टैग: Corona Lockdown

  • दक्षिण कोरिया में सामने आए कोरोना संक्रमण के 16 नए मामले

    दक्षिण कोरिया में सामने आए कोरोना संक्रमण के 16 नए मामले

    दक्षिण कोरिया में बीते 24 घंटे में कोरोना वायरस के 16 नए मामले सामने आए हैं। दक्षिणी कोरिया में बच्चे इस सप्ताह से स्कूलों में लौट रहे हैं, जिससे वायरस के फैलने का खतरा बढ़ गया है। कोरियाई रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र ने कहा कि, सोमवार को जारी किए गए नए आंकड़ों के साथ देश में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 11,206 हो गयी है, जिनमें 267 लोगों की मौत हो चुकी है।

    संक्रमण के नए मामलों में से 13 संक्रमित लोग घनी आबादी वाले सियोल महानगर क्षेत्र से आए हैं, जहां पहले से ही नाइट क्लब में जाने से संबंधित 200 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। कोरोना वायरस की रोकथाम को लेकर किए गए उपायों से राहत मिलने के बाद संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी देखकर प्रशासन की चिंता बढ़ गई है, क्योंकि इस सप्ताह से चरणबद्ध तरीके से स्कूल खोले जा रहे हैं।

    इधर, भारत में कोरोना संक्रमण की रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही है। दुनिया के सबसे अधिक कोरोना संक्रमितों वाले देशों की सूची में भारत दसवें स्थान पर पहुंच गया है। ईरान को पीछे करते हुए अब भारत में कुल कोरोना संक्रमित मामलों की संख्या 138,536 हो गई है। वहीं, ईरान में 135,701 कोरोना के मरीज हैं।

    देश में बीते 4 दिन से रोजाना 6000 से अधिक नए केस सामने आ रहे हैं, शनिवार को इसमें सबसे ज्यादा तेजी देखी गई और रिकॉर्ड 6767 नए कोरोना संक्रमित मामले दर्ज किए गए।

  • मूडीज ने बताया कब सुधरेगी भारतीय अर्थव्यवस्था, GDP वृद्धि दर में आएगी वास्तविक गिरावट

    मूडीज ने बताया कब सुधरेगी भारतीय अर्थव्यवस्था, GDP वृद्धि दर में आएगी वास्तविक गिरावट

    मूडीज इंवेस्टर्स सर्विस (रेटिंग एजेंसी) का अनुमान है कि वर्ष 2020-2021 में भारत की अर्थव्यवस्था में गिरावट देखने को मिल सकती है। ऐसा चार दशक में पहली बार होगा जब कोविड 19 वायरस महामारी की रोकथाम के लिये जारी ‘लॉकडाउन (बंद) की वजह से खपत कम होने और कारोबारी गतिविधियां रूकने से चुनौतियों का सामना कर रही घरेलू अर्थव्यवस्था में गिरावट आयेगी। वहीं आज आरबीआई ने भी जीडीपी ग्रोथ निगेटिव होने की आशंका जतायी है।

    जीडीपी के वृद्धि दर में वास्तविक गिरावट देखने को मिलेगी

    एजेंसी के अनुसार कोरोना वायरस महामारी से पहले भी भारत की अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर धीमी पड़ गई थी और यह 6 वर्ष की सबसे निचली दर पर पहुंच गई थी। सरकार द्वारा दिये आर्थिक प्रोत्साहन पैकेज में उठाए गये कदम उम्मीदों के अनुरूप नहीं हैं, अर्थव्यवस्था की समस्या इससे बहुत ज्यादा व्यापक हैं। एजेंसी ने अपने रिपोर्ट में कहा, ” अब हमारा अनुमान है कि वित्त वर्ष 2020-2021 में भारत की अर्थव्यवस्था के जीडीपी के वृद्धि दर में वास्तविक गिरावट आयेगी।

    आने वाले कुछ साल में सुधर सकती है देश की अर्थव्यवस्था

    हालांकि एजेंसी ने 2021-2022 में देश की अर्थव्यवस्था में सुधार होने की उम्मीद जतायी है। रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना लॉकडाउन का गहरा असर सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्र पर पड़ेगा। आपको बता दे कि देश में 25 मार्च से लॉकडाउन लगा है, तब से अभी तक छूट के साथ इसकी अवधी 4 बार बढ़ायी जा चुकी है। 4था लॉकडाउन 31 मई तक लागू है।

    लॉकडाउन से खास तौर पर  देश के असंगठित क्षेत्र के समक्ष संकट खड़ा हाे गया है। इस क्षेत्र का सकल घरेलू उत्पाद में आधे से अधिक योगदान है। आर्थिक प्रोत्साहन पैकेज के बारे में एजेंसी ने कहा, ”सरकार का सीधे तौर पर राजकोषीय प्रोत्साहन जीडीपी का एक से दो प्रतिशत के दायरे में रह सकता है। सरकर की ज्यादातर योजनाएं ऋण गारंटी या प्रभावित क्षेत्रों की नकदी चिंता को दूर करने से जुड़ी है, प्रत्यक्ष रूप से वित्तीय खर्च की मात्रा हमारी उम्मीदों से कहीं कम है और इसे वृद्धि को खास गति मिलने की संभावना भी कम है।

  • लॉकडाउन 4 देश में 31 मई तक जारी रहेगा , गृह मंत्रालय ने जारी की गाइडलाइंस

    लॉकडाउन 4 देश में 31 मई तक जारी रहेगा , गृह मंत्रालय ने जारी की गाइडलाइंस

    कोरोना वायरस से निपटने के लिए लागू लॉकडाउन की अवधि 31 मई तक बढ़ा दी गई है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) ने रविवार (17 मई) शाम को यह जानकारी मीडिया को दी। एनडीएमए ने कहा कि कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाया गया है।

    राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) की तरफ भारत सरकार/राज्य सरकार और राज्य अथॉरिटीज को लॉकडाउन बढ़ाने का निर्देश देते हुए कहा गया है कि कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए देश में लॉकडाउन को बढ़ाने की जरूरत है।

