को चापाकल से बांध दिया और उसकी जमकर पिटाई कर दी। यही नहीं, उसका बाल भी मुंडवा दिया। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस टीम गांव पहुंची और किशोर से मामले की जानकारी ली। इसके बाद प्रभारी थानेदार प्रभुनारायण साह के बयान पर सिवाईपट्टी थाने में गांव के दिनेश चौधरी व गोपाल चौधरी के खिलाफ किशोर को प्रताड़ित करने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई। पुलिस ने दिनेश को गिरफ्तार भी कर लिया है। वहीं, दूसरे आरोपित की तलाश जारी है।

     

    एसएसपी के आदेश पर हरकत में आई पुलिस

    घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद एसएसपी हरप्रीत कौर ने संज्ञान लेते हुए मीनापुर थानाध्यक्ष धनंजय कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम को जांच के लिए गांव भेजा। यहां पीड़ित किशोर ने पुलिस अधिकारियों को बताया कि चोरी के आरोप में दबंगों ने चापाकल से बांध कर उसकी पिटाई की है। यही नहीं, उसके आधे बाल भी मुंडवा दिए। इससे पहले लोहे के गरम रड से उसको कई जगह दागा भी गया और करीब दो घंटे तक धूप में बांध कर रखा गया। इससे भी जब दबंगो का मन नहीं भरा तो उसको चूने का टीका लगाकर किशोर को पूरे गांव में घुमाया।

  • पाटलिपुत्र रेलवे ट्रैक पर धमाका, कुछ देर के लिए रोकी गई मालगाड़ी

    पाटलिपुत्र रेलवे ट्रैक पर धमाका, कुछ देर के लिए रोकी गई मालगाड़ी

    बिहार की राजधानी पटना से सटे पाटलिपुत्र रेलवे स्टेशन की दक्षिण पटरी पर अचानक एक के बाद एक तीन धमाके होने से सनसनी फैल गई। घटना शनिवार रात की है। इसके बाद चालक ने मालगाड़ी को होम सिग्नल पर रोक दिया और तत्काल इसकी सूचना कंट्रोल को दे दी।

    अधिकारी ने की जांच

    सूचना मिलते ही रेलवे सुरक्षा बल के साथ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए और छानबीन शुरू कर दी। इस बीच एहतियातन ट्रेनों का परिचालन रोक दिया गया। रेल पुलिस की मदद में स्थानीय थाने को भी बुला लिया गया। छानबीन में पाया गया कि रेलवे द्वारा सिग्नल के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले पटाखे से यह धमाका हुआ है। रेल अभियंताओं ने इसकी पुष्टि कर दी है। इसके बाद रेलवे अफसरों के साथ-साथ स्थानीय पुलिस ने भी राहत की सांस ली। अभियंताओं की ओर से ट्रैक के दुरुस्त होने का प्रमाण देने के बाद मालगाड़ी को आगे रवाना कर दिया गया। फिलहाल इसका पता नहीं चल सका है कि पटरी पर पटाखा सिग्नल किसने रखा था।

  • ओडिशा और आंध्र में तेज तूफान, हिमाचल और बिहार में बारिश की सम्भावना

    ओडिशा और आंध्र में तेज तूफान, हिमाचल और बिहार में बारिश की सम्भावना

    मौसम ने एक बार फिर करबट बदली है। ओडिशा, आंध्र प्रदेश व हिमाचल में अगले 24 घंटे में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। जबकि, बिहार में भी अगले 24 घंटे में हल्की-फुल्की बारिश होने की सम्भावना मौसम विभाग के अनुसार ओडिशा और आंध्र प्रदेश के तटों पर गुरूवार को देर रात चक्रवाती तूफान आने की आशंका है। हवा के गहरे दबाव का क्षेत्र 12 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से आगे बढ़ रहा है और अगले 12 घंटों में इसके और तेज होकर चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की आशंका है।

    पश्चिम की ओर बढ़ सकता है दबाव

    मौसम विभाग ने एक बुलेटिन में कहा कि पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी और आसपास के इलाकों पर बना हवा का दबाव पश्चिम की तरफ बढ़ रहा है। यह ओडिशा में गोपालपुर के 300 किलोमीटर पूर्व-दक्षिणपूर्व में केंद्रित है। मौसम विभाग के मुताबिक हवा के दबाव के तेज होकर चक्रवाती तूफान में बदलने और फिर पश्चिम-उत्तर पश्चिम की तरफ बढ़ने की उम्मीद है। इस दौरान हवा की गति 60 से 70 किलोमीटर के बीच तथा झोकों की गति 80 किलोमीटर के बीच रहने का अनुमान है। हिमाचल प्रदेश में भी अगले चार दिनो तक भारी बारिश हो सकती है। इस दौरान समूचे हिमाचल में भारी बारिश की आशंका है।

