टैग: Weather

  • बिहार में तेज आंधी और भारी बारिश का अलर्ट,14 से 19 अप्रैल तक रहेगा खराब मौसम

    बिहार में तेज आंधी और भारी बारिश का अलर्ट,14 से 19 अप्रैल तक रहेगा खराब मौसम

    KKN गुरुग्राम डेस्क | बिहार में मौसम ने अचानक करवट ले ली है। बीते एक सप्ताह से राज्य के कई हिस्सों में मूसलधार बारिश, गरज-चमक के साथ तेज आंधी और बिजली गिरने की घटनाएं सामने आई हैं। इस असामान्य मौसम के कारण कई जगहों पर जान-माल का नुकसान भी हुआ है।

    मौसम विज्ञान केंद्र, पटना के अनुसार यह मौसम अभी थमने वाला नहीं है। 14 अप्रैल से लेकर 19 अप्रैल तक बिहार के अधिकांश जिलों में मौसम का मिजाज ऐसा ही बना रहेगा। इस दौरान 27 जिलों में तेज आंधी, भारी वर्षा और ठनका गिरने की चेतावनी जारी की गई है।

    किस-किस जिले में है सबसे ज्यादा खतरा?

    मौसम विभाग ने 14 अप्रैल को जिन 27 जिलों को उच्च जोखिम क्षेत्र (High Risk Zone) में रखा है, उनमें शामिल हैं:

    • पटना

    • गया

    • भागलपुर

    • मुजफ्फरपुर

    • दरभंगा

    • समस्तीपुर

    • पूर्णिया

    • कटिहार

    • अररिया
      (अन्य जिलों की जानकारी मौसम विभाग की वेबसाइट पर उपलब्ध है)

    इन जिलों में हवा की गति 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे तक हो सकती है, जिससे पेड़ गिरने, बिजली गुल होने और आवागमन में बाधा जैसी समस्याएं पैदा हो सकती हैं।

    बिजली गिरने का खतरा और बचाव के उपाय

    बिहार में हर साल बड़ी संख्या में लोग बिजली गिरने से जान गंवाते हैं। मौसम विभाग ने लोगों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी है।

    बचाव के उपाय:

    • आंधी-तूफान के समय घर से बाहर न निकलें

    • किसी भी ऊंचे पेड़ या बिजली के खंभे के नीचे खड़े न हों

    • मोबाइल फोन का इस्तेमाल न करें

    • पानी से भरे स्थानों से दूरी बनाए रखें

    • धातु की चीज़ों से दूर रहें

    क्यों बदला बिहार का मौसम इस तरह अचानक?

    मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, यह परिवर्तन पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance), बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी, और दिन-रात के तापमान में अचानक बदलाव के कारण हो रहा है। इन कारणों से कॉन्वेक्शनल वर्षा हो रही है, जिससे स्थानीय स्तर पर तेज बारिश और बिजली की घटनाएं हो रही हैं।

    डॉ. विनय कुमार, वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक, का कहना है:

    “यह बदलाव अप्रैल के मध्य में सामान्य नहीं माना जाता, लेकिन जलवायु में हो रहे बदलावों के कारण ऐसी घटनाएं अब अधिक सामान्य होती जा रही हैं।”

    किसानों पर पड़ा सीधा असर, रबी फसल को नुकसान

    इस असमय बारिश ने रबी फसलों, विशेष रूप से गेहूं और मक्का को भारी नुकसान पहुंचाया है। जिन इलाकों में कटाई हो चुकी थी, वहां खेतों में पानी भर गया है और अनाज गीला हो गया है

    कृषि विशेषज्ञों की सलाह:

    • कटे हुए अनाज को सुरक्षित स्थान पर रखें

    • प्लास्टिक तिरपाल या जाल की मदद से सुखाने की व्यवस्था करें

    • जरूरत पड़ने पर फफूंदनाशक का छिड़काव करें

    • कृषि विज्ञान केंद्र (KVK) से संपर्क करें

    आपदा प्रबंधन विभाग की तैयारी और जनता से अपील

    बिहार आपदा प्रबंधन विभाग (BSDMA) और जिला प्रशासन ने सभी संवेदनशील क्षेत्रों में चेतावनी जारी कर दी है। लोगों को लगातार अपडेट देने के लिए SMS अलर्ट, स्थानीय रेडियो और पंचायत स्तर पर मुनादी कराई जा रही है।

    आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे:

    • राहत केंद्रों को तैयार रखें

    • जनसंपर्क माध्यमों से लोगों को जागरूक करें

    • तेज हवा और आंधी के दौरान बिजली आपूर्ति को नियंत्रित करें

    • त्वरित राहत टीमों को तैयार रखें

    तकनीकी मदद से समय पर अलर्ट

    मौसम विभाग अब डॉप्लर रडार, सैटेलाइट इमेजरी, और एआई आधारित पूर्वानुमान तकनीक का इस्तेमाल कर रहा है, जिससे ग्रामीण इलाकों में भी रियल टाइम अलर्ट भेजे जा रहे हैं। इसके साथ ही भारत सरकार का “मौसम ऐप” भी आम लोगों को उनकी स्थानिक जानकारी के आधार पर मौसम की जानकारी दे रहा है।

    • बिहार के 27 जिलों में भारी वर्षा, तेज आंधी और बिजली गिरने की संभावना

    • 14 से 19 अप्रैल तक राज्य में अस्थिर मौसम बना रहेगा

    • प्रशासन पूरी तरह सतर्क, लेकिन आम लोगों को भी सावधानी बरतनी होगी

    • किसान, मजदूर, छात्र और यात्री विशेष रूप से सतर्क रहें

  • बिहार में बारिश का कहर, मुजफ्फरपुर, बेतिया समेत कई जिलों में भारी बारिश, 12 अप्रैल तक 8 जिलों में ठनका अलर्ट

    बिहार में बारिश का कहर, मुजफ्फरपुर, बेतिया समेत कई जिलों में भारी बारिश, 12 अप्रैल तक 8 जिलों में ठनका अलर्ट

