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  • पाकिस्तान में ट्रेन हाइजैक: BLA ने जाफर एक्सप्रेस को किया हाईजैक, यात्रियों को बनाया बंधक

    पाकिस्तान में ट्रेन हाइजैक: BLA ने जाफर एक्सप्रेस को किया हाईजैक, यात्रियों को बनाया बंधक

    पाकिस्तान के अशांत प्रांत बलूचिस्तान में एक बार फिर से खौफनाक घटना घटित हुई है, जहां बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को हाईजैक कर लिया। इस ट्रेन में सैकड़ों यात्री सवार थे। यह घटना बोलान के मस्काफ इलाके में हुई, जहां ट्रेन सुरंग के अंदर प्रवेश कर रही थी। धमाके की वजह से ट्रेन रुक गई और हमलावरों ने ट्रेन के इंजन पर फायरिंग की, जिससे ड्राइवर घायल हो गया। इस पूरे घटनाक्रम ने पूरे पाकिस्तान को हिला दिया है और सुरक्षा के मुद्दे पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।

    BLA ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है और सोशल मीडिया पर एक बयान जारी किया, जिसमें उन्होंने पाकिस्तान की सेना को चेतावनी दी है कि अगर कोई सैन्य कार्रवाई की गई तो वे सभी बंधकों को मार डालेंगे। यह घटना बलूचिस्तान में बढ़ते हुए विद्रोह की ओर इशारा करती है, जहां लंबे समय से पाकिस्तान सरकार के खिलाफ आक्रोश बना हुआ है।

    घटना: ट्रेन हाईजैक कैसे हुआ?

    बलूचिस्तान प्रांतीय सरकार के प्रवक्ता शाहिद रिंद ने बताया कि जाफर एक्सप्रेस को बोलान के मस्काफ इलाके में हाईजैक किया गया। यह इलाका पहाड़ी क्षेत्र है और यहां की दुर्गम ज़मीन ने हमलावरों को अपनी योजना को अंजाम देने में मदद दी। जाफर एक्सप्रेस सुबह 9 बजे क्वेटा से पेशावर के लिए रवाना हुई थी। जैसे ही ट्रेन सुरंग नंबर 8 में दाखिल हुई, धमाका हुआ और ट्रेन रुक गई। हमलावरों ने ट्रेन के इंजन पर फायरिंग की, जिससे ड्राइवर घायल हो गया और ट्रेन में सवार लोग दहशत में आ गए।

    इस हमले के बाद, BLA ने पाकिस्तानी सेना को चेतावनी दी कि अगर कोई भी सैन्य कार्रवाई की जाती है तो वे सभी बंधकों को मार डालेंगे। BLA का यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ और पूरी दुनिया में पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठने लगे।

    जाफर एक्सप्रेस: पाकिस्तान के लिए महत्वपूर्ण ट्रेन सेवा

    जाफर एक्सप्रेस पाकिस्तान के प्रमुख रेलवे मार्गों में से एक है, जो क्वेटा और पेशावर के बीच यात्रा करती है। यह ट्रेन रोहरी-चमन और कराची-पेशावर रेलवे लाइनों पर यात्रा करती है और लगभग 1,632 किलोमीटर (1,014 मील) की दूरी तय करती है। ट्रेन को इस दूरी को कवर करने में 34 घंटे से अधिक का समय लगता है। यह ट्रेन हर रोज़ लाखों यात्रियों के लिए महत्वपूर्ण है, जिनमें परिवार, व्यापारी और छात्र शामिल हैं।

    इस ट्रेन को हाईजैक करना BLA द्वारा एक बड़ा कदम था, क्योंकि यह न केवल एक यात्री ट्रेन थी, बल्कि पाकिस्तान के दो प्रमुख शहरों के बीच यात्रा का एक मुख्य साधन भी है। यह घटना यह दिखाती है कि BLA के पास पाकिस्तान की सुरक्षा को चुनौती देने की क्षमता है।

    BLA का बयान और सेना की प्रतिक्रिया

    BLA ने इस हाईजैक की जिम्मेदारी ली और दावा किया कि उनके पास 100 से ज्यादा पाकिस्तानी सैनिक बंधक हैं। इसके अलावा, BLA ने पाकिस्तानी सेना के 11 जवानों को मार डाला और यह चेतावनी दी कि अगर किसी प्रकार की सैन्य कार्रवाई की जाती है तो वे सभी बंधकों को मार डालेंगे। यह धमकी इस बात का संकेत देती है कि BLA पाकिस्तान की सेना और सरकार के खिलाफ अपनी लड़ाई को और तेज़ करने का इरादा रखता है।

    पाकिस्तानी सेना ने तुरंत सुरक्षा बलों को बोलान इलाके में भेजा और स्थिति को नियंत्रण में लाने की कोशिश की। हालांकि, इलाके की कठिन भौगोलिक स्थिति और आतंकवादियों की कड़ी सुरक्षा ने सेना की स्थिति को और जटिल बना दिया।

    बलूचिस्तान: पाकिस्तान का संवेदनशील क्षेत्र

    बलूचिस्तान, पाकिस्तान का सबसे बड़ा प्रांत है, लेकिन यहां के लोग लंबे समय से राजनीतिक और आर्थिक रूप से उपेक्षित महसूस करते हैं। बलूचिस्तान में प्राकृतिक संसाधनों की प्रचुरता होने के बावजूद, स्थानीय जनता को इन संसाधनों का लाभ नहीं मिल पा रहा है। इसके कारण, यहां अलगाववादी भावनाएं बढ़ी हैं, और कई अलगाववादी समूह पाकिस्तान से स्वतंत्रता की मांग कर रहे हैं। BLA उन समूहों में से एक है, जो पाकिस्तान से स्वतंत्रता के लिए संघर्ष कर रहा है।

    BLA का कहना है कि पाकिस्तान सरकार ने बलूचिस्तान में अपने हितों को बढ़ावा देने के लिए सेना भेजी है, जबकि स्थानीय लोगों की आवाज़ दबाई जा रही है। यही कारण है कि बलूचिस्तान में पाकिस्तान सरकार के खिलाफ विद्रोह जारी है, और BLA इस संघर्ष में प्रमुख भूमिका निभा रहा है।

    क्या पाकिस्तान सरकार BLA से बातचीत करेगी?

    पाकिस्तानी पत्रकार शहर खान ने बताया कि पाकिस्तान की सुरक्षा बलों ने हाल के वर्षों में कई बड़े आतंकवादियों को पकड़ा है। हालांकि, एक ऐसा वर्ग है जो शांति चाहता ही नहीं और आतंकवाद फैलाने में लगा हुआ है। उन्होंने कहा कि ट्रेन हाईजैक जैसी घटनाओं से यह साबित होता है कि ये आतंकवादी केवल अपने मानसिकता की वजह से आतंक फैला रहे हैं। पाकिस्तान की सरकार से बातचीत करने की कोई संभावना नहीं दिखती है, क्योंकि वे BLA को एक आतंकवादी संगठन मानते हैं।

    पाकिस्तान के लिए आने वाली चुनौतियाँ

    इस घटना के बाद, पाकिस्तान की सरकार और सेना के सामने कई चुनौतियाँ हैं। बलूचिस्तान में लगातार हो रही हिंसा और आतंकवाद से निपटने के लिए पाकिस्तान को अपनी सुरक्षा रणनीति पर पुनर्विचार करना होगा। हालांकि, यह देखना होगा कि पाकिस्तान सरकार बलूचिस्तान के लोगों की समस्याओं को किस हद तक सुलझाती है और क्या BLA के साथ किसी प्रकार की बातचीत की संभावना बनती है।

    यह घटना पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय छवि पर भी असर डाल सकती है, खासकर उन देशों के साथ जो इस क्षेत्र में पाकिस्तान की भूमिका पर निगाह रखे हुए हैं। इस तरह की घटनाएँ पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था को सवालों के घेरे में लाती हैं और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने एक कमजोर सुरक्षा व्यवस्था को उजागर करती हैं।