    वहीं, गृह मंत्रालय ने भारत सरकार के मंत्रालयों/विभागों, राज्य सरकारों/केंद्र शासित प्रदेशों और राज्य/केंद्रशासित प्रदेशों के अंतर्गत प्रशासन के लिए कोरोना वायरस के नियंत्रण के लिए उपायों पर दिशा-निर्देश जारी किए हैं।

    प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गत मंगलवार (12 मई) को राष्ट्र के नाम संबोधन में ही स्पष्ट कर दिया था कि देश में 18 तारीख से पूर्णबंदी का चौथा चरण शुरू हो जाएगा और यह पूरी तरह नए रंग रूप वाला होगा। हालांकि उन्होंने इस बारे में कुछ नहीं कहा था कि इस चरण में किसी चीज में और कितनी छूट दी जाएगी।

    कोरोना महामारी के खिलाफ चलाए जा रहे राष्ट्रव्यापी अभियान के तहत देश भर में गत 25 मार्च से पूर्णबंदी लागू है और इसके तीन चरण पूरे हो चुके हैं। पहला चरण 25 मार्च से 14 अप्रैल, दूसरा 15 अप्रैल से 3 मई और तीसरा चरण 4 मई से 17 मई तक था।

  • कोरोना काल में बहुत कुछ अच्छा भी हुआ है

    कोरोना काल में बहुत कुछ अच्छा भी हुआ है

    यह कोरोना काल है और इसमें बहुत कुछ अच्छा भी हो रहा है। खुली आंखों से हिमालय की पर्वत श्रृंखला दिख रही है। सात दशक पहले हमारे पूवर्ज इस तरह का नजारा रोज देखा करते थे। किंतु, हमने वातावरण को इतना दूषित कर दिया था कि दिन के उजाले में भी हम वो नहीं देख पा रहे थे, जो हमारे पूवर्ज देखा करते थे। बात यही खत्म नहीं होती है। बल्कि, आलम ये है कि आज नदियों का जल पारदर्शी होने लगा है। नदियों का मटमैला पानी, अब हरा कचनार दिख रहा है। गंगा तो हरिद्वार तक पीने लायक हो चुकी है। इसी प्रकार अंटार्कटिका से खबर आई है कि पृथ्वी के बाहरी वातावरण की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार ओजोन परत पर बना सबसे बड़ा सुराग ठीक हो गया है। यह सुराग करीब दस लाख वर्ग किलोमीटर की परिधि में बना हुआ था और इससे पृथ्वी पर पल रहे जीवन को खतरा उत्पन्न होने लगा था। फिलहाल, यह बंद हो गया है। यह सभी कुछ लॉकडाउन की वजह से हुआ है। कोरोनाकाल में और क्या अच्छा हुआ है और यह हमारे भविष्य का संकेत कैसे माना जा रहा है? देखिए, इस रिपोर्ट में …

  • कोरोना महामारी के इस दौर के बाद तकनीकी माध्यम द्वारा पढ़ाई पर होगा जोर

    कोरोना महामारी के इस दौर के बाद तकनीकी माध्यम द्वारा पढ़ाई पर होगा जोर

    कोरोना महामारी और लॉकडाउन का दौर समाप्त होने के बाद स्कूलों और कॉलेजों को स्थायी तकनीकी में निवेश करना होगा। पीयर्सन द्वारा किए गए एक अध्ययन के मुताबिक इसमें शिक्षकों का प्रशिक्षण डिजिटल माहौल में काम करने के कौशल पर केंद्रित होगा और उच्च शिक्षण संस्थानों में परीक्षा पारंपरिक तरीकों की बजाय ऑनलाइन माध्यम से कराई जाएगी। बता दे कि, लंदन की पीयर्सन शैक्षिक प्रकाशन और परीक्षण के क्षेत्र में स्कूलों और छात्रों को ग्लोबल स्तर पर सेवा देने वाली कंपनी है।

    कोरोना का दौर समाप्त होने के बाद शिक्षा के क्षेत्र में उभरने वाले आयामों पर किए गए अध्ययन में कहा गया कि, कोरोना महामारी के चलते डिजिटल माध्यम द्वारा अधिक मात्रा में लोग पढ़ाई कर रहे हैं। इन बदलावों के कारण कठिनाई तो हो रही है, लेकिन इनसे शिक्षा के क्षेत्र में नए विचारों के उदाहरण भी सामने आ रहे हैं। इससे यह संकेत मिलता है, कि शिक्षा के क्षेत्र में डिजिटल माध्यम का असर काफी समय तक रहने वाला है।

    अध्ययन में कहा गया कि, स्कूल और कालेजों में पढ़ाई करने के लिए डिजिटल माध्यम का उपयोग और अधिक किया जाएगा। शैक्षणिक टारगेट को पूरा करने के लिए व्हाट्सएप्प, जूम, आदि जैसे ऐप और ईमेल का प्रयोग बढ़ेगा। शिक्षण संस्थान ऐसी संरचना का विकास करेंगे जिसमें शिक्षक और छात्र शिक्षण परिसर से बाहर रहते हुए भी अपना पठन-पाठन कर सकेंगे। साथ ही, संस्थान ऐसे स्थायी तकनीकी संरचना में निवेश करेंगे, जिसके द्वारा गुणवत्तापूर्ण ऑनलाइन शिक्षा दी जा सकेगी।

    विभिन्न देशों द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में अपनाए जा रहे तरीकों के आधार पर किए गए अध्ययन के मुताबिक, उच्च शिक्षण संस्थान परीक्षा के पारंपरिक तरीकों की बजाय ऑनलाइन माध्यम से छात्रों का मूल्यांकन करेंगे।

  • राहत पैकेज की दूसरी किस्त का ऐलान आज शाम 4 बजे, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण करेंगी प्रेस कॉन्फ्रेंस

    राहत पैकेज की दूसरी किस्त का ऐलान आज शाम 4 बजे, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण करेंगी प्रेस कॉन्फ्रेंस

    कोरोना संकट के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज शाम 4 बजे एक बार फिर से प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगी। बुधवार को मोदी सरकार के 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज का लेखा-जोखा देने के क्रम में आज इसकी दूसरी किस्त का ऐलान करने के लिए निर्मला सीतारमण आज फिर से प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगी। बुधवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि, अगले कुछ दिनों तक उनकी टीम प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को सामने रखने तथा आर्थिक पैकेज की अधिक जानकारी साझा करने के लिए मीडिया के सामने आयेंगी।

