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  • प्रधानमंत्री मोदी का वाराणसी का 50वां दौरा: ऐतिहासिक क्षण और विकास की नई दिशा

    प्रधानमंत्री मोदी का वाराणसी का 50वां दौरा: ऐतिहासिक क्षण और विकास की नई दिशा

    KKN गुरुग्राम डेस्क | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 अप्रैल 2025 को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के ऐतिहासिक दौरे पर होंगे, जो उनके करियर का 50वां दौरा होगा। यह अवसर किसी भी प्रधानमंत्री के लिए अभूतपूर्व है, क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी ने वाराणसी को अपनी राजनीति और सामाजिक कार्यों का केंद्र बना लिया है। इस दौरे के दौरान प्रधानमंत्री मोदी 3884 करोड़ रुपये की 44 परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। साथ ही, प्रधानमंत्री मोदी अपने संसदीय क्षेत्र की जनता से जुड़कर कई महत्वपूर्ण विकास योजनाओं की शुरुआत करेंगे।

    प्रधानमंत्री मोदी का 50वां दौरा: एक ऐतिहासिक मील का पत्थर

    प्रधानमंत्री मोदी का वाराणसी में 50वां दौरा न केवल उनके राजनीतिक जीवन का अहम पड़ाव है, बल्कि यह उनके वाराणसी से गहरे संबंध और वहां के लोगों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है। यह दौरा खासतौर पर इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह उनके 11वें कार्यकाल के दौरान हो रहा है, और इस दिन प्रधानमंत्री मोदी सुबह 11 बजे एक विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे। भा.ज.पा. ने इस दौरे को एक ‘शुभ योग’ और ‘गौरव का क्षण’ करार दिया है।

    भाजपा की तैयारियां: 50 हजार लोगों की भीड़ का लक्ष्य

    भा.ज.पा. ने प्रधानमंत्री मोदी के इस ऐतिहासिक दौरे को सफल बनाने के लिए पूरे वाराणसी में व्यापक तैयारियां की हैं। पार्टी ने प्रधानमंत्री मोदी की जनसभा में 50,000 लोगों को लाने का लक्ष्य रखा है। इसके तहत, वाराणसी शहर को पार्टी के झंडों, बैनरों और झालरों से सजाया गया है। इसके अलावा, 1,000 से अधिक होर्डिंग्स पूरे शहर में लगाए गए हैं। पार्टी कार्यकर्ता और आम जनता जुलूसों और वाहन काफिलों के साथ जनसभा स्थल पर पहुंचेंगे। इस दौरे से पहले, विशेष स्वच्छता अभियान भी चलाया जा रहा है ताकि शहर की सफाई सुनिश्चित की जा सके।

    प्रधानमंत्री मोदी के दौरे में महत्वपूर्ण परियोजनाओं का उद्घाटन

    प्रधानमंत्री मोदी इस दौरे के दौरान 3884 करोड़ रुपये की 44 परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। इन परियोजनाओं में 19 परियोजनाएं (1629.13 करोड़ रुपये) का उद्घाटन और 25 परियोजनाएं (2255.05 करोड़ रुपये) का शिलान्यास शामिल है। इन परियोजनाओं से वाराणसी में एक बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा, जो शहर के विकास को नई दिशा देगा।

    जल जीवन मिशन के तहत ग्रामीण पानी योजना

    प्रधानमंत्री मोदी द्वारा सबसे अहम उद्घाटन परियोजना जल जीवन मिशन के अंतर्गत 130 ग्रामीण पेयजल योजनाओं का उद्घाटन है। इन योजनाओं का कुल लागत ₹345.12 करोड़ है और इनसे हजारों गांवों को शुद्ध जल उपलब्ध होगा। यह योजना ग्रामीण क्षेत्रों में जीवन स्तर को बेहतर बनाएगी और स्वच्छ पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करेगी।

    डेयरी किसानों को मिलेगा बोनस

    इसके अलावा, प्रधानमंत्री मोदी बानास डेयरी से जुड़े लाखों दूध उत्पादक किसानों को ₹106 करोड़ का बोनस भी ट्रांसफर करेंगे। यह कदम खासतौर पर दूध उत्पादन से जुड़े किसानों के लिए महत्वपूर्ण है, जो लंबे समय से अपनी मेहनत का सही मूल्य चाहते थे।

    ट्रैफिक की समस्या का समाधान: नए फ्लाईओवर और टनल

    वाराणसी में यातायात व्यवस्था की समस्या एक प्रमुख चुनौती रही है। प्रधानमंत्री मोदी के दौरे के दौरान, इस समस्या के समाधान के लिए कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं का शिलान्यास किया जाएगा:

    1. बाबतपुर एयरपोर्ट के पास अंडरपास टनल: बाबतपुर एयरपोर्ट के पास एनएच-31 पर एक नई अंडरपास टनल का निर्माण किया जाएगा, जिससे शहर में यातायात का दबाव कम होगा और यात्रियों को परेशानी नहीं होगी।

    2. भिखारीपुर तिराहा और मंडुवाडीह चौराहे पर फ्लाईओवर: इन दोनों स्थानों पर फ्लाईओवर का निर्माण किया जाएगा, जिससे वाराणसी की जाम की समस्या में सुधार होगा और ट्रैफिक के प्रवाह में तेजी आएगी।

    इन परियोजनाओं से वाराणसी की यातायात व्यवस्था में क्रांतिकारी बदलाव आने की उम्मीद है।

    प्रधानमंत्री मोदी का वाराणसी से गहरा जुड़ाव

    प्रधानमंत्री मोदी का वाराणसी से व्यक्तिगत और पेशेवर दोनों स्तर पर गहरा जुड़ाव है। उन्होंने इस क्षेत्र का विकास अपनी प्राथमिकताओं में रखा है और यहां विकास की योजनाओं को लागू किया है। वाराणसी में पिछले कुछ वर्षों में पीएम मोदी के नेतृत्व में कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं की शुरुआत की गई है, जिनमें काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर, गंगा नदी के किनारे का सौंदर्यकरण और स्मार्ट सिटी पहल शामिल हैं।

    वाराणसी का भविष्य: विकास और बदलाव

    प्रधानमंत्री मोदी का 50वां दौरा वाराणसी के भविष्य की दिशा को भी निर्धारित करेगा। उनका उद्देश्य एक ऐसा वाराणसी बनाना है जो आधुनिक और स्मार्ट शहर के रूप में विकसित हो, साथ ही अपनी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित रखें। आने वाले समय में, वाराणसी में बेहतर यातायात व्यवस्था, स्वच्छ जल, और समृद्धि के अनेक अवसर उत्पन्न होंगे।

    भाजपा का रणनीतिक कदम

    भा.ज.पा. का यह दौरा न केवल एक विकासात्मक प्रयास है, बल्कि आने वाले चुनावों में पार्टी की सत्ता में वापसी के लिए भी एक महत्वपूर्ण रणनीतिक कदम है। प्रधानमंत्री मोदी के 50वें दौरे के दौरान किए जा रहे उद्घाटन और शिलान्यास से पार्टी को जनसमर्थन प्राप्त होगा और यह साबित होगा कि मोदी सरकार ने अपने वादों को पूरा किया है।

    प्रधानमंत्री मोदी का 50वां दौरा न केवल वाराणसी के लिए बल्कि पूरे भारत के लिए महत्वपूर्ण है। इस दौरे के दौरान जो परियोजनाएं शुरू हो रही हैं, वे समाज और अर्थव्यवस्था में सकारात्मक बदलाव लाएंगी। जल जीवन मिशन, डेयरी किसानों को बोनस और यातायात समाधान जैसी परियोजनाएं वाराणसी को एक मॉडल शहर बना देंगी, जो पूरे देश के लिए एक प्रेरणा बनेगा।

    प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा उनके जनसेवा और विकास के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है, और इससे वाराणसी में एक नया युग शुरू होगा, जो समान अवसरों और आधुनिक विकास के लिए एक उदाहरण बनेगा।

  • प्रधानमंत्री मोदी का मॉरीशस दौरा: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले बिहारियों से जुड़ने की एक रणनीति

    प्रधानमंत्री मोदी का मॉरीशस दौरा: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले बिहारियों से जुड़ने की एक रणनीति

    KKN गुरुग्राम डेस्क | इस साल के अंत में बिहार में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हालिया मॉरीशस दौरा कई तरह से चर्चा में है। पीएम मोदी ने अपने इस दौरे के दौरान भाषण की शुरुआत भोजपुरी में की, जिससे बिहार के राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई। उनके इस कदम को बिहार विधानसभा चुनाव से जोड़ा गया है, क्योंकि भोजपुरी भाषी समुदाय बिहार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरे के दौरान मॉरीशस में बसे बिहार के प्रवासी समुदाय से अपनी नजदीकी बढ़ाने का प्रयास किया और उनके बीच अपनी लोकप्रियता को और मजबूत किया।

    मॉरीशस में पीएम मोदी की भोजपुरी में बात करना: बिहारियों से सीधा कनेक्शन

    प्रधानमंत्री मोदी का भोजपुरी में भाषण देने का निर्णय राजनीतिक दृष्टिकोण से बहुत मायने रखता है। यह कदम खासतौर पर बिहार के चुनावी परिप्रेक्ष्य में अहम है, क्योंकि बिहार में बड़ी संख्या में लोग भोजपुरी बोलते हैं। जब मोदी ने अपनी बात भोजपुरी में शुरू की, तो यह साफ तौर पर बिहार के वोटरों के साथ उनके संबंधों को मजबूत करने की कोशिश थी। यह विशेष रूप से बिहार विधानसभा चुनाव के संदर्भ में देखा जा रहा है, क्योंकि इस राज्य में भोजपुरी भाषा का गहरा प्रभाव है।