    KKN गुरुग्राम डेस्क | बिहार के विभिन्न जिलों में गुरुवार, 10 अप्रैल 2025 को मौसम ने अचानक करवट ली। मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, बेतिया, पूर्णिया, वैशाली और अन्य जिलों में तेज हवा के साथ बारिश हुई। कुछ स्थानों पर झमाझम बारिश हुई तो कुछ स्थानों पर हल्की बौछारें देखी गईं। इस अचानक बदलाव से लोगों को राहत तो मिली, लेकिन मौसम में इस बदलाव ने कुछ परेशानी भी खड़ी कर दी।

    बिहार के विभिन्न जिलों में मौसम का मिजाज बदला

    गुरुवार को बिहार के कई जिलों में मौसम ने अपनी दिशा बदल ली। मौसम विभाग के अनुसार, इस बदलाव का कारण एक निम्न दबाव क्षेत्र है, जो राज्य के ऊपर बना हुआ है। इस कारण, राज्य के विभिन्न हिस्सों में तेज हवाओं के साथ बारिश हुई। कुछ क्षेत्रों में हल्की बौछारें पड़ीं, जबकि अन्य जगहों पर झमाझम बारिश से सड़कें भी जलमग्न हो गईं।

    मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, बेतिया, और पूर्णिया में सबसे ज्यादा असर देखा गया, जहां तेज हवाओं और बारिश ने जनजीवन को प्रभावित किया। कुछ स्थानों पर स्थानीय लोग परेशान रहे, जबकि कुछ क्षेत्रों में लोग इस बारिश को गर्मी से राहत के रूप में देख रहे थे।

    कितनी भारी बारिश हुई?

    बिहार के अलग-अलग जिलों में बारिश का असर अलग-अलग प्रकार से देखा गया। मुजफ्फरपुर और गोपालगंज में बारिश के साथ-साथ तेज हवाएं भी चलीं, जो कुछ समय के लिए सड़क परिवहन को प्रभावित करने वाली थीं। वहीं, बेतिया और पूर्णिया में हल्की बारिश और कुछ स्थानों पर बौछारें आईं। हालांकि, इन क्षेत्रों में पानी का बहाव बहुत ज्यादा नहीं हुआ, लेकिन बारिश के कारण आम जीवन में कुछ विघटन जरूर हुआ।

    8 जिलों में ठनका का अलर्ट

    मौसम विभाग ने 8 जिलों के लिए 12 अप्रैल तक ठनका (आकाशीय बिजली) का अलर्ट जारी किया है। यह जिलें हैं: मुजफ्फरपुर, बेतिया, गोपालगंज, पूर्णिया, वैशाली, सारण, पटना, और सुपौल। इन जिलों में अगले कुछ दिनों तक तेज बारिश और आकाशीय बिजली गिरने की संभावना जताई गई है।

    मौसम विभाग ने सभी स्थानीय प्रशासन को सतर्क रहने का निर्देश दिया है और लोगों को भी चेतावनी दी है कि वे आकाशीय बिजली और तूफान से बचने के लिए जरूरी सुरक्षा उपायों का पालन करें।

    क्या करें जब मौसम बिगड़े?

    जब मौसम अचानक बदलता है, खासकर बारिश और ठनके के दौरान, तो लोगों को कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए:

    1. घर के अंदर रहें: आकाशीय बिजली और तेज हवाओं से बचने के लिए घर के अंदर रहना सबसे सुरक्षित है। अगर आप बाहर हैं, तो किसी सुरक्षित और बंद जगह पर शरण लें।

    2. बिजली से बचाव: आकाशीय बिजली से बचने के लिए खुले स्थानों, पेड़ों के नीचे और जल स्रोतों से दूर रहें। यदि आप किसी वाहन में हैं, तो वाहन के अंदर ही रहें और खिड़कियां बंद रखें।

    3. मौसम अपडेट प्राप्त करें: मौसम विभाग द्वारा जारी किए गए अलर्ट और चेतावनियों को ध्यान से सुनें और हर समय मौसम से संबंधित अपडेट प्राप्त करें।

    4. सड़क पर सतर्कता: अगर आप यात्रा कर रहे हैं, तो बारिश और जलभराव के कारण सड़कें फिसलनदार हो सकती हैं। ऐसे में वाहन चलाते समय सतर्क रहें और सड़क पर किसी भी अनहोनी से बचने के लिए धीमी गति से चलें।

    कृषि पर असर: फसलें और किसान

    बारिश और ठनका की घटनाओं का असर किसानों की फसलों पर भी पड़ सकता है। विशेष रूप से, उन किसानों के लिए जो गेहूं और धान की फसल उगा रहे हैं, अचानक बारिश और तेज हवाएं उनके लिए चिंता का कारण बन सकती हैं। इससे फसलें नुकसान पहुंच सकती हैं और पानी की अधिकता के कारण जलभराव भी हो सकता है, जो फसलों को खराब कर सकता है।

    किसानों को सलाह दी जा रही है कि वे अपनी फसलों को नुकसान से बचाने के लिए जरूरी कदम उठाएं। कुछ स्थानों पर फसल सुरक्षा उपायों के तहत बाड़ और अन्य साधनों का उपयोग किया जा सकता है, ताकि फसलें ज्यादा प्रभावित न हों।

    बिहार में आगामी मौसम के पूर्वानुमान

    मौसम विभाग के अनुसार, बिहार में अगले कुछ दिनों तक मौसम में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। 12 अप्रैल तक राज्य के कई हिस्सों में हल्की से भारी बारिश होने की संभावना है। इसके साथ ही, आकाशीय बिजली और तेज हवाओं का दौर भी जारी रह सकता है।

    विभाग ने कहा कि यह मौसमी परिवर्तन सामान्य है, क्योंकि अप्रैल का महीना हमेशा इस तरह के मौसम बदलाव का गवाह बनता है। हालांकि, मौसम के इस बदलाव से गर्मी में राहत तो मिली है, लेकिन किसानों और अन्य प्रभावितों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

    बिहार में मौसम का बदलाव सामान्य है, लेकिन इससे होने वाले नुकसानों से बचने के लिए कुछ अहम सावधानियां बरतना जरूरी है। लोगों को मौसम की बदलती स्थिति के प्रति सतर्क रहना चाहिए और मौसम विभाग द्वारा दी गई चेतावनियों का पालन करना चाहिए।