    बिहार में छाए रहेंगे बादल, होगी बारिश

    बिहार की राजधानी पटना और इसके आसपास के क्षेत्रों में बादल छाए हुए हैं। मौसम विभाग ने राज्य के कई क्षेत्रों में हल्की बारिश के आसार जताए हैं। मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 से 48 घंटे के दौरान राज्य के कई जिलों में हल्की बारिश के साथ हवा चलेगा और बादल छाए रहेंगे। इस दौरान राज्य के तापमान में मामूली गिरावट दर्ज की जाएगी। जिससे लोगों को गर्मी से कुछ राहत मिलेगी।

  • बिहार में पॉलीथिन का इस्तेमाल किया तो लगेगा जुर्माना

    बिहार में पॉलीथिन का इस्तेमाल किया तो लगेगा जुर्माना

    शराब, दहेज और बाल विवाह पर प्रतिबंध लगाने के बाद अब बिहार की सरकार ने पॉलीथिन पर प्रतिबंध लगा दिया है। बिहार के सभी शहर और ग्रामीण इलाके में 24 सितंबर से यह प्रतिबंध लागू हो जायेगा और इसका उलंघन करने वालों पर पांच हजार रुपये तक जुर्माना लगाने का प्रावधान किया गाया है। नगर विकास एवं आवास विभाग ने इसका खाका तैयार कर लिया है। बिहार कैबनेट की मंजूरी के बाद यह प्रभावी हो जाएगा।

    ऐसे लागू होगा कानून

    दरअसल, पॉलीथिन पर रोक को पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के एक्ट में जेल जाने और संपत्ति जब्त करने का प्रावधान तो है लेकिन जुर्माने की व्यवस्था नहीं है। नये वायलॉज में जिला स्तर पर कमेटी और सिटी स्क्वायड बनाकर रोक लगाने का प्रस्ताव है। सब्जी विक्रेता से लेकर दुकानदार, थोक और फुटकर विक्रेता, ट्रेडर, हॉकर, फेरीवाला सभी को इसमें शामिल किया गया है। नए बायलॉज के अमल में आते ही प्रतिबंधित प्लास्टिक उत्पाद कहीं भी पाए जाने पर जुर्माना लगाने के साथ ही उसे जब्त कर लिया जाएगा। इस पूरी दंड प्रक्रिया के क्रियान्वयन को बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण परिषद को नोडल एजेंसी बनाया गया है।

  • खतरा: बिहार सहित कई राज्यों में मौजूद है एके-47 रायफल का जखिरा

    खतरा: बिहार सहित कई राज्यों में मौजूद है एके-47 रायफल का जखिरा

    बिहार सहित कई अन्य राज्यों के अपराधी व नक्सलियों के पास इस वक्त कम से कम 63 एके 47 रायफल मौजूद है। स्वयं हथियर तस्करो ने इसका खुलाशा किया है। बतातें चलें कि पुलिस ने बिहार के मुंगेर से इमरान और मध्यप्रदेश से रिटायर आर्मोरर पुरुषोत्तम को गिरफ्तार किया है। पुलिस के द्वारा की गई पूछताछ में यह चौकाने वाला खुलाशा सामने आया है। दोनो हथियार तस्कर ने पुलिस को बताया कि उसने अभी तक 63 एके 47 राइफलें खपाई हैं।

    वर्षो से चल रहा था खेल

    बताया जा रहा है कि यह खेल कई वर्षों से चल रहा था। दोनों ने न सिर्फ बिहार, बल्कि दूसरे राज्यों में भी इस अत्याधुनिक असलहे की सप्लाई की है। इस खुलासे के बाद पुलिस ने हथियार खरीदने वालों का पता लगाने में जुट गई है। बहरहाल, मुंगेर पुलिस जबलपुर पुलिस के इनपुट का इंतजार कर रही है। इस बीच पुलिस ने बुधवार को एक बार फिर इमरान के बरदह स्थित घर पर छापेमारी की।

    सेना के इस्तेमान का है हथियार

    बिहार के मुंगेर में पकड़ी गई तीन एके 47 कोई साधारण राइफल नहीं है। बल्कि, ये हथियार सेना द्वारा इस्तेमाल किए गए हैं। खराब होने पर सेना ने इसे आर्डिनेंस डिपो में भेजा था, जहां से इसकी चोरी की गई। जांच में पता चला है कि तस्कर पार्ट्स को जोड़कर एके 47 को चालू कर देते है और इसे बेच कर मोटी कमाई करते रहें है। पुरुषोत्तम इन हथियारों को इमरान के पास भेजता था और फिर ग्राहक खोजे जाते थे।