    मॉरीशस को अक्सर “मिनी बिहार” कहा जाता है, क्योंकि यहां की आबादी का एक बड़ा हिस्सा भारतीय मूल का है, खासकर बिहार से आए हुए लोग। 1834 में बिहार से बड़ी संख्या में लोग गिरमिटिया मजदूरों के रूप में मॉरीशस गए थे। आज, इन लोगों के वंशजों की संख्या यहां की कुल जनसंख्या का बड़ा हिस्सा है, और लगभग 50% लोग भोजपुरी बोलते हैं। पीएम मोदी ने इस समुदाय से जुड़ने के लिए मखाना भेंट किया, जो बिहार का प्रसिद्ध उत्पाद है और राज्य की पहचान में शामिल है।

    मॉरीशस में बिहार की संस्कृति का उल्लेख

    प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण के दौरान बिहार की भाषा, संस्कृति और खानपान का भी उल्लेख किया। जब मोदी पोर्ट लुइस में पहुंचे, तो वहां की महिलाओं ने पारंपरिक भोजपुरी गीत गाकर उनका स्वागत किया। यह गीत “गवई” कहलाता है, जिसे आमतौर पर खुशियों के अवसरों पर गाया जाता है, जैसे शादी-ब्याह। यह गीत यूनेस्को की सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा भी है। इस गीत के बोल कुछ इस प्रकार थे: “राजा के सोभे ला माथे मौरिया, कृष्ण के सोभे ला हाथे बांसुरी।” यह गीत बिहार के सांस्कृतिक धरोहर को दर्शाता है और मोदी के लिए एक बड़ा संकेत था कि वह अपनी जड़ों से जुड़ने की कोशिश कर रहे हैं।

    मॉरीशस: बिहार के प्रवासी समुदाय का गढ़

    मॉरीशस में 12 लाख की आबादी में से लगभग 70% लोग भारतीय मूल के हैं, और इनमें से 50% से ज्यादा लोग भोजपुरी बोलते हैं। यह संख्या बिहार के लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि इन लोगों के राजनीतिक रुझान बिहार के आगामी चुनावों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। बिहार में भोजपुरी भाषा 10 जिलों में बोली जाती है, जिनमें 73 विधानसभा सीटें आती हैं। इसलिए, प्रधानमंत्री मोदी का भोजपुरी में बात करना और बिहार की संस्कृति का उल्लेख करना, चुनावी दृष्टि से एक प्रभावी कदम है।

    मखाना और मल्लाह समुदाय: एक और चुनावी जुड़ाव

    मोदी ने मॉरीशस के प्रधानमंत्री को मखाना (जो बिहार का प्रमुख उत्पाद है) भेंट किया। इस कदम को बिहार विधानसभा चुनाव से भी जोड़ा जा रहा है। पिछले महीने, मोदी सरकार ने केंद्रीय बजट में मखाना बोर्ड बनाने का ऐलान किया था, जो मल्लाह समुदाय, यानी मछुआरों और नाविकों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से था। मखाना बिहार में एक महत्वपूर्ण फसल है और इसका व्यापार बिहार के मल्लाह समुदाय से जुड़ा हुआ है, जो राज्य में एक बड़ा वोट बैंक है। इस तरह की पहल मोदी सरकार की चुनावी रणनीति का हिस्सा मानी जा रही है।

    नालंदा विश्वविद्यालय का उल्लेख: बिहार के शिक्षा और संस्कृति को बढ़ावा

    प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण के दौरान नालंदा विश्वविद्यालय का भी उल्लेख किया। नालंदा विश्वविद्यालय बिहार की ऐतिहासिक धरोहर है और पिछले साल मोदी और विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने राजगीर में इसके नए परिसर का उद्घाटन किया था। नालंदा विश्वविद्यालय का पुनर्निर्माण मोदी सरकार की प्रमुख योजनाओं में से एक है और इसे बिहार की सांस्कृतिक और शैक्षिक धरोहर के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है। यह कदम बिहार के शैक्षिक विकास की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है और चुनावी दृष्टिकोण से यह मोदी सरकार की रणनीति का अहम हिस्सा है।

    बिहार के प्रवासी भारतीयों से मोदी का जुड़ाव

    प्रधानमंत्री मोदी का यह पहला प्रयास नहीं है जब उन्होंने बिहार के प्रवासी भारतीयों से जुड़ने की कोशिश की है। इससे पहले, उन्होंने गुयाना, फिजी, त्रिनिदाद, टोबैगो, सूरीनाम और सेशेल्स में बसे बिहार मूल के भारतीयों से संपर्क बढ़ाने की कोशिश की थी। जब मोदी पिछले साल गुयाना गए थे, तो उन्होंने वहां के राष्ट्रपति इरफान अली को मधुबनी पेंटिंग भेंट की थी, जो बिहार की कला का प्रतीक है। इसके अलावा, मोदी ने इंडियन अराइवल मॉन्यूमेंट भी देखा था, जो 1838 में भारतीय गिरमिटिया मजदूरों के पहले जहाज के गुयाना पहुंचने की याद में बनाया गया था।

    प्रवासी भारतीय दिवस: मोदी की विदेश यात्रा का महत्व

    इस साल की शुरुआत में, त्रिनिदाद और टोबैगो की राष्ट्रपति क्रिस्टीन कंगलू प्रवासी भारतीय दिवस की मुख्य अतिथि थीं। यह कार्यक्रम भारतीय सरकार द्वारा हर साल आयोजित किया जाता है, जिसका उद्देश्य दुनिया भर में फैले भारतीयों को सम्मानित करना है। मोदी के विदेश दौरे और प्रवासी भारतीयों से जुड़ने की यह प्रक्रिया, बिहार के लिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि प्रवासी भारतीयों का बिहार से गहरा जुड़ाव है।

    बिहार चुनाव से पहले मोदी की विदेश यात्राओं का राजनीतिक महत्व

    प्रधानमंत्री मोदी की मॉरीशस, गुयाना और अन्य देशों की यात्राओं का राजनीतिक महत्व न केवल विदेश नीति के दृष्टिकोण से है, बल्कि यह बिहार के आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर भी उनकी रणनीति का हिस्सा है। इन यात्राओं के दौरान बिहार की सांस्कृतिक पहचान, भाषा, और परंपराओं को प्राथमिकता देने से यह साफ संकेत मिलता है कि मोदी बिहार के लोगों से अपनी गहरी सांस्कृतिक और सामाजिक जुड़ाव को दर्शाने के प्रयास में हैं। यह कदम उनकी पार्टी बीजेपी के लिए बिहार में राजनीतिक समर्थन जुटाने की दिशा में अहम हो सकता है।

    प्रधानमंत्री मोदी का मॉरीशस दौरा और भोजपुरी में भाषण, उनके बिहार चुनाव के लिए रणनीतिक दृष्टिकोण का हिस्सा है। मखाना जैसे स्थानीय उत्पादों का प्रमोशन, बिहार के इतिहास और संस्कृति का संदर्भ, और प्रवासी भारतीयों के साथ जुड़ाव यह सब बिहार विधानसभा चुनावों को लेकर उनकी स्पष्ट योजना को दर्शाते हैं। इस बार बिहार में चुनावी मुकाबला काफी रोचक होने की संभावना है, और मोदी की इन रणनीतियों से यह साफ होता है कि वह राज्य के वोटरों से जुड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।

  • पीएम मोदी का भागलपुर दौरा: बिहार चुनाव और किसानों के लिए बड़ा ऐलान

    पीएम मोदी का भागलपुर दौरा: बिहार चुनाव और किसानों के लिए बड़ा ऐलान

    KKN गुरुग्राम डेस्क | दिल्ली चुनाव में शानदार जीत के बाद अब BJP की नजर Bihar Assembly Election पर है। इसी रणनीति के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का Bhagalpur Visit बेहद अहम माना जा रहा है। यह भले ही सरकारी कार्यक्रम है, लेकिन इसका असर दूर तक देखने को मिलेगा।

    इस दौरे के दौरान PM Modi भागलपुर के Airport Ground से Pradhan Mantri Kisan Samman Nidhi Yojana (PM-KISAN) की 19वीं किस्त जारी करेंगे। यह योजना देशभर के किसानों को आर्थिक सहायता पहुंचाने के लिए शुरू की गई थी, जिससे करोड़ों किसानों को सीधा फायदा मिलेगा।

    पीएम मोदी का भागलपुर दौरे का शेड्यूल

    Prime Minister Narendra Modi आज नई दिल्ली से Deoghar Airport पहुंचेंगे। यहां से वह सीधे भागलपुर के लिए रवाना होंगे।

    मिली जानकारी के अनुसार, PM Modi दोपहर 12:00 बजे भागलपुर पहुंचेंगे और PM Kisan Yojana की 19वीं किस्त जारी करेंगे। इससे करोड़ों किसानों को सीधे आर्थिक मदद मिलेगी।

    PM-KISAN योजना: किसानों के लिए आर्थिक राहत

    Pradhan Mantri Kisan Samman Nidhi Yojana के तहत PM Modi 9 करोड़ 80 लाख किसानों के खातों में ₹22,000 करोड़ की राशि ट्रांसफर करेंगे।

    इसमें बिहार के 76 लाख किसान भी शामिल हैं, जिन्हें इस योजना का सीधा लाभ मिलेगा। इस आर्थिक सहायता से किसान अपनी खेती में सुधार कर सकेंगे और खेती से जुड़ी लागतों को पूरा कर पाएंगे।

    PM Modi का भागलपुर दौरा क्यों महत्वपूर्ण है?