    भविष्य की दिशा

    पाकिस्तान सरकार और सेना को अब एक कड़ा कदम उठाने की आवश्यकता है। बलूचिस्तान में अलगाववादी गतिविधियों को रोकने के लिए सरकार को इस क्षेत्र के लोगों के लिए सामाजिक और आर्थिक सुधारों को प्राथमिकता देनी चाहिए। केवल सैन्य कार्रवाई से स्थिति को नियंत्रित नहीं किया जा सकता। पाकिस्तान सरकार को अपनी रणनीति में बदलाव करना होगा और अधिक स्थिरता के लिए शांति वार्ता की पहल करनी होगी।

    निष्कर्ष

    जाफर एक्सप्रेस ट्रेन का हाईजैक बलूचिस्तान में बढ़ती अस्थिरता और पाकिस्तान में सुरक्षा चुनौतियों का संकेत है। BLA की यह घटना यह दर्शाती है कि पाकिस्तान को बलूचिस्तान में अलगाववाद और आतंकवाद से निपटने के लिए एक सशक्त और समग्र दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता है। अगर पाकिस्तान इस मुद्दे को सही तरीके से हल नहीं करता, तो यह भविष्य में और भी बड़े संकटों का कारण बन सकता है।

  • ईरान और पाकिस्तान के एयर स्ट्राइक से बढ़ा तनाव

    ईरान और पाकिस्तान के एयर स्ट्राइक से बढ़ा तनाव

    ईरान ने पाकिस्तान की औकात दिखाई

    KKN न्यूज ब्यूरो। ईरान और पाकिस्तान के बीच अचानक तनाव बढ़ गया है। ईरान ने पाकिस्तान के बलूचिस्तान में आतंकी संगठन जैश अल-अदल के मुख्यालय पर एयर स्ट्राइक कर दी है। पाकिस्तान की ओर से इसके गंभीर परिणाम की चेतावनी दी गई थी। अब पाकिस्तान ने ईरान में मौजूद बलूच अलगाववादी समूहों पर हमला किया है। पाकिस्तानी सेना ने कथित तौर पर ईरान के सिस्तान और बलूचिस्तान प्रांत में सरवन शहर में बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट और बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी की चौकियों पर हमला करने का दावा किया है।

    पाकिस्तान को मिलेगा इसका लाभ

    पाकिस्तान की सेना को इस हमले से कई फायदे मिलने के आसार है। सबसे पहला तो इससे जनता का गुस्सा शांत हो जायेगा। क्योंकि, पाकिस्तान के लोग ईरान के हमले से नाराज थे और अपनी सेना की काबिलियत पर सवाल उठाने लगे थे। लोग कह रहे थे कि पाकिस्तानी सेना को सिर्फ पॉलिटिक्स आती है। इसके अतिरिक्त इसका राजनैतिक लाभ भी मिलेगा। दरअसल, पाकिस्तान में 8 फरवरी को चुनाव होने हैं। लेकिन इससे पहले सेना ने इमरान खान और उनकी पार्टी पर कई एक्शन लिए हैं। सेना नहीं चाहती कि इमरान खान पीएम बनें। सेना एक बार फिर नवाज शरीफ के साथ खड़ी दिखाई दे रही है। इमरान खान सबसे बड़े रोड़ा थे, जिन्हें जेल में डाल दिया गया है। इसके अलावा उनके खिलाफ कई और मुकदमे खोल दिए गए। पाकिस्तान में जनता का एक बड़ा पक्ष इमरान के समर्थन में है। ऐसे में इमरान पर हो रही कारवाई से सेना के खिलाफ गुस्सा है। ईरान पर एयर स्ट्राइक के बाद लोगों में सेना के प्रति सम्मान बढ़ जायेगा।

    इस तनाव से भारत नहीं रहेगा अछूता

    पाकिस्तान और ईरान के बीच शुरू हुए इस तानातानी से भारत भी अछूता नहीं रहेगा। बतातें चलें कि ईरान और अमेरिका के बीच हालिया दिनों में टकराव की स्थिति उत्पन्न हो चुकी है। अब अमेरिका पाकिस्तान को अपना मुहरा बना सकता है। सम्भव हैं कि अमेरिका एक बार फिर से पाकिस्तान को सैन्य मदद की पेशकश कर दे। जैसा कि सोवियत रूस के जमाने में अफगानिस्तान के खिलाफ किया गया था। यदि पाकिस्तान को अमेरिका से सैन्य मदद मिल गया, तो पाकिस्तान इसका बेजा इस्तेमाल भारत के खिलाफ करेगा। पाकिस्तान पहले भी ऐसा कर चुका है। यानी, आने वाले दिनों में भारत को आतंकवाद से और अधिक सख्ती से निपटने की जरूरत पड़ सकती है।

  • पाकिस्तान में अहमदिया के स्तित्व को लेकर छिड़ी वहस

    पाकिस्तान में अहमदिया के स्तित्व को लेकर छिड़ी वहस

    मीनार और गुबंद तोड़ने से भड़का असंतोष

    KKN न्यूज ब्यूरो। इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में पिछले शुक्रवार को अहमदिया समुदाय के 67 साल पुराने धार्मिक स्थल की मीनार और गुंबद को तोड़ दिया गया है। इसके बाद से यह चर्चा जोर पकड़ने लगा है कि अहमदिया समुदाय मुसलमान है या नहीं ?  जमात-ए-अहमदिया के एक अधिकारी आमिर महमूद ने मीनार तोड़ने की जानकारी मीडिया से साझा की है। आमिर महमूद ने बताया कि लाहौर से करीब 130 किमी दूरी पर फैसलाबाद के पुलिस अधिकारियों ने मीनारों को ध्वस्त कर दिया है। बताया कि पुलिस अधिकारी ने ध्वस्त हुए मीनार का मलबा भी उठा कर अपने साथ ले गए हैं। महमूद ने बताया कि इस मीनार को 1956 में बनाया गया था। पिछले साल से कट्टरपंथी इसे ढहाने की लगातार धमकी दे रहे थे। उनके मुताबिक इस साल अब तक करीब 42 अहमदिया स्थलों को अपवित्र किया जा चुका है। इनमें से ज्यादातर घटनाएं पंजाब की है।

    पाकिस्तान में अहमदिया गैर मुस्लिम

    बतातें चलें कि पाकिस्तान समेत पूरे दुनिया में रहने वाले अहमदिया खुद को मुस्लिम मानते हैं। लेकिन पाकिस्तान की संसद ने 1974 में समुदाय को गैर-मुस्लिम घोषित कर दिया है। इसके करीब एक दशक बाद पाकिस्तान में अहमदिया समुदाय को खुद को मुस्लिम कहने या इस धर्म से जुड़ी किसी भी चीज का पालन करने पर बैन लगा दिया गया है। इसमें कुरान की आयतें लिखना,  मस्जिद या गुंबद वाले धार्मिक स्थल बनाना जैसी अन्य बातें शामिल है। लाहौर हाईकोर्ट के फैसले के मुताबिक 1984 में जारी अध्यादेश से पहले बनाए गए अहमदिया पूजा स्थल वैध है। लिहाजा, उन्हें गिराया नहीं जाना चाहिए। अहमदियों के ज्यादातर धार्मिक स्थलों को पाकिस्तान के तहरीक-ए-लब्बैक (TLP) के कार्यकर्ताओं ने ध्वस्त किया है। टीएलपी का मानना है कि अहमदिया लोगो का स्थल मस्जिद जैसा होता हैं और उनमें गुम्बद बना रहता है। लिहाजा, यह ठीक नहीं हैै।

    कौन है तहरीक-ए-लब्बैक

    वर्ष 2017 में तहरीक-ए-लब्बैक को पाकिस्तान की खादिम हुसैन रिजवी ने स्थापित की थी। खादिम हुसैन रिजवी पाकिस्तान के धार्मिक विभाग के कर्मचारी हुआ करते थे और लाहौर की एक मस्जिद के मौलवी भी थे। कहा जाता है कि वर्ष 2011 में जब पंजाब पुलिस के एक गार्ड मुमताज कादरी ने गवर्नर सलमान तासीर की हत्या कर दी थी, तब उस गार्ड ने मुमताज कादरी का समर्थन किया था। इसके बाद पाकिस्तान की सरकार ने खादिम हुसैन रिजवी को पंजाब के धार्मिक विभाग की नौकरी से निकाल दिया था।