    साढ़े पांच लाख में बेची जाती थी रायफल

    बिहार पुलिस के अधिकारी बतातें हैं कि इमरान तक हथियार 4.5 लाख रुपए में पहुंचता था। इसके बाद हथियार किसे और कहां बेचना है, यह इमरान तय करता था। पूछताछ में वह पुलिस को पता चला है कि इमरान एक लाख रुपए का मुनाफा लेकर 5.5 लाख रुपये में हथियार बेच देता था। सूत्रों के मुताबिक यह हथियार नक्सली या संगठित आपराधिक गिरोह के द्वारा खरीद की जाती थी।

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  • आनंद किशोर ने पूर्णकालिक अध्यक्ष के तौर पर लिया पदभार, कई घोषणाएं कीं

    आनंद किशोर ने पूर्णकालिक अध्यक्ष के तौर पर लिया पदभार, कई घोषणाएं कीं

    आनंद किशोर ने पूर्णकालिक अध्यक्ष के तौर पर लिया पदभार

    पटना. बिहार बोर्ड के पूर्णकालिक अध्यक्ष के तौर पर आनंद किशोर ने शनिवार को पदभार ग्रहण कि‍या । पदभार संभालने के बाद उन्होंने बिहार बोर्ड में सुधार की कई घोषणाएं कीं । उन्होंने कहा कि अबतक जो योजनाएं सुधार के लिए बनाई गई थीं, उनमें से 20% काम बचा है और 80% काम पूरा हो गया है। सुधार की यह प्रक्रिया आगे भी जारी रहेगी।

    उन्होंने कहा कि आनेवाले दिनों में बिहार बोर्ड में होनेवाली सारी प्रक्रिया कंप्यूटर से की जायेगी। इसके लिए बी एस ई बी – ई आर पी योजना शुरू की जाएगी। जिसमें बोर्ड के सभी विभाग व शाखाओं को पूरी तरह कंप्यूटराइज्ड किया जायेगा। अध्यक्ष ने बताया कि बिहार बोर्ड कॉलेजों को मान्यता की प्रक्रिया को जल्द ऑनलाइन करने जा रहा है। इसके लिए कॉलेज एफिलिएशन ऑनलाइन सिस्टम विकसित किया जाएगा। जो भी स्कूल-कॉलेज अब मान्यता लेना चाहेंगे उन्हें ऑनलाइन आवेदन करना होगा। अगले एक से दो महीने में यह व्यवस्था शुरू हो जाएगी। आवेदन के बाद संस्थानों को ऑनलाइन ही समय दिया जाएगा कि कितने दिनों में मान्यता मिलेगी। इससे फायदा यह होगा कि भ्रष्टाचार की जो भी कथित शिकायतें हैं वो खत्म हो जाएंगी।

    मूल्यांकन में गड़बड़ी पर रहेगा ध्यान 

    आनंद किशोर ने कहा कि हर साल परीक्षा के बाद मूल्यांकन में गड़बड़ी की शिकायतें आती हैं। शिक्षकों की लापरवाही से मूल्यांकन ठीक से नहीं होता। इसे सुधारने के लिए कदम उठाए जाएंगे। गड़बड़ी करनेवाले शिक्षकों को दंडित किया जाएगा। बेहतर मूल्यांकन करनेवालों के लिए प्रोत्साहन योजना शुरू की जाएगी। जो त्रुटिरहित मूल्यांकन करेंगे उन्हें अतिरिक्त राशि दी जाएगी।

    इंटर कॉलेजों में नामांकन के लिए एक विंग विकसित किया जाएगा

    इंटर काउंसिल में बनेगा एक और भवन

    इंटर काउंसिल कैंपस में एक और भवन बनाने की भी योजना बोर्ड की है। अध्यक्ष ने बताया कि इस भवन में स्कैनिंग सेंटर स्थापित किया जाएगा। छत पर एक्स्ट्रा स्पेस क्रिएट किया जाएगा।

    इंटर कॉलेजों में नामांकन के लिए बनाया जायेगा विंग

    अध्यक्ष ने बताया कि ओ एफ एस एस के जरिए हर साल इंटर कॉलेजों में नामांकन के लिए एक विंग विकसित किया जाएगा। इसके लिए पद सृजित किए जाएंगे। कई सारे नए पद भी सृजित किए जाएंगे, जिसमें डायरेक्टर आईटी, प्रोजेक्ट मैनेजर, नेटवर्क एडमिनिस्ट्रेटर जैसे पद हैं। पूरी प्रक्रिया जल्द ही विस्तार से बताई जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रमंडलों में स्थित 9 रीजनल ऑफिसों के लिए एक रीजनल ऑफिस सेल बनाई जाएगी। इसका काम रीजनल ऑफिस की मॉनिटरिंग का होगा। सेल में ज्वाइंट सेक्रेटरी रीजनल ऑफिस की नियुक्ति की जाएगी।