    यह दौरा केवल किसानों को आर्थिक सहायता देने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका Bihar Election 2024 से सीधा संबंध है। बीजेपी की कोशिश है कि Bihar Farmers और Rural Voters को अपनी ओर आकर्षित किया जाए।

    Bhagalpur को इस कार्यक्रम के लिए चुनकर, पार्टी ने एक बड़ा राजनीतिक संदेश दिया है। यह इलाका बिहार के Agriculture Hub के रूप में जाना जाता है और ग्रामीण अर्थव्यवस्था में इसकी अहम भूमिका है।

    Bihar Election 2024 और PM-KISAN योजना का प्रभाव

    PM Kisan Yojana मोदी सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना रही है, जो किसानों को सीधी आर्थिक सहायता प्रदान करती है। 19वीं किस्त जारी करने के इस फैसले को Bihar Election Campaign का एक अहम हिस्सा माना जा रहा है।

    BJP-JDU Government ने हमेशा Farmer Welfare Schemes पर ध्यान दिया है। बढ़ती महंगाई और खेती की लागत के बीच यह आर्थिक मदद किसानों के लिए राहतभरी साबित हो सकती है, जिससे BJP को Rural Votes में बढ़त मिलने की उम्मीद है।

    बिहार की कृषि अर्थव्यवस्था को मिलेगा बढ़ावा

    किसानों के खातों में ₹22,000 करोड़ ट्रांसफर होने से Rural Economy में पैसा आएगा, जिससे स्थानीय बाज़ार और Agricultural Sector को मजबूती मिलेगी।

    यह राशि बीज, खाद, कृषि उपकरण और Irrigation Facilities जैसे क्षेत्रों में निवेश को बढ़ाएगी। साथ ही, DBT (Direct Benefit Transfer) सिस्टम के जरिए पैसा सीधे किसानों के बैंक खातों में पहुंचेगा, जिससे भ्रष्टाचार और देरी की संभावना कम होगी।

    किसानों की उम्मीदें और सरकार की योजनाएं

    बिहार के किसान PM-KISAN Yojana का स्वागत कर रहे हैं, लेकिन वे Minimum Support Price (MSP), Irrigation और Modern Farming Techniques पर भी और सुधार की मांग कर रहे हैं।

    मोदी सरकार लगातार Rural Infrastructure Development पर भी फोकस कर रही है। Better Road Connectivity, New Irrigation Projects, और Subsidy Schemes के जरिए किसानों की मदद की जा रही है।

    बिहार चुनाव में राजनीतिक हलचल तेज

    Bihar Assembly Election जैसे-जैसे नज़दीक आ रहा है, राजनीतिक दल अपनी रणनीतियों को धार दे रहे हैं। BJP-JDU Alliance विकास और किसान कल्याण के मुद्दों पर फोकस कर रहा है, जबकि विपक्ष Unemployment और Inflation को बड़ा मुद्दा बना रहा है।

    PM Modi का भागलपुर दौरा और PM-KISAN installment release बीजेपी के Election Campaign को नई दिशा देगा। इससे Rural Outreach मजबूत होगी और Farmers’ Trust को बीजेपी अपने पक्ष में कर सकेगी।

    प्रधानमंत्री Narendra Modi का Bhagalpur दौरा सिर्फ एक सरकारी कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक सोची-समझी Political Strategy का हिस्सा है।

    PM Kisan Yojana 19वीं किस्त के तहत ₹22,000 करोड़ की राशि ट्रांसफर करने का सीधा फायदा किसानों को मिलेगा, जिससे बिहार की Agriculture Economy को भी बढ़ावा मिलेगा।

    Bihar Elections 2024 के मद्देनजर, यह पहल Rural Voters को बीजेपी की ओर आकर्षित कर सकती है। जैसे-जैसे चुनाव नज़दीक आ रहे हैं, यह कदम BJP के Election Strategy का एक अहम हिस्सा साबित हो सकता है।

  • PM Modi Mann Ki Baat: इसरो की सफलता, महिला सशक्तिकरण, AI और खेलों पर बड़ी घोषणाएं

    PM Modi Mann Ki Baat: इसरो की सफलता, महिला सशक्तिकरण, AI और खेलों पर बड़ी घोषणाएं

    KKN गुरुग्राम डेस्क |  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 119वें ‘मन की बात’ (Mann Ki Baat) में इसरो की उपलब्धियों, महिला सशक्तिकरण, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), खेलों में भारत की सफलता और फिटनेस अवेयरनेस जैसे कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की।

    पीएम मोदी ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (International Women’s Day 2025) के मौके पर अपनी सोशल मीडिया प्रोफाइल्स प्रेरणादायक महिलाओं को समर्पित करने की घोषणा की। उन्होंने युवाओं को विज्ञान और अंतरिक्ष में रुचि बढ़ाने के लिए “One Day as a Scientist” नामक पहल की भी बात की।

    ISRO की सफलता और भारत का स्पेस सेक्टर

    पीएम मोदी ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की उपलब्धियों की सराहना की और कहा कि भारत का स्पेस सेक्टर तेजी से आगे बढ़ रहा है

    ✔ ISRO ने कई देशों के सैटेलाइट सफलतापूर्वक लॉन्च किए हैं।
    ✔ स्पेस साइंटिस्ट्स में महिलाओं की भागीदारी लगातार बढ़ रही है।
    ✔ निजी कंपनियां और स्टार्टअप्स भी स्पेस सेक्टर में आगे आ रहे हैं।

    प्रधानमंत्री ने युवाओं को इसरो और अंतरिक्ष से जुड़े करियर ऑप्शन्स तलाशने के लिए प्रेरित किया और इसे एक “फ्यूचर इंडस्ट्री” बताया।

    “One Day as a Scientist” पहल

    पीएम मोदी ने युवाओं को साइंस और टेक्नोलॉजी से जोड़ने के लिए “One Day as a Scientist” प्रोग्राम शुरू करने का सुझाव दिया।

    ✔ राष्ट्रीय विज्ञान दिवस (National Science Day) के अवसर पर स्टूडेंट्स को एक दिन वैज्ञानिक की तरह बिताने के लिए प्रेरित किया।
    ✔ बच्चों को रिसर्च लैब, स्पेस सेंटर या साइंस म्यूजियम जैसी जगहों पर जाने की सलाह दी।
    ✔ नई पीढ़ी में वैज्ञानिक सोच विकसित करने की दिशा में एक अहम कदम।

    यह पहल STEM (Science, Technology, Engineering, and Mathematics) एजुकेशन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की गई है।

    भारत की AI तकनीक में प्रगति

    पीएम मोदी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence – AI) की बढ़ती उपयोगिता और भारत की इस क्षेत्र में उपलब्धियों पर चर्चा की।

    ✔ AI का उपयोग शिक्षा, स्वास्थ्य और डिजिटल इनोवेशन में हो रहा है।
    ✔ तेलंगाना के स्कूलों में AI टूल्स की मदद से लोकल भाषाओं में गाने बनाए जा रहे हैं।
    ✔ भारत का AI सेक्टर ग्लोबल लेवल पर तेजी से पहचान बना रहा है।

    पीएम मोदी ने कहा कि AI भारत के युवाओं के लिए नए अवसरों का द्वार खोल रहा है और आने वाले वर्षों में यह डिजिटल इनोवेशन का प्रमुख हिस्सा बनने वाला है।

    महिला सशक्तिकरण पर PM Modi का बड़ा ऐलान

    पीएम मोदी ने महिला सशक्तिकरण (Women Empowerment) को और मजबूत करने के लिए एक अनोखी पहल की घोषणा की

    ✔ 8 मार्च, अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स को प्रेरणादायक महिलाओं को सौंपेंगे।
    ✔ इन महिलाओं को अपनी कहानियां और उपलब्धियां देशवासियों से साझा करने का मौका मिलेगा।
    ✔ नमो ऐप पर लोग इस अभियान का हिस्सा बन सकते हैं।

    प्रधानमंत्री मोदी ने स्वतंत्रता संग्राम और संविधान निर्माण में महिलाओं की भूमिका को याद किया और कहा कि आज हर क्षेत्र में महिलाएं नई ऊंचाइयां छू रही हैं

    खेलों में भारत की उपलब्धियां और राष्ट्रीय खेलों पर चर्चा

    प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड में हुए राष्ट्रीय खेलों (National Games 2025) में भारतीय एथलीट्स की शानदार परफॉर्मेंस की तारीफ की।

    ✔ 11,000 से अधिक एथलीट्स ने इस प्रतियोगिता में हिस्सा लिया।
    ✔ उत्तराखंड ने इस बार 7वां स्थान प्राप्त किया।
    ✔ सबसे ज्यादा गोल्ड मेडल “सर्विसेज टीम” ने जीते।

    पीएम मोदी ने कहा कि खेलों से युवाओं को प्रेरणा मिलती है और भारत एक “Global Sporting Powerhouse” बनने की ओर बढ़ रहा है

    फिटनेस अवेयरनेस: मोटापे को रोकने के लिए PM Modi का चैलेंज

    पीएम मोदी ने भारत में बढ़ते मोटापे (Obesity) और हेल्थ इशूज़ पर चिंता जताई।

    ✔ बच्चों में मोटापा चार गुना बढ़ गया है।
    ✔ अधिक तेल और अनहेल्दी फूड सेहत को नुकसान पहुंचा रहा है।
    ✔ हर महीने खाने के तेल में 10% की कमी करने का चैलेंज दिया।

    प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों से तेल की खपत 10% कम करने और 10 अन्य लोगों को इस चैलेंज से जोड़ने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि फिटनेस सिर्फ व्यक्तिगत नहीं, बल्कि परिवार और समाज के प्रति भी जिम्मेदारी है

    भारत में वाइल्डलाइफ प्रोटेक्शन पर जोर

    पीएम मोदी ने कहा कि भारत के जंगलों और जीवों की सुरक्षा में आदिवासी समुदायों का अहम योगदान है

    ✔ कर्नाटक की सोलिगा ट्राइब टाइगर्स की पूजा करती है, जिससे उनकी संख्या बढ़ी है।
    ✔ गुजरात के गिर जंगल में एशियाटिक लॉयन्स की सुरक्षा में स्थानीय लोग सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।
    ✔ बाघ, तेंदुए, गैंडे और बारहसिंघा की संख्या लगातार बढ़ रही है।

    उन्होंने अंडमान निकोबार की “डियर वुमन” अनुराधा राव का जिक्र किया, जो तीन दशकों से मोर और हिरणों की रक्षा कर रही हैं

    परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए PM Modi का संदेश

    पीएम मोदी ने “परीक्षा पर चर्चा” (Pariksha Pe Charcha) का जिक्र करते हुए छात्रों को तनावमुक्त रहने की सलाह दी

