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  • दुबई में सामान क्यों सस्ते होते हैं: जानिए क्यों है दुबई शॉपिंग का स्वर्ग

    दुबई में सामान क्यों सस्ते होते हैं: जानिए क्यों है दुबई शॉपिंग का स्वर्ग

    KKN गुरुग्राम डेस्क | दुबई, जिसे “गोल्ड सिटी” के नाम से भी जाना जाता है, एक ऐसा स्थान है जो दुनिया भर के शॉपिंग लवर्स के लिए स्वर्ग से कम नहीं है। यहां पर आपको कई प्रकार की वस्तुएं, जैसे कि सोना, आईफोन, घड़ियां, और लक्सरी कारें भारत की तुलना में बहुत सस्ती मिलती हैं। क्या आपने कभी सोचा है कि ऐसा क्यों होता है? दरअसल, दुबई में सामान सस्ते होने के पीछे कुछ महत्वपूर्ण कारण हैं। इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि क्यों दुबई में सामान भारत के मुकाबले सस्ते होते हैं और यहां शॉपिंग करना क्यों एक बेहतरीन अनुभव हो सकता है।

    1. सोना और गहनों की सस्ती कीमतें

    दुबई को “सिटी ऑफ गोल्ड” कहा जाता है, और इसके पीछे एक बड़ा कारण है कि यहां सोने के गहनों की कीमतें भारत की तुलना में काफी कम होती हैं। दुबई में सोने, चांदी और हीरे की बहुत सारी दुकानें हैं। यहां सोने पर कोई टैक्स नहीं होता और आयात शुल्क भी कम होता है। इसके अलावा, दुबई में ज्वैलरी की डिज़ाइन और गुणवत्ता भी बहुत बेहतरीन होती है, जो इसे और आकर्षक बनाती है। भारत में जहां पर सोने पर भारी टैक्स और शुल्क होते हैं, वहीं दुबई में इसके सस्ते होने का मुख्य कारण वहां के शॉपिंग पॉलिसी और टैक्स-फ्री ज़ोन है।

    2. इलेक्ट्रॉनिक्स और गैजेट्स की सस्ती कीमतें

    दुबई में इलेक्ट्रॉनिक्स और गैजेट्स खरीदने का अनुभव बहुत ही आकर्षक होता है। यहां आईफोन, स्मार्टफोन, कैमरे, लैपटॉप और अन्य गैजेट्स बहुत सस्ते मिलते हैं। इसका कारण यह है कि दुबई में इलेक्ट्रॉनिक्स पर टैक्स बहुत कम होता है और आयात शुल्क भी कम है। इसके अलावा, दुबई को एक ग्लोबल इलेक्ट्रॉनिक्स हब के रूप में जाना जाता है, जहां बड़ी कंपनियां अपनी सेवाओं को बिना ज्यादा टैक्स के बेचती हैं। यदि आप टेक्नोलॉजी के शौकिन हैं, तो दुबई एक बेहतरीन जगह है जहां आप सस्ते दामों में इलेक्ट्रॉनिक्स खरीद सकते हैं।

    3. महंगी घड़ियां – रॉलेक्स और ओमेगा की सस्ती कीमतें

    दुबई में आपको रॉलेक्स, ओमेगा, टैग हेयर जैसी प्रसिद्ध और महंगी घड़ियां बहुत सस्ती मिलती हैं। भारत में इनकी कीमतें बहुत अधिक होती हैं, जबकि दुबई में यह सामान बेहद किफायती दरों पर उपलब्ध होते हैं। इसका कारण भी दुबई की टैक्स-फ्री शॉपिंग पॉलिसी है। यहां की दुकानों पर ये ब्रांड्स कम कीमतों पर उपलब्ध होते हैं, क्योंकि आयात शुल्क और टैक्स काफी कम होते हैं। दुबई में लक्जरी घड़ी खरीदने का यह एक बेहतरीन अवसर हो सकता है।