    पाकिस्तान ने तहरीक-ए-लब्बैक पर लगाया प्रतिबंध

    बतातें चलें कि वर्ष 1974 से ही पाकिस्तान में अहमदिया को मुस्लिम नहीं मानने का प्रचलन शुरू हो गया था। साल 1974 में पाकिस्तान में दंगे भड़क गया था। इसमें अहमदिया समुदाय के करीब 27 लोगों की हत्या हो गई थी। इस घटना के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो ने अहमदिया मुसलमानों को ‘नॉन-मुस्लिम माइनॉरिटी’ बताया था। उस समय इसका अहमदिया समुदाय के लोगों ने खूब विरोध किया। हालांकि, बाद में पाकिस्तान दंड संहिता की धारा 298 के जरिए अहमदिया को मुस्लिम कहना जुर्म करार दे दिया गया। अगर कोई अहमदिया खुद को मुस्लिम बताता है तो उसे 3 साल तक की सजा हो सकती है। वर्ष 2002 में अहमदिया लोगों के लिए पाकिस्तान सरकार ने अलग वोटर लिस्ट प्रिंट करवाई। इसमें अहमदिया को गैर-मुस्लिम माना गया। आज आलम ये है कि पाकिस्तान में अहमदिया समुदाय के लोगों का कब्रिस्तान से लेकर मस्जिद तक अलग है।

    किसको कहतें हैं अहमदिया

    साल 1889 में पंजाब के लुधियाना जिले के कादियान गांव में मिर्जा गुलाम अहमद ने अहमदिया समुदाय की शुरुआत की थी। उन्होंने एक बैठक बुलाकर खुद को खलीफा घोषित कर दिया था। उन्होंने शांति, प्रेम, न्याय और जीवन की पवित्रता जैसे शिक्षाओं पर जोर दिया। इसके बाद यह माना गया कि मिर्जा गुलाम अहमद ने इस्लाम के अंदर पुनरुत्थान की शुरुआत की है। कादियान गांव में जन्में मिर्जा गुलाम अहमद ने अहमदिया समुदाय की स्थापना की थी। लिहाजा कालांतर में अहमदिया को कादियानी भी कहा जाने लगा। अहमदिया की ऑफिशियल वेबसाइट के मुताबिक अल्लाह ने मिर्जा गुलाम अहमद को धार्मिक युद्ध और कट्टर सोच को समाप्त करके शांति बहाल करने के लिए धरती पर भेजा था।

    अहमदिया पर पैगम्बर को नहीं मानने का है आरोप

    इधर, पाकिस्तान समेत पूरे दुनिया में इस्लाम को मानने वाले अहमदिया समुदाय के लोगों पर यह आरोप लगाते हैं कि अहमदिया लोग मोहम्मद साहब को आखिरी पैगंबर नहीं मानते हैं। जमीयत उलेमा-ए-हिन्द के राष्ट्रीय सचिव मौलाना नियाज फारूकी ने पिछले दिनों मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में कहा था कि ‘अहमदिया के साथ मुसलमान शब्द जोड़ना ही गलत है। सारी दुनिया में मुस्लिमों के हर तबके ने अहमदिया को गैर-मुस्लिम माना है। इसकी वजह बाततें हुए मौलाना नियाज फारूकी कहतें है कि पैगंबर मोहम्मद हमारे आखिरी नबी हैं और जो उन्हें आखिरी नबी नहीं मानता है, वह काफिर है।’ नतीजा, आज पूरे दुनिया में इस्लाम को मानने वाले अहमदिया समुदाय को मुसलमान नहीं मानते हैं।

  • यूक्रेन ने हमेशा किया भारत का विरोध पाकिस्तान को करता है सैनिक मदद

    यूक्रेन ने हमेशा किया भारत का विरोध पाकिस्तान को करता है सैनिक मदद

    यूक्रेन आज भारत से मदद की गुहार लगा रहा है। जबकि, अन्तर्राष्ट्रीय मोर्चे पर यूक्रेन ने भारत का कभी साथ नहीं दिया। यूक्रेन हमेशा से भारत का विरोध करता रहा है। यूक्रेन ने भारत के परमाणु कार्यक्रम का विरोध किया। सुरक्षा परिषद में भारत के कदम की कड़ी निंदा कर चुका है। कश्मीर के मुद्दे पर युक्रेन मुखर विरोध करता रहा है। भारत में आतंकवाद के मुद्दे पर यूक्रेन हमेशा से पाकिस्तान की सुर में बोलता रहा है। भारत के खिलाफ पाकिस्तान को हथियार मुहैय्या करता है। ऐसे में बड़ा सवाल ये कि आज वह भारत से मदद की उम्मीद क्यों रखता है?

    सुरक्षा परिषद में भारत का विरोध कर चुका है यूक्रेन

    KKN न्यूज ब्यूरो। यूक्रेन हमेशा से भारत का मुखर विरोध करता रहा है। वर्ष 1998 में जब भारत ने परमाणु परीक्षण किया था तो यूक्रेन ने सुरक्षा परिषद में भारत का कड़ा विरोध किया था। यूक्रेन ने भारत से परमाणु कार्यक्रमों को रोकने की मांग कर चुका है। परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम बैलिस्टिक मिसाइलों के विकास और उत्पादन पर भी रोक लगाने की मांग की सुरक्षा परिषद में 25 देशो के साथ मिल कर यूक्रेन ने भारत के खिलाफ प्रस्ताव लाया था। यूक्रेन की अगुवाई में 25 देशो ने संयुक्त राष्ट्र के मंच से भारत के परमाणु कार्यक्रम को बन्द करने का प्रस्ताव लाया गया था। यूक्रेन ही वह देश है जिसने भारत पर कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगाने और भारत को दुनिया से अलग-थलग कर देने की मांग की थी। इसलिए आज जब ये बात कही जा रही है कि भारत को यूक्रेन का समर्थन करना चाहिए, तब ये बात आपको याद रखनी चाहिए कि यूक्रेन ने भारत के साथ क्या किया था?

    कश्मीर पर पाकिस्तान की सुर में बोलता है यूक्रेन

    यूक्रेन ने कश्मीर के मुद्दे पर शुरू से भारत का विरोध करता रहा है। आतंकवाद के मुद्दे पर यूक्रेन की सरकार भारत को नसीहत देता है। जबकि, रूस ने हर मुश्किल वक्त में भारत का साथ दिया है। सुरक्षा परिषद में रूस ने भारत के लिए वीटो पावर का इस्तेमाल कर चुका है। वर्ष 1971 के भारत पाक युद्ध में पाकिस्तान की कहने पर जब अमेरिका ने अपना सातवां बेड़ा भारत के खिलाफ उतारा था। उस वक्त रूस ने ही उसको भारत पहुंचने से रोका था। भारत की सेना आज भी सर्वाधिक रूस का हथियार इस्तेमाल करती है। कश्मीर से लेकर आतंकवाद तक, करीब-करीब सभी मुद्दे पर रूस का सहयोग भारत को मिलता रहा है।

    पाकिस्तान का सबसे बड़ा हमदर्द

    यूक्रेन, पिछले तीन दशकों से पाकिस्तान को हथियार बेचने वाला सबसे बड़ा देश है। पिछले 30 वर्षों में पाकिस्तान को यूक्रेन से 12 हजार करोड़ रुपये के हथियार मिल चुका है। आज पाकिस्तान के पास जो 400 टैंक हैं। गौर करने वाली बात ये है कि यह सभी टैंक यूक्रेन ने पाकिस्तान को बेचे है। इसके अतिरिक्त यूक्रेन इस समय पाकिस्तान को फाइटर जेट की टेक्नोलॉजी और स्पेस रिसर्च में भी मदद कर रहा है। यानी भविष्य में पाकिस्तान यदि स्पेस में विस्तार करता है, तो इसमें यूक्रेन की बड़ी भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता है।