    ऐसा माना जा रहा है कि, वित्त मंत्री आज कोरोना संकट से प्रभावित किसानों को राहत देने के लिए कुछ बड़ा ऐलान कर सकती हैं। कृषि क्षेत्र, किसानों से जुड़ी गतिविधियों और उत्पादों के सप्लाइ चेन के विषय में भी कुछ घोषणाएं हो सकती हैं। आपको बता दें कि, कोरोना संकट के दौर में आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज का एलान किया था।

    भारतीय अर्थव्यवस्था को कोरोना वायरस के इस संकट से निजात दिलाने के लिए आर्थिक पैकेज की इस घोषणा पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को पहले चरण में सूक्ष्म, लघु तथा मध्यम उद्योगों (MSME) को मजबूती प्रदान करने के लिये लगभग 6 लाख करोड़ रुपये के पैकेज का ऐलान किया। साथ ही, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि, कोरोना वायरस के चलते अर्थव्यवस्था की मंदी को दूर करने तथा अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने और इस संकट को एक अवसर के रूप में बदलने के लिए 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज में से 3 लाख करोड़ का कोलेट्रल फ्री ऋण MSME को दिया जायेगा। इसके साथ ही, MSME के परिभाषा को बदलते  हुये मध्यम उद्यम के कारोबार की सीमा को बढ़ाकर 100 करोड़ रुपए कर दिया गया है।

    वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने MSME की परिभाषा में बदलाव, ढ़ांचा गत और आवास क्षेत्र की परियोजनाओं को पूरा करने लिए ठेकेदारों और डेवलपर को बिना हर्जाने के छह माह का अतिरिक्त समय देने का ऐलान किया है। टीडीएस और टीसीएस कटौती की दर में चौथाई कमी करने के साथ आयकर रिटर्न जमा करने का समय भी नवंबर तक बढ़ाने का ऐलान किया गया है। साथ ही, वित्त मंत्री ने ईपीएफओ अंशदान में सहूलियत की भी घोषणा की है। इन उपायों के माध्यम से नकदी का प्रवाह बढ़ने और कारोबार में आसानी की उम्मीद है। बता दे कि, पहले चरण का पैकेज मुख्यत: छोटी तथा मझोली इकाइयों पर केंद्रित है। इसमें MSME क्षेत्र के लिए बिना गारंटी के 3 लाख करोड़ रुपये की कार्यशील पूंजी उपलब्ध कराने और गैर- बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFC) और आवास वित्त कंपनियों (HFC) को और अधिक नकदी उपलब्ध कराने के उपाय जैसी कई घोषणायें शामिल हैं।

  • ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने बताई ‘सशर्त योजना’

    ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने बताई ‘सशर्त योजना’

    ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में, कोरोना महामारी से निपटने के अगले चरण को ध्यान मे रखकर अपनी सरकार के दृष्टिकोण का खुलासा किया है।

    प्रधानमंत्री जॉनसन ने लॉकडाउन में छूट को लेकर ‘सशर्त योजना’ की बात करते हुए कहा, ‘चूंकि जनता की रक्षा करना तथा उनके जीवन को बचाना हमारी प्राथमिकता है, इसलिए हम तब तक आगे नहीं बढ़ सकते जब तक हम (महामारी के विषय में ) पांच टेस्टिंग के परिणामों से पूरी तरह संतुष्ट नहीं हो जाते।’

    समाजार एजेंसी सिन्हुआ ने रविवार की शाम जॉनसन के संबोधन के हवाले से कहा कि, ‘इस हफ्ते यह संभव नहीं है कि, सीधे लॉकडाउन को समाप्त कर दिया जाए। इसके अलावा हम पहला सावधानीपूर्वक कदम उठा रहे हैं।’

    प्रधानमंत्री जॉनसन ने यह भी कहा कि, कोरोना महामारी को ध्यान मे रखते हुये, सरकार ज्वाइंट बायोसिक्योरिटी सेंटर द्वारा संचालित एक नया कोविड-19 अर्ल्ट सिस्टम भी स्थापित कर रही है।

    उन्होंने कहा, ‘अर्ल्ट लेवल हमें बताएगा कि, हमें सोशल डिस्टेंसिंग के कितने सख्त नियमों का पालन करने की आवश्यकता होगी। इसका स्तर जितना कम होगा, उतने कम उपाय को अपनाने की जरूरत होगी।’

  • “वंदे भारत मिशन” के तहत अबू धाबी और दुबई में फंसे करीब 363 भारतीयों की हुई “वतन वापसी”

    “वंदे भारत मिशन” के तहत अबू धाबी और दुबई में फंसे करीब 363 भारतीयों की हुई “वतन वापसी”

    कोरोना वायरस संकट ने पूरी दुनिया की रफ्तार को रोक दिया है। इसी बीच कोराना वायरस के कारण विदेशों में फंसे भारतीयों को वतन वापस लाने के लिए एक बड़ा अभियान शुरू किया गया है। कोरोना लॉकडाउन के चलते संयुक्त अरब अमीरात में फंसे करीब 360 से अधिक प्रवासी भारतीयों की घर वापसी हो गई है। भारत के करीब 360 से अधिक प्रवासी नागरिक अबू धाबी और दुबई से गुरुवार की देर रात एयर इंडिया के दो स्पेशल फ्लाइट्स से केरल पहुंचे।

    गुरुवार को एयर इंडिया की एक फ्लाइट अबू धाबी से कोच्ची पहुंची और वहीं दूसरी फ्लाइट दुबई से कोझिकोड एयरपोर्ट पर पहुंची। भारत सरकार ने विदेश में फंसे प्रवासियों की घर वापसी के लिए वंदे भारत मिशन चलाया है, जिसके तहत विदेशों में फसे भारतीयों को विमान और नौसेना के जहाजों से उनकी घर वापसी कराई जा रही है। वतन वापसी पर फ्लाइट से उतरते ही कई के आंसू छलक पड़े।