    इसके साथ ही, किसानों को अपनी फसलों के सुरक्षा उपायों को मजबूत करने की जरूरत है, ताकि बारिश और ठनका से उनका नुकसान न हो। मौसम का यह बदलाव राज्य में काफी चर्चा का विषय बन गया है और लोगों में इसके बारे में अधिक जानकारी हासिल करने की उत्सुकता बनी हुई है।

  • 🌧️ 6 से 11 अप्रैल तक बिहार में बदलेगा मौसम, बारिश और आंधी के आसार

    🌧️ 6 से 11 अप्रैल तक बिहार में बदलेगा मौसम, बारिश और आंधी के आसार

    KKN गुरुग्राम डेस्क | बिहार में इस समय मौसम में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) का प्रभाव अब स्पष्ट रूप से दिखने लगा है। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, 6 से 11 अप्रैल 2025 के बीच राज्य के कई हिस्सों में गरज-चमक, तेज़ हवाएं, बिजली गिरने और हल्की बारिश की संभावना है।

    इसको देखते हुए मौसम विभाग ने येलो अलर्ट (Yellow Alert) जारी किया है और लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है।

    🟡 मौसम विभाग का येलो अलर्ट: क्या है इसका मतलब?

    येलो अलर्ट मौसम विभाग द्वारा जारी की जाने वाली प्रारंभिक चेतावनी होती है। इसका उद्देश्य है लोगों को संभावित मौसम संबंधी जोखिमों के लिए सतर्क करना। इसका मतलब होता है कि:

    • 🌩️ आंधी-तूफान, बिजली गिरने जैसी घटनाएं हो सकती हैं

    • ⚠️ सतर्कता आवश्यक है, विशेष रूप से खुले इलाकों में रहने वालों के लिए

    • 🚫 अनावश्यक यात्रा और खुले में काम करने से बचें

    🌡️ तापमान में बढ़ोतरी, फिर आ सकती है राहत

    शनिवार को राजधानी पटना का अधिकतम तापमान 39.0°C दर्ज किया गया, जबकि डेहरी में सबसे अधिक 39.8°C तापमान दर्ज किया गया।
    आगामी 48 घंटों में तापमान 1 से 3 डिग्री तक और बढ़ने की संभावना है। हालांकि, बारिश के बाद कुछ राहत मिलने की उम्मीद है।

    🌀 पश्चिमी विक्षोभ का असर – बिहार की ओर बढ़ रही हवाएं

    मौसम विज्ञान केंद्र, पटना के अनुसार, पूर्वोत्तर असम और आसपास के क्षेत्रों में एक चक्रवाती हवा का क्षेत्र बना हुआ है, जो पश्चिमी विक्षोभ के रूप में बिहार को प्रभावित करेगा।
    यह सिस्टम 8 अप्रैल से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र को प्रभावित करेगा, जिसके बाद बिहार के मैदानी इलाकों में तेज हवाएं, गरज-चमक और बारिश होने की संभावना प्रबल हो जाएगी।

    🌪️ इन जिलों में सबसे ज्यादा असर की संभावना

    मौसम विभाग ने कई जिलों को येलो अलर्ट के दायरे में रखा है। यहां 40–50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने, बिजली गिरने और बारिश की संभावना है।

    उत्तर बिहार:

    • सीतामढ़ी

    • मधुबनी

    • दरभंगा

    • शिवहर

    • समस्तीपुर

    • वैशाली

    • मुजफ्फरपुर

    उत्तर-पूर्व बिहार:

    • अररिया

    • किशनगंज

    • सहरसा

    • सुपौल

    • मधेपुरा

    • पूर्णिया

    • कटिहार

    दक्षिण-पूर्व बिहार:

    • भागलपुर

    • बांका

    • जमुई

    • मुंगेर

    • खगड़िया

    👉 इन सभी जिलों में ओले गिरने (Hailstorm) की भी संभावना जताई गई है, विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में फसलों को नुकसान हो सकता है।

     किसानों और आम लोगों के लिए सुझाव

    मौसम में आने वाले इस बदलाव को देखते हुए IMD और कृषि विशेषज्ञों ने निम्नलिखित सुझाव दिए हैं:

    • 🌾 किसान फसलों की सुरक्षा करें, ओलावृष्टि से गेहूं और सब्जियों को नुकसान हो सकता है

    • 🚜 सिंचाई को कुछ दिनों के लिए टालना उचित होगा

    • 🏠 छतों पर रखे सामान को सुरक्षित स्थान पर रखें

    • 🌳 पेड़-पौधों और बिजली के तारों के नीचे खड़े न हों

    • 🧒 बच्चों और बुजुर्गों को घर के अंदर रखें, विशेष रूप से शाम के समय

    🕐 किस समय पर ज्यादा सतर्क रहें?

    • गरज-चमक और बारिश की गतिविधियां आमतौर पर दोपहर 2 बजे से रात 8 बजे के बीच होती हैं

    • इस समय के दौरान खुले स्थानों पर न रहें, मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का प्रयोग सावधानी से करें

    • बिजली गिरने की घटनाएं ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा होती हैं, ऐसे में कृषि कार्यों से बचें

    🌍 क्यों हो रहा है मौसम में यह बदलाव?

    बिहार के मौसम में आए इस अचानक बदलाव के पीछे कुछ खास कारण हैं:

    • पश्चिमी विक्षोभ की हिमालयी क्षेत्र में सक्रियता

    • पूर्वोत्तर भारत में चक्रवातीय हवाओं का प्रभाव

    • बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी की वजह से बादल बनने की प्रक्रिया तेज़

    • पछुआ हवा की वजह से पहले सूखा मौसम, अब बदलता मिज़ाज

    यह मौसम का एक संक्रमण काल (Transitional Phase) है, जो आमतौर पर अप्रैल-मई में देखने को मिलता है।

    🔮 11 अप्रैल के बाद क्या होगा?