    यूक्रेन को क्यों मदद करे भारत

    सोचिए, जो देश, भारत विरोधी प्रस्ताव लाता है। पाकिस्तान का सबसे बड़ा हमदर्द है। यूक्रेन हमेशा पाकिस्तान का वफादार है। वह कभी नहीं चाहेगा कि पाकिस्तान किसी भी वजह से उससे हथियार खरीदने बन्द कर दे। क्या भारत को ये सबकुछ भूल कर यूक्रेन की मदद करना चाहिए? बेशक, यूक्रेन के नागरिकों के साथ सहानुभूति से इनकार नहीं है। क्योंकि, इस युद्ध में यूक्रेन के नागरिको की कोई गलती नहीं है। लेकिन, यह भी याद रखना चाहिए कि नाटो में शामिल होने की जिद ने आज यूक्रेन को युद्ध के मैदान में ला खड़ा किया है। जबकि, नाटो ने युद्ध में खुल कर यूक्रेन को साथ देने से हाथ खींच लिया है और मुश्किल वक्त में यूक्रेन को अकेला छोड़ दिया है। इसके लिए स्वयं यूक्रेन और वहां के राष्ट्रपति जलेंस्की जिम्मेदार है। हमे यूक्रेन का भारत विरोधी रुख याद रखना चाहिए। यूक्रेन एक ऐसा देश है, जिसने कभी भारत का साथ नहीं दिया।

  • भारत के विरोध के बावजूद POK में पावर प्रॉजेक्ट लगाने जा रहा है चीन

    भारत के विरोध के बावजूद POK में पावर प्रॉजेक्ट लगाने जा रहा है चीन

    कोरोना वायरस के इस संकट के बीच चीन भारत को चारो तरफ घेरने में जुट गया है। एक तरफ लद्दाख में LAC पर उसके सैनिक भारत की ओर से सीमा पर किए जा रहे निर्माण कार्यों में बाधा डाल रहे हैं, तो दूसरी तरफ चीन नेपाल के सहारे सीमा विवाद को बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। अब चीन POK में अपनी घुसपैठ मजबूत करने जा रहा है। भारत के विरोध के बावजूद वह POK में बड़ा पावर प्रॉजेक्ट लगाने जा रहा है।

    POK में 1,124 मेगावाट का पावर प्रोजेक्ट लगाने जा रहा है चीन

    मंगलवार को पाकिस्तान के अखबार एक्सप्रेस ट्रिब्यून की खबर के अनुसार, चीन CPEC (चीन पाकिस्तान इकनॉमिक कॉरिडोर) के तहत POK में 1,124 मेगावाट का पावर प्रोजेक्ट लगाने जा रहा है। कोहाला हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट का ब्योरा सोमवार को प्राइवेट पावर एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर बोर्ड (PPIB) की 127वीं बैठक में रखा गया, जिसकी अगुआई ऊर्जा मंत्री उमर अयूब ने की।

    मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बैठक में बताया गया कि चीन के थ्री गोर्जेस कॉर्पोरेशन, POK अथॉरिटीज और PPIB के बीच एक त्रिपक्षीय समझौता फाइनल हो गया है। इसके जरिए CPEC फ्रेमवर्क के तहत 1,124 मेगावार्ट का कोहाला हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट का निर्माण किया जाएगा।

    इस पावर प्रोजेक्ट को झेलम नदी पर बनाया जाएगा तथा इससे पाकिस्तानी उपभोक्ताओं को कम कीमत पर सालाना 5 अरब यूनिट बिजली मिलेगी। मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि, इसमें 2.4 अरब डॉलर का निवेश होगा। 3 हजार किलोमीटर के CPEC का लक्ष्य चीन और पाकिस्तान को रेल, रोड, पाइपलाइन और ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क से जोड़ना है। यह चीन के शिनजियांग प्रांत को पाकिस्तान के ग्वादर पोर्ट के साथ जोड़ता है। इससे चीन को अरब सागर तक पहुंच मिलती है।

    CPEC, POK से होकर गुजरता है, जिसको लेकर भारत, चीन के सामने आपत्ति जताता रहा है। पिछले महीने भी भारत ने विरोध दर्ज कराया था, जब पाकिस्तान ने गिलगित बाल्टिस्तान में एक डैम बनाने के लिए कॉन्ट्रैक्ट दिया था।

  • भारत-पाकिस्तान का सबसे बड़ा मैच आज के दिन ही खेला गया था

    भारत-पाकिस्तान का सबसे बड़ा मैच आज के दिन ही खेला गया था

    एमएस धोनी की कप्तानी में भारत ने 28 साल बाद 2011 में विश्व कप जीता था। उस विश्व कप का दूसरा सेमीफाइनल मोहाली में भारत और पाकिस्तान के बीच आज के दिन ही खेला गया था। जब सचिन तेंदुलकर के बिस्फोटक पारी के दम पर भारत ने पाकिस्तान को हरा कर फाइनल में जगह बनाई थी।

    भारतीय टीम ने 2011 विश्व कप में हराया था पाकिस्तान को

    सेमीफाइनल की जीत का जश्न मानते भारतीय टीम
    सेमीफाइनल मैच के जीत का जश्न मनााती भारतीय टीम

    मैच में भारतीय टीम के कप्तान एमएस धोनी ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था, जिसके बाद भारतीय टीम ने अच्छी शुरुआत की लेकिन वीरेन्द्र सहवाग 38 रन बना कर आउट हो गये साथ ही गौतम गंभीर ने भी मात्र 27 रन ही बनाये। तत्कालीन कप्तान विराट कोहली ने भी उस मैच में मात्र 9 रन बनाये और युवराज सिंह ने तो अपना खाता भी नहीं खोला। रन न बनने के कारण भारतीय टीम मुश्किल में आ गयी थी, लेकिन उसके बाद भारतीय कप्तान एमएस धोनी और सचिन तेंदुलकर ने क्रमशः 25 और 85 रन बनाए। अंत में सुरेश रैना के नाबाद 36 रनों की मदद से भारत ने 261 रन बनाए। आपको बता दे की पाकिस्तानी टीम 261 रन के लक्ष्य का पीछा नहीं कर सकी और आज के दिन ही भारतीय टीम ने पाकिस्तान को 29 रनों से हराकर फ़ाइनल में अपनी जगह बनाई थी।

    भारतीय खिलाड़ियों ने रचा था इतिहास

    2011 का विश्व कप का फाइनल भारत और श्रीलंका के बीच खेला गया था। जिसमें भारत ने श्रीलंका को हराकर अपने 28 साल के सपने को पूरा किया था। जिसके बाद एमएस धोनी, कपिल देव के बाद विश्व कप जीतने वाले दूसरे भारतीय कप्तान बन गये थे।

     

  • एंटिटैंक गाइडेड मिसाइल से पाकिस्तान के सैनिक ठिकने पर हमला

    एंटिटैंक गाइडेड मिसाइल से पाकिस्तान के सैनिक ठिकने पर हमला

    भारत ने दिया सीजफायर का मुंहतोड़ जवाब

    KKN न्यूज ब्यूरो। भारतीय सेना ने पाकिस्तान के द्वारा लगातार की जा रही सीजफायर उल्लंघन का करारा जवाब दे दिया है। भारतीय सेना ने एंटिटैंक गाइडेड मिसाइल और तोप के गोले का इस्तेमाल करके गुरुवार को पाकिस्तान के सैनिक ठिकाने को तबाह कर दिया है। इसके बाद पाकिस्तान सेना में खलबली मच गई है। सेना की यह कारवाई कुपवाड़ा सेक्टर के ठीक सामने पाकिस्तानी सैनिक ठिकाने पर हुआ। पाकिस्तानी सेना द्वारा लगातार जम्मू-कश्मीर में सीजफायर उल्लंघन के जवाब में यह कारवाई हुई है।

    पाकिस्तान कर था संघर्ष विराम का उल्लंघन

    पाकिस्तानी सेना ने फरवरी महीने में आठ तारीख को अकारण ही संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए नियंत्रण रेखा पर जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले में छोटे हथियारों से गोलीबारी की थी। इस दौरान पाकिस्तानी सेना द्वारा मोर्टार भी दागा गया था, जिसमें भारत के एक सैनिक शहीद हो गया और तीन अन्य घायल हो गए थे। इससे पहले फरवरी में ही चार तारीख को पाकिस्तानी सेना ने पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा यानी एलओसी पर सीजफायर का उल्लंघन किया था। बिना उकसावे के गोलाबारी की गई थी। हालांकि, भारतीय सेना ने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया था।