    4. ब्रांडेड फैशन: लक्ज़री ब्रांड्स सस्ती कीमतों पर

    अगर आप फैशन के शौक़ीन हैं और ब्रांडेड कपड़े, जूते या एसेसरीज खरीदना पसंद करते हैं, तो दुबई आपके लिए आदर्श जगह हो सकती है। यहां पर लुई विटन, गुच्ची, प्रादा, और चैनल जैसे अंतर्राष्ट्रीय ब्रांड्स की वस्तुएं भारत की तुलना में बहुत सस्ती मिलती हैं। दुबई के शॉपिंग मॉल्स में इन ब्रांड्स का सामान अधिक किफायती दामों में उपलब्ध होता है। इसका मुख्य कारण वहां की टैक्स पॉलिसी और कम आयात शुल्क हैं। इसके अलावा, दुबई के शॉपिंग फेस्टिवल्स और डिस्काउंट्स भी इन ब्रांड्स को और सस्ता बना देते हैं।

    5. लक्जरी कारें: सस्ती कीमतों में मर्सिडीज, लैंड क्रूज़र

    दुबई में आपको मर्सिडीज, लैंड क्रूज़र, पोर्शे, और फॉर्च्यूनर जैसी लक्ज़री कारें भारत की तुलना में बहुत सस्ती मिलती हैं। इसका मुख्य कारण है यहां का कम टैक्स और न्यूनतम आयात शुल्क। जबकि भारत में लक्ज़री कारों पर भारी टैक्स और कस्टम ड्यूटी लगती है, जिससे इनकी कीमतें काफी बढ़ जाती हैं, दुबई में यही कारें अपेक्षाकृत कम कीमतों पर उपलब्ध होती हैं। इसके अलावा, दुबई में कारों के लिए विशेष शॉपिंग और बिक्री योजनाएं होती हैं, जो इन्हें और किफायती बनाती हैं।

    6. पेट्रोल की सस्ती कीमतें

    दुबई में पेट्रोल की कीमतें भारत के मुकाबले बहुत सस्ती हैं। भारत के प्रमुख शहरों जैसे दिल्ली, मुंबई और कोलकाता में पेट्रोल की कीमतें ₹90 से ₹105 प्रति लीटर के बीच होती हैं। वहीं, दुबई में पेट्रोल की कीमत लगभग 2.85 एईडी (अरबियन एमिरेट्स दिरहम) प्रति लीटर होती है, जो भारत की तुलना में काफी सस्ती है। दुबई में पेट्रोल की सस्ती कीमतें इसकी तेल-सम्पत्ति और कम टैक्स पॉलिसी के कारण संभव हैं।

    7. फर्नीचर: वर्ल्ड क्लास क्वालिटी कम रेट में

    दुबई में आपको वर्ल्ड क्लास फर्नीचर भी बहुत किफायती दामों में मिलता है। भारत में जहां फर्नीचर की गुणवत्ता कभी-कभी किफायती नहीं होती, वहीं दुबई में आपको बेहतरीन डिजाइन और गुणवत्ता वाला फर्नीचर कम दामों में मिल जाएगा। इसका कारण दुबई का ग्लोबल ट्रेडिंग हब होना है, जिससे यहां सस्ती दरों पर उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद उपलब्ध होते हैं।

    दुबई में सस्ते सामान के पीछे के कारण

    1. न्यूनतम टैक्स और आयात शुल्क: दुबई में किसी भी उत्पाद पर कोई वैट (वैल्यु ऐडेड टैक्स) नहीं होता, और आयात शुल्क भी बहुत कम होता है, जिससे सामान सस्ता मिलता है।

    2. ग्लोबल ट्रेडिंग हब: दुबई एक ग्लोबल ट्रेडिंग हब है, जहां से सामान पूरे विश्व में भेजे जाते हैं। इसकी वजह से व्यापारी यहां सस्ते दामों में वस्तुओं को खरीद सकते हैं।

    3. सरकारी पॉलिसी: दुबई सरकार ने ऐसी पॉलिसी बनाई है, जिससे शॉपिंग के लिए दुनिया भर से लोग आकर्षित हों। यहां पर टैक्स-फ्री शॉपिंग, इम्पोर्ट ड्यूटी में छूट और सस्ते दामों पर उपलब्धता वस्तुओं को और सस्ता बनाती है।

    4. प्रतिस्पर्धा: दुबई में शॉपिंग मॉल्स की अधिकता और ब्रांड्स की प्रतिस्पर्धा के कारण कीमतें नियंत्रित रहती हैं, जिससे उपभोक्ताओं को लाभ मिलता है।