    11 अप्रैल के बाद मौसम में स्थिरता आ सकती है, लेकिन इसके बाद गर्मी और उमस में वृद्धि के आसार हैं।
    दक्षिण बिहार और झारखंड से लगे इलाकों में लू चलने की संभावनाएं बन सकती हैं।

    बिहार में आने वाले 5 दिनों में मौसम का मिज़ाज बदलेगा, जिससे एक ओर गर्मी से राहत मिलेगी, तो दूसरी ओर तेज़ हवाएं, बिजली गिरने और ओलावृष्टि जैसी घटनाएं चिंता का विषय बन सकती हैं।
    लोगों से अपील है कि वे मौसम विभाग की चेतावनियों पर ध्यान दें, और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहें।

    🌐 ताज़ा अपडेट्स, जिला-वार पूर्वानुमान और सावधानी संबंधी जानकारियों के लिए जुड़े रहें KKNLive.com के साथ।

  • भारत में बारिश और तूफान का अलर्ट: 18 राज्यों में मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी

    भारत में बारिश और तूफान का अलर्ट: 18 राज्यों में मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी

    भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 18 राज्यों के लिए मौसम अलर्ट जारी किया है। आने वाले दिनों में देश के कई हिस्सों में बारिश (Rain), आंधी (Thunderstorm) और तेज़ हवाएं (Strong Winds) चलने की संभावना है। यह चेतावनी मंगलवार को जारी की गई थी और इसके 15 मार्च तक प्रभावी रहने की संभावना है।

    Cyclone in Iraq और Bangladesh का भारत पर असर

    मौसम में यह बदलाव मुख्य रूप से दो चक्रवातों (Cyclonic Systems) के कारण हो रहा है—एक इराक (Iraq) में और दूसरा बांग्लादेश (Bangladesh) में। इन चक्रवातों की वजह से भारत में मॉइस्चर-लेडेन विंड्स (Moisture-laden Winds) आ रही हैं, जिससे कई इलाकों में भारी बारिश (Heavy Rain), आंधी (Thunderstorm) और तेज़ हवाएं (Gusty Winds) चलने की संभावना है।

    मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि यह बदलाव वेस्टर्न डिस्टर्बेंस (Western Disturbances) और बाहरी साइक्लोनिक एक्टिविटीज (Cyclonic Activities) के कारण हो रहा है। इसका असर भारत के कई राज्यों पर पड़ सकता है, जिससे तापमान में गिरावट (Temperature Drop), ओलावृष्टि (Hailstorm) और जलभराव (Localized Flooding) जैसी स्थितियां बन सकती हैं।

    किन राज्यों में जारी हुआ है अलर्ट?

    IMD ने देश के 18 राज्यों में संभावित मौसम बदलाव को लेकर चेतावनी दी है।

    1. दिल्ली (Delhi) – हल्की बारिश के साथ तापमान में गिरावट।
    2. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) – कई जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश।
    3. बिहार (Bihar) – उत्तरी और मध्य हिस्सों में भारी बारिश।
    4. झारखंड (Jharkhand) – कुछ इलाकों में बिजली गिरने और बारिश की संभावना।
    5. पश्चिम बंगाल (West Bengal) – तेज़ हवा और भारी बारिश।
    6. ओडिशा (Odisha) – तटीय इलाकों में तेज़ बारिश और तूफान जैसे हालात।
    7. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) – कुछ हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश।
    8. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) – गरज-चमक के साथ बारिश और ओलावृष्टि की संभावना।
    9. राजस्थान (Rajasthan) – हल्की बारिश और तेज़ हवाएं चलने की संभावना।
    10. गुजरात (Gujarat) – कुछ इलाकों में हल्की बारिश और तेज़ हवाएं।
    11. महाराष्ट्र (Maharashtra) – मध्य और उत्तरी इलाकों में बारिश और आंधी।
    12. गोवा (Goa) – बादल छाए रहेंगे, रुक-रुक कर बारिश होगी।
    13. तेलंगाना (Telangana) – कुछ जिलों में गरज के साथ बारिश।
    14. आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) – तटीय इलाकों में भारी बारिश और तेज़ हवाएं।
    15. कर्नाटक (Karnataka) – दक्षिणी और आंतरिक हिस्सों में छिटपुट बारिश।
    16. केरल (Kerala) – कई जिलों में भारी बारिश।
    17. तमिलनाडु (Tamil Nadu) – पूरे राज्य में बारिश और आंधी की संभावना।
    18. असम (Assam) – पूर्वोत्तर इलाकों में गरज-चमक और तेज़ हवाएं चलेंगी।

    Weather Alert: कैसा रहेगा भारत का मौसम?

    IMD Forecast के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) और साइक्लोनिक एक्टिविटी (Cyclonic Activity) की वजह से भारत में मॉनसून-से पहले के बदलाव (Pre-Monsoon Changes) देखने को मिल रहे हैं। इसका असर देश के कई हिस्सों में होगा, जिससे तापमान, हवा और नमी का स्तर प्रभावित होगा।

    मौसम विभाग ने कुछ इलाकों में निम्नलिखित असर पड़ने की संभावना जताई है:

    • ओलावृष्टि (Hailstorm) – उत्तरी और मध्य भारत के कुछ हिस्सों में हो सकती है।
    • बिजली गिरने की संभावना (Lightning Strikes) – पूर्वी और पूर्वोत्तर राज्यों में अलर्ट जारी।
    • तेज़ हवाएं (Strong Winds) – कुछ क्षेत्रों में पेड़ों और बिजली के खंभों को नुकसान हो सकता है।
    • जलभराव (Localized Flooding) – भारी बारिश के कारण निचले इलाकों में जलभराव हो सकता है।

    Public Advisory: जनता के लिए ज़रूरी सावधानियां

    मौसम विभाग और स्थानीय प्रशासन ने लोगों से सावधानी बरतने (Safety Precautions) की अपील की है।

    👉 Outdoor Activities से बचें: तेज़ बारिश और आंधी के दौरान बाहर निकलने से बचें।
    👉 Lightning से बचाव: बिजली गिरने की आशंका वाले क्षेत्रों में ऊंचे पेड़ और खुली जगहों से दूर रहें।
    👉 Tez Hawaon के कारण खतरा: तेज़ हवा से घर की छत पर रखे सामान को सुरक्षित रखें।
    👉 फसल सुरक्षा (Crop Safety): किसानों को सलाह दी गई है कि वे ओलावृष्टि और अधिक नमी (Excess Moisture) से अपनी फसलों की रक्षा करें।
    👉 यात्रा करने से पहले जानकारी लें: मौसम के अनुसार ही यात्रा की योजना बनाएं।