    ✔ बिना किसी तनाव के परीक्षा की तैयारी करें।
    ✔ अभिभावक और शिक्षक छात्रों को मानसिक रूप से मजबूत बनाएं।
    ✔ Exam Warriors की सोच अपनाएं – “Be Happy and Stress-Free”।

    उन्होंने छात्रों को पोस्टिव रहने और अपनी मेहनत पर भरोसा करने की सलाह दी।

    📌 ISRO और स्पेस सेक्टर में भारत की बढ़ती ताकत।
    📌 AI और डिजिटल टेक्नोलॉजी में भारत की तेजी से बढ़ती भागीदारी।
    📌 अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर प्रेरणादायक महिलाओं को मंच देने की पहल।
    📌 भारत में खेलों को बढ़ावा देने और युवा एथलीट्स की सराहना।
    📌 फिटनेस और हेल्थ को लेकर मोटापे से बचने के लिए नया चैलेंज।
    📌 वन्यजीव संरक्षण और पर्यावरण सुरक्षा को लेकर जागरूकता।
    📌 छात्रों को परीक्षा के लिए स्ट्रेस-फ्री रहने की सलाह।

    119वें ‘मन की बात’ एपिसोड में पीएम मोदी ने देशवासियों को प्रेरित किया और विज्ञान, टेक्नोलॉजी, खेल, पर्यावरण और स्वास्थ्य से जुड़े अहम मुद्दों पर चर्चा की।

    लेटेस्ट अपडेट्स और पीएम मोदी की अगली ‘मन की बात’ के लिए हमारे साथ बने रहें! 🚀

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘परीक्षा पे चर्चा 2025’ में एक केरल की छात्रा से मिली हैरान करने वाली सौगात

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘परीक्षा पे चर्चा 2025’ में एक केरल की छात्रा से मिली हैरान करने वाली सौगात

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को परीक्षा पे चर्चा 2025 के दौरान एक अप्रत्याशित लेकिन दिलचस्प पल का सामना करना पड़ा। इस कार्यक्रम के दौरान जब एक केरल की छात्रा, आकांक्षा, ने उन्हें शुद्ध हिंदी में शुभकामनाएं दी, तो प्रधानमंत्री हैरान रह गए। प्रधानमंत्री ने तुरंत उस छात्रा से यह पूछा कि उसने हिंदी इतनी अच्छे तरीके से कैसे सीखी।

    आकांक्षा की हिंदी दक्षता ने कार्यक्रम को दिलचस्प बना दिया

    आकांक्षा अपनी स्पष्ट हिंदी के साथ सबका ध्यान आकर्षित करने में सफल रही। प्रधानमंत्री मोदी ने उनसे पूछा, “तुमने हिंदी इतनी अच्छी तरह से कैसे सीखी?” इस पर आकांक्षा ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, “मुझे हिंदी बहुत पसंद है।” जब प्रधानमंत्री ने पूछा कि वह भाषा को इतनी अच्छी तरह से कैसे बोलती हैं, तो आकांक्षा ने बताया कि वह हिंदी में कविता भी लिखती हैं।

    आकांक्षा ने सुनाई अपनी कविता

    आकांक्षा ने तुरंत अपनी लिखी हुई कविता सुनाई, जो सुनने वालों को मंत्रमुग्ध कर गई। कविता के शब्द थे:

    “इतना शोर है इन बाज़ारों में, इतना शोर हैं इन गलियों में, क्यों तू अपनी कलम लेकर बैठा है फिर एक ग़ज़ल लिखने, फिर उस किताब के पन्नों पर तू लिखना क्या चाहता है, ऐसा क्या है तेरे मन में, सवालों भरे तेरे मन में एक स्याही शायद जवाब लिख रही है, फिर क्यों तू आसमान देखता है, ऐसा क्या है इन सितारों में, ऐसा क्या है तेरे मन में।”

    यह कविता एक लेखक के भीतर के संघर्ष और विचारों को व्यक्त करती है, जैसा कि वह अपने विचारों को कागज पर उतारने की कोशिश करता है। आकांक्षा की काव्य कला और उनकी सोच ने प्रधानमंत्री और दर्शकों पर गहरी छाप छोड़ी।

    भाषा राजनीति और क्षेत्रीय संवेदनशीलता

    यह खूबसूरत पल जहाँ सभी के दिलों में छाप छोड़ गया, वहीं हिंदी का उपयोग खासकर दक्षिण भारतीय राज्यों में एक संवेदनशील मुद्दा बन चुका है। हिंदी, जो मुख्य रूप से उत्तर भारत में बोली जाती है, दक्षिणी राज्यों में खासकर तमिलनाडु में एक विवादास्पद विषय है। क्षेत्रीय नेताओं ने अक्सर नरेंद्र मोदी सरकार पर आरोप लगाया है कि वह दक्षिण भारतीय राज्यों पर हिंदी को थोपने की कोशिश कर रही है। इस पर मोदी सरकार ने हमेशा इन आरोपों को नकारते हुए कहा है कि हिंदी को बढ़ावा देना एक साझा भाषा के रूप में किया जा रहा है, न कि किसी राज्य पर इसे थोपने के रूप में।

    परीक्षा पे चर्चा: छात्रों और शिक्षकों के बीच संवाद का एक प्लेटफार्म

    2025 के परीक्षा पे चर्चा संस्करण में इस बार पारंपरिक टाउन हॉल चर्चा के प्रारूप से बदलाव किया गया था। इस बार प्रधानमंत्री ने दिल्ली के सुंदर नर्सरी में 36 छात्रों के साथ एक अनौपचारिक बैठक की और उनके कई सवालों का जवाब दिया, जो परीक्षा के दबाव से निपटने और उनकी तैयारी को सही दिशा में रखने से संबंधित थे। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्रों को परीक्षा के तनाव को कम करने के उपायों से अवगत कराना था।

    एक यादगार और विचारपूर्ण क्षण

    परीक्षा पे चर्चा 2025 सिर्फ एक शैक्षिक मंच नहीं था, बल्कि यह छात्रों की प्रतिभा और उनके भाषाई प्रेम का भी उत्सव था। आकांक्षा की हिंदी कविता ने यह साबित कर दिया कि भाषा, अपनी सारी विविधताओं के बावजूद, लोगों के दिलों को जोड़ने का एक सशक्त माध्यम है। प्रधानमंत्री मोदी का आश्चर्यचकित होना और उनकी सराहना इस बात का प्रमाण था कि परीक्षा पे चर्चा में ऐसे अनौपचारिक संवादों के द्वारा भारत की विविध सांस्कृतिक परिप्रेक्ष्य में एकता और समझ को बढ़ावा मिलता है।

  • 65 लाख ग्रामीणों को मिला संपत्ति कार्ड, स्वामित्व योजना के तहत बड़ा कदम

    65 लाख ग्रामीणों को मिला संपत्ति कार्ड, स्वामित्व योजना के तहत बड़ा कदम

    KKN गुरुग्राम डेस्क  |  ग्रामीण विकास और आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम के रूप में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वामित्व योजना के तहत 65 लाख से अधिक संपत्ति कार्ड वितरित किए। इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण संपत्तियों को “मृत पूंजी से आर्थिक संपत्ति में बदलना है, जिससे ग्रामीण लोग अपने व्यवसाय, शिक्षा और अन्य जरूरतों के लिए आसानी से ऋण ले सकें।

    स्वामित्व योजना की मुख्य बातें

    1. कवर किए गए राज्य और केंद्र शासित प्रदेश: इस योजना के तहत छत्तीसगढ़, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मिजोरम, ओडिशा, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, और जम्मू-कश्मीर व लद्दाख में संपत्ति कार्ड वितरित किए गए।
    2. भूमि रिकॉर्ड का डिजिटलीकरण98% से अधिक भूमि रिकॉर्ड डिजिटलीकृत हो चुके हैं, जिससे विवाद और भ्रष्टाचार में कमी आई है।
    3. आर्थिक लाभ:
      • संपत्ति कार्ड ऋण के लिए गारंटी के रूप में कार्य करते हैं।
      • ग्रामीण व्यवसाय और शिक्षा के अवसर बढ़े हैं।
      • यह योजना 100 लाख करोड़ रुपये से अधिक की आर्थिक गतिविधियां शुरू करने की क्षमता रखती है।

    “मृत पूंजी” को आर्थिक संपत्ति में बदलना

    प्रधानमंत्री ने बताया कि जिन जमीनों के पास कानूनी दस्तावेज नहीं होते, उन्हें अक्सर “मृत पूंजी” कहा जाता है क्योंकि उन्हें वित्तीय लाभ के लिए उपयोग नहीं किया जा सकता। स्वामित्व योजना के तहत कानूनी अधिकार प्रदान करके इसे एक आर्थिक संपत्ति में बदल दिया गया है।

    ग्रामीणों के लिए लाभ

    1. वित्तीय समावेशन: संपत्ति कार्ड के माध्यम से ऋण प्राप्त करना आसान हुआ।
    2. महिला सशक्तिकरण: कई राज्यों में संपत्ति कार्ड महिलाओं के नाम पर जारी किए जा रहे हैं।
    3. विवाद समाधान: भूमि रिकॉर्ड के डिजिटलीकरण से भूमि विवादों में कमी आई है।
  • सरकार सेना की भलाई के लिए प्रतिबद्ध: पीएम मोदी ने आर्मी डे पर कहा

    सरकार सेना की भलाई के लिए प्रतिबद्ध: पीएम मोदी ने आर्मी डे पर कहा

    KKN गुरुग्राम  डेस्क | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आर्मी डे के अवसर पर भारतीय सेना की वीरता, पेशेवरता और समर्पण की सराहना की। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार सेना के जवानों और उनके परिवारों की भलाई के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

    भारतीय सेना: राष्ट्रीय सुरक्षा की रीढ़

    आर्मी डे पर पीएम मोदी ने भारतीय सेना की राष्ट्र की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिकाकी सराहना की। उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर कहा:

    “आज आर्मी डे पर हम भारतीय सेना के अदम्य साहस को सलाम करते हैं, जो हमारी सुरक्षा की प्रहरी है। हम उन शहीदों को भी याद करते हैं जिन्होंने करोड़ों भारतीयों की सुरक्षा सुनिश्चित की है।”

