नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार शाम भगदड़, एक दर्जन से अधिक मौतें और कई घायल—यह सिर्फ एक हादसा नहीं, बल्कि सिस्टम की नाकामी और भीड़ प्रबंधन की चूक का गंभीर संकेत है। अचानक प्लेटफॉर्म बदलने से मची भगदड़ ने सवाल खड़े कर दिए हैं—क्या यह हादसा टाला जा सकता था? महाकुंभ के लिए उमड़ती भीड़ को संभालने में सरकार और प्रशासन कितना सक्षम है? सवाल व्यवस्था से नहीं, व्यवस्थापिका से है! पढ़ें पूरी रिपोर्ट!
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़! प्रशासनिक चूक या भीड़ का उन्माद?
