अक्सर लोग गंगा के पानी की खूबियां बताते मिल जातें हैं। कहा जाता है कि गंगा का पानी कभी खराब नहीं होता और इसमें कभी कीड़े नहीं पड़ते है। यह हकीकत है कि वर्षो तक गंगाजल को घर में रखने के बाद भी इसके पानी से बदबू नहीं आती है। जबकि, सच ये है कि सदियों से हमने गंगा की धारा पर तमाम ज़ुल्म किए है। इसमें नाले बहाए, लाशें फेंकीं, कचरा डाला, मगर गंगा के पानी की तासीर जस की तस बनी रही। मन में सवाल उठना लाजमी है कि आखिर गंगाजल में ऐसा क्या है। वैज्ञानिक रिसर्च से पता चला है कि गंगा की पानी के खराब नही होने की असली वजह, एक वायरस है। जीहां, गंगाजल में कुछ ऐसे वायरस पाए जाते हैं, जो इसके जल में सड़न पैदा होने से रोक देता है। क्या है वह वायरस और इसका हमारे जीवन से कैसा संबंध है? वैज्ञानिको ने कैसे जुटायें हैं इसके प्रमाण? देखिएपूरी रिपोर्ट…
गंगाजल पर हुआ रिसर्च, खुलाशा चौकाने वाला…