    आतंकवादियों की घुसपैठ कराने की थीं कोशिश

    पाकिस्तान सेना सीजफायर की आर लेकर कश्मीर घाटी में आतंकवादियों की घुसपैठ कराने की कोशिश कर रहा था। सूत्रो से मिली जानकारी के बाद पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में बड़ी संख्या में आतंकवादी भारतीय सीमा में घुसपैठ करने की फिराक में बैठे हुएं हैं। पाकिस्तान इन आतंकियों को भारत में प्रवेस कराके कश्मीर घाटी में उपद्रव फैलाने की पूरी तैयारी कर चुका है। आपको याद ही होगा जब हाल ही में भारतीय सेना के शीर्ष अधिकारियों ने सीमा का दौरा किया था। अधिकारियों ने कहा था कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में फिर से आतंकवादियों के लॉन्चिंग पैड पनप गए हैं।

  • पाकिस्तान को आतंकियो पर करनी होगी कारवाई : व्हाइट हाउस

    पाकिस्तान को आतंकियो पर करनी होगी कारवाई : व्हाइट हाउस

    भारत और पाक के बीच तनाव कम करने का यही मौका

    KKN न्यूज ब्यूरो। अमेरिका ने स्पष्ट कर दिया है कि भारत से बातचीत के लिए पाकिस्तान को आतंकियों पर कारवाई करनी होगी। व्हाइट हाउस ने शुक्रवार को कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने को अपनी प्राथमिकता सूची में रखते हैं। इसके साथ ही व्हाइट हाउस ने इंगित किया कि दोनों देशों के बीच वार्ता तभी सफल होगी जब पाकिस्तान अपने देश में आतंकवादियों और चरमपंथियों पर कार्रवाई करे।

    मध्यस्थता से इनकार

    ट्रम्प की आगामी भारत यात्रा के दौरान कश्मीर मुद्दे पर फिर मध्यस्थता की पेशकश किए जाने पर एक सवाल के जवाब में एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी ने कहा कि मुझे लगता है कि आप राष्ट्रपति से जो सुनेंगे वह भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने के लिए काफी प्रेरित करने वाला होगा। दोनों देशों को अपने मतभेदों को हल करने के लिए एक-दूसरे के साथ द्विपक्षीय वार्ता करने के वास्ते प्रेरित करने वाला होगा।

    24 फरबरी को भारत आयेंगे ट्रंप

    अमेरिका के राष्टपति डोनाल्ड ट्रम्प और अमेरिका की प्रथम महिला मेलानिया ट्रम्प का 24 फरबरी को भारत आ रहें हैं और यहां दो रोज तक रहेंगे। इस बीच 24 और 25 फरवरी को अहमदाबाद, आगरा तथा नयी दिल्ली जाने का कार्यक्रम है। उनके साथ 12 सदस्यीय अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल भी होगा। अधिकारी ने दावा किया है कि भारत और पाकिस्तान के बीच किसी भी सफल बातचीत की नींव पाकिस्तान के रुख पर निर्भर करता है। पाकिस्तान को अपने क्षेत्र में आतंकवादियों और चरमपंथियों पर कार्रवाई करने से दोनो देशो के बीच के संबंधो में सुधार आ सकता है। अफगानिस्तान शांति प्रक्रिया पर एक सवाल के जवाब में अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि अमेरिका भारत को प्रेरित करेगा कि वह इस शांति प्रक्रिया का समर्थन करे।

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  • दोस्त हो या दुश्मन, आम हो या खास यहां सभी खुश है

    दोस्त हो या दुश्मन, आम हो या खास यहां सभी खुश है

    KKN न्‍यूज ब्यूरो। एहसास, इंसान की अहमियत को बढ़ा देता है। एहसास, काबिलियत को बढ़ा देता है और यदि एहसास खुशी की हो, तो फिंजा में इसके होने का सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। दिल्ली की फिंजा में इनदिनो इस खुशी को महसूस किया जा सकता है। मुख्यमंत्री केजरीवाल और उनकी पार्टी खुश है। क्योंकि, जबरदस्त तरीके से सत्ता में वापस लौट कर उन्होंने इतिहास रच दिया। बीजेपी खुश है। क्योंकि, दिल्ली, कॉग्रेस मुक्त हो गई और कॉग्रेस खुश है कि बीजेपी सत्ता से दूर रह गई। यानी, दिल्ली में सभी खुश है।

    इधर, दिल्ली की जनता भी खुश है। बिजली, पानी और यात्रा किराया में राहत लेकर। एग्जिट पोल के सटीक होने से मीडिया खुश है। सीएए पर सरकार और कोर्ट को बैकफुट करके शाहीनबाग के लोग खुश है। खोमचा और फेरी वाला भी खुश है। बिक्री जो बढ़ गई है। विद्यालय नहीं जाने से बच्चे खुश है। स्कूल बंद होने से शाहीनबाग के शिक्षक खुश है। मुफ्त में बिरयानी खाकर आंदोलनकारी खुश है। हिन्दू और मुसलमानो के बीच बढ़ रही दूरी को देख कर पड़़ोसी पाकिस्तान खुश है। विपक्ष खुश है। क्योंकि, उसको बैठे बिठाये मुद्दा मिल गया। सरकार खुश है। क्योंकि, आमलोगो का ध्यान बेरोजगारी से हट गया। यानी, प्रदूषण के लिए बदनाम हो चुकी दिल्ली की फिंजा में इनदिनो खुशी को महसूस किया जा सकता है।

  • पाकिस्तान हुआ फुस्स

    पाकिस्तान हुआ फुस्स

    पाकिस्तान हुआ फुस्स…

  • पाकिस्तान शुक्रवार को भारत के हवाले कर देगा पायलट अभिनंदन को

    पाकिस्तान शुक्रवार को भारत के हवाले कर देगा पायलट अभिनंदन को

    पाकिस्तान ने गुरुवार को इस बात का ऐलान किया है कि वह भारतीय पालयट अभिनंदन को कल यानी शुक्रवार को रिहा कर देगा। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि वह दोनों देशों के बीच शांति के लिए हिरासत में लिए गए भारतीय वायुसेना के पायलट अभिनंदन वर्धमान को शुक्रवार को रिहा कर देंगे। इससे पहले भारत की तरफ से पाकिस्तान को बिना शर्त उसकी हिरासत में बंद भारतीय वायुसेना के पायलट को छोड़ने की मांग की थी।


    डोजियर की होगी जांच


    इससे पहले पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने गुरुवार को कहा, हम भारतीय पायलट को लौटाने के इच्छुक हैं, अगर इससे दोनों देशों के बीच संबंध सामान्य हों और शांति स्थापित हो। यदि भारत आतंकवाद को लेकर बातचीत का इच्छुक है तो हम भी तैयार हैं। पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने कहा कि भारत ने पुलवामा हमले को लेकर पाकिस्तान के कार्यकारी उच्चायुक्त को डोजियर सौंपा है और हम इसकी जांच कर रहे हैं।

  • भारत ने खारिज किया पाकिस्तान के झूठे दावे

    भारत ने खारिज किया पाकिस्तान के झूठे दावे

    भारत ने पाकिस्तान के बेबुनियाद दोवो को खािरज कर दिया है। बतातें चलें कि पाकिस्तान ने दावा किया था कि उसकी वायु सेना ने बुधवार को सीमा का उल्लंघन करने पर दो भारतीय लड़ाकू विमानों को मार गिराया है और एक पायलट को गिरफ्तार किया है। न्यूज एजेंसी भाषा ने भारतीय रक्षा सूत्रों के हवाले से कहा कि दुश्मन की कार्रवाई में भारतीय वायुसेना के किसी लड़ाकू विमान के क्षतिग्रस्त होने की कोई खबर नहीं है। भारत ने दावा किया है कि पाकिस्तानी लड़ाकू विमान ‘एफ 16 के नियंत्रण रेखा के पार लाम घाटी में मार गिराया गया हैं।