    ‘वंदे भारत’ अभियान के तहत अबू धाबी से आए पहले विमान में करीब 181 प्रवासी भारतीय थे, वहीं दूसरी फ्लाइट में करीब 182 यात्री सवार थे। अधिकारियों ने कहा कि, सभी यात्रियों का वहाँ से चलने से पहले हवाई अड्डे पर कोरोना वायरस एंटी-बॉडी टेस्ट करवाया गया है और इसी के साथ सरकारी सुविधा में इन्हें सात दिनों के लिए क्वारंटाइन किया जाएगा।

    गृह मंत्रालय के निर्देशानुसार, आपात चिकित्सा स्थिति वाले व्यक्तियों, गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों तथा ऐसे व्यक्ति जो परिवार के सदस्य की मौत की वजह से भारत लौटने को इच्छुक है एवं विद्यार्थियों को वतन वापसी के दौरान प्राथमिकता दी जाएगी। इसके साथ ही गृह मंत्रालय ने कहा था कि, यात्रियों को खुद ही यात्रा का भाड़ा देना होगा। साथ ही मंत्रालय ने कहा कि, वतन वापसी के इच्छुक व्यक्ति उस देश कि एम्बेसी के साथ संपर्क मे रहे जहां वे फंंसे हुये है, ताकि उसी आधार पर सूची बनाई जा सके। बता दे कि, सूची मे उनके नाम, उम्र, लिंग, मोबाइल फोन नंबर, निवास स्थान, गंतव्य और पीसीआर परीक्षण एवं उसके परिणाम की सूचना शामिल होगी।

     

  • शराब की दुकानों पर भीड़ देखकर कपिल शर्मा ने कहा, “सोशल डिस्टेंसिंग की ऐसी-तैसी कर दी”

    शराब की दुकानों पर भीड़ देखकर कपिल शर्मा ने कहा, “सोशल डिस्टेंसिंग की ऐसी-तैसी कर दी”

    लॉकडाउन का तीसरा चरण लागू हो गया है। वही सरकार ने इस दौरान शराब की दुकानें खोलने की अनुमति दी है। दुकान खुलने के पहले दिन ही दुकानों पर भीड़ लग गई। कई जगहों पर तो सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन नहीं किया गया। लोगों द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने की वजह से पुलिस बल की भी जरूरत पड़ी। वहीं, कुछ दुकानों के खुलने के कुछ ही समय के बाद बंद करना पड़ गया, क्योकि वहां नियमों का पालन नहीं किया जा रहा था।

    दुकानों पर इतनी भीड़ देखकर कपिल शर्मा ने इंस्टाग्राम स्टोरी पर भीड़ की फोटो शेयर करते हुए लिखा, “ये लो सोशल डिस्टेंसिंग की ऐसी तैसी कर दी, बेवकूफ लोग शराब से ही कोरोना को मारेंगे”

    आपको बता दे की कपिल शर्मा इन दिनों अपनी बेटी के साथ अपना समय बीता रहे हैं। हाल ही में जब कपिल से बेटी के साथ रूटीन के बारे मे पूछा गया, तो उन्होंने कहा, “आज कल सारा दिन बेबी के साथ खेलता रहता हूं, खाता हूं और सोता हूं। बड़ी मुश्किल से रूटीन ठीक हुआ था। उसको सैटल और हमें टाइम पर सोते हुए 10 दिन ही हुए थे कि, फिर रूटीन चेंज हो गया। अब बेबी भी सारा दिन मुझे देखकर बोर हो गई है और उसको लगता है की मेरा बाप कुछ करता ही नहीं है।”

    कपिल ने आगे अपने बेटी के बारे मे बताया पहले वो सिर्फ अपने माँ के साथ खुश रहती है लेकिन वो अब मेरे साथ भी खुश रहती है, उसकी हंसी पूरी तरह से मेरी माँ और मेरी तरह है, जब हम हँसते है तो हम तीनों की आँखें बंद हो जाती है और खूबसूरती मे वह अपने माँ पर गयी है और भगवान के शुक्र से उसकी माँ बहुत खूबसूरत हैं।

    कपिल ने आगे बताया, पहले उनकी बेटी सिर्फ अपनी मां के साथ हंसती थीं, लेकिन अब वह उनके साथ भी खुश रहती हैं। कपिल का कहना है की, उनकी बेटी उनकी मां और उनकी तरह हंसती है, क्योंकि कपिल के मुताबिक, हंसते हुए उन तीनों की आंखें बंद हो जाती हैं। साथ ही कपिल ने कहा, खूबसूरत वह अपनी मां की तरह हैं और यह भगवान का शुक्र है।

  • ये सारी छूटें मिलेंगी लॉकडाउन 3.0 में

    ये सारी छूटें मिलेंगी लॉकडाउन 3.0 में

    केंद्र सरकार ने शुक्रवार को कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिये लागू लॉकडाउन को और दो हफ्तों के लिये बढ़ाने का को फैसला लिया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा कहा गया कि, कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न इस परिस्थिति की व्यापक समीक्षा करने के बाद यह फैसला लिया गया है। साथ ही एक आधिकारिक बयान में कहा गया है, कि मंत्रालय ने 4 मई से 2 हफ्तों की अवधि के लिये लॉकडाउन बढ़ाने का आदेश आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 के तहत जारी किया है। आपको बता दे कि लॉकडाउन का पहला चरण 25 मार्च से 14 अप्रैल तक था, जिसे बाद में बढ़ा कर 3 मई तक कर दिया गया था, जो लॉकडाउन का दूसरा चरण था। अब इसे 2 हफ्ते और बढ़ा दिया गया है। हालांकि इस बार काफी रियायतों के साथ इसे बढ़ाया गया है।

    गृह मंत्रालय के दिशानिर्देशों के अनुसार रेड जोन में कई तरह के प्रतिबंध होंगे। रेड जोन वाले इलाकों मे साईकल रिक्शा, ऑटो रिक्शा, टैक्सी और कैब सेवा नहीं उपलब्ध होगी, साथ ही एक जिले से दूसरे जिले के बीच बस सेवा भी बंद रहेगी। रेड जोन वाले इलाकों में सैलून और नाई की दुकाने भी नहीं खुलेंगी। पूरे देश में रेल, एयर, मेट्रो सेवा और एक राज्य से दूसरे में आवागमन बंद रहेगा साथ ही स्कूल, कॉलेज और एजुकेशनल इंस्टिट्यूट भी नहीं चलेंगे.