    Cyclone in Iraq और Bangladesh का Weather पर असर

    हालांकि Cyclones in Iraq और Bangladesh भारत से दूर हैं, लेकिन इनका असर Indian Subcontinent के मौसम पर देखा जा सकता है। इन Cyclonic Systems के कारण भारत के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों में नमी (Moisture) बढ़ रही है

    👉 बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) और अरब सागर (Arabian Sea) से उठने वाली नमी से भारत में भारी बारिश (Heavy Rainfall in India) हो रही है।
    👉 Climate Change के कारण ऐसे Cross-Border Weather Changes अब अधिक देखने को मिल रहे हैं।
    👉 विशेषज्ञों के अनुसार, यह Weather Pattern भविष्य में भी Indian Climate को प्रभावित कर सकता है।

    आने वाले दिनों में मौसम कैसा रहेगा? (IMD Weather Forecast)

    IMD के अनुसार, 15 मार्च तक देश के कई हिस्सों में बारिश और आंधी का सिलसिला जारी रहेगा। इसके बाद मौसम धीरे-धीरे सामान्य (Weather Stabilization) होने की उम्मीद है, लेकिन कुछ इलाकों में रुक-रुक कर बारिश हो सकती है।

    मौसम विभाग स्थिति पर लगातार नज़र रख रहा है (Weather Monitoring) और समय-समय पर अपडेट जारी करेगा।

    Cyclone in Iraq और Bangladesh के असर से भारत के 18 राज्यों में Heavy Rainfall, Thunderstorm और Strong Winds का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम में बदलाव के कारण Temperature Drop, Hailstorm और जलभराव (Flooding) जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

    👉 Regular Weather Updates पर नज़र रखना और सावधानियां बरतना जरूरी है।
    👉 यह मौसम बदलाव Climate Change के बढ़ते प्रभाव को भी दिखाता है।
    👉 जनता को सलाह दी जाती है कि वे IMD की चेतावनियों का पालन करें और सुरक्षित रहें।

    India का मौसम अप्रत्याशित होता जा रहा है, और इस तरह की स्थितियों में सुरक्षा और जागरूकता सबसे महत्वपूर्ण है।

  • होली से पहले भारत में मौसम में बदलाव, जानें क्या है आगामी मौसम का हाल

    होली से पहले भारत में मौसम में बदलाव, जानें क्या है आगामी मौसम का हाल

    भारत के विभिन्न हिस्सों में मौसम का मिज़ाज बदल रहा है, और होली के मौके पर यह बदलाव खासा असर डाल सकता है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश (UP) से लेकर उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों तक मौसम में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहे हैं। यहां सुबह से लेकर शाम तक हल्की धूप और बीच-बीच में बादल भी दिखाई दे रहे हैं। इस बदलाव से न केवल तापमान में वृद्धि हो रही है, बल्कि हल्की गर्मी भी महसूस हो रही है।

    हालांकि, यह मौसम का बदलाव होली के मौके पर कई स्थानों पर खुशियों को प्रभावित कर सकता है। राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में मौसम में बड़े बदलाव की संभावना जताई जा रही है। खासकर, होली के दिन (14 मार्च) बारिश और तूफान की चेतावनी है, जो बाहरी आयोजनों को प्रभावित कर सकता है।

    इस लेख में हम आपको आगामी कुछ दिनों का मौसम पूर्वानुमान देंगे, ताकि आप अपनी होली की तैयारी सही तरीके से कर सकें।

    दिल्ली-एनसीआर का मौसम: बढ़ती गर्मी और होली पर बारिश की संभावना

    दिल्ली-एनसीआर में इस समय गर्मी का असर साफ देखा जा रहा है। दिनभर तेज धूप के कारण तापमान में इज़ाफा हो रहा है, और रविवार को इस सत्र का सबसे गर्म दिन था। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, अगले दो-तीन दिनों में तापमान और बढ़ सकता है।

    दिल्ली में होली के दिन (14 मार्च) बारिश का अनुमान है, जिससे मौसम में थोड़ी राहत मिल सकती है। हालांकि, बारिश के कारण बाहरी आयोजनों पर असर पड़ सकता है, इसलिए यदि आप होली के दौरान बाहर रंग खेलने का प्लान कर रहे हैं, तो छाता जरूर रखें।

    उत्तर प्रदेश में मौसम का बदलाव: तेज हवाएं और बारिश की संभावना

    उत्तर प्रदेश में भी होली से पहले मौसम में बदलाव की उम्मीद जताई जा रही है। IMD के मुताबिक, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 11 मार्च को मौसम साफ रहेगा, लेकिन इसके बाद मौसम में बदलाव आएगा। इस दौरान 20-30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है।

    उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में 13 मार्च को बारिश भी हो सकती है, जिससे होली के दिन रंग खेलना थोड़ी मुश्किल हो सकती है।

    बिहार में गर्मी बढ़ेगी: तापमान में बढ़ोतरी की संभावना

    बिहार में अगले कुछ दिनों में तापमान में तेज़ वृद्धि हो सकती है। IMD के अनुसार, अगले तीन दिनों में यहां का तापमान 4 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है, जिससे अधिक गर्मी महसूस होगी। बिहार में मौसम पूरी तरह से शुष्क रहेगा, यानी यहां बारिश का कोई खास अनुमान नहीं है।

    इस दौरान अधिकतम तापमान 30 से 36 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है, और न्यूनतम तापमान 16 से 20 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा। अगर आप बिहार में होली मना रहे हैं, तो गर्मी को ध्यान में रखते हुए अपनी सुरक्षा और स्वास्थ्य का ध्यान रखें।

    इन राज्यों में बारिश की चेतावनी: भारी बारिश और आंधी का अनुमान

    भारतीय मौसम विभाग ने पश्चिम बंगाल, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश और असम में भारी बारिश और आंधी का अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर और मिजोरम में भी तूफान और बारिश का अनुमान है। इन क्षेत्रों में 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं।