    पाक सेना के प्रवक्ता ने किया झूठा दावा


    इससे पहले पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने ट्वीट में दावा किया था कि एक विमान पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में गिरा, जबकि एक अन्य जम्मू कश्मीर में गिरा। उन्होंने कहा कि एक पायलट को गिरफ्तार कर लिया गया है। गौरतलब है कि 14 फरवरी को पुलवामा हमले के बाद भारत की तरफ से बालाकोट में जैश के आतंकी अड्डे पर मंगलवार सुबह बड़ी कार्रवाई के बाद से ही दोनो देश के बीच तनाव को देखते हुए सेना को हाई अलर्ट कर दिया गया है।

  • आतंकियों को फंडिंग रोके पाकिस्तान, तभी मिलेगी बेलआउट: अमेरिका

    आतंकियों को फंडिंग रोके पाकिस्तान, तभी मिलेगी बेलआउट: अमेरिका

    पाकिस्तान पहले आतंकियों का वित्तपोषण रोके और अफगानिस्तान का सहयोग करे तभी आईएमएफ उसके बेलआउट की गुहार पर विचार करेगी। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आज दो टूक शब्दो में पाकिस्तान को यह चेतावनी दे दी है। अमेरिका ने कहा है कि पाकिस्तान को इसके अतरिक्त चीन से लिए गए कर्जे के बारे में पारदर्शिता बरतनी होगी।


    आर्थिक संकट में घिरा है पाकिस्तान


    बतातें चलें कि गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा पाकिस्तान आईएमएफ से मदद चाहता है। जून में एफएटीएफ ने पाकिस्तान को उन देशों की अपनी ग्रे सूची में डाल दिया था, जिन्हें वह आतंकियों का वित्तपोषण करने और धनशोधन करने में शामिल मानता है। अधिकारी ने कहा, पाकिस्तान को चीन से लिए गए धन के बारे में पारदर्शिता दिखानी होगी। यह एक अहम शर्त होगी। अमेरिकी अधिकारी साफ कर चुके हैं कि बेलआउट में मिली राशि से पाकिस्तान को चीन का कर्ज चुकाने की इजाजत नहीं दी जाएगी।

  • करतारपुर कॉरिडोर को लेकर पाकिस्तान के दोहरा रवैया का हुआ खुलाशा

    करतारपुर कॉरिडोर को लेकर पाकिस्तान के दोहरा रवैया का हुआ खुलाशा

    भारत और पाकिस्तान के बीच दूरियों को पाटने के लिए करतारपुर कॉरीडोर बड़ा जरिया बनने पहले ही यह पूरा मामला विवादो में आ गया है। दरअसल, दोनों तरफ आशंकाएं इतनी हावी हैं कि यह आसान मौका अब बेहद की कुटिल राजनीति की शिकार बनने लगी है। कूटनीतिक जानकारों का मानना है कि पाकिस्तान की नीयत और दोहरा रुख, रिश्ते सुधारने की राह में बड़ा रोड़ा बन सकता है।

    विवादित बयान से उलझा मामला

    हुआ ये कि करतारपुर कॉरीडोर की आधारशिला रखे जाने के मौके पर ही पाक सेना अध्यक्ष कमर बाजवा ने कथित खालिस्तानी मोस्टवांटेड गोपाल चावला से खुलेआम हाथ मिल लिया और पाक प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने संबोधन में कश्मीर मुद्दे का जिक्र करके पाक के दोहरे रवैये का खुलाशा कर दिया। हालांकि, इस मौके पर कश्मीर के उल्लेख को लेकर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया जताई है। जानकार कहने लगे है कि करतारपुर से बातचीत शुरू हो सकती है, यह उम्मीद नहीं करनी चाहिए।

    हाफिज का करीबी भी था मौजूद

    बतातें चलें कि खालिस्तान आतंकी गोपाल चावला हाफिज सईद का करीबी माना जाता है। उस पर भारत में खालिस्तानी गतिविधियों को बढ़ावा देने की साजिश में शामिल रहने का आरोप है। आईएसआई की शह पर भारत में खालिस्तानी उग्रवाद को समर्थन देना और अलगाववाद को बढ़ावा देने के लिए गोपाल चावला सहित कई खालिस्तानी समर्थक तत्व वहां मौजूद थे। सूत्रों का कहना है कि गोपाल चावला की मौजूदगी अनायास नहीं है।

    विदेश मंत्रालय ने जताई नाराजगी

    भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह बहुत खेदजनक है कि पाक पीएम ने इस पवित्र मौके का इस्तेमाल राजनीति के लिए किया। जम्मू कश्मीर के उल्लेख को अनापेक्षित बताते हुए मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है और इसे भारत से कभी अलग नहीं किया जा सकता है। पाक को सीमापार आतंकवाद को सभी तरह का सहयोग और शरण देना बंद करके प्रभावी कार्रवाई करनी चाहिए।

    खालिस्तान को मदद कर रहा है पाकिस्तान

    स्मरण रहें कि खालिस्तान को समर्थन देना पाकिस्तान की नीति का हिस्सा है। पाकिस्तान हमेशा शांति की बात करके जमीन पर अपने आचरण से धोखा देता रहा है। उसकी मंशा करतारपुर कॉरीडोर के रास्ते का इस्तेमाल करके खालिस्तान को बढ़ावा देना भी हो सकता है। यह शक अनायास नहीं है। बल्कि, भारत सार्क को लेकर पहले ही अपना रुख साफ कर चुका है। भारत ने सार्क के बजाय बिम्सटेक पर ज्यादा फोकस किया है।

  • पाकिस्तान में भड़का हिंसा : सुप्रीम कोर्ट के एक निर्णय के विरोध में आगजनी

    पाकिस्तान में भड़का हिंसा : सुप्रीम कोर्ट के एक निर्णय के विरोध में आगजनी

    पाकिस्तान के लोग गुस्से में है। सड़को पर आगजनी और तोड़फोड़ की घटना आम हो चुकी है। आलम यह हो चुका है कि पाक पीएम इमरान खान को आवाम के नाम संदेश जारी करना पड़ रहा है। दरअसल, यह पूरी घटना ईशनिंदा के आरोप से पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट द्वारा बरी की गईं एक ईसाई महिला आसिया बीबी से जुड़ी है।

    थमने का नाम ही नहीं ले रहा है हिंसा

    पाकिसतान में फैसले के खिलाफ पिछले दो रोज से हिंसक प्रदर्शन जारी है। पाक प्रधानमंत्री इमरान खान इसको लेकर कट्टरपंथियों को चेतावनी दे चुके हैं। बावजूद इसके लोगो का आक्रोश थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। मामला इस्लाम का अपमान करने के आरोप से जुड़ा है। घटना वर्ष 2010 की है। चार बच्चों की मां 47 वर्षिया आसिया बीबी को ईस निन्दा कानून के तहत दोषी करार दिया गया था और उन्हें फांसी की सजा दी जा चुकी है। बीते आठ वर्ष में आशिया बीबी एकांत कारावास में है।

    सुप्रीम कोर्ट ने दी राहत

    पाकिस्तान के उच्चतम न्यायालय ने बुधवार को अपने ऐतिहासिक फैसले में ईशनिंदा की दोषी क़रार दी गईं आसिया बीबी को सुनाई गई मौत की सज़ा को पलटते हुए उसे बरी कर दिया है। जिसके बाद देश भर में विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गए। अदालत का मानना था कि आसिया के ख़िलाफ़ जो साक्ष्य पेश किए गए वे अपर्याप्त थे। दूसरी ओर पाकिस्तान के कट़टरपंथी अब कोर्ट के निर्णय का ही विरोध करने लगे है और आसिया बीबी को फांसी देने की मांग कर रहें हैं।

    हालात हुए बेकाबू

    पाकिस्तान के अधिकारियों ने बताया कि इन प्रदर्शनों से पंजाब प्रांत सबसे अधिक प्रभावित है। यहां स्कूलों को बंद कर दिया गया है और सेकेंडरी स्कूल सर्टिफिकेट की पूरक परीक्षाएं रोक दी गई हैं। इसके अलावा सिंध और ख़ैबर पख़्तूनख़्वा में निजी स्कूल बंद कर दिए गए हैं और अस्पतालों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। पुलिस और अर्धसैनिक बल हालात पर काबू पाने का प्रयास कर रहे हैं।

