भारत और पाकिस्तान के 1947 के बंटवारे में केवल जमीन ही नहीं, बल्कि घोड़ागाड़ी, बैंड-बाजा, लाइट बल्ब और कर्मचारियों का भी बंटवारा हुआ। जानिए, कैसे सिक्के उछालकर फैसले लिए गए और ट्रॉम्बोन जैसे वाद्ययंत्र तक को आधा-आधा बांटा गया। यह कहानी विभाजन के दर्द और हास्यास्पद पहलुओं को सामने लाती है।
1947 का बंटवारा: घोड़ागाड़ी से ट्रॉम्बोन तक की कड़वी हकीकत