    लेकिन ग्रीन जोन में सभी बड़ी आर्थिक गतिविधियों की छूट दे दी गयी है। आदेश की मानें तो, ग्रीन जोन वाले इलाकों मे में बसे चलाई जाएंगी, लेकिन बसों की क्षमता 50% से ज्यादा नहीं होने दी जाएगी। इसका मतलब है कि, यदि किसी बस में 40 सीटें हैं, तो उसमें 20 से ज्यादा यात्री नहीं बैठेंगे। ग्रीन जोन वाले इलाकों मे नाई की दुकानें, सैलून समेत अन्य जरूरी सेवाओं और वस्तुएं मुहैया कराने वाले संस्थान भी 4 मई से खुल जाएंगे। लेकिन, सिनेमा हॉल, मॉल, जिम, स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स आदि बंद रखा जाएगा।

    अगर ऑरेंज जोन की बात करें, तो यहां बसों के परिचालन की छूट नहीं होगी, लेकिन कैब की अनुमति दी जाएगी। जहां कैब में ड्राइवर के साथ केवल एक यात्री ही बैठ सकेगा। इसके साथ ही ऑरेंज जोन में इंडस्ट्रियल ऐक्टिविटीज शुरू होगी और कॉम्प्लेक्स भी खोल दिये जाएंगे।

     

  • देशभर में 17 मई तक बढ़ाया गया लॉकडाउन, लेकिन कुछ शर्तों के साथ मिलेगी छूट

    देशभर में 17 मई तक बढ़ाया गया लॉकडाउन, लेकिन कुछ शर्तों के साथ मिलेगी छूट

    केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन को 2 सप्ताह के लिए बढ़ा दिया है। देश में 40 दिनों का लॉकडाउन 3 मई को पूरा हो रहा है। इस बीच केंद्रीय गृहमंत्रालय ने लॉकडाउन बढ़ाने की घोषणा कर दी है। हालांकि, इस बार ग्रीन और ऑरेन्ज जोन में पहले से अधिक छूट दी जाएगी। लेकिन सोशल डिस्टेंशिंग के नियम पहले की तरह जारी रहेंगे।

    गृहमंत्रालय की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि लॉकडाउन से कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में देश को काफी लाभ हुआ है। लॉकडाउन को 4 मई से अगले 2 सप्ताह तक बढ़ाने की घोषणा की जाती है। रेड, ग्रीन और ऑरेन्ज जोन के लिए अलग-अलग गाइडलाइंस तैयार की गई है। ग्रीन और ऑरेन्ज जोन में काफी छूट भी दी गई है।

    देशभर में कोरोना का कहर अभी जारी है और बीते 24 घंटे में कोरोना के 1755 नए पॉजिटिव मामले सामने आए हैं और 77 मौतें हुई हैं। कोरोना वायरस के कारण देशभर में 1152 लोगों की मौत हो चुकी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में कोविड-19 से अब भी 35,365 लोग संक्रमित हैं जबकि 9065 लोग स्वस्थ हो चुके है।

  • क्या होगा लॉकडाउन का 3 मई के बाद?

    क्या होगा लॉकडाउन का 3 मई के बाद?

    सोमवार को देश के सभी राज्यों के मु्ख्यमंत्रियों से बातचीत के बाद अब केंद्र सरकार लॉकडाउन की अगली कार्ययोजना पर काम शुरू कर चुकी है। मुख्यमंत्रियों से मिले फीडबैक के आधार पर प्लान बनाने का काम शुरू हो गया है। इसके अलावा सभी राज्य सरकारें भी लॉकडाउन पर पूरा ऐक्शन प्लान बनाने में जुटी हुई हैं।

    तत्कालिक परिस्थिति को देखते हुये, केंद्र सरकार 3 मई के बाद भी लॉकडाउन की कई पाबंदियों को बरकरार रख सकती है। हालांकि लॉकडाउन का स्वरूप कंप्लीट लॉकडाउन से अलग हो सकता है और सरकार वैसे इलाकों को थोड़ी छू़ट दे सकती है, जो इलाके कोरोना से मुक्त होकर ग्रीन जोन बन चुके हैं। वही दूसरी ओर कोरोना से बुरी तरह से प्रभावित क्षेत्रों मे पाबंदियों को बरकरार रखा जा सकता हैं।

    सोमवार को पीएम नरेंद्र मोदी से बातचीत के दौरान कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने पीएम से लॉकडाउन बढ़ाने की मांग की है। हालांकि कुछ राज्य ऐसे भी हैं, जिन्होंने पूर्ण लॉकडाउन के बजाय कुछ रियायतों के साथ लॉकडाउन लागू करने पर जोर दिया है।

  • डब्लूएचओ की विश्वसनियता, सवालो के घेरे में

    डब्लूएचओ की विश्वसनियता, सवालो के घेरे में

    भारत के लोग अन्तराष्ट्रीय संगठन, एजेंसी या अन्तराष्ट्रीय मीडिया की रिपोर्ट पर आंख मूंद कर भरोसा करते है। बचपन से हमे यहीं बताया जाता है कि अन्तराष्ट्रीय एजेंसिया कभी गलत हो ही नही सकती। नतीजा, इनके हवाले को कोड करना, आज एक फैशन के जैसा हो गया। हममें से बहुत कम लोग है, जो जानते है कि अधिकतर अन्तराष्ट्रीय एजेंसिया, एक सुनियोजित एजेंडा के तहत काम करती है और एशिया में अपनी दबदबा बढ़ा रहे भारत को न सिर्फ नजरअंदाज करती है। बल्कि, इसको कमजोर करने की अनेक- अनेक साजिश भी रचती रहती है। खैर, इस पर हम दूसरे एपीसोड में विस्तार से बात करेंगे। फिलहाल, कोरोना वायरस को लेकर डब्लूएचओ की भूमिका पर उठ रहे सवालो की पड़ताल करना यहा जरुरी हो गया। अमेरिकी राष्‍ट्रपति ट्रंप ने विश्व स्वास्थ्य संगठन की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा था कि दुनिया में कोरोना महामारी का प्रकोप इस संगठन की लापरवाही के कारण इतना फैल गई। ट्रंप ने संगठन पर चीन के साथ सांठगांठ का भी आरोप लगाया था। बतादें कि इस महामारी को लेकर डब्ल्यूएचओ की भूमिका संदेह के दायरे में है। कहा तो यह भी जा रहा है कि चीन की साख को बचाने के चक्कर में डब्लूएचओ ने पूरी दुनिया को इस महामारी की आग में झोंक दिया। देखिए, इस रिपोर्ट में…