    निचली अदालत ने दी थी फांसी

    पाकिस्तान के ईसाई महिला आसिया बीबी पर 2009 में ईशनिंदा का आरोप लगा था और 2010 में निचली अदालत ने उन्हें दोषी क़रार देते हुए फांसी की सज़ा सुनायी थी। जिसे 2014 में लाहौर उच्च न्यायालय ने बरक़रार रखा था। किंतु, अब पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने प्रयाप्त साक्ष्य के अभाव में आसिया बीबी को रिहा कर देने का आदेश दे दिया है।

    आसिया बीबी के पक्षकार की हो चुकी है हत्या

    पाकिस्तान के आसिया बीबी का मामला सुर्ख़ियों में तब आया, जब देश के पंजाब प्रांत के गर्वनर रहे सलमान तासीर की वर्ष 2011 में ईशनिंदा क़ानून की आलोचना और बीबी का समर्थन करने के चलते उनके अंग रक्षको ने ही उनकी हत्या कर दी। बात यही खत्म नहीं हुआ। बल्कि, तासीर की हत्या के एक महीने बाद पाकिस्तान के धार्मिक अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री शहबाज़ भट्टी की इस्लामाबाद में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। बतातें चलें कि ईसाई मत को मानने वाले भट्टी ने भी इस क़ानून की निंदा की थी।

    यह है पूरा मामला

    दरअसल, इस घटना की शुरुआत वर्ष 2009 में हुई। बताया जा रहा है कि आशिया अपने खेत में काम करने के दौरान वहां मौजूद एक कुआं से पानी निकाल कर पीने की कोशिश कर रही थी। वहां मौजूद दो अन्य मुस्लिम महिलाओं ने इसका विरोध करते हुए आसिया को इसाई बता कर कुआं से पानी निकालने से मना किया। इसके बाद उन्हीं में से एक मुस्लिम महिला ने कुंआ से पानी निकाला और आसिया को पीने के लिए दिया। आसिया के पानी पीते ही मुस्लिम महिलओं ने कहा कि तुम मेरे हाथ से पानी पी चुकी हो और अब तुम मुसलमान हो चुकी हो। आसिया ने जब इसका विरोध किया तो उन दो मुस्लिम महिलाओं ने आसिया पर इस्लाम का अपमान करने का आरोप लगाते हुए केस दर्ज करा दिया। पाकिस्तान में इस्लाम का अपमान करने पर फांसी देने का प्रावधान है।

  • कर्ज नहीं मिला तो दो महीने में दिवालिया हो जाएगा पाकिस्तान

    कर्ज नहीं मिला तो दो महीने में दिवालिया हो जाएगा पाकिस्तान

    अन्तराष्ट्रीय आतंकवाद की जननी और अपने पड़ोसियों को परमाणु बम की धमकी देने वाला पाकिस्तान दिवालिया होने के कगार पर है। पहले से कर्ज में डूबे पाकिस्तान को यदि दो महीने के भीतर और कर्ज नहीं मिला तो वह दिवालिया हो जायेगा। यह कोई विरोधियों का आरोप नहीं बल्कि, स्वयं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का कबूलनामा है। पीएम श्री खान ने कहा कि अगर हमारी सरकार को अगले दो माह में कर्ज नहीं मिला तो पाकिस्तान भयंकर रूप से दिवालिया हो जाएगा। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने विदेशी कर्ज की रकम को 36 खरब रुपये पहुंचा दिया था।

    पाक पीएम ने ये कहा

    ऋण के मुद्दे पर स्वयं पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष यानी आईएमएफ के पास जाने पर वास्तविक मुद्दा ऋण को लेकर कुछ नियमों का पालन करना होता है। उन्होंने कहा कि हम कुछ अन्य स्रोतों के माध्यम से भी स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे हैं। कहा कि हमें सऊदी अरब और चीन से अच्छे संदेश मिल रहे हैं। वित्तीय सहायता के लिए दोनों देशों से पहले ही संपर्क किया जा चुका है।

  • अमेरिका और चीन के बीच छिड़ा ट्रेडवार, पाक की मदद में भारी कटौती

    अमेरिका और चीन के बीच छिड़ा ट्रेडवार, पाक की मदद में भारी कटौती

    अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन से आने वाले माल पर आयात शुल्क को 25 फीसदी तक बढ़ा कर चीन को बड़ा झटका दे दिया है। ट्रंप ने कहा है कि उनकी सरकार ने चीन के खिलाफ अब तक के सबसे कड़े कदम उठाए हैं। ट्रंप इस साल जून से अपने यहां चीन से आने वाले माल पर धीर धीरे आयात शुल्क बढ़ा रहा हैं। ट्रंप ने अपनी चीन नीति को अपने प्रशासन की सबसे बड़ी उपलब्धियों के रूप में गिनाया और कहा कि इससे अमेरिका की अर्थव्यवस्था को मजबूती देने एवं रोजगार के सृजन में मदद मिली है।

    व्यापार संतुलन बनाए रखने के लिए उठाया कदम

    चीन के साथ द्विपक्षीय व्यापार में अमेरिका का आयात उसके निर्यात से 500 अरब कम है। ट्रंप का कहना है कि इस तरह का व्यापार लंबे समय तक नहीं चल सकता है। ट्रंप ने चीन से आयात किए जाने वाले 250 अरब डालर के माल पर 25 प्रतिशत का अतिरिक्त आयात शुल्क लगा दिया है। साथ ही अमेरिका ने चीन से परमाणु प्रौद्योगिकी के व्यापार पर भी कई अंकुश लगा दिए हैं।

    चीन की नजर अब भारत पर

    इधर, चीन ने अमेरिका पर एकतरफा पहल के जरिए व्यापार विवाद भड़काने का आरोप लगाया है। चीनी दूतावास के एक अधिकारी ने इस हालात से निपटने के लिए भारत के साथ मजबूत व्यापारिक साझेदारी की वकालत की है। कहा कि दो बड़े विकासशील देश और बड़े उभरते बाजार होने के नाते, चीन और भारत दोनों सुधार और अर्थव्यवस्था को बढ़ाने के लिए एक साथ मिल कर काम करने की आवश्यकता है। कहा कि चीन और भारत बहुध्रुवीय व्यापार प्रणाली और मुक्त व्यापार की रक्षा के लिए समान हित साझा करते हैं।

    पाकिस्तान को बड़ा झटका

    इस बीच खबर आई है कि अमेरिका ने पाकिस्तान को मिलने वाली रक्षा मदद में 80 फीसदी तक कटौती करने के संकेत दे दिएं हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक रक्षा मदद में पाकिस्तान को मिलने वाली 70 करोड़ डॉलर की वार्षिक राशि, अगले साल महज 15 करोड़ रहने की सम्भावना है। इस राशि को भी हासिल करने के लिए पाकिस्तान को कई शर्तों का अनुपालन करना होगा। विशेषज्ञों ने बताया कि अमेरिका हक्कानी नेटवर्क और आतंकियों के सुरक्षित पनाहगाहों के खिलाफ कार्रवाई करने के नाम पर पहले मदद करता था। वहीं गैर नाटो सहयोगी के तौर पर पाकिस्तान को मिलने वाली वाली राशि में भी कटौती कर मात्र 15 करोड़ डॉलर रहने की उम्मीद है। नतीजा, पहले से आर्थिक तंगी झेल रहा पाकिस्तान की अर्थ व्यवस्था अब और बेपटरी होने की उम्मीद है।