    यहां के निवासियों और यात्रियों को भारी बारिश और बिजली गिरने के दौरान सतर्क रहने की सलाह दी गई है। खासकर पहाड़ी इलाकों में यात्रा करने वालों को सावधान रहने की आवश्यकता है, क्योंकि खराब मौसम के कारण सड़कों पर यात्रा कठिन हो सकती है।

    जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बर्फबारी: अंतिम ठंडी की दस्तक

    जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, और मुजफ्फराबाद में आगामी दिनों में बर्फबारी की संभावना है। IMD के अनुसार, इन क्षेत्रों में 14 मार्च तक बारिश और बर्फबारी हो सकती है। इस दौरान, ऊंचे इलाकों में भारी बर्फबारी हो सकती है, जबकि निचले इलाकों में बारिश का अनुमान है।

    इस मौसम में यात्रा करने वालों को बर्फबारी और सड़क बंद होने की संभावना को ध्यान में रखते हुए अपनी यात्रा की योजना बनानी चाहिए।

    उत्तराखंड का मौसम: बादल और बारिश की संभावना

    उत्तराखंड में मौसम में बदलाव जारी है। यहां के निचले क्षेत्रों में हल्के बादल और हवा का प्रभाव देखा जा रहा है, जिससे तापमान में थोड़ी वृद्धि हो रही है। दोपहर के समय हल्की गर्मी का अनुभव हो रहा है, लेकिन बादलों के छाने से तापमान में कमी आ सकती है।

    IMD के अनुसार, उत्तराखंड में अगले कुछ दिनों में बारिश और तूफान हो सकते हैं, खासकर पहाड़ी क्षेत्रों में। यहां भी होली के दौरान मौसम के बिगड़ने की संभावना है, इसलिए त्योहार के लिए योजना बनाते समय मौसम का ध्यान रखें।

    होली के लिए मौसम की तैयारी: कैसे करें सही योजना?

    होली के रंग और खुशियों को बनाने के लिए मौसम की तैयारी बहुत जरूरी है। यहां कुछ सुझाव दिए जा रहे हैं:

    1. मौसम की जानकारी रखें: होली के दिन मौसम में अचानक बदलाव हो सकता है, जैसे कि बारिश या आंधी। इसके लिए, IMD से अपडेट लेते रहें और मौसम की स्थिति के मुताबिक अपनी योजना तैयार करें।

    2. वस्त्रों का चयन करें: यदि मौसम गर्म हो तो हल्के और आरामदायक कपड़े पहनें। अगर बारिश का अनुमान है, तो जलरोधक कपड़े या जैकेट पहन सकते हैं।

    3. स्वास्थ्य का ध्यान रखें: गर्मी के कारण डिहाइड्रेशन हो सकता है। ज्यादा पानी पिएं और हल्का भोजन लें ताकि आप ताजगी महसूस करें।

    4. त्वचा की सुरक्षा: होली के रंगों में कई बार हानिकारक रसायन हो सकते हैं। त्वचा को सुरक्षा देने के लिए प्राकृतिक रंगों का उपयोग करें और अपनी त्वचा को ढकने के लिए क्रीम लगाएं।

    5. इनडोर होली खेलें: अगर आपके इलाके में बारिश हो रही है तो इनडोर होली खेलें। इस तरह आप बारिश से बच सकते हैं और होली का आनंद भी ले सकते हैं।

     होली के मौसम का पूर्वानुमान

    भारत में होली के दौरान मौसम में बदलाव साफ तौर पर देखा जा सकता है। दिल्ली और उत्तर प्रदेश जैसे क्षेत्रों में तापमान में वृद्धि हो सकती है, जबकि बिहार में शुष्क मौसम रहने की संभावना है। दूसरी ओर, पहाड़ी क्षेत्रों जैसे जम्मू, कश्मीर, लद्दाख, और उत्तराखंड में बर्फबारी और बारिश का अनुमान है।

    मौसम के इन बदलावों के बावजूद, उचित तैयारी के साथ आप अपनी होली को बिना किसी परेशानी के मना सकते हैं। इस लेख में दी गई जानकारी से आपको अपनी योजनाओं को बेहतर तरीके से तैयार करने में मदद मिलेगी।

  • दिल्ली मौसम अपडेट: तापमान 30 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंचने की संभावना

    दिल्ली मौसम अपडेट: तापमान 30 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंचने की संभावना

    दिल्ली का मौसम इस हफ्ते और गर्म होने वाला है। जैसे-जैसे मार्च का महीना आगे बढ़ता है, शहर में तापमान में बढ़ोतरी की संभावना जताई जा रही है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, 7 मार्च से लेकर 12 मार्च तक राजधानी में अधिकतम तापमान 30 डिग्री से 34 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है, जो दिल्लीवासियों के लिए गर्म दिनों का संकेत है।

    यह मौसम बदलाव प्रायः वसंत ऋतु में देखा जाता है, जब ठंडी हवाओं का असर कम होने लगता है और गर्मी बढ़ने लगती है। दिल्ली में इस समय धूप ज्यादा होगी, जिससे तापमान में वृद्धि होगी। हालांकि, इस दौरान शहर में नमी का स्तर मध्यम रहने की संभावना है, जो गर्मी से थोड़ी राहत प्रदान कर सकता है।

    इस सप्ताह दिल्ली में मौसम कैसा रहेगा?