  • प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन से क्‍या बातें नि‍कल कर सामने आयी

    प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन से क्‍या बातें नि‍कल कर सामने आयी

    प्रधानमंत्री मोदी ने आज एक बार फिर देश को संबोधित किया है। 21 दिनों से चल रहे लॉकडाउन का आज आखिरी दिन था। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी के खिलाफ भारत की लड़ाई मजबूती के साथ आगे बढ़ रही है, साथ ही प्रधानमंत्री ने लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ाने का ऐलान किया है।

    पीएम मोदी ने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग और लॉकडाउन का भारत को बहुत बड़ा लाभ मिला है। अगर सिर्फ आर्थिक दृष्टि से देखें तो बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ी है। लेकिन, लोगों की जान की कीमत बाकी सब चीजों से बहुत ज़्यादा है। विश्वभर में हेल्थ एक्सपर्ट और सरकारों को और ज्यादा सतर्क कर दिया गया है। भारत में भी अब लड़ाई कैसे आगे बढ़ें और हम विजयी कैसे हो, हमारे यहां हो रहे नुकसान और लोगों की दिक्कतें कैसे कम हो। उन्होने कहा इसे लेकर सभी राज्यों के सरकारों और नागरिकों की मानें तो लॉकडाउन को बढ़ाने का सुझाव दिया गया है। इसी को ध्यान मे रखकर लॉकडाउन को बढ़ाने का फैसला लिया गया  है।

    पीएम मोदी ने देशवासियों को कहा कि अब कोरोना को हमें किसी भी कीमत पर नए क्षेत्रों में फैलने नहीं देना है। स्थानीय स्तर पर अब एक भी मरीज बढ़ता है, तो ये हमारे लिए चिंता का विषय होना चाहिए। हमें हॉटस्पॉट को लेकर बहुत ज्यादा सतर्कता बरतनी होगी, जिन स्थानों के हॉटस्पॉट में बदलने की आशंका है, उस पर भी हमें कड़ी नजर रखनी होगी। साथ ही उन्होने कहा नए हॉटस्पॉट का बनना, हमारे परिश्रम और तपस्या को और चुनौती देगा। पीएम मोदी ने कहा अगले एक सप्ताह में कोरोना के खिलाफ लड़ाई में कठोरता और ज्यादा बढ़ाई जाएगी। हर एक क्षेत्र को परखा जाएगा की वहाँ लॉकडाउन का पालन किया जा रहा है या नही और जो क्षेत्र इस अग्निपरीक्षा में सफल होंगे, जो हॉटस्पॉट में नहीं होंगे और जिनके हॉटस्पॉट में बदलने की आशंका भी कम होगी, वहां पर 20 अप्रैल से कुछ जरूरी गतिविधियों की अनुमति दी जा सकती है ।

     

     

  • कोरोना काल में कुछ अच्छा भी हुआ है

    कोरोना काल में कुछ अच्छा भी हुआ है

    पूरे देश में लॉकडाउन लगा हुआ है। इस लॉकडाउन के कारण जहां एक तरफ अर्थव्यवस्था खतरे में है, वहीं दूसरी तरफ पर्यावरण में सुधार देखा जा रहा है। आसमान जहां धुएं और जहरीली धूल-कणों से भरा दिखता था, वहीं अब नीला और बिल्कुल साफ दिखता है। नदियों का पानी स्वच्छ हो गया है। जिस गंगा को करोड़ों रुपयों का अभियान स्वच्छ ना कर सका, उसे 21 दिन के लॉकडाउन ने स्वच्छ कर दिया।

    इस चकाचौंध के दौर में हम विकास तो कर रहे हैं, लेकिन साथ ही पर्यावरण का नुकसान भी कर रहे हैं।

    जब कोरोना जैसी कोई महामारी आती है, तो हम उसके विरुद्ध कठोर से कठोर तत्कालिक फैसला लेते हैं, लेकिन जहां वायु प्रदूषण से हर साल लगभग 12 लाख लोगों की जाने जाती हैं, तो उसके बारे में हम कुछ नहीं सोचते। कोरोना ने हमें सिखाया है,  कि हमें विकास के इस दौर में अपने पर्यावरण को नहीं भूलना होगा, ताकि पर्यावरण की स्वच्छता हमेशा बनी रहे।

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  • इंदौर में स्वास्थ्य कर्मियों पर पत्थर और डंडों से हमला, दो महिला डॉक्टर घायल

    इंदौर में स्वास्थ्य कर्मियों पर पत्थर और डंडों से हमला, दो महिला डॉक्टर घायल

    मध्यप्रदेश के इंदौर में स्वास्थ्यकर्मियों से मारपीट और पथराव का मामला एक बार फिर सामने आया है, स्वास्थ्य महकमे की टीम कोविड 19 स्क्रीनिंग के लिये पहुंची थी, इसी बात पर स्थानीय लोग भड़क गये और और स्वास्थ्यकर्मियों पर पथराव कर दिया।

    इस पर कई लोगों ने ट्विटर पर अपनी प्रतिक्रिया दी :

     

    दरअसल, बुधवार को इंदौर के टाटपट्टी बाखल इलाके में कोरोना वायरस से संदिग्ध एक बुजुर्ग महिला का मेडिकल चेकअप करने के लिए स्वास्थ्य कर्मियों की टीम, जिसमें डॉक्टर, नर्स और आशा कार्यकर्ता शामिल थे, लाने आई थी, जिसका वहां के लोगों ने विरोध किया और लोगों ने पथराव कर दिया। उन्होंने लाठी-डंडों से उनका पीछा किया और फिर किसी तरह स्वास्थ्यकर्मियों की टीम जान बचाते भागी। बता दें कि यह घटना ऐसे वक्त में हुई है जहां पूरा देश डॉक्टरों के लिए तालियां बजा रहा है और उनके योगदान को सराह रहा है, मगर वहीं कुछ लोग इन्हें गालियां भी दे रहे हैं और पत्थर भी मार रहे हैं।