    सीमाओं से परे: सेना की राष्ट्र निर्माण में भूमिका

    भारतीय सेना की भूमिका सीमाओं की सुरक्षा से कहीं अधिक है। भूकंप, बाढ़ जैसे आपदाओं के दौरान राहत कार्य से लेकर अंतरराष्ट्रीय शांति अभियानों तक, सेना की मानवता सेवा अद्वितीय है।

    सेना की भलाई के लिए सरकार की सुधार योजनाएँ

    पीएम मोदी ने सैनिकों के कल्याण के लिए कई सुधारों का जिक्र किया:

    1. वन रैंक वन पेंशन (OROP):
      सभी पूर्व सैनिकों को समान पेंशन प्रदान करने वाली ऐतिहासिक योजना।
    2. आधुनिकीकरण:
      • आधुनिक हथियार, ड्रोन और निगरानी उपकरण शामिल।
      • सीमा क्षेत्रों में बेहतर बुनियादी ढाँचे का विकास।
    3. बेहतर जीवन स्तर:
      • कैंट क्षेत्र में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएँ और शिक्षा।
      • सैनिकों के बच्चों के लिए छात्रवृत्ति योजनाएँ।
    4. रक्षा बजट में वृद्धि:
      रक्षा क्षमता बढ़ाने के लिए बजट में अभूतपूर्व बढ़ोतरी।

    आर्मी डे का ऐतिहासिक महत्व

    15 जनवरी, 1949 को जनरल के.एम. करियप्पा भारतीय सेना के पहले कमांडर-इन-चीफ बने। यह दिन सेना के भारतीय नेतृत्व में परिवर्तन का प्रतीक है।

    आर्मी डे न केवल एक उत्सव है, बल्कि भारतीय सेना के समर्पण और बलिदान का सम्मान भी है। पीएम मोदी ने कहा कि हमारे जवानों का बलिदान हर भारतीय के लिए प्रेरणा है। सेना का आधुनिकीकरण और कल्याण उनकी प्राथमिकता बनी हुई है।

  • पीएम मोदी के कॉन्फिडेंस की असली वजह जानिए…

    पीएम मोदी के कॉन्फिडेंस की असली वजह जानिए…

    पीएम नरेन्द्र मोदी जिस कॉन्फिडेंस से अपनी चुनाव सभा में 400 पार के नारे दुहराते है। इसके कई मायने हो सकता है। सवाल उठता है कि क्या इसमें कोई बड़ा संकेत छिपा है या यह महज एक चुनावी जुमला बनने वाला है? प्रधानमंत्री जिस कॉन्फिडेंस से इसको बार- बार दुहरा रहा है। इसको हल्के में नहीं लिया जा सकता है। इस वीडियों में हम उनके इसी कॉन्फिडेंस की पड़ताल करेंगे। साथ ही हम बतायेंगे कि बीजेपी अपना चुनावी एजेंडा कैसे सेट करती है? पड़ताल इस बात की भी करेंगे कि पीएम मोदी में यह कॉन्फिडेंस कहा से आता है? क्या, पिछले दस वर्षो में किए काम के दम पर या युवाओं को फ्यूचर का क्लेयर वीजन दिखा कर? कई लोगों ने बताया कि कमजोर विपक्ष की दिशा विहिन सोच की वजह से पीएम मोदी अपनी जीत के प्रति आश्वास्त है। यहां विपक्ष को दिशा विहिन क्यों कहा जा रहा है? इसकी भी चर्चा करेंगे। आप पूरा वीडियों को देखिए। शायद इसमें आपके मन में उठने वाले कई सवालों का जवाब मिल जाये।

  • स्वर कोकिला ‘भारत रत्न’ लता मंगेशकर अब सिर्फ यादों मे

    स्वर कोकिला ‘भारत रत्न’ लता मंगेशकर अब सिर्फ यादों मे

    मशहूर गायिका लता मंगेशकर को कौन नहीं जानता उनकी आवाज ही उनकी पहचान थी। हमारी सुर साम्राज्ञी ‘भारत रत्न’ सम्मानित लता मंगेशकर आज हमारे बीच नहीं रही। आज सुबह मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल मे इनका निधन हो गया है।

    लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) की मौत से देश मे शोक की लहर। कैसे बीता लता जी का बचपन? लता मंगेशकर ने कहाँ से की अपने करियर की शुरुआत? लता मंगेशकर द्वारा गाये गए कुछ बेहतरीन गाने। लता जी की उपलब्धियां तथा अवॉर्ड। लता जी के जिंदगी की कुछ आखिरी घटनाएं। लता जी का अंतिम संस्कार।

    लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) की मौत से देश मे शोक की लहर।

    ‘भारत रत्न’ सम्मानित स्वर कोकिला लता मंगेशकर ने आज इस दुनिया को अलविदा कह दिया। लता दीदी ने आज मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल मे आखिरी सांस ली। यह अस्पताल लता दीदी के घर से 500 मीटर की दूरी पर स्थित है। लता दीदी के निधन पर पूरे देश मे राष्ट्रीय शोक घोषित कर दिया गया है। ‘भारत की स्वर कोकिला’ (India’s Nightingale) के नाम से मशहूर लता मंगेशकर ने लगभग 5 दशक तक हिन्दी सिनेमा मे प्लेबैक सिंगर  के तौर पर एकछत्र राज किया।

    कैसे बीता लता दीदी का बचपन?

    लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) का जन्म 28 सितंबर, 1929 को इंदौर, मध्य प्रदेश मे हुआ था। लता जी एक महराष्ट्रीयन ब्राह्मण परिवार से आती थी। इनके पिता का नाम दीनानाथ मंगेशकर तथा माता का नाम शेवन्ती मंगेशकर था। अपने पाँच भाई-बहनों मे लता सबसे बड़ी थी। इन सभी भाई-बहनों ने बचपन से ही अपने पिता से संगीत की शिक्षा ली थी। लता की तीन बहने मीना, उषा, आशा तथा एक भाई, हृदयनाथ था। इनके पिता एक कुशल शास्त्रीय गायक और मंच अभिनेता थे। जब लता 13 वर्ष की हुई तभी उनके पिता का निधन हो गया था। अपने भाई-बहनों मे सबसे बड़े होने के कारण सारी जिम्मेदारी लता के कंधे पर आ गई थी।

    लता मंगेशकर का पहला नाम

    लता जी के बचपन का नाम हेमा मंगेशकर था। जन्म के पश्चात उनका नाम हेमा रखा गया था लेकिन उनके पिता के नाटक मे एक महिला चरित्र का नाम लतिका सुनने के बाद उनके पिता ने हेमा का नाम बदलकर लता कर दिया। हेमा तब से लता के नाम से ही जानी जाने लगी।

     लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) ने कहाँ से की अपने करियर की शुरुआत?

    लता ने 5 साल की उम्र से ही अपने पिता के संगीत नाटकों मे अभिनेत्री के तौर पर अभिनय करना शुरू कर दिया था। लेकिन 13 साल के उम्र मे, पिता के मृत्यु के पश्चात परिवार की वित्तीय जिम्मेदारी लता के कंधों पर आ गयी। जिस वजह से इनकी औपचारिक शिक्षा अधूरी रह गयी। बचपन मे ही लता ने अपने पिता से संगीत मे महारत हासिल कर ली थी। लता को संगीत मे ज्यादा रुचि होने की वजह से उन्होंने अभिनय को छोड़ दिया और एक गायिका के रूप मे शुरुआत की। लता भारतीय संगीत के क्षेत्र मे एक नए चेहरे की तरह उभरी और सभी को अपने मधुर स्वर से मोहित कर लिया। लता जी ने अभी तक लगभग 25-30 हजार गाने रिकॉर्ड किये थे जिसमे से ज्यादातर हिन्दी और मराठी मे है। लता जी ने अपने मधुर संगीत के जरिए लोगों के दिल पे एक अमिट छाप छोड़ दी है।

    लता मंगेशकर द्वारा गाये गए कुछ बेहतरीन गाने।

    •  मेरी आवाज ही मेरी पहचान है
    • आज फिर जीने की तमन्ना है
    • ऐ मेरे वतन के लोगों
    • होंठों मे ऐसी बात मै दबा के चली आई
    • पिया तोसे नैना लागे
    • आप की नज़रों ने समझा
    • जिंदगी प्यार का गीत है
    • ऐसा देश है मेरा
    • एक प्यार का नगमा है
    • जिंदगी की ना टूटे लड़ी

    लता जी की उपलब्धियां तथा अवॉर्ड

    लता जी को मिले अवार्डों की संख्या बहुत ज्यादा है। इसमे से कुछ प्रमुख अवॉर्ड –

    • भारत रत्न (भारत का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार, 2001)
    • दादा साहेब फाल्के पुरस्कार, 1989
    • पद्म भूषण, 1969
    • पद्म विभूषण और जी सीने अवॉर्ड (1999)
    • फिल्म फेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड (1993)

    लता जी के जिंदगी की कुछ आखिरी घटनाएं

    कुछ दिनों पहले ही लता जी कोरोना पाॅजीटिव हुई थी लेकिन इसके बाद वो ठीक भी हो गई। अभी ही कुछ दिनों पहले 8 जनवरी को  निमोनिया हो जाने के कारण लता जी को अस्पताल मे भर्ती कराया गया था। जिसके बाद उनकी तबीयत मे कुछ सुधार देखा गया था। आज अचानक स्वास्थ्य बिगड़ने की वजह से 92 वर्ष की उम्र मे उनका निधन हो गया।

    लता जी का अंतिम संस्कार

    लता जी का अंतिम संस्कार आज शाम मुंबई के शिवाजी पार्क मे होना है। लता जी को श्रद्धांजली देने मुंबई के शिवाजी पार्क पँहुचेंगे पीएम मोदी। फिल्म जगत की बड़ी-बड़ी हस्तियाँ लता जी के पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन के लिए पहुँच रही हैं। महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने लता जी का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार करने का आदेश दिया है। वहीं लता जी के अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी है।

    लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) जी द्वारा गाया गया हर गाना जैसे – जिंदगी की ना टूटे लड़ी, मेरी आवाज ही मेरी पहचान है, ऐ मेरे वतन के लोगों, आज फिर जीने की तमन्ना है और भी अन्य ऐसे गाने है जिसे लोग कभी भूल नहीं पाएंगे। उनकी आवाज उनकी पहचान के रूप मे हमेशा लोगों के जुबां पर रहेगी।

  • अयोध्या में हुआ भूमि पूजन, मंदिर निर्माण कार्य शुरू

    अयोध्या में हुआ भूमि पूजन, मंदिर निर्माण कार्य शुरू

    KKN न्यूज ब्यूरो। 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा भूमि पूजन के साथ अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का कार्य आरंभ हो गया है। करीब 500 वर्षों की लंबे इंतजार के बाद राम मंदिर निर्माण को लेकर लोगों में जबरदस्त उत्साह है।

    भूमि पूजन पर दुनिया की नजर

    नरेन्द्र मोदी

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संघ प्रमुख मोहन भागवत और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन किया। कोरोना महामारी के कारण इस समारोह में कुछ ही लोगों को आमंत्रित किया गया था। हालांकि लोग टीवी और सोशल मीडिया के जरिए इस ऐतिहासिक पल का गवाह बने। भारत के साथ-साथ दुनिया की भी नजरें अयोध्या पर ही टिकी थीं। भूमि पूजन का लाइव प्रसारण ब्रिटेन, अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया, थाइलेंड, नेपाल सहित अन्य देशों में किया गया।
    कार्यक्रम का मुख्य रूप से प्रसारण दूरदर्शन के द्वारा किया गया। लाइव टेलीकास्ट के लिए मल्टीपल कैमरा, आउटसाइड ब्रॉडकास्टिंग और डिजिटल सैटेलाइट न्यूज गैदरिंग वैन को तैनात किया गया था। लोगों ने YouTube सहित अन्य डिजिटल प्लेटफार्म के माध्यम से भी भूमि पूजन के कार्यक्रम को देखा।
    दूरदर्शन के अनुसार सबसे अधिक दर्शकों की संख्या संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, इटली, नीदरलैंड, जापान, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, ओमान, कुवैत, नेपाल, पाकिस्तान, बांग्लादेश, मलेशिया, इंडोनेशिया, थाईलैंड, फिलीपींस, सिंगापुर, श्रीलंका आई और मॉरीशस में रही। भारत में 200 से अधिक चैनलों ने इस कार्यक्रम का प्रसारण किया। समाचार एजेंसी एशियन न्यूज इंटरनेशनल यानी ANI के माध्यम से लगभग 1200 स्टेशनों और एसोसिएटेड प्रेस टेलीविज़न न्यूज़ न्यूज द्वारा दुनिया भर के 450 मीडिया समूहों को प्रसारण की इजाजत दी गई थी।

  • पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना से सावधानी हटी तो खतरा बड़ी हो जायेगी

    पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना से सावधानी हटी तो खतरा बड़ी हो जायेगी

    मन की बात में मोदी ने कहा

    KKN न्यूज ब्यूरो। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत में कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई देश की जनता लड़ रही है। उन्होंने कहा कि भले ही कारोबार हो, कार्यालय की संस्कृति हो, शिक्षा हो या चिकित्सा क्षेत्र हो, हर कोई कोरोना वायरस महामारी के बाद की दुनिया में बदलावों के अनुरूप ढल रहा है। कोरोना काल के बीच रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोना लॉकडाउन के ऊपर चर्चा कर रहे हैं।

    दुनिया ने की भारत को सलाम

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 मार्च को 21 दिनों के पहले चरण के लॉकडाउन का ऐलान किया था जो 14 अप्रैल को खत्म हो गया। उसके बाद फिर पीएम मोदी ने 14 मार्च को लॉकडाउन के दूसरे चरण की घोषणा की, जिसकी मियाद 3 मई को खत्म होगी। पीएम मोदी ने कहा कि हमने विश्वल के हर जरूरतमंद देशों तक दवाइयों को पहुंचाने का बीड़ा उठाया और मानवता के इस काम को करके दिखाया। आज जब मेरी अनेक देशों के राष्ट्राध्यक्षों से फोन पर बात होती है तो वो भारत की जनता का आभार जरूर व्यक्त करते हैं। जब वे लोग कहते हैं- थैंक यू इंडिया, थैंक यू पीपल ऑफ इंडिया तो देश के लिए गर्व और बढ़ जाता है।

    पीएम मोदी ने बताया अध्यादेश की जरुरत

    पीएम मोदी ने कहा कि देशभर से स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े लोगों के लिए अभी हाल ही में जो अध्यादेश लाया गया है। इस अध्यादेश में कोरोना योद्धाओं के साथ हिंसा, उत्पीड़न और उन्हें किसी रूप में चोट पहुंचाने वालों के खिलाफ बेहद सख्त सजा का प्रावधान किया गया है। हमारे डॉक्टर, नर्स, पारा मेडिकल स्टाफ, सामुदायिक स्वास्थ्यकर्मी और ऐसे सभी लोग जो देश को कोरोना मुक्त बनाने में दिन रात जुटे हुए हैं, उनकी रक्षा के लिए यह कदम जरूरी था।

    कोरोना में सरकार सभी के साथ

    पीएम मोदी ने कहा कि ‘प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज’ के तहत गरीबों के अकाउंट में पैसे सीधे ट्रांसफर किए जा रहे हैं। वृद्धावस्था पेंशन जारी की गई हैं। गरीबों को तीन महीने के मुफ्त गैस सिलेंडर, राशन जैसी सुविधाएं भी दी जा रही हैं। इन सब कामों में सरकार के अलग-अलग विभागों के लोग, बैंकिंग सेक्टर के लोग एक टीम की तरह दिन-रात काम कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि हमारे देश की राज्य सरकारों की भी इस बात के लिए प्रशंसा करूंगा कि वो इस महामारी से निपटने में बहुत सक्रिय भूमिका निभा रही हैं। स्थानीय प्रशासन, राज्य सरकारें जो जिम्मेदारी निभा रही हैं, उसकी कोरोना के खिलाफ लड़ाई में बहुत बड़ी भूमिका है। उनका ये परिश्रम प्रशंसनीय है।

    देश की सभी सरकारे बनी एक टीम

    पीएम मोदी ने कहा कि देश जब एक टीम बनकर काम करता है। आज के्ंद्र सरकार हो, राज्य सरकार हो, इनका हर एक विभाग और संस्थान राहत लिए मिलजुल कर पूरी स्पीड से काम कर रहे हैं। हमारे एवियेशन सेक्टर में काम कर रहे लोग हों, रेलवे कर्मचारी हों, ये दिन रात मेहनत कर रहे हैं ताकि देशवासियों को कम से कम समस्या हो। देश के हर हिस्से में दवाइयों को पहुंचाने के लिए लाइफ-लाइन उड़ान नाम से एक विशेष अभियान चल रहा है। हमारे इन साथियों ने, इतने कम समय में देश के भीतर ही तीन लाख किलोमीटर की हवाई उड़ान भरी है और 500 टन से अधिक मेडिकल सामग्री , देश के कोने-कोने में आप तक पहुंचाया है। इसी तरह रेलवे के साथ लॉकडाउन में भी लगातार मेहनत कर रहे हैं ताकि देश आम लोगों को जरूरी वस्तुओं में कमी न हो।

    आवाम इस लड़ाई को लड़ रहा

    पीएम मोदी ने कहा कि हमारे किसान भाई-बहनों को देखिए, एक तरफ वो इस महामारी के बीच अपने खेतों में दिन-रात मेहनत कर रहे हैं और इस बात की भी चिंता कर रहे हैं कि इस देश में कोई भूखा न सोए। हर कोई अपने सामर्थ्य के हिसाब से इस लड़ाई को लड़ रहा है। कोई किराया माफ कर रहा है तो कोई अपनी पूरी पेंशन या पुरस्कार में मिली राशि को पीएम केयर्स में जमा करा रहा है। कोई खेत की सारी सब्जियां दान दे रहा है तो कोई हर रोज सैकड़ों गरीबों को मुफ्त में भोजन करा रहा है। कोई मास्क बना रहा है, कहीं हमारे मजदूरो भाई बहन क्वारंटाइन में रहते हुए जिस स्कूल में रह रहे हैं, उसकी रंगाई-पुताई कर रहे हैं। दूसरों की मदद के लिए आपके भीतर हृदय के किसी कोने में जो ये उमड़ता-घुमड़ता भाव है ना। वही कोरोना के खिलाफ भारत की इस लड़ाई को ताकत दे रहा है।

    देश में चल रहा है बड़ा महायज्ञ

    पीएम मोदी ने कहा कि पूरे देश में, गली- मोहल्ले में, जगह-जगह पर आज लोग एक-दूसरे की सहायता के लिए आगे आए हैं। गरीबों के लिए खाने से लेकर राशन की व्यवस्ता हो या लॉकडाउन का पालन हो, अस्पतालों की व्यवस्था हो, मेडिकल उपकरण का देश में ही निर्माण हो, आज पूरा देश एक लक्ष्य-एक दिशा साथ-साथ चल रहा है। उन्होंने आगे कहा कि ताली, थाली, दीया, मोमबत्ती, इन सारी चीजों ने जो भावनाओं को जन्म दिया। जिस जज्बे से देशवासियों ने कुछ न कुछ करने की ठान ली, हर किसी को इन बातों ने प्रेरित किया है। शहर हो या गांव, ऐसा लग रहा है, जैसे देश में एक बहुत बड़ा महायज्ञ चल रहा है, जिसमें हर कोई अपना योगदान देने को आतुर है।

  • PM नरेन्‍द्र मोदी का ऐलान- भारत में 3 मई तक जारी रहेगा लॉकडाउन, और सख्त होंगे नियम

    PM नरेन्‍द्र मोदी का ऐलान- भारत में 3 मई तक जारी रहेगा लॉकडाउन, और सख्त होंगे नियम

    कोरोनावायरस के खिलाफ जारी जंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन को 3 मई तक के लिए बढ़ा दिया है। लॉकडाउन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर राष्ट्र को संबोधित किया।

    पीएम मोदी ने कहा,

    ”साथियों, सारे सुझावों को ध्यान में रखते हुए ये तय किया गया है कि भारत में लॉकडाउन को अब 3 मई तक और बढ़ाना होगा। यानि 3 मई तक हम सभी को लॉकडाउन में ही रहना होगा, इस दौरान हमें अनुशासन का उसी तरह पालन करना है, जैसे हम करते आ रहे हैं, मेरी सभी देशवासियों से ये प्रार्थना है कि अब कोरोना को हमें किसी भी कीमत पर नए क्षेत्रों में नहीं फैलने देना है। स्थानीय स्तर पर अब अगर एक भी मरीज बढ़ता है तो यह हमारे लिए चिंता का विषय होना चाहिए.”