    7 मार्च से लेकर 12 मार्च तक दिल्ली में दिन के तापमान में धीरे-धीरे वृद्धि होगी। अधिकतम तापमान 30°C से लेकर 34°C तक रहने की संभावना है। यह दिल्ली में ठंडे मौसम के बाद एक तेज गर्मी का संकेत देता है। आइए, जानते हैं कि इन दिनों मौसम में क्या बदलाव आएंगे:

    • 7 मार्च: इस दिन अधिकतम तापमान करीब 30°C रहने की संभावना है, जबकि न्यूनतम तापमान लगभग 15°C के आस-पास रहेगा। दिनभर धूप रहने की संभावना है और बारिश की कोई संभावना नहीं है।
    • 8-9 मार्च: तापमान 31°C से 32°C के बीच रहेगा। धूप तेज होगी, लेकिन हल्की-फुल्की हवा भी चलेगी, जो दिन को आरामदायक बना सकती है।
    • 10-11 मार्च: इन दिनों तापमान 33°C से 34°C तक पहुंच सकता है। दिल्ली में दिन में तेज गर्मी रहेगी और रात का तापमान 16°C से 18°C के बीच रहेगा।
    • 12 मार्च: गर्मी का सिलसिला जारी रहेगा, और तापमान 30°C से 33°C के बीच रहने की संभावना है। इस दिन भी मौसम साफ रहेगा और बारिश की संभावना कम है।

    गर्मी बढ़ने के कारण

    दिल्ली में तापमान में वृद्धि के कुछ प्रमुख कारण हैं, जो इन दिनों मौसम को प्रभावित करेंगे:

    1. सूर्य की अधिकता: जैसे-जैसे दिन लंबा होता है, सूर्य की किरणें अधिक सीधे और तेज़ी से पृथ्वी पर पहुंचती हैं, जिससे तापमान में वृद्धि होती है।
    2. आसमान साफ होना: बादलों का अभाव अधिक सूरज की रोशनी को पृथ्वी तक पहुँचने में मदद करता है, जिससे वातावरण गर्म हो जाता है।
    3. पश्चिमी हवाएं: दिल्ली में कभी-कभी पश्चिमी दिशा से गर्म हवाएं आती हैं, जो तापमान को और बढ़ा सकती हैं, खासकर मार्च के महीने में।

    दिल्लीवासियों पर असर

    दिल्ली में तापमान में वृद्धि का सीधा असर रोजमर्रा की जिंदगी पर पड़ेगा। बढ़ते तापमान के साथ, दिल्लीवासियों को दिन में अधिक गर्मी का सामना करना पड़ेगा। इसके साथ ही, एयर कंडीशनर और कूलर जैसे उपकरणों की मांग भी बढ़ सकती है।

    स्वस्थ रहने के टिप्स:

    1. पानी पीते रहें: गर्मी में सबसे ज़रूरी चीज है अच्छी मात्रा में पानी पीना। पानी से शरीर में तरलता बनी रहती है और डिहाइड्रेशन से बचाव होता है।
    2. सूरज से बचाव: यदि आपको बाहर निकलना है तो सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें, हल्के कपड़े पहनें और सिर को ढकने के लिए टोपी का प्रयोग करें। सूरज की किरणों से बचने के लिए 12 बजे से 4 बजे तक बाहर जाने से बचें।
    3. हल्के कपड़े पहनें: गर्मी से बचने के लिए हल्के और ढीले कपड़े पहनें, ताकि शरीर को ठंडक मिले। कॉटन कपड़े गर्मी के मौसम के लिए सबसे उपयुक्त होते हैं।

    दिल्ली में वायु गुणवत्ता और तापमान का प्रभाव

    तापमान में वृद्धि के साथ-साथ, दिल्ली की हवा की गुणवत्ता पर भी ध्यान देना महत्वपूर्ण है। दिल्ली की वायु गुणवत्ता कई बार खराब हो जाती है, खासकर सर्दियों के दौरान, लेकिन जैसे-जैसे गर्मी बढ़ती है, हवा में धूल और प्रदूषण के स्तर में उतार-चढ़ाव आता रहता है।

    वर्तमान में दिल्ली की वायु गुणवत्ता औसत से थोड़ी बेहतर रहने की संभावना है, लेकिन फिर भी स्थानीय प्रदूषण और बाहरी कारकों के कारण कभी-कभी हवा की गुणवत्ता खराब हो सकती है। एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) पर ध्यान रखना महत्वपूर्ण होगा और खासकर उन लोगों को सतर्क रहना चाहिए जिनके पास श्वसन संबंधित समस्याएं हैं।

    दिल्ली के मौसम का भविष्य

    12 मार्च के बाद, दिल्ली का मौसम और गर्म होने की संभावना है। जैसे-जैसे मार्च का अंत होगा, तापमान 30°C से ऊपर रह सकता है और यह गर्मी अप्रैल और मई तक बढ़ने की संभावना है। गर्मी के बढ़ने के साथ-साथ शहर में शुष्क मौसम रहेगा, और गर्म हवाओं के साथ-साथ धूल भरे तूफान आ सकते हैं।

    मौसम विज्ञानियों का कहना है कि इस महीने के अंत तक दिल्ली में गरमी का जोर बढ़ेगा और मई तक तापमान 40°C तक पहुंच सकता है। इस दौरान ऊर्जा की खपत भी बढ़ सकती है, क्योंकि लोग गर्मी से राहत पाने के लिए एयर कंडीशनर और कूलर का इस्तेमाल बढ़ा देंगे।

    गर्मी से निपटने के उपाय

    गर्मी बढ़ने के साथ-साथ यह जरूरी हो जाता है कि आप तापमान से बचने के उपाय अपनाएं। यहां कुछ टिप्स दिए जा रहे हैं जो आपको गर्मी में आराम देने में मदद करेंगे:

    1. एसी या कूलर का इस्तेमाल करें: अगर संभव हो तो एयर कंडीशनर या कूलर में समय बिताएं ताकि आप गर्मी से राहत पा सकें।
    2. व्यायाम में आराम रखें: शारीरिक गतिविधियों को गर्मी के चरम पर करने से बचें। यदि आपको एक्सरसाइज करनी है तो सुबह जल्दी या शाम को करें।
    3. फ्रेश और हल्का खाना खाएं: गर्मी में हल्का खाना जैसे सलाद, फल और स्मूदी खाएं ताकि शरीर को ठंडक मिल सके और शरीर अधिक गर्मी न पैदा करे।

    दिल्ली में मौसम में बदलाव आ रहा है, और तापमान 30°C के करीब पहुंचने के साथ गर्मी का प्रभाव बढ़ने वाला है। 7 मार्च से लेकर 12 मार्च तक, दिल्ली में अधिकतम तापमान 30°C से 34°C के बीच रहने की संभावना है। गर्मी बढ़ने के साथ, दिल्लीवासियों को अधिकतर समय धूप से बचकर, पानी पीते रहकर और हल्के कपड़े पहनकर खुद को ठंडा रखने की जरूरत है।