    यह पहला मामला नहीं है, जिसमें कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में अगली कतार में खड़े स्वास्थ्य कर्मियों के साथ बदसलूकी की घटना हुई है। इससे पहले दिल्ली के मरकज में तबलीगी जमाती के लोगों ने भी स्वास्थ्य कर्मियों पर थूका। दक्षिण-पूर्वी दिल्ली में रेलवे के पृथक केंद्रों में रखे गए तबलीगी जमात के कार्यक्रम से जुड़े करीब 160 लोगों ने उनकी जांच कर रहे डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों के साथ दुर्व्यवहार किया और यहां तक कि उनपर थूक फेका गया।

  • अब एटीएम के जरिये भी कर सकते है रिलायंस जियो का रीचार्ज

    अब एटीएम के जरिये भी कर सकते है रिलायंस जियो का रीचार्ज

    कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए देशभर में लॉकडाउन घोषित है। ऐसे में सिर्फ आवश्यक चीजों की दुकानें ही खोलने का आदेश दिया गया है। हालांकि टेलिकॉम सर्विसेस को जरूरी चीजों की श्रेणी में रखा गया है, लेकिन ऑफलाइन रिचार्ज की दुकानें भी बंद हैं। ऐसे में रिलायंस जियो ने एटीएम के जरिए जियो नंबर रिचार्ज करने की सुविधा का ऐलान किया है।

    ऑनलाइन रिचार्ज के इस दौर में अभी भी बड़ी संख्या में ऐसे यूजर्स हैं, जो दुकानों पर जाकर मोबाइल रिचार्ज करवाते हैं। ऐसे में रिलायंस जियो एटीएम के जरिए रिचार्ज करने की यह सुविधा लेकर आई है। हालांकि फिलहाल रिलयांस जियो का रिचार्ज कुछ ही बैंकों के एटीएम के जरिए कर सकेंगे। बैंकों के एटीएम की लिस्ट कुछ इस प्रकार है-

    स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक, आईडीबीआई बैंक, सिटी बैंक, डीसीबी बैंक, एयूएफ बैंक और स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक

    चलिये जानते है रीचार्ज करने के स्टेप्स के बारे में, जिसे फॉलो कर आप एटीएम से जियो का रीचार्ज कर सकते है।

    1. एटीएम में अपना कार्ड डालें, एटीएम की स्क्रीन पर आपको रिचार्ज का ऑप्शन दिखेगा, उसे सेलेक्ट करें।
    2. अब आपको अपना जियो का मोबाइल नंबर डालना है, जिसपे आप रीचार्ज करना चाहते है।
    3. अब अपना एटीएम पिन पिन डालें।
    4. अब आपको जितने रुपए का रिचार्ज करना है वह अमाउंट डालें। ध्यान रखें वहां आपको प्लान नहीं दिखाया जाएगा, एटीएम की स्क्रीन में आपको सिर्फ अमाउंट डालना होगा। इसलिए आप पहले से ही रीचार्ज प्लान की कीमत पता करके रखें।
    5. अमाउंट डालने के बाद रिचार्ज कंफर्म करने के लिए एंटर बटन दबाएं। इसके बाद आपका जियो नंबर रिचार्ज हो जाएगा और एसएमएस के द्वारा आपके फोन पर रीचार्ज की जानकारी मिल जाएगी।
  • नोएडा में संक्रमण फैलाने वाली कंपनी ‘सीज फायर’ सील

    नोएडा में संक्रमण फैलाने वाली कंपनी ‘सीज फायर’ सील

    देशव्यापी लॉकडाउन का आज सातवां दिन है और दिल्ली-एनसीआर में इसका व्यापक असर भी देखने को मिल रहा है। कोरोना संक्रमित 25 और मरीज सोमवार को दिल्ली में सामने आए हैं। इनमें से 18 निजामुद्दीन स्थित मरकज में शामिल होने वाले हैं। स्वास्थ्य विभाग ने अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती मरीजों की रिपोर्ट आने के बाद इसकी पुष्टि की है। विभाग के अनुसार, अब तक दिल्ली में कोरोना संक्रमित 97 मरीज सामने आ चुके हैं। इनमें से 24 जमात से संबंधित हैं। इन्हें फिलहाल दिल्ली के 7 सरकारी अस्पतालों में भर्ती किया हुआ है। वहीं नोएडा में कुल संक्रमितों की संख्या 37 पहुंच गई है, जिसमें अधिक संक्रमित लोग सीजफायर कंपनी के हैं या फिर उनके संपर्क में आने वाले लोग हैं वहीं मुख्यमंत्री के फटकार के बाद सेक्टर 135 स्थित सीज फायर कंपनी को सील कर दिया गया। कंपनी की लापरवाही की वजह से जिले में 19 पॉजिटिव केस सामने आए है। सीएम ने सीज फायर पर कार्यवाही न करने पर अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई थी। कंपनी के कई कर्मचारियों ने मार्च में विदेश यात्रा की थी। यही नहीं कंपनी में कुछ संक्रमित विदेशी नागरिक भी आए थे।

    शिकायत पत्र के अनुसार कंपनी के दो कर्मचारी क्रमशः 2 और 7 मार्च को ब्रिटेन से कंपनी के दफ्तर पहुंचे थे। साथ ही इसी माह एक विदेशी ऑडिटर भी आया जिसके 16, 17 और 18 मार्च को नोएडा में रुकने की पुष्टि हुई है। सीज़फायर कंपनी ने इन तीनों के विदेश से आने और संक्रमित होने के बारे में प्रशासन को नहीं बताया। इस लापरवाही के कारण मामला बिगड़ गया, तीनों के जरिए संक्रमण कंपनी के दूसरे सदस्यों से होकर लोगों के घरों तक पहुंचा फिलहाल मामले में 15 लोग संक्रमित बताए जा रहे हैं। सूत्रों और रिपोर्ट्स के अनुसार कंपनी में लगभग 700 से अधिक सदस्य कार्यरत हैं।