  • तो क्या दिवालिया हो जायेगा पाकिस्तान… देखिए इस रिपोर्ट में

    तो क्या दिवालिया हो जायेगा पाकिस्तान… देखिए इस रिपोर्ट में

    KKN न्‍यूज ब्यूरो। पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पिछले कुछ महीनों से भारी संकट की दौर में है। पाकिस्तानी मुद्रा का अवमूल्यन तेजी से जारी है। इस वक्त एक अमरीकी डॉलर की तुलना में पाकिस्तानी रुपया गिर कर, 120 रुपए की हो चुकी है। इसके अतिरिक्त विदेशी मुद्रा का भंडार अब चंद महीनो की खर्च के लायक ही शेष बची है। आलम ये है कि सरकारी खर्चे के लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को प्रधानमंत्री कार्यालय में मौजूद सरकारी गाड़ी, हेलिकॉप्टर और सरकारी भैस तक बेचने पड़ रहें हैं। पाकिस्तान आर्थिक दिवालिया होने के कगार पर कैसे पहुंच गया? देखिए इस रिपोर्ट में…

  • पाकिस्तान को इस्लामी कल्याणकारी राज्य बना पायेंगे पीएम इमरान

    पाकिस्तान को इस्लामी कल्याणकारी राज्य बना पायेंगे पीएम इमरान

    क्रिकेट की पीच से निकल कर सियासत में आए इमरान खान ने शनिवार को पाकिस्तान के 22वें वजीर-ए-आजम के रूप में राष्ट्रपति भवन में शपथ लेकर इतिहास रच दी। हालांकि, इमरान खान को भ्रष्टाचार से रूग्न पाकिस्तान को अब एक इस्लामी कल्याणकारी राज्य में तब्दील करने की बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा। स्मरण रहे कि आम चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में पाकिस्तान तहरीक-ए- इंसाफ यानी पीटीआई के उभरने के बाद से ही इमरान खान के पाकिस्तान के वजीर-ए-आजम बनना लगभग तय माना जा रहा था।

    पाकिस्तान को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने का सपना

    इमरान खान ने पाकिस्तान में वर्ष 1996 में पीटीआई की स्थापना की थी। उनका मकसद था पाकिस्तान को भ्रष्टाचार मुक्त करके सभी के लिए न्याय की उचित व्यवस्था करना। एक ऐसे देश की राजनीति में खुद को और एक नयी पार्टी को स्थापित करना बेहद मुश्किल काम था जिसकी राजनीति दो प्रमुख पार्टियों पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज यानी पीएमएल-एन और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी यानी पीपीपी के ही इर्दगिर्द घूमती रही है। अपनी पार्टी को पहचान दिलाने के लिए खान ने अथक परिश्रम किया और 22 साल के लम्बे संघर्ष के बाद आज वह पाकिस्तान के वजीर-ए-आजम बन चुकें हैं। लिहाजा, पाकिस्तान की आबाम उनसे सुधार की उम्मीद पाले बैठी है।

    पीएम इमरान का सियासी सफरनामा

    क्रिकेट की मैदान से सियासत में उतरने के बाद इमरान खान वर्ष 2002 में हुए चुनाव में संसद सदस्य बने और 2013 में नेशनल असेंबली के लिए हुए चुनाव में वह फिर से निर्वाचित हो गये। आपको याद ही होगा कि इस चुनावों में लोगों के जबर्दस्त समर्थन से उनकी पार्टी पाकिस्तान की दूसरी सबसे पार्टी के रूप में उभर कर सामने आई थी। चुनाव के अगले ही साल मई 2014 में खान ने चुनाव में धांधली होने के आरोप लगा कर सुर्खियों में आ गये थे। इन चुनाव में नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन विजयी हुई थी और मियां नबाज शरीफ प्रधानमंत्री बने थे।

    ताहिर उल कादरी के साथ किया गठबंधन

    अगस्त 2014 में कथित चुनावी धांधली की जांच कराने और शरीफ के इस्तीफे की मांग करते हुए खान ने समर्थकों के साथ लाहौर से इस्लामाबाद तक रैली निकाली थी। इसके एक माह के भीतर ही खान ने पाकिस्तान मूल के कनाडाई मौलबी ताहिर उल कादरी के साथ गठबंधन कर लिया था। इस गठबंधन ने मिल कर शरीफ के इस्तीफे की मांग करते हुए उग्र प्रदर्शन किया था। इस मामले की जांच के लिए न्यायिक आयोग बनाने का समझौता होने के बाद ही इनका प्रदर्शन समाप्त हुआ।

    भारत के साथ संबंध पर टिकी निगाहें

    प्रधानमंत्री इमरान खान ने 2018 में अपने चुनाव प्रचार में भ्रष्टाचार से निपटने, गरीबी उन्मूलन कार्यक्रम लागू करने, स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा के क्षेत्र को बेहतर बनाने का वादा किया है। माना जा रहा है कि पीएम खान को पाकिस्तान की सेना का भी समर्थन हासिल है। लिहाजा, अब लोगो को उम्मीद है कि पीएम खान शीघ्र ही पाकिस्तान को एक कल्याणकारी इस्लामिक राज्य के रूप में तब्दिल कर सकेंगे। इस बीच भारत के साथ उनके रिश्तो को लेकर भी दुनिया की नजर उन पर टिकी हुई है। पिछले महीने उन्होंने जीत के बाद अपने भाषण में कहा था कि वह भारत के साथ पाकिस्तान के संबंध को बेहतर बनाने के लिए तैयार हैं। किंतु, उनके पीएम बनते ही जिस प्रकार से कश्मीर में आतंकी गतिविधियों में इजाफा हुआ है, इससे उनकी नीयत पर शक होना भारत सहित पूरे दुनिया के लिए लाजमी है।

     

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  • शौहर की नाफरमानी महिला सिंगर की गयी जान

    शौहर की नाफरमानी महिला सिंगर की गयी जान

    हुक्म मानने से इनका करने पर शौहर ने मारी गोली

    पाकिस्तानी में शौहर का हुक्म उसके बीबी के लिए आखरी फरमान माना जाता है और इसके इतर जाना, बीबी के लिए जहन्नुम को आलिंगन करने के जैसा हो जाता है। वाकया, पाकिस्तान के खैबर पख्तुनख्वां प्रांत की है। दरअसल, यहां की एक मसहूर सिंगर और एक्ट्रेस रेशमा की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। ताज्जुब की बात ये कि यह हत्या किसी और ने नहीं बल्कि रेशमा के शौहर ने ही की है। वह भी महज इसलिए कि रेशमा अपने शौहर के साथ ससुराल जाने से मना कर रही थी।

    इस वजह से भड़का शौहर
    दरअसल, रेशमा अपने शौहर फवाद खान की की चौथी बीबी थीं। फवाद खान विदेश में रह कर काम करता था और पिछले सप्ताह ही पाकिस्तान लौटा था। इधर, सिंगर रेशमा अपने भाई के साथ पाकिस्तान के खैबर पख्तुनख्वां के नौशेरा जिले में रह रही थीं। बताया यह भी जा रहा है कि रेशमा का अपने शौहर के साथ पहले से रिश्ते खराब चल रहे थे। इस बीच गत बुधवार को फवाद खान अपनी बीबी रेशमा को ले जाने के लिए ससुराल आया था। किंतु, रेशमा ने उसके साथ जाने से इंकार कर दिया। इस बात से भड़का फवाद ने रेशमा पर गोली चला दी। गोली लगने से रेशमा की मौके पर ही मौत हो गई है। बहरहाल, पुलिस ने फवाद के खिलाफ एफआईआर दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी है।
    पहले भी हो चुकी है महिला आर्टिस्ट की हत्या
    जानकारी के मुताबिक खैबर पख्तुनख्वां में महिला आर्टिस्ट पर हिंसा का ये 15वां मामला है। इससे पहले 3 फरवरी को एक्ट्रेस सनबुल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी । इससे पहले फरवरी में मरदान में गायिका सुंबल की उस समय हत्या कर दी गई थी, जब उसने एक निजी समारोह में शामिल होने से मना कर दिया था। रेशमा की हत्या इस साल महिलाओं के खिलाफ होने वाली हिंसा की 15वीं वारदात है। साल 2014 में अफगान गायिका गुलनाज उर्फ मुस्कान की पेशावर में हत्या कर दी गई थी। 2010 में स्वात घाटी की गायिका गजाला जावेद की उनके पति ने हत्या कर दी थी। 2009 में पेशावर में अयमान उदास की उसके भाई ने ही गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

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