    जैसे-जैसे मार्च खत्म होगा, दिल्ली में और गर्मी बढ़ेगी और तापमान 40°C तक पहुंच सकता है। इस दौरान गर्मी से बचने के लिए सावधानी रखना और सही उपाय अपनाना जरूरी होगा। मौसम अपडेट के लिए जुड़े रहें और खुद को तैयार रखें।

  • Weather Update: भारत के कई राज्यों में बारिश और तूफान का अलर्ट

    Weather Update: भारत के कई राज्यों में बारिश और तूफान का अलर्ट

    KKN  गुरुग्राम डेस्क | भारत के कई हिस्सों में मौसम (Weather Update) ने अचानक करवट ले ली है। दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, बिहार, झारखंड, हिमाचल प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश और पंजाब समेत कई राज्यों में पिछले कुछ दिनों से बारिश (Rainfall), आंधी-तूफान (Storm), और तेज हवाएं (Strong Winds) देखी जा रही हैं।

    भारतीय मौसम विभाग (IMD – India Meteorological Department) के अनुसार, यह बदलाव Western Disturbance के सक्रिय होने की वजह से हो रहा है। आने वाले कुछ दिनों में भी देश के अलग-अलग हिस्सों में बारिश और तेज हवाएं जारी रह सकती हैं। 24 फरवरी से नए पश्चिमी विक्षोभ (New Western Disturbance) के कारण और ज्यादा बारिश और मौसम में बदलाव हो सकता है।

    Western Disturbance होगा और ज्यादा एक्टिव, नया सिस्टम होगा विकसित

    मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, 24 फरवरी से नया Western Disturbance सक्रिय होगा, जिससे उत्तर और पूर्वोत्तर भारत में मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा।

    इसके साथ ही, Cyclonic Circulation बनने के भी संकेत हैं, जिससे जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, झारखंड, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में बारिश (Rainfall), आंधी (Storm), और बिजली कड़कने (Lightning Strikes) की संभावना है।

    फरवरी के अंतिम सप्ताह (Last Week of February) में एक और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो सकता है, जिसका असर केरल, तमिलनाडु और अरुणाचल प्रदेश में भी देखा जाएगा।

    इस दौरान, हिमालयी राज्यों (Jammu-Kashmir, Himachal Pradesh, Arunachal Pradesh) में Heavy Rainfall और Hailstorm (ओलावृष्टि) होने की संभावना है, जिससे किसानों (Farmers) को भारी नुकसान हो सकता है।

    North और East India में Heavy Rain और Storm Alert

    IMD का अनुमान है कि 24 फरवरी से उत्तर भारत (North India) में पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश (Light to Moderate Rain) हो सकती है।

    वहीं, पूर्वी भारत (East India) में 22 और 23 फरवरी को आंधी-तूफान (Thunderstorm) और तेज बारिश की संभावना है।

    इस दौरान, कुछ इलाकों में बिजली कड़कने (Lightning Strikes) और ओले गिरने (Hailstorm in India) का भी खतरा है, जिससे फसलों (Crops) और जनजीवन पर असर पड़ सकता है।

    West Bengal और Odisha में तेज आंधी और बारिश की संभावना

    मौसम विभाग का कहना है कि West Bengal और Odisha में अगले दो दिनों तक Heavy Rainfall और Thunderstorm हो सकते हैं।

    खासकर कोलकाता, पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर, हावड़ा, नदिया, उत्तर और दक्षिण 24 परगना जिलों में Tez Aandhi और Baarish का अनुमान लगाया गया है।

    इससे Daily Life पर असर पड़ सकता है, और फसलें (Crops Damage) भी खराब हो सकती हैं।

    Rajasthan में भी Weather Change का असर दिखेगा

    राजस्थान में भी Western Disturbance का असर देखने को मिल रहा है। पिछले 24 घंटों में हनुमानगढ़ और संगरिया समेत कुछ इलाकों में हल्की बारिश (Light Rain in Rajasthan) दर्ज की गई है।

    मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, शनिवार को राजस्थान (Rajasthan Weather) के कुछ हिस्सों में बादल छाए रहेंगे (Cloudy Weather), लेकिन ज्यादातर हिस्सों में शुष्क मौसम (Dry Weather) बना रहेगा।

    पश्चिमी राजस्थान के कुछ इलाकों में हल्की बूंदाबांदी (Drizzle in Rajasthan) हो सकती है। IMD के अनुसार, अगले 24 घंटों में अधिकतम तापमान (Maximum Temperature) 2 से 4 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है, जबकि न्यूनतम तापमान (Minimum Temperature) 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक कम हो सकता है

    Crop Damage से परेशान हुए किसान (Farmers Concerned Due to Crop Loss)

    राजस्थान, झारखंड, उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे राज्यों में बारिश और ओलावृष्टि (Rain and Hailstorm in India) के कारण फसलें (Crops) बर्बाद हो रही हैं।

    गेहूं, सरसों और दलहन (Wheat, Mustard, Pulses) जैसी फसलें बुरी तरह प्रभावित हुई हैं, जिससे किसान (Farmers) चिंता में हैं।

    विशेषज्ञों का कहना है कि अगर मौसम का यह बदलाव ज्यादा समय तक जारी रहता है, तो रबी फसलों (Rabi Crops) के उत्पादन पर भारी असर पड़ सकता है।

    • 24 फरवरी से Western Disturbance के कारण उत्तर और पूर्वी भारत (North and East India) में Tez Baarish और Strong Winds चलने की संभावना।
    • Himalayan Regions में Heavy Rain और Snowfall हो सकता है।
    • Rajasthan और North India के अन्य राज्यों में बादल (Cloudy Weather) छाए रह सकते हैं।
    • North-East India में Rain और Thunderstorm का खतरा।
    • Crop Damage का खतरा, Farmers को सतर्क रहने की सलाह।

    मौसम विभाग (IMD) लगातार Weather Change पर नजर बनाए हुए है और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दे रहा है।

    KKNLive.com पर बने रहें ताजा Weather News Updates के लिए!