    ग्रेटर नोएडा इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी के सीईओ बनाए गए जिले के ऑफिसर इनचार्ज

    ग्रेटर नोएडा इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी(जीएनआईडीए) के सीईओ नरेंद्र भूषण को गौतमबुद्ध नगर के ऑफिसर इनचार्ज के रूप में नियुक्त किया गया है जो कोरोना महामारी से लड़ने के लिए आवश्यक कदम उठायेंगे।

    निजामुद्दीन इलाके से आज भी दर्जनों लोग जांच के लिए पहुंच रहे है अस्पताल

    दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके से आज भी लोगों का शहर के कई अस्पतालों में जांच के लिए जाना जारी है। बता दें कि निजामुद्दीन इलाके में तबलीगी जमात का कार्यक्रम हुआ था, जहां शामिल होने वाले कई लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए है।

  • मन की बात: लॉकडाउन और कोरोना पर मन की बात कर रहे हैं पीएम मोदी

    मन की बात: लॉकडाउन और कोरोना पर मन की बात कर रहे हैं पीएम मोदी

    KKN न्यूज़ डेस्क। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए देशभर में लॉकडाउन लागू होने के बाद, आज पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार सुबह 11 बजे अपने रेडियो कार्यक्रम मन की बात के जरिए देशवासियों को संबोधित किया। इस बार कार्यक्रम में  पीएम मोदी कोरोना वायरस की वजह से देश में उपजी परिस्थितियों को लेकर अपनी बात रख रहे हैं।

    भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 1000 पार कर चुकी है, इनमें से 25 की मौत हो चुकी है। हालांकि 86 लोग ठीक भी हो चुके हैं।

    ‘मन की बात’ में पीएम मोदी ने देश की जनता से माफी मांगी, उन्होने कहा की मुझे बहुत कठोर कदम उठाने पड़े, जिससे लोगों को बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। प्रधानमंत्री मोदी ने एक कोरोना संक्रमित श्री रामगंपा तेजा से बात की, जो अब ठीक हो चुके हैं। श्रीरामगंपा तेजा ने कोरोना के प्रति अपना अनुभव साझा किया। पीएम मोदी ने उन्हें, अपने अनुभव को रिकॉर्ड कर साेशल मीडिया पर साझा करने की सलाह दी। इसके बाद पीएम ने डॉक्टरों से बात की और उन्हें धन्यवाद दिया।

  • विराट कोहली की संपत्ति है करोड़ाे मे, लेकिन दे रहे है सिर्फ सलाह, मदद में विदेशी खिलाड़ियों से बहुत पीछे है भारतीय खिलाड़ी

    विराट कोहली की संपत्ति है करोड़ाे मे, लेकिन दे रहे है सिर्फ सलाह, मदद में विदेशी खिलाड़ियों से बहुत पीछे है भारतीय खिलाड़ी

    KKN न्‍यूज डेस्‍क। कोरोना वायरस से पूरा विश्व परेशान है। अब तक 24 हजार से ज्यादा लोगों की जान चुकी है। दुनिया की एक तिहाई आबादी लॉकडाउन है। ऐसे में कई स्टार खिलाड़ियों ने मदद का ऐलान किया है। स्विट्जरलैंड के टेनिस खिलाड़ी रोजर फेडरर, सर्बिया के नोवाक जोकोविच, पुर्तगाल के फुटबॉलर क्रिस्टियानो रोनाल्डो और अर्जेंटीना के लियोनल मेसी ने 8-8 करोड़ रुपए दान किए हैं। दूसरी ओर,  भारत के पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने 50 लाख रुपए दान दि‍ए। बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने 50 लाख रुपए के चावल बांटने का ऐलान किया। एक तरफ विदेशी खिलाड़ी लोगों की मदद के लिए लगातार आगे आ रहे हैं तो दूसरी भारतीय क्रिकेटर्स टिकटॉक बनाने और इंस्टाग्राम लाइव करने में व्यस्त हैं। 1090 करोड़ रुपए की नेटवर्थ वाले सचिन ने तो 50 लाख रुपए दान करने की घोषणा कर दी, लेकिन मौजूदा कप्तान विराट कोहली 688 करोड़ की संपत्ति होने के बावजूद सिर्फ सोशल मीडिया पर एक्‍टि‍व दि‍ख रहे हैं।

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    देस लिस्ट में सिर्फ कोहली ही नहीं हैं। करोड़ों की कमाई करने वाले टीम इंडिया के स्टार खिलाड़ी भी पीछे हैं। ओपनर बल्लेबाज रोहित शर्मा ने अभी तक मदद का ऐलान नहीं किया है। वे हाल ही में केविन पीटरसन के साथ इंस्टाग्राम लाइव में दिखाई दे चुके हैं।

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    युजवेंद्र चहल टिकटॉक तो शिखर धवन इंस्टाग्राम पर लगातार वीडियो डाल रहे हैं, लेकिन मदद के लिए आगे नहीं आए हैं। हार्दिक पंड्या ने भाई क्रुणाल पंड्या के जन्मदिन पर करोड़ों की घड़ी पहनी थी। वे भी मदद के मामले में पीछे ही हैं। दूसरी ओर, पाकिस्तानी क्रिकेटर 50 लाख और बांग्लादेश के खिलाड़ी 28 लाख दे चुके हैं। अंपायर अलीम डार ने तो लाहौर में अपने रेस्तरां में बेरोजगारों को मुफ्त में खाना खिलाना शुरू कर दिया है। इतना ही नहीं दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड बीसीसीआई की ओर से अभी तक आर्थिक मदद की घोषणा नहीं हुई है।

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    बीसीसीआई की नेटवर्थ 2 हजार 200 करोड़ रुपए से ज्यादा है। 150 करोड़ रुपए नेटवर्थ वाला श्रीलंका बोर्ड एक करोड़ रुपए दान कर चुका है, लोगों की मदद के मामले में सौराष्ट्र क्रिकेट संघ (एससीए) पीछे नहीं रहा है। उसने प्रधानमंत्री राहत कोष और मुख्यमंत्री राहत कोष में 21-21 लाख रुपए देने का फैसला किया है।