    हम धैर्य बनाकर अगर रखेंगे, नियमों का पालन करेंगे तो कोरोना जैसी महामारी को भी परास्त कर पाएंगे, इसी विश्वास के साथ अंत में, मैं आज 7 बातों में आपका साथ मांग रहा :
    • पहली बात
      अपने घर के बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें, विशेषकर ऐसे व्यक्ति जिन्हें पुरानी बीमारी हो, उनकी हमें केयर करनी है, उन्हें कोरोना से बहुत बचाकर रखना है।
    • दूसरी बात-
      लॉकडाउन और Social Distancing की लक्ष्मण रेखा का पूरी तरह पालन करें, घर में बने फेसकवर या मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग करें।
    • तीसरी बात-
      अपनी इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए, आयुष मंत्रालय द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें, गर्म पानी, काढ़ा का निरंतर सेवन करें।
    • चौथी बात-
      कोरोना संक्रमण का फैलाव रोकने में मदद करने के लिए आरोग्य सेतु मोबाइल App जरूर डाउनलोड करें। दूसरों को भी इस App को डाउनलोड करने के लिए प्रेरित करें
    • पांचवी बात-
      जितना हो सके उतने गरीब परिवार की देखरेख करें, उनके भोजन की आवश्यकता पूरी करें।
    • छठी बात-
      आप अपने व्यवसाय, अपने उद्योग में अपने साथ काम करे लोगों के प्रति संवेदना रखें, किसी को नौकरी से न निकालें।
    • सातवीं बात-
      देश के कोरोना योद्धाओं, हमारे डॉक्टर, नर्सेस, सफाई कर्मी, पुलिसकर्मी का पूरा सम्मान करें।

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  • Corona से जंग में PM Modi की अपील…देखे अनकट वीड‍ियो

    Corona से जंग में PM Modi की अपील…देखे अनकट वीड‍ियो

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यानी शुक्रवार सुबह 9 बजे देशवासियों को वीडियो संदेश में कहा कि रविवार को रात नौ बजे 9 मिनट तक घर की लाइट बंद कर दीप जलाने की अपील की। अपने वीडियो संदेश में पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी के बाद लॉकडाउन के आज नौ दिन पूरे हुए हैं। इस दौरान आप सभी ने अनुशासन और सेवा भाव का परिचय दिया है, वह अभूतपूर्व है। शासन-प्रशासन और जनता जनार्दन ने मिलकर स्थिति को संभालना का भरपूर प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि आपने जिस तरह से 22 मार्च को कोरोना के खिलाफ लड़ने वाले हर व्यक्ति को धन्यवाद किया। पीएम मोदी ने कहा कि ये लॉकडाउन का समय जरूर है, हम अपने अपने घरों  में जरूर हैं, लेकिन हम में से कोई अकेला नहीं है। 130 करोड़ देशवासियों की सामूहिक शक्ति हर व्यक्ति के साथ है, हर व्यक्ति का संबल है। हमारे यहां माना जाता है कि जनता जनार्दन, ईश्वर का ही रूप होते हैं। इसलिए जब देश इतनी बड़ी लड़ाई लड़ रहा हो, तो ऐसी लड़ाई में बार-बार जनता रूपी महाशक्ति का साक्षात्कार करते रहना चाहिए। देशवासियों के लिए जारी वीडियो संदेश में पीएम मोदी ने कहा ‘इस रविवार यानी 5 अप्रैल को हम सबको मिलकर कोरोना के संकट के अंधकार को चुनौती देनी है। उसे प्रकाश की ताकत का परिचय कराना है। इस पांच अप्रैल को हमें 130 करोड़ देशवासियों की महाशक्ति का जागरण करना है। 130 करोड़ लोगों के महासंकल्प को नई ऊंचाइयों पर ले जाना है। 5 अप्रैल को रात नौ बजे आप सबके नौ मिनट चाहता हूं। पांच अप्रैल को रविवार को रात नौ बजे, घर की सभी लाइटें बंद करके, घर के दरवाजे या बालकनी में खड़े रहकर नौ मिनट तक मोमबत्ती, दीया या टॉर्च या मोबाइल की फ्लैशलाइट जलाएं। उन्होंने आगे कहा कि और उस समय यदि घर की सभी लाइटें बंद करेंगे तो चारो तरफ जब हर व्यक्ति एक-एक दीया जलाएगा तब प्रकाश की उस महाशक्ति का ऐहसास होगा, जिसमें एक ही मकसद से हम सब लड़ रहे हैं, ये उजागर होगा। पीएम मोदी ने कहा कि हमारे यहां माना जाता है कि जनता जनार्दन ईश्वर का ही रूप होते हैं। इसलिए जब देश इतनी बड़ी लड़ाई लड़ रहा हो तो ऐसी लड़ाई में बार-बार जनता रूपी महाशक्ति का साक्षात्कार करते रहना चाहिए। ये साक्षात्कार, हमें मनोबल देता है, लक्ष्य देता है, उसकी प्राप्ति के लिए ऊर्जा देता है, हमारा मार्ग और स्पष्ट करता है। कोरोना महामारी से फैले अंधकार के बीच, हमें निरंतर प्रकाश की ओर जाना है। पीएम मोदी ने कहा कि इस कोरोना संकट से जो अंधकार और अनिश्चितता पैदा हुई है, उसे समाप्त करके हमें उजाले और निश्चितता की तरफ बढ़ना है। इस अंधकारमय कोरोना संकट को पराजित करने के लिए हमें प्रकाश के तेज को चारो दिशाओं में फैलाना है। इसलिए इस रविवार 5 अप्रैल को हम सबको मिलकर कोरोना के संकट के अंधकार को चुनौती देनी है उसे प्रकाश की ताकत का परिचय कराना है। इस 5 अप्रैल को हमें 130 करोड़ देशवासियों की महाशक्ति का जागरण करना है।

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  • प्रधानमंत्री मोदी ने किया पूरे देश में 21 दिन के लॉकडाउन का ऐलान

    प्रधानमंत्री मोदी ने किया पूरे देश में 21 दिन के लॉकडाउन का ऐलान

    भारत (India) में कोरोना वायरस (Coronavirus) के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi)ने आज 8 बजे देश को संबोधित किया और जनता कर्फ्यू (janta Curfew) की सफलता के लिए देश का धन्यवाद किया। लॉकडाउन (Lockdown) की लापरवाही से नाराज पीएम मोदी (PM Modi) ने देश को बचाने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन (Lockdown) का ऐलान कर दिया। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों की लापरवाही देश को भारी पड़ सकती है। पीएम मोदी ने कहा कि ये लॉकडाउन आज रात 12 से लागू हो जाएगा। इस दौरान सभी को बाहर निकलने से मनाही होगी और ये लॉकडाउन 21 ( 21 days Lockdown ) दिनों तक चलेगा। मोदी ने कहा कि कोरोना से बचने का इसके अलावा कोई तरीका नहीं है, कोई रास्ता नहीं है। कोरोना को फैलने से रोकना है, तो इसके संक्रमण की सायकल को तोड़ना ही होगा। देखिए देश के नाम मोदी का पूरा संबोधन अनकट।

  • Covid-19 : PM Modi ने Corona को लेकर क‍िया ये Tweet

    Covid-19 : PM Modi ने Corona को लेकर क‍िया ये Tweet

    कोरोना पर आज रात 8 बजे फिर देश को संबोधित करेंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, देखे वीडिओ।

  • PM मोदी आज रात 8 बजे देश को फिर करेंगे संबोधित

    PM मोदी आज रात 8 बजे देश को फिर करेंगे संबोधित

    KKN न्यूज़ डेस्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को लेकर रात 8 बजे देश को संबोधित करेंगे। उन्होंने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। पीएम मोदी ने लिखा कि “वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के संबंध में कुछ महत्वपूर्ण बातें देशवासियों के साथ साझा करूंगा। आज, 24 मार्च रात 8 बजे देश को संबोधित करूंगा। बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने इससे पहले 19 मार्च को भी देश को संबोधित किया था। इस दौरान पीएम मोदी ने कोरोना के प्रति सावधानी बरतने तथा इसके खिलाफ लड़ाई में जनता की भागीदारी की अपील की थी। उन्होंने कहा था कि 22 मार्च को देशवासी जनता कर्फ्यू का पालन करें। देशभर में उनकी अपील का व्यापक असर भी नजर आया था।

     

    पीएम मोदी ने लॉकडाउन का पालन करने की अपील की थी 

    सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी से लॉक डाउन का पालन करने की अपील की थी। दोनों नेताओं ने कहा था कि लोग घरों में ही रहें और सार्वजनिक स्थानों पर जाने से बचें। पीएम ने कहा था कि कोरोना वायरस से खुद और अपने परिवार की रक्षा करें। लॉकडाउन के समय सरकार की तरफ से जारी किए निर्देशों का गंभीरता से पालन करें। प्रधानमंत्री मोदी ने राज्य सरकारों से भी अपील करते हुए कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था को बनाए रखा जाए।