    अंत में, यह कहा जा सकता है कि दुबई एक बेहतरीन शॉपिंग डेस्टिनेशन है। यहां के कम टैक्स, लो इंपोर्ट ड्यूटी, और प्रतिस्पर्धी शॉपिंग मार्केट की वजह से सामान भारत के मुकाबले सस्ते मिलते हैं। अगर आप सोने की ज्वैलरी, इलेक्ट्रॉनिक्स, लक्ज़री फैशन, या फर्नीचर खरीदने का सोच रहे हैं, तो दुबई एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। साथ ही, दुबई के शॉपिंग फेस्टिवल्स और विशेष ऑफ़र्स के कारण यहां शॉपिंग करना और भी अधिक आकर्षक हो जाता है।

    अगली बार जब आप शॉपिंग के लिए विदेश यात्रा पर जाएं, तो दुबई को अपने शॉपिंग डेस्टिनेशन के रूप में जरूर चुनें।

  • “वंदे भारत मिशन” के तहत अबू धाबी और दुबई में फंसे करीब 363 भारतीयों की हुई “वतन वापसी”

    “वंदे भारत मिशन” के तहत अबू धाबी और दुबई में फंसे करीब 363 भारतीयों की हुई “वतन वापसी”

    कोरोना वायरस संकट ने पूरी दुनिया की रफ्तार को रोक दिया है। इसी बीच कोराना वायरस के कारण विदेशों में फंसे भारतीयों को वतन वापस लाने के लिए एक बड़ा अभियान शुरू किया गया है। कोरोना लॉकडाउन के चलते संयुक्त अरब अमीरात में फंसे करीब 360 से अधिक प्रवासी भारतीयों की घर वापसी हो गई है। भारत के करीब 360 से अधिक प्रवासी नागरिक अबू धाबी और दुबई से गुरुवार की देर रात एयर इंडिया के दो स्पेशल फ्लाइट्स से केरल पहुंचे।

    गुरुवार को एयर इंडिया की एक फ्लाइट अबू धाबी से कोच्ची पहुंची और वहीं दूसरी फ्लाइट दुबई से कोझिकोड एयरपोर्ट पर पहुंची। भारत सरकार ने विदेश में फंसे प्रवासियों की घर वापसी के लिए वंदे भारत मिशन चलाया है, जिसके तहत विदेशों में फसे भारतीयों को विमान और नौसेना के जहाजों से उनकी घर वापसी कराई जा रही है। वतन वापसी पर फ्लाइट से उतरते ही कई के आंसू छलक पड़े।

    ‘वंदे भारत’ अभियान के तहत अबू धाबी से आए पहले विमान में करीब 181 प्रवासी भारतीय थे, वहीं दूसरी फ्लाइट में करीब 182 यात्री सवार थे। अधिकारियों ने कहा कि, सभी यात्रियों का वहाँ से चलने से पहले हवाई अड्डे पर कोरोना वायरस एंटी-बॉडी टेस्ट करवाया गया है और इसी के साथ सरकारी सुविधा में इन्हें सात दिनों के लिए क्वारंटाइन किया जाएगा।

    गृह मंत्रालय के निर्देशानुसार, आपात चिकित्सा स्थिति वाले व्यक्तियों, गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों तथा ऐसे व्यक्ति जो परिवार के सदस्य की मौत की वजह से भारत लौटने को इच्छुक है एवं विद्यार्थियों को वतन वापसी के दौरान प्राथमिकता दी जाएगी। इसके साथ ही गृह मंत्रालय ने कहा था कि, यात्रियों को खुद ही यात्रा का भाड़ा देना होगा। साथ ही मंत्रालय ने कहा कि, वतन वापसी के इच्छुक व्यक्ति उस देश कि एम्बेसी के साथ संपर्क मे रहे जहां वे फंंसे हुये है, ताकि उसी आधार पर सूची बनाई जा सके। बता दे कि, सूची मे उनके नाम, उम्र, लिंग, मोबाइल फोन नंबर, निवास स्थान, गंतव्य और पीसीआर परीक्षण एवं उसके परिणाम की सूचना शामिल होगी।