    लोग कर रहे है लापरवाही

    23 मार्च को कई राज्यों और शहरों में लॉकडाउन घोषित किया गया था। बावजूद इसके अधिकतर जगहों पर लोग बेपरवाह दिखे। वाहनों की आवाजाही सामान्य दिखी और लोग मनमर्ज़ी से आते-जाते रहे। लॉकडाउन का कहीं कोई असर नहीं दिखा। इसे देखते हुए पीएम मोदी को भी अपील करनी पड़ी की कई लोग इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं और राज्य सरकारों को कानून का सख्ती से पालन करवाना चाहिए।

    अब भी लोगो मे है गंभीरता की कमी 

    अभी तक 30 राज्यों में लॉकडाउन घोषित किया गया है, तमाम राज्यों ने इसे लेकर सतर्कता बरतना शुरू कर दिया। दिल्ली और महाराष्ट्र सहित चार राज्यों में कर्फ्यू लागू कर दिया गया है, लेकिन आज भी 24 मार्च को यूपी, बंगाल, महाराष्ट्र जैसी जगहों पर लोग सब्जी मार्केट व दूसरी जगहों पर धड़ल्ले से समूह में खरीदारी करते दिखे।

    शायद मौजूदा हालात को देखकर ही पीएम मोदी को दोबारा देश को संबोधित करने के लिए सामने आना पड़ रहा है। पिछली बार उन्होंने जनता कर्फ्यू का मंत्र दिया था।

     

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  • बॉलीवुड ने पीएम मोदी के ‘जनता कर्फ्यू’ की अपील पर यूं किया रिएक्ट

    बॉलीवुड ने पीएम मोदी के ‘जनता कर्फ्यू’ की अपील पर यूं किया रिएक्ट

    पीएम नरेंद्र मोदी ने 22 मार्च यानी रविवार के दिन देश के लोगों से ‘जनता कर्फ्यू (Janta Curfew)’ की अपील की है और कहा है कि इस दिन सभी लोग  घर में ही रहे। बॉलीवुड पीएम नरेंद्र मोदी की इस अपील पर जमकर रिएक्ट कर रहा है और इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने के लिए लोगों को भी प्रेरित कर रहा है शबाना आजमी और महेश भट्ट के बाद अब संजय दत्त (Sanjay Dutt) ने भी पीएम मोदी (PM Modi) की अपील का जवाब दिया है, संजय दत्त का ट्वीट खूब वायरल भी हो रहा है।

    संजय दत्त (Sanjay Dutt) ने पीएम मोदी (PM Modi) की ‘जनता कर्फ्यू (Janta Curfew)’ की अपील का स्वागत करते हुए ट्वीट किया है, ‘नरेंद्र मोदी जी शुक्रिया, इस आश्वस्त करने वाली स्पीच के लिए। आइए सब संकल्प लेते हैं 22 मार्च को जनता कर्फ्यू में हिस्सा लेने का, साथ ही हमारी सुरक्षा के लिए हर वक्त सजग लोगों के लिए 5 बजे पांच मिनट तक उत्साहवर्धन भी करना है। सुरक्षित रहने के लिए घर में ही रहें और सभी एहतियाती कदम उठाएं।

    इस पर शबाना आजमी (Shabana Azmi), महेश भट्ट (Mahesh Bhatt) और रितेश देशमुख ने भी ट्वीट कर अपनी राय पेश की है।

    शबाना आजमी (Shabana Azmi) ने एक ट्वीट का जवाब दिया था और ट्वीट करने वाले को फटकार लगाई थी क्योंकि इस ट्वीट में पीएम मोदी के 22 मार्च को शाम पांच बजे कोरोना से फाइट करने वालों के हौसले बढ़ाने के लिए अपनी बालकनी, दरवाजे या खिड़की पर खड़े होकर ताली या थाली बजाने की अपील की आलोचना की गई थी। शबाना आजमी ने कहा, ‘यह कोई बेवकूफी नहीं है. यह सभी भारतीयों को एक साथ लाने के लिए मास्टरस्ट्रोक है.’

     

  • पीएम मोदी ने की ‘जनता कर्फ्यू’ की अपील, देखे पूरा स्‍पीच

    पीएम मोदी ने की ‘जनता कर्फ्यू’ की अपील, देखे पूरा स्‍पीच

    कोरोना वायरस से लड़ने को लेकर हो रहे प्रयासों पर पीएम नरेंद्र मोदी ने आज देशवासियों को संबोधित किया। उन्होंने लोगों से सतर्कता बरतने की अपील करते हुए जनता कर्फ्यू की मांग की है। पीएम ने 22 मार्च को रविवार के दिन सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक जनता कर्फ्यू की अपील की है।

  • पीएम मोदी ने हुनर हाट में लिट्टी-चोखा का लिया मजा

    पीएम मोदी ने हुनर हाट में लिट्टी-चोखा का लिया मजा

    अल्पसंख्यक मंत्रालय के द्वारा आयोजित है प्रदर्शनी

    KKN न्यूज ब्यूरो। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अचानक दिल्ली के हुनर हाट पहुंच कर सभी को चौका दिया। पीएम मोदी ने वहां लगे एक स्टॉल पर लिट्टी-चोखा भी खाया। इसकी तस्वीरें पीएम मोदी ने अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर की हैं। पीएम मोदी ने ट्विटर पर लिखा कि चाय के साथ दोपहर के भोजन के लिए टेस्टी लिट्टी चोखा खाया।

    पीएम मोदी के ट्वीट से हुआ खुलाशा

    पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में हुनर हाट की कई तस्वीरों को शेयर किया है और लिख है कि इंडिया गेट पर हुनर हाट पर शानदार दोपहर बिताई। इसमें हस्तशिल्प, टेक्सटाइल समेत कई प्रोडक्ट्स हैं। साथ ही स्वादिष्ट भोजन भी…। दरअसल, इस हुनर हाट का आयोजन अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय द्वारा आयोजित किया गया है। यह 13 फरवरी से 23 फरवरी 2020 तक चलेगा। इसका थीम है, कौशल को काम। हुनर हाट पहुंच कर पीएम मोदी ने देशभर के तमाम कारीगरों की प्रदर्शनियों को देखा। उन्होंने कार्यक्रम में कई कारीगरों के साथ बातचीत भी की। इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी के साथ अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी भी मौजूद थे।

  • बिहार के संकल्प रैली में पीएम मोदी ने बिरोधियो पर साधा निशाना

    बिहार के संकल्प रैली में पीएम मोदी ने बिरोधियो पर साधा निशाना

    बिहार की राजधानी पटना के गांधी मैदान में आयोजित एनडीए की संकल्प रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कि जो गरीबों का छीन कर अपनी दुकान चला रहे थे, वे चौकीदार से परेशान हैं। इसीलिए चौकीदार को गाली देने की साजिश चल रही है। आप यकीन रखिए, आपका चौकीदार हर तरीके से चौकन्ना है। कहा कि यहां गांव और शहरों की सड़कों का विस्तार हुआ है। यहां के नेशनल हाईवे का चौड़ीकरण हुआ है। जो पुराने पुल हैं उनको सुधारा जा रहा है, नए फ्लाइओवर्स का निर्माण किया जा रहा है। रेलवे की पुरानी व्यवस्थाओं में सुधार किया गया है, उनका बिजलीकरण हो रहा है।


    बिहार के सीएम का किया तरीफ


    पीएम मोदी ने कहा कि आपका प्रधानसेवक होने के नाते मुझे कईं बार बिहार आने का मौका मिला है। मुझे ये देखकर खुशी होती है कि नितीश बाबू जैसे कर्मठ, शालीन और गरीबों की चिंता करने वाले व्यक्तित्व ने कैसे बिहार को उस पुराने दौर से बहार निकालकर एक नई दिशा दी है।


    शहीदो को दी श्रद्धांजलि


    पीएम मोदी ने कहा कि मैं सभी शहीद वीर जवानों को नमन करता हूं। जिन्होंने राष्ट्र रक्षा में अपने प्राणों का बलिदान दिया है। इससे पहले उन्होंने कहा कि हम बिहार की महान जनता को आदर पूर्वक प्रणाम करता हूं। मैं बिहार के उन सभी शहीदों को नमन करता हूं, जिन्होंने राष्ट्र की रक्षा में अपने प्राण त्याग दिये हैं। पीएम मोदी ने अपना संबोधन शुरू करने से पहले कहा, पराक्रमी भारत के लिए भारत माता की जय, विजयी भारत के लिए भारत माता की जय, वीर जवानों के लिए भारत माता की जय।


    बिहार को मिला विकास की रफ्तार


    पीएम मोदी ने कहा कि बिहार में विकास की रफ्तार को नई तेजी मिली है। पटना में मेट्रो का काम शुरू हो चुका है। पटना के लोगों को शीघ्र ही पाइप के माध्यम से सस्ती और अच्छी गैस भी मिलने लगेगी।


    बिहार के मुख्यमंत्री ने कहा


    मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में 60 साल से ऊपर के सभी बुजुर्गों को पेंशन का लाभ देने के लिए हमने मुख्यमंत्री वृद्धजन पेंशन योजना शुरू की है। इससे परिवार में वृद्धजनों की इज्जत बढ़ेगी। सीएम ने प्रधानमंत्री को आश्वस्त करते हुए कहा कि हम 40 में से 40 सीटें जीतेंगे।


    इन्होंने की रैली को संबोधित


    एनडीए की संकल्प रैली में बिहार में एनडीए के तीनों घटक दल जदयू, भाजपा और लोजपा ने इस रैली को लेकर खासा तैयारी की। पूरी राजधानी बैनर-पोस्टरों से पाट दी गयी थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मुख्यमंत्री नीतिश कुमार ने स्वागत किया। रैली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अलावा बिहार के मुख्यमंत्री तथा जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार, केन्द्रीय मंत्री तथा लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामविलास पासवान भी संबोधित किया। उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, जदयू प्रदेश बशिष्ठ नारायण सिंह, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय और लोजपा प्रदेश अध्यक्ष पशुपति पारस भी रैली को संबोधित किया।